थाना इन्दिरापुरम पुलिस टीम द्वारा फर्जी काल सेंटर संचालन कर विदेशी लोगो को झांसा देकर साइबर फ्राड करने वाले 07 अभियुक्त गिरफ्तार, कब्जे से 11 मोबाइल फोन, 02 लैपटॉप , 02 हैडफोन , 01 लैपटॉप चार्जर व 17,79,800/- रुपये बरामद
गाजियाबाद की थाना इंदिरापुरम पुलिस ने 07 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो अलग-अलग ऐप के माध्यम से विदेशी लोगों को ठगा करते थे। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि यह लोग विदेशियों की लैपटॉप और मोबाइल को अपने कंट्रोल में लेने के बाद उनके बैंक अकाउंट से गिफ्ट वाउचर में पैसा ट्रांसफर कर लेते थे। हैरानी की बात यह है कि आरोपी असम, बिहार, दिल्ली, उड़ीसा, जम्मू और यूपी के हैं।
डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना इंदिरापुरम के शक्ति खंड इलाके में एक फ्लैट में अवैध रूप से कॉल सेंटर चल रहा है। पुलिस ने सूचना पर जब रेड की तो वहां उनको सात लोग मिले। पुलिस ने उनके कब्जे से करीब 18 लाख रुपए 11 मोबाइल फोन दो लैपटॉप हेडफोन आदि बरामद किया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि यह सभी लोग फर्जी कॉल सेंटर चलाते थे। कई देशों के निवासियों से यह स्काइप पर बात कर ANYDESK या ULTRA VIEWER या अन्य एप के माध्यम से विदेशियों के कंप्यूटर या फोन अपने कंट्रोल में ले लेते थे। उसके बाद उनकी बैंक डिटेल्स प्राप्त करने के बाद उनके लैपटॉप या मोबाइल फोन के माध्यम से धोखे से गिफ्ट वाउचर में पैसा ट्रांसफर ले लेते थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि इनकी कोई रजिस्टर्ड फर्म नहीं है।
यह लोग कई देशों के नागरिकों को टेक्निकल सहायता प्राप्त करने के नाम पर पैसा ठगा करते थे। जांच में यह भी सामने आया है कि विदेशियों का डेटाबेस लेकर उनको पॉप अप और बल्क मैसेज के माध्यम से संपर्क करते थे। यह लोग विदेशियों के कंप्यूटर लैपटॉप प्रिंटर मोबाइल आदि में समस्या बताकर उसे ठीक करने के नाम पर भी पैसा लिया करते थे।
पकड़े गए आरोपियों में से असम निवासी राजेश दास, बिहार निवासी देवव्रत, उड़ीसा निवासी देवी प्रसाद, जम्मू निवासी अमित राजदान, दिल्ली निवासी विशाल और मनीष पांडे और यूपी के बिजनौर निवासी अतुल हैं।