गाजियाबाद में बैंक ऑफ इंडिया के चीफ मैनेजर दिनेश सिंह के घर CBI ने छापेमारी की। यह छापा गुलमोहर एंक्लेव सोसायटी स्थित उनके आवास पर मारा गया, जहां से जांच एजेंसी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए। दिनेश सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केस दर्ज किया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।
भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी का मामला दर्ज
CBI ने दिनेश सिंह और बैंक की पैनल अधिवक्ता सुप्रिया मिश्रा के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में केस दर्ज किया है। आरोप है कि दोनों ने नीलामी में संपत्ति खरीदने वालों से अनुचित लाभ लेने की कोशिश की और न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास किया।
शिकायत के बाद हुई कार्रवाई
मेरठ निवासी राजीव कुमार ने 20 सितंबर 2024 को CBI में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्होंने और उनके भाई संजीव कुमार ने बैंक ऑफ इंडिया, खैर नगर, मेरठ से 48 लाख रुपये का लोन लिया था। यह लोन खैर नगर मार्केट में स्थित एक दुकान को गिरवी रखकर लिया गया था, लेकिन कर्ज न चुका पाने के कारण बैंक ने इस संपत्ति को नीलामी के लिए रख दिया।
नीलामी के बाद घोटाले का आरोप
बैंक ने दुकान नंबर 418 और 419 (पुराने नंबर 135 और 154) को नीलामी में बेच दिया, जिसे मोहम्मद सुहेल और मोहम्मद सैफ ने खरीदा। आरोप है कि दिनेश सिंह और सुप्रिया मिश्रा ने इन नीलामी खरीदारों से अनुचित लाभ की मांग की और अपने पक्ष में फैसले के लिए दबाव डाला।
CBI ने दर्ज की FIR
शिकायत की जांच के बाद CBI ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
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