साहिबाबाद: शादी समारोह में आतिशबाजी के कारण प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने सख्त चेतावनी जारी की है। गुरुवार को विभाग ने कहा कि यदि किसी भी शादी समारोह में आतिशबाजी होती पाई गई, तो संबंधित बैंक्वेट हॉल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह कदम प्रदूषण से बिगड़ती हवा की गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है।
इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है, और हर दिन घुड़चढ़ी और चढ़त के दौरान आतिशबाजी हो रही है, जिससे हवा में जहरीले कणों की मात्रा बढ़ रही है।
ग्रैप 4 के नियमों का उल्लंघन
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विकास मिश्रा ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण के लागू होने के बावजूद आतिशबाजी का सिलसिला जारी है। इससे न केवल प्रदूषण बढ़ रहा है, बल्कि हवा की गुणवत्ता और खराब हो रही है।
उन्होंने बैंक्वेट हॉल संचालकों को निर्देश दिए हैं कि शादी समारोह में आतिशबाजी को पूरी तरह रोका जाए। अगर आतिशबाजी होती पाई गई, तो इसे बैंक्वेट हॉल संचालक की जिम्मेदारी मानते हुए उन पर कार्रवाई की जाएगी।
विशेष टीम करेगी निगरानी
प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने निरीक्षण के लिए एक विशेष टीम गठित की है। यह टीम रात में बैंक्वेट हॉल का दौरा करेगी और शादी समारोह में आतिशबाजी पर नजर रखेगी। यदि कहीं नियमों का उल्लंघन पाया गया, तो टीम तुरंत कार्रवाई करेगी।
साथ ही, बैंक्वेट हॉल संचालकों को हिदायत दी गई है कि वे बुकिंग के समय ही यह शर्त स्पष्ट कर दें कि शादी समारोह में आतिशबाजी की अनुमति नहीं होगी।
बिगड़ रही हवा की गुणवत्ता
बृहस्पतिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 240 दर्ज किया गया, जो बुधवार के 216 से 24 अंक अधिक है। शहर के चारों वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग स्टेशनों पर हवा सांस लेने लायक नहीं रही। अक्तूबर और नवंबर के दौरान हवा की गुणवत्ता लगातार खराब रही है, और कोहरे के कारण स्थिति और गंभीर हो गई है।
समाज से सहयोग की अपील
प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने जनता से भी अपील की है कि वे अपने समारोहों में आतिशबाजी से बचें और पर्यावरण की रक्षा में सहयोग करें।
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