गाजियाबाद। इंदिरापुरम की एक बुजुर्ग महिला को साइबर अपराधियों ने डिजिटल गिरफ्तारी (Digital Arrest) का डर दिखाकर 20 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों ने महिला को व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के नाम का इस्तेमाल कर धमकाया और पैसे ट्रांसफर करवाए।
बेटी से बात करने पर भी लगाई पाबंदी
महिला ने अपनी बेटी से बात करने की कोशिश की तो आरोपियों ने धमकी दी कि डिजिटल अरेस्ट के दौरान वह किसी से संपर्क नहीं कर सकतीं। ठगों ने 20 लाख रुपये ठगने के बाद 29 लाख रुपये और ट्रांसफर करने का दबाव बनाया। हालांकि, दूसरी बार बैंक कर्मचारियों की सूझबूझ से महिला ठगी का शिकार होने से बच गईं।
10 नवंबर को आया पहला कॉल
इंदिरापुरम की शिप्रा सनसिटी में रहने वाली लज्जा बगाई को 10 नवंबर को एक व्हाट्सएप वीडियो कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बताया और कहा कि उनका मोबाइल नंबर मनी लॉन्ड्रिंग जांच में शामिल है। आरोपी ने धमकाया कि उनका आधार नंबर भी इस घोटाले में आया है और जांच के दौरान उनका नंबर बंद किया जा सकता है।
गिरफ्तारी का डर दिखाकर मांगी जानकारी
कुछ समय बाद दूसरा वीडियो कॉल आया। इस बार दो लोग कॉल पर जुड़े थे। इनमें से एक ने खुद को सीबीआई इंस्पेक्टर बताया और कहा कि अगर महिला ने कॉल काटी तो उनका गिरफ्तारी वारंट तुरंत जारी हो जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के जज के नाम पर ठगी
अगले दिन सुबह ठगों ने दोबारा फोन कर बताया कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ वीडियो कॉल के जरिए उनका मामला सुनेंगे। महिला से कहा गया कि कोर्ट की सुनवाई के लिए वह घर पर ही रहें। कॉल के दौरान फर्जी न्यायाधीश ने महिला को एक कोर्ट नोटिस भेजा, जिसमें उनके बैंक खाते का मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल होने की बात लिखी थी।
20 लाख रुपये ट्रांसफर किए
आरोपियों ने महिला को डराते हुए कहा कि बैंक की धनराशि को जांच के लिए बताए गए खाते में ट्रांसफर करना होगा। महिला ने डर के कारण बैंक जाकर 20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
बैंककर्मियों ने दूसरी ठगी से बचाया
12 नवंबर को ठगों ने महिला से 29 लाख रुपये और ट्रांसफर करने की मांग की। महिला बैंक पहुंच गईं, लेकिन बैंककर्मियों को शक हुआ। जब उन्होंने पूरा मामला समझा तो महिला को ठगी की जानकारी दी और तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी।
पुलिस ने केस दर्ज किया
महिला ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि पीड़िता के पति स्वास्थ्य विभाग में अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हुए थे और उनकी मृत्यु हो चुकी है। उनकी दो बेटियां हैं, जो बाहर रहती हैं। पुलिस अब ठगी में इस्तेमाल किए गए बैंक खाते और आरोपियों की जानकारी जुटा रही है।
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