गाजियाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने दिल्ली के मयूर विहार से एक शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने 13 राज्यों में फर्जी शेयर ट्रेडिंग ऐप के जरिए करोड़ों की ठगी की। आरोपी गुरु दत्त सिंह ने लोगों को बड़े मुनाफे का झांसा देकर ठगी का जाल फैलाया। मामला तब सामने आया जब गाजियाबाद की वैशाली निवासी रेखा सिंह ने 29.90 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई।
फर्जी ऐप और व्हाट्सएप ग्रुप का इस्तेमाल
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने 'अपस्टोक्स इन्वेस्टमेंट क्लब' नामक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को जोड़ा। इसके बाद वह उन्हें 'ब्लॉकअप प्रो' नामक एक फर्जी ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड करने का लिंक भेजता था। इस ऐप के जरिए वह निवेशकों से मोटी रकम वसूलता और बड़े लाभ का लालच देकर उन्हें ठगता था।
गिरोह का नेटवर्क
पुलिस के अनुसार, गुरु दत्त सिंह अकेला काम नहीं कर रहा था। वह एक संगठित गिरोह का हिस्सा था। गिरोह का एक अन्य सदस्य रोहित, दिल्ली निवासी, फर्जी बैंक खाते उपलब्ध कराता था और इसके बदले कमीशन लेता था।
पीड़ितों से करोड़ों की ठगी
अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी ने विभिन्न राज्यों के कई लोगों को ठगा:
आंध्र प्रदेश: अन्नामय्या जिले के इम्तियाज से 2.19 करोड़ रुपये
हरियाणा: हिसार के राजेंद्र कुमार से 33.68 लाख रुपये, रेवाड़ी के हेमंत महलावत से 90,382 रुपये
केरल: पलक्कड़ की हसीना से 3.53 लाख रुपये
महाराष्ट्र: बीड़ के जितेंद्र से 1.90 लाख रुपये, ब्राहन की जैकलिन लेविस से 1.48 करोड़ रुपये
कर्नाटक: बेंगलुरु के वेंकट नारायण से 35 लाख रुपये, गीता गोपालसामी से 93.67 लाख रुपये
तमिलनाडु: सलेम जिले के शशि कुमार मनी से 2.69 लाख रुपये
उत्तर प्रदेश: मुजफ्फरनगर के कार्तिक अरोड़ा से 3 लाख रुपये, गौतम बुद्ध नगर के वैभव अरोरा से 2.89 लाख रुपये
पश्चिम बंगाल: सत्यजीत शाह से 12 लाख रुपये
तेलंगाना: दुर्गा भवानी से 1.26 करोड़ रुपये
बिहार: आनंद अग्रवाल से 26.89 लाख रुपये
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने पीड़िता रेखा सिंह के 4 लाख रुपये वापस दिलाने में सफलता हासिल की है। फिलहाल, गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी कई घटनाएं सामने आ सकती हैं।
यह कार्रवाई उन ठगों के खिलाफ एक सख्त संदेश है, जो डिजिटल प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग कर लोगों की मेहनत की कमाई हड़पते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें