हाथरस की घटना के बाद देशभर में लोगों में गुस्सा है. जहां आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है तो वहीं इस पूरे मामले में पुलिस प्रसाशन पर भी सवाल उठ रहे हैं. एबीपी न्यूज़ लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है. एबीपी न्यूज़ सवाल कर रहा है कि आखिर किस कानून के तहत मीडिया को पीड़ित परिवार से नहीं मिलने दिया जा रहा है. अब बीजेपी नेता उमा भारती ने भी यही सवाल उठाया है. उमा भारती ने कहा,' वह एक दलित परिवार की बिटिया थी. बड़ी जल्दबाज़ी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गाव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गयी है. मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नही है की एसआइटी जाँच में परिवार किसी से मिल भी ना पाये. इससे तो एसाईटी की जाँच ही संदेह के दायरे में आ जायेगी.''
इस बीच कुछ मीडियाकर्मियों ने दावा किया है कि सादे वर्दी में पुलिसवाले ने उनके साथ मारपीट की है. अब वहां बताया जा रहा है कि महिला मीडिया कर्मी से भी पुलिस मारपीट कर रहे हैं.
हाथरस की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए Sachcha yug न्यूज़ ग्राउंड पर उतरा हुआ है. देश से इंसाफ की आवाज उट रही है. पुलिस का भारी पहरा हाथरस में हैं, लेकिन इंसाफ के लिए हमारी टीम डटी हुई है.
हाथरस पीड़िता के परिवार को इंसाफ दिलाने की साथ पूरा देश आ गया है. दिल्ली, मुंबई, भोपाल, पटना, आरा, जम्मू समेत देश के कई हिस्सों में लोग घर से बाहर निकल आए हैं. लोग कैंडल जलाकर और पोस्टर लेकर इंसाफ की मांग कर रहे हैं.रेप पीड़िता के पूरे गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनाती कर दी गई है. हर रास्ते को बंद कर दिया गया है और मीडिया समेत किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं है.
हाथरस की घटना पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, जो इस लड़की के साथ हुआ, जो उसके परिवार के साथ हो रहा है, उन पर अन्याय पर अन्याय हो रहा है. इसके खिलाफ इस देश की एक-एक महिला और एक-एक पुरुष की आवाज़ उठनी चाहिए. जो भी उस लड़की के साथ किया गया उसको झेलते हुए भी सरकार की कोई मदद नहीं मिली.
हाथरस पुलिस में ओवर हालिंग की तैयारी. DM, SP से लेकर नीचे तक के कईं पुलिस प्रशासनिक अफसरों पर गिर सकती है गाज. कार्रवाई को लेकर गृह विभाग में हो रहा है मंथन. आज शाम तक बड़ी कार्रवाई सम्भव.
एडिशनल एसपी प्रकाश कुमार ने कहा, ''SIT की जांच तक मीडिया पर रोक है. एसआईटी कह देगी हमारी जांच पूरी हो गई है तो मीडिया को जाने दिया जाएगा. हमें दो बातें कहने का निर्देश दिया गया है. जब तक एसआईटी यहां काम कर रही है. अधिकारियों का बयान नोट किया जा रहा है. जांच प्रभावित नहीं हो इसलिए रोक लगाई गई है. राजनीतिक लोगों को भी आने की इजाजत नहीं है.''
हाथरस की घटना को लेकर पूरे देश में रोष व्याप्त है. जगह-जगह घटना के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे हैं.. चितास्थल से मृतका की अस्थियां तक अभी चुनी नहीं गईं हैं और हैंड सेनिटाइजर की बोतल भी वहीं पड़ी हुई है.
हाथरस गैंगरेप की घटना को लेकर हो रही आलोचनाओं के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है. इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा. आपकी उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है. यह हमारा संकल्प है-वचन है.
हाथरस पीड़िता का भाई पुलिस से छिपकर मीडिया के सामने आ गया. उसने कहा- पुलिसवाले गांव के चप्पे-चप्पे पर हैं. घरवालों को डराया जा रहा है, हमें बंधक बनाया है.
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