गाजियाबाद में 9 महीने के बच्चे की खरीद-फरोख्त का सनसनीखेज मामला, पुलिस ने 12 घंटे में किया बरामद
गाजियाबाद में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां 9 महीने के मासूम बच्चे को उसके पिता के दोस्त ने 80 हजार रुपये में बेच दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र 12 घंटे में बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया और इस घिनौने सौदे में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
बच्चे के पिता ने की अपहरण की शिकायत
घटना 4 फरवरी की है, जब थाना वेव सिटी में मनोज नामक व्यक्ति ने अपने 9 महीने के बेटे हर्षित के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। मनोज ने बताया कि उसका दोस्त, जिसका नाम भी मनोज ही है, बच्चे को खिलाने के बहाने अपने साथ ले गया और फिर वापस नहीं आया।
दोस्त ने ही रची थी अपहरण और सौदे की साजिश
जांच के दौरान पुलिस ने खुलासा किया कि अपहरण की साजिश बच्चे के पिता के दोस्त मनोज ने रची थी। वह और महावीर नामक व्यक्ति एक ही फैक्ट्री में काम करते थे, जहां उनकी पहचान हुई थी। महावीर और उसकी पत्नी पिछले 20 साल से निःसंतान थे, इसलिए उन्होंने बच्चे को खरीदने की योजना बनाई।
1.5 लाख में हुआ सौदा, 80 हजार में बच्चा बेचने की कोशिश
महावीर ने बच्चे को हरबंस नामक व्यक्ति को 1.5 लाख रुपये में बेचने की योजना बनाई थी। इसमें से 80,000 रुपये मनोज को मिलने थे, जबकि बाकी रकम महावीर खुद रखना चाहता था। हरबंस की भी शादी को 20 साल हो चुके थे, लेकिन उनकी कोई संतान नहीं थी, इसलिए वह किसी भी तरह से बच्चा गोद लेना चाहता था।
पुलिस ने 12 घंटे में सुलझाया मामला
पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से यह मामला महज 12 घंटे में सुलझा लिया गया। पुलिस ने अपहरणकर्ता मनोज, मिडलमैन महावीर और बच्चे को खरीदने वाले हरबंस तीनों को गिरफ्तार कर लिया और 9 महीने के मासूम हर्षित को उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया।
यह मामला पुलिस की सक्रियता का बेहतरीन उदाहरण है, जिसने मानव तस्करी की इस घिनौनी कोशिश को नाकाम कर दिया।
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