पुलिस चौकी ले जाकर चोरों को लूटा... दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार
शालीमार गार्डन थाने में तैनात सिपाही इंद्रजीत और मुख्य आरक्षी (एचसीपी) धीरज चतुर्वेदी ने दो चोरों से 3.60 लाख रुपये लूट लिए। इसका पता चलने पर कराई गई जांच में लूट की पुष्टि होने पर शुक्रवार रात करीब 11 बजे दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। वर्दी पर दाग लगाने वाली यह घटना 27 मई की है। इसका पता तब चला जब 19 जुलाई को दिल्ली में चोर पकड़े गए। चोरों ने बताया कि चोरी की गई रकम उनके पास नहीं है। यह रकम उनसे गाजियाबाद की डीएलएफ चौकी के पुलिसकर्मियों ने लूट ली। चोरों ने 25 मई की रात भजनपुरा में आलोक शर्मा के घर चोरी की थी। दिल्ली पुलिस को चोरी के दौरान की फुटेज मिल गई। इससे चोरों का पता चल गया। चोरों को पकड़ लिया। चोरी गई रकम के लूट लिए जाने का पता चलने पर आलोक शर्मा डीसीपी ट्रांस हिंडन के पास पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनके घर से चोर जो रकम चोरी कर ले गए थे, उसे डीएलएफ चौकी के दो पुलिसकर्मियों ने लूट लिया। इस पर जांच-पड़ताल शुरु कर दी गई। पुलिस ने चोरों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि वे चोरी की रकम से जूते खरीदने के लिए डीएलएफ कालोनी गए थे। वहां एक युवक से कहासुनी हो गई। उसने फोन करके पुलिस बुला ली। पुलिसकर्मी आए और उन्हें चौकी ले गए। वहां उनकी तलाशी ली। उनके पास चोरी की रकम के 3.60 लाख रुपये थे। पुलिसकर्मियों ने पूरी रकम छीन ली और धमकी देकर भेजा कि अगर यहां दोबारा नजर आए तो संगीन धारा लगाकर जेल भेज दिए जाओगे। इस पर वे चले गए।
जांच अधिकारी ने डीएलएफ कालोनी की सीसीटीवी फुटेज देखी। चौकी पर पड़ताल की। इससे साफ हो गया कि लूट सिपाही इंद्रजीत और मुख्य आरक्षी ( एचसीपी ) धीरज चतुर्वेदी ने की है। एसीपी ने पूरे मामले की रिपोर्ट शुक्रवार को उच्च अधिकारियों को सौंप दी।
डीसीपी विवेक चंद का कहना है कि मुख्य आरक्षी धीरज चतुर्वेदी और आरक्षी इंद्रजीत को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ चल रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर शालीमार गार्डन थाना प्रभारी रवि शंकर पांडे की ओर से लूट की धारा में केस दर्ज किया गया है।
लूट की रकम बरामदगी का प्रयास
दोनों पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस का प्रयास लूट की रकम बरामद करने का है। दोनों से देर रात तक पूछताछ चलती रही। काफी देर तक दोनों यह कुबूल करने के लिए ही तैयार नहीं हुए कि उन्होंने लूट की। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सख्ती से पूछताछ होते ही एक पुलिसकर्मी ने कहा कि उसे कानूनी सलाह के लिए वकील चाहिए।
लूट में जेल गया था दरोगा
जिले में पुलिसकर्मियों ने यह पहली लूट नहीं की है। इससे पहले भी कई पुलिसवाले लूट के जुर्म में जेल जा चुके हैं। 24 फरवरी 2022 को भोजपुर थाने में तैनात दरोगा परविन्दर को गिरफ्तार किया गया था। उस पर छह बदमाशों के साथ मिलकर 22 लाख की लूट करने का केस दर्ज हुआ था। जुआरी और सटोरियों से पैसे छीनने के आरोप भी पुलिसवालों पर कई बार लगे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें