थाना इंदिरापुरम : रिश्ते मानवीय भावनाओं का प्रतीक होते है। एक ओर जहां हमारे जीवन में कुछ रिश्ते खून के होते है वही कुछ रिश्ते भावनाओं से बने होते है जो कभी-कभी खून के रिश्तों से भी ज्यादे महत्वपूर्ण होते है। रिश्तों के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा हो जायेगा वास्तव में रिश्तों का कोई दायरा नही होता। एक रिश्ता प्रेम तथा विश्वास पर आधारित होता है, जिसे हम अपने कार्यों द्वारा सींचते है.
रिश्तो को तार तार करने वाली घटना इंद्रापुरम मैं सामने आई है .जहा बड़े भाई प्रीतम अहिरवार जो की बरखेरा चैन मध्य प्रदेश का निवासी की नज़र छोटे भाई की धरम पत्नी पर थी और उनकी आपस मैं बात भी होती थी . इसकी जानकारी पति और परिवार को हो गई,जिसके बाद नाराज़ पति ने पत्नी का मोबाइल और बातचीत बंद कर दी। बातचीत बंद होने से ही आरोपी प्रीतम काफी परेशान हो गया था,और उसने अपने छोटे भाई की पत्नी के बच्चे को अगवाह करने की खतरनाक साजिश को अंजाम देने की योजना बना डाली .
बातचीत बंद होने से था परेशान ,उठाया ये कदम
प्रीतम इंदिरापुरम में किराए के मकान में रहकर मेहनत मजदूरी करता है। बच्चे को अगवा करने से पहले रविवार की रात वह इलाके के बरातघर में ही रुका था। इसके बाद वहीं सो गया। दोपहर से ही वह बच्चे को अगवा करने की योजना बनाने में लग गया। बातचीत बंद होने के बाद प्रीतम ने सोमवार शाम 7:30 बजे साढ़े तीन साल के भतीजे को अगवा कर लिया।माँ बाप ने आसपास गली मोहल्ले में काफी तलाश की मगर बच्चे का कुछ पता नहीं चला जिसके बाद चिंतित बच्चे के माता पिता ने अभय खंड चौकी मैं घटना की सूचना दी. अभय खंड चौकी इंचार्ज नरेश सिंह ने एसओजी टीम के साथ कॉलोनी के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किये .इंदिरापुरम पुलिस के अभय खंड चौकी इंचार्ज नरेश सिंह ने 15 घंटे के अंदर काला पत्थर के पास से बच्चे को सकुशल बरामद कर आरोपी प्रीतम को गिरफ्तार कर लिया।सख्ती से पूछताछ में बताया कि छोटे भाई की पत्नी से बोलचाल बंद होने के बाद उसपे दवाव बनाने के लिए उसने उसके बेटे को अगवा किया था।
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