गाजियाबाद, सच्चा युग संवाददाता। गाजियाबाद जिले के फर्रूखनगर में शनिवार रात पटाखा गोदामों पर छापा मारने गई पुलिस टीम पर हमला हो गया। कार्रवाई के विरोध में वहां मौजूद लोगों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। इस हमले में मुख्य आरक्षी राजीव कुमार और आरक्षी हेमंत शर्मा घायल हुए हैं।
पुलिस की गाड़ी में भी तोड़फोड़
वहीं, वहां पर मौजूद लोगों ने पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ भी। इसके बाद सूचना पर मौके पहुंचे अतिरिक्त पुलिस बल ने कार्रवाई करते हुए 14 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा गाजियाबाद पुलिस ने 50 से अधिक लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। मौके से भारी मात्रा में पटाखा व आतिशबाजी के सामान बरामद हुए हैं।
गिरफ्तार हुए लोग
आजाद, आरिफ, दिलशाद, जमशेद, शाहिद, परवेज, इस्माइल, शेरखान, मोहम्मद साजिद, इरफान, मुस्तकीम, अरमान व समीम।
प्रतिबंध भी नाकाम
प्रतिबंध के बावजूद दीवाली पर दिल्ली-एनसीआर में खूब पटाखे फोड़े जाते हैं और जमकर आतिशबाजी होती है। इस समय यहां पटाखों की खपत बढ़ जाती है। इसी का नतीजा है कि यहां पटाखा बिकना शुरू हो गया है। जैसे - जैसे दीवाली नजदीक आती जाएगी बिक्री बढ़ती जाएगी।
अवैध पटाखों के नाम से बदनाम है फर्रूखनगर
फर्रूखनगर एक बार फिर बारूद के ढेर पर बैठा है। बड़े पैमाने पर पटाखे बन चुके हैं। पुलिस के पास पक्की खबर है लेकिन मुकम्मल कार्रवाई नहीं हो पा रही है। जैसे ही पुलिस जाती है, विरोध हो जाता है और यह पहली बार नहीं है। 1990 से यहां पटाखे बनाए जा रहे हैं।अप्रैल 2017 में यहां पटाखा बनाते हुए एक गोदाम के अंदर दर्दनाक हादसा हुआ था जिसमें पप्पू (55), समीर (40), रफीक (60), अशफाक (40) और कुतुबद्दीन (40) अपनी जान गवां बैठे थे। इसके बाद भी पुलिस इस अवैध कारोबार को बंद नहीं करा पाई। यहां बगैर लाइसेंस के पटाखे बनाए जाते हैं, उनका भंडारण किया जाता है और दिल्ली-एनसीआर में भेजे जाते हैं।
यह हो चुकी कार्रवाई
01 अक्तूबर 2021- 90 लाख रुपये के पटाखे बरामद। नाजिम, नजमु्द्दीन व जाकिर पर रिपोर्ट दर्ज
07 जुलाई 2020 - अनवर के घर से एक करोड़ के अवैध पटाखे बरामद
11 नवंबर 2020 - गोदाम व फैक्टरी से 50 लाख के पटाखे बरामद।
06 नवंबर 2020 - एक गोदाम से 25 बोरी पटाखे बरामद
11अक्तूबर 2020 - डेढ़ करोड़ के पटाखे बरामद
26 अक्तूबर 2019- 40 लाख के पटाखे बरामद
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