अधिवक्ता की गिरफ्तारी के विरोध में अधिवक्ताओं ने आज मंगलवार को कलेक्ट्रेट के सामने हापुड़ रोड जाम कर दिया है। इससे हापुड़ रोड पर वाहनों की लंबी कतारे लग गई हैं। लोगों की परेशानी को देखते हुए पुलिस ने रूट डायवर्ट कर दिया है। देखे वीडियो
अधिवक्ता मामले में को लेकर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिवक्ता अपनी मांगों को लेकर जमकर हंगामा कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस दौरान कुछ मीडियाकर्मियों से भी बदसलूकी की गई है। फोटो लेने पर कई मीडियाकर्मियों के मोबाइल फोन तोड़े गए हैं।
कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मियों पर वकीलों ने थप्पड़ बरसाए, कैमरामैन का मोबाइल तोड़ डाला। फिलहाल वकील कचहरी परिसर में धरने पर बैठे हैं। उनकी मांग है कि हिरासत में लिए साथी वकील को छोड़ा जाए और फर्जी मुकदमा खत्म किया जाए। बढ़ते हंगामे को देखते हुए पुलिस ने कचहरी परिसर और आस-पास के इलाके को छावनी बना दिया है।
थाना प्रभारी बोले- दरोगा की वर्दी फाड़ी गई
निवाड़ी थाना क्षेत्र के भनेड़ा गांव में 14 मई को गोलू नामक व्यक्ति ने गांव के रहने वाले वकील पवन त्यागी ने लूट की जानकारी पुलिस को दी। लूट करने का आरोप शैंकी पर था। पुलिस मौके पर पहुंची तो मामला लूट की बजाय झगड़े का माना। निवाड़ी थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सब इंस्पेक्टर गौरव कुमार और तीन कॉन्स्टेबल मौके पर पहुंचे। उन्होंने लूट की झूठी सूचना देने के आरोप में वकील पवन त्यागी, गोलू और शैंकी को हिरासत में ले लिया। तभी गांव वाले इकट्ठा हो गए और पुलिस पर हमला कर दिया। दरोगा की वर्दी भी फट गई। जिसके बाद पुलिस ने वकील पवन त्यागी को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
दरअसल, 15 मई को बार एसोसिएशन गाजियाबाद ने एक बैठक की पुलिस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। कार्रवाई के विरोध में वकील सोमवार को दिनभर हड़ताल पर रहे थे। मंगलवार सुबह जैसे ही वकील कचहरी में पहुंचे। उन्होंने दोबारा से प्रोटेस्ट शुरू कर दिया है। फिलहाल कचहरी के मुख्य मार्ग पर वकील डेरा डालकर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि जब तक साथी वकील पवन त्यागी को नहीं छोड़ा जाएगा, तब तक वे हड़ताल पर नहीं लौटेंगे। पुलिस ने कचहरी परिसर और आस-पास के इलाके को छावनी बना दिया है।
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