पीड़ितों को घर पर मिलेगी एफआईआर की कॉपी, अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश — शहर में पुलिसिंग को अधिक पारदर्शी और जनहितैषी बनाने की दिशा में गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड़ ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। अब एफआईआर दर्ज होने के बाद उसकी प्रति सीधे पीड़ित के घर तक पहुंचाई जाएगी। इसके साथ ही, यदि किसी क्षेत्र में अवैध गतिविधियां पाई जाती हैं, तो संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस लाइन में आयोजित समीक्षा बैठक में जिले के समस्त थाना प्रभारियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए कमिश्नर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि हर दर्ज एफआईआर की प्रति अनिवार्य रूप से संबंधित व्यक्ति को उसके पते पर उपलब्ध कराई जाए। इस पहल का उद्देश्य पुलिस व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ाना और नागरिकों के प्रति उत्तरदायित्व को मजबूत करना है।
अवैध गतिविधियों पर सख्त रुख
सट्टा, जुआ, अवैध शराब कारोबार, भूमाफिया गतिविधियों एवं अवैध कब्जों की शिकायत मिलने पर त्वरित और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, बच्चों, दिव्यांगजनों और निर्धन वर्ग के साथ किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जनसुनवाई और जवाबदेही की व्यवस्था
थाना प्रभारियों को प्रत्येक दिन प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आम जनता से मिलने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, किसी भी पुलिसकर्मी के विरुद्ध रिश्वत लेने की शिकायत पर त्वरित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिसिंग में सुधार के लिए अन्य कदम
एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने, बीट प्रणाली को सुदृढ़ करने, और चरित्र सत्यापन जैसे मामलों को गंभीरता से लेने पर विशेष बल दिया गया है। कमिश्नर ने यह भी स्पष्ट किया कि क्रॉस एफआईआर के मामलों में समुचित जांच के बाद ही मामला दर्ज किया जाएगा, जिससे किसी के विरुद्ध अनुचित कार्रवाई न हो।
यह नई पहल गाजियाबाद पुलिस को जनसहयोग एवं विश्वास के साथ एक नई दिशा देने की ओर महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
इसी क्रम में मोदीनगर पुलिस ने इस पहल की शुरुआत करते हुए वादी राहुल त्यागी को दर्ज प्राथमिकी की प्रति उनके निवास पर जाकर सौंपी। यह कदम गाज़ियाबाद पुलिस द्वारा नागरिकों की सहूलियत और विश्वास बढ़ाने की दिशा में एक अहम प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
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