गाजियाबाद में मधुबन बापूधाम थाने के पूर्व एसओ नीरज तोमर और सब इंस्पेक्टर कुशल कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने धर्मांतरण की शिकायत को फ्रॉड की धाराओं में दर्ज किया। जब दूसरे थाने की पुलिस ने मौलवी को गिरफ्तार कर धर्मांतरण का पर्दाफाश किया, तब पुलिस के इस कारनामे का पता चला । इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों पर विभागीय जांच भी आरंभ कर दी गई है।
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आरोपी मौलवी सरफराज |
चार दिन पहले 24 नवंबर 2023 को थाना नंदग्राम पुलिस ने मौलवी सरफराज को मतांतरण कराने के मामले में गिरफ्तार किया था ।मोलवी पर आरोप था कि आरोपित झाड़-फूंक कर बीमारी दूर करने का दावा कर हिंदू परिवार के बीमार लोगों को अपने जाल में फंसाता था, उसके बाद उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करता था। मौलवी के खिलाफ एक दिन पहले ही महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी। महिला का आरोप है कि बीमारी से मुक्ति दिलाने के नाम पर मौलवी ने उन पर धर्मांतरण का दबाव डाला था । घर से सारे हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियों को हटवा दिया था । इसके बाद मौलवी ने महिला और उनके बच्चों का धर्म परिवर्तन करा दिया।
नंदग्राम थाना पुलिस की कार्रवाई से पहले इस महिला ने एक नवंबर 2022 को थाना मधुबन बापूधाम में ठीक यही शिकायत की थी। लेकिन पुलिस ने यहां धर्मांतरण की शिकायत को फ्रॉड की धाराओं में दर्ज किया । पांच दिन की जांच के बाद पुलिस ने मौलवी से धोखाधड़ी की धाराएं भी हटा दी।अब कमिश्नर से शिकायत के बाद आरोपित को पकड़ा गया.
पीड़ित महिला के बेटों ने इसकी शिकायत पुलिस के आला अफसरों से की। उन्होंने इसकी जांच एसीपी कविनगर से कराई। जिसमें आरोप सही साबित हुए। जिसके बाद अब मधुबन बापूधाम के तत्कालीन एसओ नीरज तोमर जो कि कोर्ट मॉनिटरिंग सेल के प्रभारी है और तत्कालीन आईओ दरोगा कुशल कुमार जो कि खोड़ा मैं तैनात थे ,सस्पेंड कर दिया गया है।