गाज़ियाबाद के नंदग्राम इलाके में एक महिला पर जबरन मतांतरण कराने का आरोप लगाकर कुछ लोगों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान महिला से बदसलूकी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में एक युवक महिला का हाथ पकड़ते और धमकी देते हुए नजर आ रहा है। पुलिस जांच में हालांकि मतांतरण के आरोप झूठे पाए गए हैं।
घटना के अनुसार, नंदग्राम क्षेत्र में कुछ लोगों ने एक महिला पर हिंदुओं को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाने का आरोप लगाया। आरोपों के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की, लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिला जिससे यह साबित हो सके कि महिला मतांतरण में शामिल थी।
वीडियो में महिला से बदसलूकी साफ नजर आई
वायरल हुए 51 सेकंड के वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला कंधे पर बैग लटकाए खड़ी है। उसके पास एक युवक खड़ा है, जो मोबाइल से वीडियो बनाते हुए लगातार महिला से सवाल करता है कि वह चर्च चलाती है या नहीं। महिला जवाब देती है कि वह चर्च से कोई संबंध नहीं रखती। युवक बार-बार उसे घेरता है और आरोप लगाता है कि वह लोगों का मतांतरण कर रही है।
दूसरे वीडियो में महिला वहां से जाने लगती है तो युवक जबरदस्ती उसका हाथ पकड़कर रोकने की कोशिश करता है। महिला विरोध करते हुए कहती है, “हाथ छोड़ो, बदतमीजी कर रहे हो।” युवक धमकी देता है कि "कहीं नहीं जाना, वीडियो बन रही है," और बार-बार उस पर मतांतरण का धंधा चलाने का आरोप लगाता है।
पुलिस का बयान: मतांतरण का कोई प्रमाण नहीं मिला
सहायक पुलिस आयुक्त पूनम मिश्रा के अनुसार, वायरल वीडियो और घटना की जांच की गई है, लेकिन मतांतरण से संबंधित कोई भी सबूत नहीं मिला है। यह मामला मतांतरण का नहीं है। अगर महिला उस युवक के खिलाफ छेड़छाड़ या बदसलूकी की शिकायत देती है तो उसके आधार पर FIR दर्ज की जाएगी।
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