गाजियाबाद। सौरव दीक्षित। वेव सिटी पुलिस ने गाजियाबाद, हापुड़, आगरा में तैनात तीन पुलिसकर्मियों के साथ मेरठ के एक सपा नेता और दो अन्य आरोपितों को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है।
डीसीपी देहात एसएन तिवारी ने बताया कि आरोपितों में से एक पीड़ित मोहम्मद शादाब निवासी न्याय खंड का जीजा मोहतरम निवासी लोहियानगर जिला मेरठ है। उसने अपने पिता मोहम्मद आरिफ व दोस्त नदीम निवासी असीलपुर जिला मेरठ, हापुड़ में कार्यरत सिपाही अनिल कुमार, आगरा में तैनात सिपाही सचिन कुमार और गाजियाबाद के अंकुर विहार में तैनात सिपाही संजय कुमार के साथ मिलकर धोखाधड़ी की साजिश रची थी।
पूरे मामले का मास्टरमाइंड निकला जीजा मोहतरम
पुलिस जांच में पता चला, इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड मोहतरम है। वह मुकदमा दर्ज कराने वाले शादाब का जीजा लगता है। दरअसल, मोहतरम को यह बात पता थी कि उसके साले शादाब और मेहराज के पास काफी पैसा है। मोहतरम के दिमाग में ये पैसा हड़पने का प्लान आ गया। उसने शादाब और मेहराज को झांसा दिया कि वो ऐसे लोगों को जानता है, जो भारतीय करेंसी निवेश करवाकर उसके बदले दोगुनी दुबई करेंसी देते हैं।
जल्द अमीर बनने की चाहत और जीजा के भरोसे में शादाब-मेहराज ने साढ़े 8 लाख रुपए एक्सचेंज करने के लिए तैयार हो गए। मोहतरम ने शादाब से ये भी कहा कि वह खुद भी अपने 4 लाख रुपए एक्सचेंज कराएगा। इसलिए शादाब-मेहराज को और ज्यादा भरोसा हो गया।
इसके बाद मोहतरम ने पैसा ठगने के लिए इस गैंग में अपने पिता मोहम्मद आरिफ और अपराधी किस्म के नदीम सहित 3 पुलिसकर्मियों को शामिल किया। नदीम और तीनों पुलिसकर्मी 28 अगस्त को पैसा एक्सचेंज करने के बहाने पहुंचे। इसके बाद साढ़े 12 लाख रुपए कैश के दो पैकेट लेकर फरार हो गए। बाद में मोहतरम खुद पीड़ित बनकर पुलिस को गुमराह करता रहा। आरोपियों में नदीम खुद को सपा नेता भी बताता है।
घटना में 3 पुलिस कर्मी भी शामिल
शुक्रवार को DCP सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया- इस घटना में कुल 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें 3 UP पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल हैं। गिरफ्तार सिपाहियों में गाजियाबाद में डायल- 112 पर तैनात संजय, आगरा में तैनात सचिन शर्मा और हापुड़ में तैनात अनिल शामिल हैं। इनके अलावा मेरठ के लोहिया नगर में रहने वाले डॉ. मोहतरम, आरिफ और किठौर निवासी नदीम की गिरफ्तारी हुई है।
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