गाजियाबाद में निकाय चुनाव में महिला सीट जीतकर घर बैठीं काफी महिला पार्षद,बैठक में अटेंडेंस लगा रहे पति
एक तरफ नारी सशक्तिकरण की बाते की जाती है दूसरी तरफ विजयि महिला पार्षद चुनाव जीतने के बाद बैठक में नहीं उपस्थित मिलती।उनकी जगह उनके पति या घर का कोई सदस्य मिलता है।इस तरह उनके अधिकार पर पतियों का कब्जा होने देने से समाज में क्या असर पड़ेगा इसके बारे में भी सोचा जाना आवश्यक जरूरी है।
महापौर सुनीता दयाल ने रविवार को बुलाई बैठक
रविवार को नवनिर्वाचित महापौर सुनीता दयाल ने सभी पार्षदों के साथ एक बैठक का आयोजन नगर निगम कार्यालय में किया।
उनका उद्देश्य पार्षदों से उनके क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जानकारी करना और यदि कोई गंभीर समस्या हो तो उसका संज्ञान में लेकर जल्द निस्तारण कराना था। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सभी पार्षद अपने वार्ड के लोगों को गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग इकट्ठा करने के लिए जागरूक करें, जिससे कि कूड़ा निस्तारण की समस्या न हो।
महिला पार्षदों की जगह ये लोग रहे मोजूद
वार्ड संख्या- 61 से महिला पार्षद शिल्पा चौधरी के पति आशीष चौधरी, वार्ड संख्या- 93 में सिमरन मलिक के पति आरिफ मलिक, वार्ड संख्या - 48 मिर्जापुर से महिला पार्षद साजिदा के परिवार के सदस्य आसिफ, वार्ड संख्या - 16 में पार्षद नीलम की जगह उनके पति , वार्ड संख्या 11 में महिला पार्षद छाया त्यागी के पति संजय त्यागी, कविनगर में वार्ड संख्या - 62 से महिला पार्षद मनु डबास के पति अमित डबास और वार्ड संख्या 30 से महिला पार्षद रीना के पति ओमवीर और वार्ड संख्या 82 जवाहर पार्क से महिला पार्षद किरण राघव के पति कालीचरण पहलवान बैठक में पहुंचे।
चुनाव के वक्त नेताओं के द्वारा नारी सशक्तीकरण को लेकर खूब दावे किए गए थे। इन दावों की पोल खुलती नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक से नजर आरही है।
महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि जब बोर्ड बैठक होगी तो उनकी उपस्थिति होना जरूरी है, महिला पार्षदों को ही बैठक में आना पड़ेगा।