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गुरुवार, 20 मार्च 2025

कलश यात्रा को रोकने पर हंगामा: विधायक के कपड़े फटे, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

 



गाजियाबाद। सौरव दीक्षित(समाचार संपादक)गुरुवार को लोनी में राम कथा से पहले निकाली गई कलश यात्रा को पुलिस द्वारा रोकने की कोशिश की गई, जिससे हालात बिगड़ गए। लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर और उनके समर्थकों की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई, जो धक्का-मुक्की में बदल गई। इस दौरान विधायक के कपड़े फट गए, और लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी हरेंद्र मलिक के साथ भी अभद्रता की गई। विरोधस्वरूप विधायक अपने समर्थकों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आखिरकार यात्रा को जाने देना पड़ा।



घटना का पूरा विवरण

लोनी दो नंबर में 18 से 28 मार्च तक राम कथा का आयोजन हो रहा है। कथा से पहले गुरुवार दोपहर करीब 3:45 बजे, विधायक के नेतृत्व में 500 से अधिक श्रद्धालुओं के साथ कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा जैसे ही संगम विहार इलाके में पहुंची, वहां पहले से तैनात थाना प्रभारी हरेंद्र मलिक और पुलिस टीम ने उसे रोक लिया। पुलिस ने तर्क दिया कि यात्रा के लिए अनुमति नहीं ली गई थी, जिसके चलते इसे आगे बढ़ने नहीं दिया जाएगा।

विवाद और हंगामा

पुलिस के इस कदम से विधायक के समर्थकों में नाराजगी बढ़ गई। पहले कहासुनी हुई, फिर धक्का-मुक्की होने लगी। इस दौरान विधायक नंद किशोर गुर्जर के कपड़े फट गए। पुलिस के रवैये से गुस्साए विधायक वहीं धरने पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

स्थिति बिगड़ती देख मौके पर एसीपी भी पहुंचे और हालात संभालने की कोशिश की, लेकिन हंगामा 20 मिनट तक जारी रहा। अंततः पुलिस को झुकना पड़ा और यात्रा को आगे बढ़ने की अनुमति दे दी गई।

विधायक के गंभीर आरोप

कलश यात्रा कथा स्थल तक पहुंचने के बाद, विधायक ने मंच से कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उन्होंने लोनी एसडीएम को अनुमति के लिए पत्र दिया था, लेकिन कलश यात्रा के लिए अलग से अनुमति की जरूरत नहीं होती। उन्होंने पुलिस कमिश्नर और लखनऊ के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, यहां तक कि नोएडा के एक मामले में करोड़ों रुपये लेने का दावा भी किया।

विधायक ने मंच से ऐलान किया कि 28 मार्च तक कथा में रहेंगे और फिर लखनऊ जाकर मुख्य सचिव कार्यालय के बाहर आत्मबलिदान करेंगे। उन्होंने कहा, "अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव और पुलिस कमिश्नर को जेल नहीं भेजा, तो मैं अन्न-जल त्याग दूंगा, फटे कपड़ों में रहूंगा, चाहे मेरी जान ही क्यों न चली जाए।"



पुलिस पर मारपीट और अभद्रता के आरोप

विधायक ने पुलिस पर अपने बेटे नागेश के दोनों पैर तोड़ने का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस ने समर्थकों और महिलाओं के साथ मारपीट की। उन्होंने यहां तक कहा कि पुलिसकर्मी नशे में थे और उन्होंने शराब पी रखी थी

पुलिस का पक्ष

इस मामले में एसीपी अंकुर विहार अजय कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि कलश यात्रा के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। पुलिस ने बुधवार रात हितेश गुर्जर (विधायक के बेटे) और उनके समर्थकों से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। गुरुवार सुबह 7:52 बजे थाना प्रभारी ने हितेश से, और फिर 7:56 और 8:20 बजे विधायक नंद किशोर गुर्जर से बात करके यात्रा न निकालने को कहा, लेकिन इसके बावजूद यात्रा निकाली गई।

उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान पुलिस से धक्का-मुक्की की गई, और अब इस मामले में जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

निष्कर्ष

यह पूरा मामला कानूनी अनुमति, धार्मिक आयोजन और राजनीतिक तनाव से जुड़ा हुआ है। पुलिस अपनी कार्रवाई को सही ठहरा रही है, जबकि विधायक इसे साजिश बता रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि इस विवाद में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।

गृहकर बकाया जमा नहीं किया तो लगेगा भारी जुर्माना, 1 अप्रैल से सख्त कार्रवाई

 


गाजियाबाद नगर निगम ने गृहकर वसूली अभियान को तेज कर दिया है। इस वित्तीय वर्ष में 31 मार्च तक 36.90 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा गया है। यदि इस अवधि तक बकाया टैक्स जमा नहीं किया गया, तो 1 अप्रैल से बकायेदारों पर 12% दंड ब्याज लगाया जाएगा। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने नागरिकों से समय पर गृहकर जमा करने की अपील की है, ताकि जुर्माने से बचा जा सके।


बड़े बकायेदारों पर होगी सख्त कार्रवाई


नगर निगम द्वारा बड़े बकायेदारों को चिह्नित कर उनकी संपत्तियों को सील करने की कार्रवाई लगातार की जा रही है। इसके अलावा, गृहकर जमा करने में लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसलिए अवकाश के दिनों में भी टैक्स विभाग कार्यरत है।


शहरभर में लगाए गए गृहकर वसूली कैंप


गृहकर भुगतान को आसान बनाने के लिए नगर निगम ने विभिन्न क्षेत्रों में वसूली कैंप भी लगाए हैं, ताकि नागरिक बिना किसी परेशानी के अपना टैक्स जमा कर सकें।


विभिन्न जोन के लक्ष्य


अगले 12 दिनों में विभिन्न जोनों को निर्धारित लक्ष्य पूरा करना है:


वसुंधरा जोन – 21 करोड़ रुपये


विजयनगर जोन – 90 लाख रुपये


मोहन नगर जोन – 4 करोड़ रुपये


कविनगर जोन – 2 करोड़ रुपये


सिटी जोन – 9 करोड़ रुपये



नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि जो लोग निर्धारित समय में गृहकर जमा नहीं करेंगे, उन्हें भारी जुर्माने का सामना करना पड़ेगा।


मंगलवार, 18 मार्च 2025

क्या आपके भी घर में घरेलू सहायिका है?? अगर हा तो पढ़िए क्या होसकता है नुकसान





 घरेलू सहायिका ने नशीला पदार्थ खिलाकर लाखों के गहने उड़ाए, बुजुर्ग को बाथरूम में किया बंद


गाजियाबाद के पॉश इलाके राजनगर में एक घरेलू सहायिका ने विश्वासघात करते हुए घर के सदस्यों को नशीला पदार्थ खिलाकर लाखों के गहने लूट लिए। घटना 9 मार्च की रात की है। इस वारदात में सहायिका ईशा ने अपने पति और अन्य साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।


बेहोश कर दिया परिवार


83 वर्षीय बीसी बंसल के अनुसार, उनके घर में बेंगलुरु निवासी ईशा घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी। नौ मार्च की रात उसने खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया। खाना खाने के बाद बीसी बंसल की पत्नी कमलेश पूरी तरह बेहोश हो गईं, जबकि उनकी बेटी मेघना बंसल पूरी तरह से अचेत नहीं हुई।


बुजुर्ग को बाथरूम में किया कैद


बीसी बंसल ने भोजन नहीं किया था, जिससे वे होश में थे। जब उन्हें घर के अन्य सदस्यों की गहरी नींद पर संदेह हुआ, तो वे कमरे में पहुंचे। तभी ईशा, उसके पति और दो अन्य लोगों ने उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया, जिससे वे भी कुछ देर बाद बेहोश हो गए


बेटी की जागरूकता से बची जान


कुछ समय बाद जब मेघना की नींद खुली, तो उन्होंने अपने पिता को बाथरूम से बाहर निकाला। इस बीच, चोर 7,000 रुपये नकद और लाखों के सोने के गहने लेकर फरार हो चुके थे।


पुलिस जांच में जुटी


पीड़ित परिवार ने कविनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। एसीपी स्वतंत्र सिंह ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित की गई हैं।



गाजियाबाद के इंदिरापुरम के जिम के चेंजिंग रूम में मिला ट्रेनर का शव, इलाके में हड़कंप




गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र में एक जिम ट्रेनर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। शक्ति खंड-2 स्थित फिटनेस वन जिम में सोमवार रात ट्रेनर का शव चेंजिंग रूम में मिला, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई।


कैसे सामने आया मामला?


रात में जब ट्रेनर काफी देर तक चेंजिंग रूम से बाहर नहीं आया और उसका मोबाइल टेबल पर पड़ा मिला, तो जिम के केयरटेकर को शक हुआ। उसने तुरंत जिम मालिक को जानकारी दी। इसके बाद बगल के चेंजिंग रूम से कूदकर लोग अंदर पहुंचे और दरवाजा खोला। ट्रेनर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।


पोस्टमार्टम रिपोर्ट करेगी कारणों का खुलासा


मृतक की पहचान न्याय खंड-3 निवासी गणेश शर्मा के रूप में हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सहायक पुलिस आयुक्त इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में शरीर पर किसी भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। फिलहाल कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई गई है। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।


इफ्तारी के बाद दो पक्षों में हिंसक झड़प, पथराव और लाठी-डंडे चले, 18 पर केस दर्ज, सात गिरफ्तार

 



खोड़ा। थाना क्षेत्र के लोकप्रिय विहार इलाके में शनिवार देर रात इफ्तारी के बाद दो पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पथराव और लाठी-डंडे चलने लगे। इस दौरान गली में खड़ी एक कार क्षतिग्रस्त हो गई और तीन लोग घायल हो गए। झगड़े के चलते इलाके में अफरातफरी मच गई, और काम से लौट रहे लोगों को जान बचाने के लिए गाड़ियों और बिजली के खंभों के पीछे छिपना पड़ा।


कैसे शुरू हुआ विवाद?


थाना क्षेत्र के नूरानी मस्जिद के पास रहने वाले इमरान और नूर मोहम्मद के बीच शनिवार सुबह सहरी के वक्त विवाद हुआ था। बताया जा रहा है कि संकरी गली (लगभग 11.5 फीट चौड़ी) में चार पहिया वाहन खड़े होने से पैदल आवाजाही में दिक्कत हो रही थी। इसी को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई।


शाम को इफ्तारी के बाद इमरान पक्ष के लोग दूसरे पक्ष से बात करने पहुंचे, लेकिन मामला सुलझने के बजाय बढ़ गया और दोनों गुटों में मारपीट शुरू हो गई। देखते ही देखते लाठी-डंडे और पत्थरबाजी होने लगी, जिससे हालात बेकाबू हो गए।


पुलिस ने संभाला मोर्चा, सात गिरफ्तार


सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया। पथराव में घायल हुए सलीमुद्दीन को अस्पताल भेजा गया, जबकि पुलिस ने मौके से सात आरोपियों—राशिद, नूर मोहम्मद, नदीम, निजाम, इमरान, समीर और आरिफ—को गिरफ्तार कर लिया।


18 लोगों पर केस दर्ज, कई धाराएं लगाईं गईं


एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में पुलिस खुद वादी बनी है। पुलिस ने 13 लोगों को नामजद किया है, जिनमें आस मोहम्मद, इरफान, परवेज, राशिद, नूर मोहम्मद, नदीम, सलीमुद्दीन, वसीम, फैसल, मोहम्मद कैफ, निजाम और आरिफ शामिल हैं। साथ ही, चार से पांच अन्य अज्ञात लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है।


आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 191 (2) (दंगे), 125 (दूसरों की जान को खतरे में डालना), 190 (गैरकानूनी रूप से समूह में इकट्ठा होना), 324 (जानबूझकर संपत्ति को नुकसान पहुंचाना) समेत कुल आठ धाराएं लगाई गई हैं।


पुलिस का बयान


"सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घायलों का प्राथमिक उपचार चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है। फरार आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।"

अभिषेक श्रीवास्तव, एसीपी इंदिरापुरम


शिक्षिका की आत्महत्या मामला: पति और ससुर गिरफ्तार

 



समाचार प्रभारी सौरव दीक्षितइंदिरापुरम के वसुंधरा सेक्टर-1 में रहने वाली शिक्षिका अन्विता शर्मा की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उनके पति डॉ. गौरव कौशिक और ससुर सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को कोर्ट के आदेश पर दोनों को जेल भेज दिया गया। अन्विता ने रविवार को दहेज उत्पीड़न से तंग आकर फांसी लगा ली थी। आत्महत्या से पहले उन्होंने अपने परिवार को एक सुसाइड नोट भेजा, जिसमें पति, ससुर और सास पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था।


परिजनों का आरोप: दहेज के लिए किया जा रहा था उत्पीड़न


अन्विता के पिता अनिल शर्मा, जो मोदीनगर के कृष्णपुरा निवासी हैं, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि अन्विता दिल्ली के एक स्कूल में शिक्षिका थी और 18 दिसंबर 2019 को उसकी शादी गौरव कौशिक से हुई थी, जो एक निजी अस्पताल में डॉक्टर हैं। शादी में उन्होंने 26 लाख रुपये खर्च किए थे और बेटी के ससुराल वालों की मांग पर एक कार भी दी थी।


इसके बावजूद, ससुराल वाले अतिरिक्त दहेज की मांग कर रहे थे। अन्विता को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। यहां तक कि उसकी चेकबुक और डेबिट कार्ड भी ससुराल वालों के पास थे।


पुलिस कार्रवाई और जांच जारी


एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव के अनुसार, अन्विता के पिता की शिकायत पर पति, ससुर और सास के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। फिलहाल पति और ससुर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि सास की तलाश जारी है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना है।


गाजियाबाद से लापता कामगार का शव यमुना किनारे मिला, ठेकेदार पर हत्या का आरोप

 


गाजियाबाद के ट्रानिका सिटी थाना क्षेत्र के इलायचीपुर गांव की नसीब विहार कॉलोनी से लापता एक कामगार का शव दिल्ली के बुराड़ी इलाके में यमुना किनारे बरामद हुआ। इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मृतक की पत्नी ने ठेकेदार पर अपहरण और हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और ठेकेदार से पूछताछ जारी है।



होली के दिन ठेकेदार के साथ गया था कामगार


मृतक गुड्डू इलायचीपुर की नसीब विहार कॉलोनी में परिवार के साथ रहता था और ठेकेदार सुनील के साथ टाइल्स लगाने का काम करता था। होली के दिन दोनों ने घर पर साथ बैठकर शराब पी, फिर सुनील की बाइक से निकले। लेकिन गुड्डू शाम तक घर नहीं लौटा। परिजनों ने जब सुनील से पूछा, तो उसने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इसके बाद गुड्डू की पत्नी ने ट्रानिका सिटी थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई।


यमुना किनारे मिला शव, टैटू से हुई पहचान


पुलिस ने जांच शुरू की और सुनील द्वारा बताए गए स्थानों की छानबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। रविवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि यमुना किनारे एक युवक का शव पड़ा है। जब गुड्डू की पत्नी और परिजन मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने उसके सीने और हाथ पर बने टैटू के आधार पर पहचान की


ठेकेदार ने दी सफाई, पुलिस कर रही जांच


पूछताछ में ठेकेदार सुनील ने बताया कि वे दोनों नदी किनारे बैठकर शराब पी रहे थे। तभी उसकी पत्नी का फोन आया और वह उठकर बात करने लगा। कॉल खत्म करने के बाद उसने देखा कि गुड्डू गायब था। उसने उसे काफी तलाशा, लेकिन कोई पता नहीं चला, फिर गुड्डू की पत्नी को फोन कर सूचना दी।


पुलिस ने ठेकेदार से पूछताछ शुरू कर दी है और मामले से जुड़े अन्य साक्ष्य जुटा रही है। पुलिस सीडीआर, सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर जांच कर रही है। दिल्ली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।


पुलिस का बयान


सिद्धार्थ गौतम, सहायक पुलिस आयुक्त, लोनी ने बताया, "महिला ने अपने पति के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। रविवार को उसका शव यमुना किनारे मिला। चूंकि घटना स्थल दिल्ली में है, इसलिए शव को दिल्ली पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।"


कलश यात्रा को रोकने पर हंगामा: विधायक के कपड़े फटे, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

  गाजियाबाद। सौरव दीक्षित(समाचार संपादक) गुरुवार को लोनी में राम कथा से पहले निकाली गई कलश यात्रा को पुलिस द्वारा रोकने की कोशिश की गई, जि...