गाजियाबाद के मोदीनगर गांव आबिदपुर मानकी में मजार और शिवलिंग के रास्ते को अलग करने को लेकर दोनों समुदायों के बीच सहमति बन गई। इस मामले में देर रात तक निर्माण कार्य चलता रहा, जिसके तहत मजार और शिवलिंग के रास्ते को अलग-अलग करने का काम किया गया।
शिवलिंग का रास्ता अलग करने को लेकर हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने दो दिनों तक हंगामा किया। गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। गांव में स्थित कब्रिस्तान परिसर में एक मजार और शिवलिंग दोनों मौजूद हैं। हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और नारेबाजी करते हुए यह मांग की कि शिवलिंग का रास्ता मजार से अलग किया जाए। उन्होंने शिवलिंग पर पूजा अर्चना भी की। हंगामा बढ़ने की सूचना पर उपजिलाधिकारी डॉ. पूजा गुप्ता और एसीपी मोदीनगर ज्ञानप्रकाश राय मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया। इसके बाद, कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा और वापस लौट गए।
इस मुद्दे को लेकर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उपजिलाधिकारी ने तहसील परिसर में दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों को बुलाकर एक घंटे तक बैठक की। इस बैठक के बाद, दोनों पक्षों ने मजार और शिवलिंग के रास्तों को अलग करने पर सहमति व्यक्त की। मजार की दीवार तोड़कर शिवलिंग तक जाने का नया रास्ता बनाने का काम शुरू कर दिया गया, और देर रात तक निर्माण कार्य चलता रहा।
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