गाजियाबाद के नाबालिग का ऑनलाइन धर्मांतरण:जिम के बहाने 5 वक्त की नमाज पढ़ने जाता था मस्जिद
गाजियाबाद में जैन परिवार के नाबालिग लड़के का धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। वह घर से पांच बार जिम के नाम पर निकलता था और मस्जिद में नमाज पढ़ने जाता था। गैजेट्स की जांच से पता चला है कि वह मुंबई के एक व्यक्ति के संपर्क में आया था। इसके बाद वह जाकिर नाइक से भी प्रभावित था।
किशोर ने अपने पिता से इस्लाम धर्म अपनाने की बात कबूल किया है। पिता ने मामले में मस्जिद के मौलवी और मुंबई के व्यक्ति पर उप्र विधि-विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम-2021 के तहत थाना कविनगर में मंगलवार को FIR दर्ज कराई है।
'बेटे से पूछा, तो बताया इस्लाम अन्य धर्म से बेहतर'
राजनगर निवासी पीड़ित पिता ने बताया, 'मेरा नाबालिग बेटा पिछले कुछ वक्त से परिवार के साथ अजीब-अजीब तरह का व्यवहार कर रहा है। वह घर से पांच बार जिम करने की बात कहकर निकल जाता था और कई-कई घंटे बाद वापस आता था। मुझे जब शक हुआ तो मैंने उसका पीछा किया।
पता चला कि वह संजय नगर सेक्टर-23 की मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जाता है। ये देखकर मेरी पैरों तले जमीन खिसक गई। मैंने इस बारे में फिर अपने बेटे से बात की। उसने इस्लाम को अन्य धर्म से बेहतर बताया और कहा कि वह मन से इस्लाम धर्म को स्वीकार कर चुका है। मैंने जब बेटे के मोबाइल-लैपटॉप की जांच की, तो उसमें इस्लाम धर्म से जुड़ी ढेरों सामग्रियां मिली।'
दो साल पहले कम्प्यूटर पार्ट बेचने के दौरान हुआ था संपर्क
पीड़ित पिता के अनुसार, इस जांच में मुझे ये भी पता चला कि मेरे बेटे की दोस्ती ऑनलाइन गेमिंग के जरिए BADDO नामक व्यक्ति से हुई जो मुंबई का रहने वाला है और मुस्लिम है। करीब 2 साल पहले उस व्यक्ति ने मेरे बेटे को कम्प्यूटर के कुछ पार्ट बेचे थे। जिसका ऑनलाइन पेमेंट 20 हजार रुपए उक्त व्यक्ति के खाते में 26 जुलाई 2021 को भेजा गया था। तब से ही मेरा बेटा उसके प्रभाव में है। मैंने जब अपने बेटे के मोबाइल की कॉल हिस्ट्री देखी तो पता चला कि वो मुंबई वाले व्यक्ति से कई-कई घंटे बातचीत भी करता है। और भी कई ऐसे नंबर हैं, जिन पर मेरे बेटे की लगातार बातचीत होती रहती है।
पीड़ित पिता ने कहा, 'मेरा बेटा नाबालिग है, जो अपना बुरा-भला समझने में पूरी तरह असमर्थ है। इन लोगों ने बेटे को बहला-फुसलाकर उसका धर्म परिवर्तन कर लिया है। मुझे डर है कि बेटे का उपयोग देश विरोधी गतिविधियों में किया जा सकता है। मुझे पता चला है कि ये सब लोग मिलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गैंग चला रहे हैं।
इसमें संजय नगर सेक्टर-23 की मस्जिद की संलिप्तता होने की पूरी संभावना है। मैं जब मस्जिद पर गया तो वहां मुझे किसी ने ठोस जवाब नहीं दिया। मेरा बेटा इस जाल में इस कदर फंस चुका है कि अब वह ये कहता है कि अगर उसे किसी ने घर से निकाला तो मस्जिद में जाकर रह लेगा, उसकी मौलवी से बात भी हो चुकी है।'
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