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मीनू ने दावा किया था कि 5 अप्रैल को डासना से खोड़ा की तरफ जाते समय उसकी बहन से चैन लूटने की कोशिश की गई |
बहन के एक्सीडेंट को बताया लूट की कोशिश, वीडियो वायरल कर फैलाई अफवाह
गाजियाबाद की रहने वाली मीनू कासना ने सोशल मीडिया पर सहानुभूति और लाइक्स बटोरने के लिए एक झूठी कहानी रच डाली। उसने अपनी बहन रेणु के एक्सीडेंट को लूट की कोशिश बताकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर दिया। इतना ही नहीं, उसने पुलिस में झूठी रिपोर्ट भी दर्ज कराई।
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पुलिस ने जब सीसीटीवी की जांच की तो पता चला कि 5 अप्रैल को स्कूटी पर सवार रेणु की एक वाहन से टक्कर हो गई थी। |
वीडियो में किया गया झूठा दावा
मीनू ने वीडियो में बताया कि 5 अप्रैल को उसकी बहन रेणु स्कूटी से डासना से खोड़ा की तरफ जा रही थी, तभी कुछ लोगों ने उसके गले से चेन लूटने की कोशिश की। इसी दौरान वह गिर पड़ी और गंभीर रूप से घायल हो गई।
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मीनू ने अपनी घायल बहन का एक्सीडेंट के बाद वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। |
पुलिस जांच में सामने आया सच
वीडियो वायरल होने के बाद जब पुलिस ने मामले की जांच की तो चौंकाने वाला सच सामने आया। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि लूट की कोई कोशिश नहीं हुई थी। दरअसल, रेणु की स्कूटी एक अन्य वाहन से टकरा गई थी, जिससे वह गिर गई और उसे चोट आई।
घटना की असली कहानी
5 अप्रैल को रेणु अपने पति से मिलने डासना जेल गई थी। वापसी के दौरान नेशनल हाईवे पर उसकी स्कूटी एक बाइक से टकरा गई, जिससे वह जमीन पर गिर गई और घायल हो गई। इस दौरान आसपास के लोग उसकी मदद के लिए रुक गए। सीसीटीवी में साफ दिख रहा था कि लूट जैसी कोई घटना नहीं हुई।
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एसीपी वेव ने बताया पुलिस की जांच में सामने आया कि मीनू ने लाइक्स पाने के लिए सोशल मीडिया पर वीडियो डाला था। |
झूठ फैलाने पर मीनू पर दर्ज हुआ मुकदमा
पुलिस ने रेणु की तहरीर पर पहले लूट की कोशिश का मामला दर्ज किया था, लेकिन जांच में जब सच्चाई सामने आई, तो मीनू कासना पर अफवाह फैलाने और झूठा मुकदमा दर्ज कराने का केस दर्ज कर लिया गया।
पुलिस की सख्ती
एसीपी उपासना पांडे के अनुसार, मीनू ने सिर्फ सोशल मीडिया पर लोकप्रियता पाने के लिए यह ड्रामा किया था। मामले की सच्चाई सामने आने के बाद अब उस पर उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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