गाजियाबाद। वसुंधरा सेक्टर-4 की ईस्टर्न गेट सोसायटी के आवंटियों का सब्र शनिवार को टूट गया। फ्लैटों की रजिस्ट्री न होने से नाराज होकर उन्होंने वसुंधरा सेक्टर-16 स्थित आवास विकास परिषद के दफ्तर का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया।
आवंटियों ने आरोप लगाया कि फ्लैट की पूरी कीमत चुकाने के बावजूद उन्हें आज तक रजिस्ट्री नहीं मिली है। उनका कहना है कि बिल्डर और आवास विकास परिषद के अधिकारियों की मिलीभगत से यह अटका हुआ है, क्योंकि बिल्डर पर आवास विकास का करीब 50 करोड़ रुपये का बकाया है।
2012 से चल रहा है इंतजार
सोसायटी के दो टावरों में कुल 176 फ्लैट हैं, जिनमें से करीब 160 फ्लैटों में लोग रह रहे हैं। आवंटी 2012 से रजिस्ट्री की मांग कर रहे हैं, लेकिन आज तक फ्लैट का मालिकाना हक नहीं मिला।
आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों के अनुसार, 2004-05 में इन फ्लैटों की कीमत 2BHK के लिए 32-35 लाख और 3BHK के लिए करीब 45 लाख रुपये थी। जीवनभर की कमाई से खरीदे गए इन घरों को लेकर अब वे मानसिक तनाव में हैं।
नीलामी की नोटिस से और बढ़ी चिंता
लोगों ने बताया कि बिल्डर द्वारा बकाया न चुकाने के कारण प्रशासन बार-बार सोसायटी को नीलाम करने की चेतावनी देते हुए नोटिस चस्पा कर रहा है। इससे वहां के निवासी डरे हुए हैं।
प्रशासन का पक्ष
उप आवास आयुक्त अनिल कुमार सिंह ने कहा, "बिल्डरों पर आवास विकास परिषद का बकाया है। जिला प्रशासन वसूली की कार्रवाई कर रहा है। बिल्डर की गिरफ्तारी या संपत्ति की कुर्की और नीलामी का विकल्प मौजूद है। आवंटियों को डरने की जरूरत नहीं है, जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।"
प्रदर्शन में मौजूद रहे प्रमुख लोग
प्रदर्शन में आरडब्ल्यूए उपाध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष गजेंद्र चौधरी, अनुज राठी, उमेश पंत, विपिन जोशी, रंजीत कुमार, प्रकाश, कपिल, सीएन चौबे, कमल पंत समेत कई लोग शामिल रहे।
निवासियों की मांग स्पष्ट: जल्द हो रजिस्ट्री
आवंटियों ने स्पष्ट कहा कि उनकी सिर्फ एक मांग है—जल्द से जल्द फ्लैटों की रजिस्ट्री की जाए, ताकि वे मानसिक और कानूनी परेशानी से राहत पा सकें।
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