साहिबाबादः शालीमार गार्डन एक्सटेंशन में 51 वर्षीय कारोबारी पंकज गुप्ता और उनकी 50 वर्षीय पत्नी रीना ने अपने फ्लैट में आत्महत्या कर ली। घटना का पता मंगलवार रात साढ़े दस बजे चला, जब पंकज के भाई राजकुमार उनसे मिलने पहुंचे।
सुसाइड नोट में कर्ज का जिक्र
पुलिस को घटनास्थल से एक पेज का सुसाइड नोट मिला, जिसमें पंकज ने लिखा कि उन पर 50 लाख रुपये का कर्ज है और सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने यह कदम उठाया।
पारिवारिक स्थिति
पंकज के माता-पिता मुकुट लाल और उनकी पत्नी, शालीमार गार्डन एक्सटेंशन में ही अलग रहते हैं। पंकज और रीना अपने 12 साल के मानसिक दिव्यांग बेटे को हर सुबह उनके पास छोड़कर काम पर जाते थे। पंकज अपने कारोबार पर ध्यान देते थे, जबकि रीना आर्थिक तंगी के चलते एक मॉल में नौकरी करने लगी थीं।
घटना का पता कैसे चला
राजकुमार ने बताया कि मंगलवार को पंकज और रीना ने अपने बेटे को माता-पिता के पास छोड़ा, लेकिन उसे लेने नहीं आए। जब पंकज का फोन भी नहीं मिला, तो राजकुमार उनके फ्लैट पर पहुंचे। फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार आवाज देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने दरवाजे को हाथ से खोलने की कोशिश की।
अंदर का नजारा देखकर वह स्तब्ध रह गए। बरामदे में पंखे से लटके पंकज का शव दिखा, और अंदर कमरे में रीना का शव भी फंदे से झूलता हुआ मिला।
पुलिस की कार्रवाई
एसीपी सलोनी अग्रवाल ने बताया कि सुसाइड नोट में आग का जाच जारा
एसीपी ने कहा कि मामले की जांच के आधार पर दंपती को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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