हापुड़ जिले के बीबीनगर कस्बे के निवासी 42 वर्षीय राजवीर सिंह, जो आगरा में डायल-112 पर हेड कांस्टेबल के रूप में तैनात थे, ने मथुरा स्थित अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
बार-बार फोन करने पर भी जब कोई जवाब नहीं मिला, तो उनकी पत्नी, जो इन दिनों अपने मायके गई हुई थी, ने पड़ोसियों से संपर्क किया। जब पड़ोसी छत के रास्ते उनके कमरे में पहुंचे, तो दरवाजे के ऊपर जंगले से लटका शव देखकर वे सन्न रह गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई और परिवारजन रात में ही मथुरा के लिए रवाना हो गए।
फोन नहीं उठाने से हुआ शक
राजवीर सिंह की रात की ड्यूटी थी, लेकिन जब वे अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे, तो सहकर्मियों ने उन्हें फोन किया। फोन न उठाने पर उनकी पत्नी को कॉल किया गया, लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद पड़ोसियों से संपर्क किया गया, जिन्होंने घर जाकर जबरन दरवाजा खोलने के बजाय छत के रास्ते अंदर जाकर देखा।
एक महीने पहले सास का हुआ था निधन
मृतक के भाई विक्रम सिंह के अनुसार, एक माह पहले राजवीर सिंह की सास का अलीगढ़ में बीमारी के चलते निधन हो गया था। इस कारण उनकी पत्नी रत्नादेवी अपने दोनों बच्चों, डोरवी और शिवांक, के साथ मायके में रह रही थी।
मौत का कारण बना रहस्य
पुलिस जांच में अब तक आत्महत्या के स्पष्ट कारण का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है।
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