नो पार्किंग में खड़ी कार छोड़ने के लिए रिश्वत लेने का आरोप
गाजियाबाद: इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र में नो पार्किंग में खड़ी कार को छोड़ने के बदले तीन हजार रुपये लेने के आरोप में यातायात पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल अश्वनी कुमार को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई प्रारंभिक जांच के बाद की गई।
क्या है मामला?
15 नवंबर को वैशाली सेक्टर-1 निवासी सिविल इंजीनियर की पत्नी ममता गर्ग अपनी कार लेकर हैबिटेट सेंटर गई थीं। उन्होंने कार नो पार्किंग में खड़ी की, जिसे यातायात पुलिस ने क्रेन से उठा लिया। आरोप है कि कार छोड़ने के लिए हेड कॉन्स्टेबल अश्वनी कुमार ने तीन हजार रुपये मांगे।
ममता गर्ग ने शिकायत में बताया कि उन्होंने दो हजार रुपये नकद दिए और पास की एक सोसायटी के गार्ड के खाते में 1050 रुपये ट्रांसफर किए। इसके बावजूद उन्हें रसीद नहीं दी गई। बाद में उनके मोबाइल पर 500 रुपये का चालान कटने का संदेश भी आया।
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अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त यातायात पीयूष सिंह |
जांच के बाद निलंबन
मामले की शिकायत अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त यातायात पीयूष सिंह तक पहुंची, जिन्होंने जांच सहायक पुलिस आयुक्त को सौंपी। प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर हेड कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया है और विभागीय जांच शुरू हो गई है।
रिश्वत की शिकायत कहां करें?
अगर कोई सरकारी अधिकारी रिश्वत मांगता है, तो आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं:
एंटी करप्शन ब्यूरो: 1064 या 1800-180-2022
भ्रष्टाचार निवारण संगठन उत्तर प्रदेश: 9454402484
डीजी विजिलेंस हेल्पलाइन: 9454401862
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