गाजियाबाद के कविनगर में मंगलवार को एक प्रेमी युगल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतकों की पहचान निशा और पीयूष के रूप में हुई है, जो फर्रूखाबाद के कायमगंज थाना क्षेत्र के अलापुर गांव के रहने वाले थे। दोनों रिश्ते में चचेरे भाई-बहन थे और पिछले तीन साल से प्रेम संबंध में थे। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर दोनों के शव बरामद किए। कमरे से मिले मोबाइल फोन में निशा के पिता की धमकी भरी ऑडियो भी पाई गई है।
परिवार का विरोध, शादी के बाद भी नहीं मिली स्वीकार्यता
पुलिस जांच में सामने आया है कि निशा और पीयूष लंबे समय से एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे, लेकिन उनके रिश्ते को परिवार की मंजूरी नहीं थी। निशा की उम्र शादी के लिए बाधा थी, इसलिए दोनों ने बालिग होने का इंतजार किया। 17 फरवरी 2025 को उन्होंने गाजियाबाद में कोर्ट मैरिज कर ली, लेकिन उनके परिवारों ने इसे स्वीकार नहीं किया।
शादी के बाद भी दोनों को धमकियां मिलती रहीं। निशा के पिता और भाइयों ने उसे कई बार चेतावनी दी कि वह घर लौटे, वरना गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पीयूष के परिवार ने भी उसे अपनाने से इनकार कर दिया।
सुसाइड नोट में दर्द भरी कहानी
मौके से पुलिस को दो पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा गया है:
"हम साथ जी नहीं सकते, लेकिन साथ मर सकते हैं। हमने अपने परिवार को बताया था कि हम एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते, फिर भी हमें धमकियां दी गईं। हमें ऐसे पीछा किया गया जैसे हम कोई अपराधी हों। हमने कोर्ट मैरिज की थी, लेकिन हमें फिर भी चैन से नहीं जीने दिया गया। अब हम मौत को गले लगा रहे हैं। माफ करना..."
परिवार के दबाव के कारण उठाया कदम
पुलिस के अनुसार, निशा की उम्र 18 साल 3 महीने और पीयूष की 21 साल थी। दोनों के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड की जांच में सामने आया है कि निशा के पिता ने लगातार उसे धमकियां दी थीं। एक रिकॉर्डिंग में निशा के पिता कह रहे हैं—"हमारी नाक कटवा दी, अब जिंदा बचने की उम्मीद मत रखना। तेरे भाई तुझे मार देंगे और उन्हें कुछ नहीं होगा।"
पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और परिजनों से पूछताछ जारी है।
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