गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात महिला इंस्पेक्टर अनीता और उनके पति नेत्रपाल के खिलाफ गोविंदपुरम निवासी शिवांगी अग्रवाल ने कविनगर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि दोनों ने किटी पार्टी (कमेटी) के नाम पर 150 से अधिक लोगों से लाखों रुपये की ठगी की। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि राशि 11.26 लाख की है, जब उन्होंने अपनी राशि वापस मांगी, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।
कैसे हुई ठगी?
शिवांगी अग्रवाल ने बताया कि अनीता यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर हैं और अपने पति नेत्रपाल के साथ "भूमि किटी पार्टी" नाम से कमेटी चलाती थीं। उनका परिचय अनीता और नेत्रपाल से हुआ, जिन्होंने भरोसा दिलाया कि एक हज़ार रुपये 15 महीने तक जमा करने पर 16वें महीने में ब्याज सहित पूरी राशि लौटा दी जाएगी। इस आश्वासन पर शिवांगी ने 2021 की शुरुआत में खुद भी कमेटी में पैसे डालना शुरू किया और 150 से ज्यादा रिश्तेदारों व परिचितों को भी इसमें शामिल किया।
16 महीने बाद भी राशि नहीं मिली,तब किया विरोध
जब 16 महीने पूरे हो गए और किसी को भी पैसे वापस नहीं मिले, तो लोगों ने तकादा करना शुरू किया। इसके जवाब में अनीता और उनके पति ने पहले बहाने बनाए और बाद में धमकी दी कि वे पुलिस अधिकारी हैं और किसी को भी जेल भिजवा सकते हैं। कई लोगों को जान से मारने की धमकी भी दी गई।
शिकायत और जांच
शिवांगी ने मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की। एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि अनीता के खिलाफ पहले भी इसी तरह के आरोपों की जांच चल चुकी है। फिलहाल साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
गिरोह की साजिश
शिवांगी ने यह भी खुलासा किया कि अनीता और नेत्रपाल ने रुपये एकत्र करने के लिए एजेंट नियुक्त कर रखे थे और एक कार्यालय भी बनाया था। ठगी के बाद कार्यालय बंद कर दिया गया। एजेंटों को तनख्वाह दी जाती थी। जांच में यह भी सामने आया है कि उन्होंने जिले के बाहर भी इसी तरह का गिरोह चलाया। सरकारी अधिकारी होने के कारण कई लोग उनके झांसे में आ गए।
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