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गुरुवार, 30 जुलाई 2020

इन्द्रापुरम …किशोर और उसके कुत्ते को भी किआ किडनैप


एटीएस एडवांटेज सोसायटी के द्वार संख्या-तीन ए के पास से सोमवार देर रात कुत्ता टहला रहे किशोर के अगवा होने की सूचना से हड़कंप मच गया। पुलिस के आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मंगलवार सुबह पांच बजे तक छानबीन की, लेकिन घटना की तस्दीक नहीं हुई। क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एटीएस एडवांटेज सोसायटी के द्वार संख्या-तीन ए के पास कुत्ता टहला रहे किशोर को सफेद फॉ‌र्च्यूनर सवार बदमाशों ने अगवा कर लिया है। बदमाश बच्चे के ऊपर चादर डालकर उसे व कुत्ते को उठा ले गए हैं। किशोर के अगवा होने की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक नगर डॉ. मनीष मिश्र, पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अंशु जैन, इंदिरापुरम थाना प्रभारी संजीव शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज खंगाली: पुलिस अधिकारियों ने सूचना देने वाली महिला को साथ लेकर जांच-पड़ताल शुरू की। घटनास्थल के सीसीटीवी की फुटेज खंगाली। महिला ने बताया था कि गलत दिशा में आए सफेद फॉ‌र्च्यूनर सवार चार बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया है। बदमाश बाल कटाए हुए थे। पुलिस के अनुसार सीसीटीवी की फुटेज में ऐसा कुछ नहीं मिला। क्षेत्र में लगे दर्जनों सीसीटीवी की फुटेज खंगाली गई, लेकिन कुछ खास हासिल नहीं हुआ। चर्चा रही कि एटीएस एडवांटेज सोसायटी की फुटेज देखने के लिए पुलिस को करीब ढाई-तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा। नहीं मिली किसी के गायब होने की सूचना: पुलिस ने आसपास की सोसायटियों में भी सूचना देकर किशोर के गायब होने के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। आसपास की किसी भी सोसायटी से बच्चे, किशोर या युवक के गायब होने की सूचना नहीं मिली। पुलिस अधीक्षक नगर डॉ. मनीष मिश्र ने बताया है कि काफी छानबीन की गई, लेकिन घटना की तस्दीक नहीं हो सकी। चर्चाओं का बाजार गर्म: किशोर के अगवा किए जाने को लेकर मंगलवार दिन भर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। सोशल मीडिया पर किशोर के अगवा करने का संदेश वायरल होता रहा। कई लोग तो दबी जुबान यह भी कहते पाए गए कि लगता है कि किशोर अगवा किया गया है। डरवश उसके स्वजन पुलिस को सूचना नहीं दे रहे हैं। एक महिला ने किशोर के अगवा होने की सूचना दी थी। इसकी गहनता से छानबीन की गई। घटना की तस्दीक नहीं हुई है। एतियातन जांच की जा रही है।


 


इंदिरापुरम में तेज रफ्तार वैन ने 8 लोगों को मारी टक्कर


इंदिरापुरम के मकनपुर में बृहस्पतिवार दोपहर तेज रफ्तार अनियंत्रित ईको वैन ने वाहनों को रौंदते हुए आठ लोगों को टक्कर मार दी। हादसे में गर्भवती महिला, बच्चे व अन्य लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने ईको वैन में तोड़फोड़ कर चालक की पिटाई कर दी। पुलिस ने आरोपित चालक को हिरासत में लेकर वैन को कब्जे में ले लिया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में आधा दर्जन वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।







मकनपुर निवासी रमेश शर्मा अपने बेटे कपिल के साथ सुबह करीब 11 बजे बैंक जा रहे थे। उन्होंने बताया कि मकनपुर में तेज रफ्तार ईको वैन को सड़क किनारे खड़े वाहनों में टक्कर मारते देख उनके बेटे ने मोटरसाइकिल रोक दी। वह सड़क के किनारे खड़े थे। अनियंत्रित वैन ने उनकी भी मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी। रमेश के दाएं पैर में फ्रैक्चर आ गया। कपिल को भी मामूली चोटें आईं।



गर्भवती महिला को भी मारी टक्कर


रमेश को टक्कर मारने के बाद स्कूटी सवार समोद कुमार उनकी पत्नी अर्चना और बेटी अनन्या को ईको वैन ने टक्कर मार दी। समोद ने बताया कि उनकी पत्नी गर्भवती हैं। वह पत्नी को डॉक्टर के पास ले जा रहे थे। अर्चना के कमर सिर व शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आई हैं। उनकी बेटी अनन्या भी चोटिल हो गई हैं। समोद अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर चिंतित हैं। जल्द ही वह पत्नी को डॉक्टर को दिखाएंगे। हादसे में सड़क से जा रहे कंपूटर व एक अन्य युवक को टक्कर मार दी। हादसे में रमेश, अर्चना और युवक को गंभीर चोटें हैं। रमेश को पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उनके पैर का ऑपरेशन करने की बात कही है।


गुस्साए लोगों ने कार में की तोड़फोड़ 


हादसे के बाद मौके पर भीड़ लग गई। गुस्साए लोगों ने वैन में तोड़फोड़ करने के साथ चालक को भी पीटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर आरोपित चालक को हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि चालक नशे में था। फिलहाल पुलिस इसकी जांच कराने की बात कह रही है।इंदिरापुरम थाना प्रभारी निरीक्षक संजीव शर्मा ने बताया कि घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ितों की शिकायत पर मामले में रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी आकाश बिहारी पर 25,000 रुपये का इनाम किआ घोषित

गाजियाबाद एसएसपी ने सोमवार (27 जुलाई) को पत्रकार आकाश जोशी की हत्या के सिलसिले में वांछित आकाश बिहारी के ठिकाने के बारे में जानकारी देने पर 25,000 रुपये के इनाम की घोषणा की।



आकाश बिहारी पर आरोप है कि 20 जुलाई को जोशी की हत्या से पहले उसने दोबारा वारदात की। यह याद किया जा सकता है कि उसकी बेटियों के सामने ग़ाज़ीबाद के उत्तर प्रदेश में जोशी की हत्या कर दी गई थी। इनाम के अलावा, गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अदालत से गैर-जमानती वारंट भी हासिल किया है, जिसके बाद पुलिस ने शिकार को नाब बिहारी के लिए तेज कर दिया है।


विशेष रूप से, पुलिस ने मुख्य आरोपी रवि और छोटू सहित नौ लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, जोशी की हत्या में कथित रूप से शामिल थे। विजयनगर एसएचओ और प्रताप विहार चौकी इंचार्ज को भी ड्यूटी से बाहर करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।


21 जुलाई को बदमाशों द्वारा गोली मारे जाने के बाद जोशी की 22 जुलाई को मौत हो गई थी। जोशी के सिर में गोली लगी थी और उन्हें गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जोशी पर हमला गाजियाबाद के प्रताप विहार में माता कॉलोनी में हुआ। डॉक्टर के मुताबिक, जोशी के सिर में नसें गोली लगने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं।


जोशी ने एक स्थानीय अखबार में काम किया। पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के अनुसार, 4-5 दिन पहले कुछ लड़कों ने जोशी की भतीजी के साथ दुष्कर्म किया था। इस संबंध में एक शिकायत विजय नगर पुलिस स्टेशन में भी दर्ज की गई थी, लेकिन पुलिस ने आरोपी लड़कों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जोशी के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि संभावना है कि उन्हीं लड़कों ने उन पर हमला किया होगा।


गाजियाबाद में एक महीने के लिए बढ़ाई धारा 144


गाजियाबाद में 31 अगस्त तक धारा 144 लागू रहेगी। धारा 144 एक माह के लिए और बढ़ाई गई है। पहले 31 जुलाई लगाई गई थी। उल्लंघन करने वालों पर सख्ती से कार्यवाही होगी। 


जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि अगले माह त्योहार है। ईद,रक्षाबंधन जन्माष्टमी आदि और कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए जनपद में  31 अगस्त तक धारा 144 लागू की गई है। जनपद में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने और सभी त्योहार शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराने के लिए धारा 144 लागू की गई। उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति ने धारा 144 का उल्लंघन किया उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाही की जाएगी।


खुले में कुर्बानी नहीं, घरों में होगी नमाज


लॉकडाउन के बीच शनिवार को बकरीद मनाई जाएगी। इसके लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरी तैयारी कर ली हैं। बकरीद के दिन ईदगाह पर सामूहिक नमाज अदा नहीं की जाएगी। मस्जिदों में भी एक साथ केवल पांच लोग ही नमाज अदा करेंगे। प्रशासन ने भी समाज के गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर आपसी सौहार्द के साथ बकरीद मनाने की अपील की है। साथ ही खुले में कुर्बानी नहीं करने के निर्देश दिये हैं।


 इस बार ईद उल अजहा (बकरीद) के दिन साप्ताहिक लॉकडाउन होने से लोग घरों से बाहर नहीं निकल सकेंगे। ऐसे में प्रशासन ने भी धर्मगुरू और समुदाय के गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर सौहार्द के साथ त्योहार मनाने की अपील की है। साथ ही शासन से जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिये हैं। जिसमें खुले में कुर्बानी पर प्रतिबंध, सामूहिक रूप से नमाज अदा नहीं करना, कुर्बानी के बाद अवशेषों को खुले में नहीं डालना और प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी नहीं की जाएगी आदि दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की हैं।


मस्जिद में नहीं घरों में होगी नमाज अदा
साप्ताहिक लॉकडाउन और संक्रमण के चलते इस बार बकरीद के मौके पर सामूहिक रूप से मस्जिदों में नमाज अदा नहीं की जाएगी। प्रशासन और धर्मगुरूओं ने घरों में परिवार के साथ नमाज अदा करने की अपील की गई है। ईदगाह मस्जिद के संरक्षक हाजी चमन ने बताया कि सुबह छह बजे नमाज अदा की जानी शुरू होगी। सभी लोग घरों में ही नमाज अदा करेंगे। मस्जिदों में केवल पांच लोग ही नमाज अदा करेंगे।


21 साल के छात्र ने गाजियाबाद हाईवे की 22 वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी

पुलिस के मुताबिक, पीड़िता डिप्रेशन में था । हालांकि, मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। पुलिस ने कहा कि यह घटना इंदिरापुरम के अहिंसा खंड द्वितीय में एक उच्च-वर्गीय साया जेनिथ के आवासीय टावरों में से एक में हुई।


पुलिस ने कहा कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में आवासीय कॉन्डोमिनियम की 22 वीं मंजिल से सोमवार को कथित तौर पर कूदने के बाद एक 21 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, पीड़िता डिप्रेशन में थी। हालांकि, मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। पुलिस ने कहा कि यह घटना इंदिरापुरम के अहिंसा खंड द्वितीय में एक उच्च-वर्गीय साया जेनिथ के आवासीय टावरों में से एक में हुई। घटना होने पर शख्स का परिवार घर पर मौजूद था।
"हमें शाम करीब 5 बजे घटना की जानकारी मिली। जब तक हम मौके पर पहुंचे, तब तक उस आदमी के परिवार ने उसे शन गोपाल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे नोएडा के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अस्पताल में ही शव परीक्षण किया जा रहा है, ”इंदिरापुरम पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) संजीव शर्मा ने कहा।
क्षेत्र के सर्कल अधिकारी एएसपी अंशु जैन ने कहा कि पीड़ित घटना के ठीक पहले पड़ोसियों द्वारा डिप्रेशन में था।
"पड़ोसियों से बात करते समय, यह प्रकाश में आया कि वह आदमी अवसाद से पीड़ित था। उन्होंने घटना से ठीक एक महीने पहले आज उसे देखा," उसने कहा।
इस बीच, जैन ने बताया कि वह शख्स एक अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट था और जिस टावर में हादसा हुआ था, उससे अलग टावर में रहता था और निवासियों ने उसे उस टॉवर में घुसते देखा।


पड़ोसियों और सुरक्षा गार्डों ने उसे खुद से घटना के टॉवर तक पहुंचते देखा। उसका शव उसके निवास से अलग टॉवर के नीचे पाया गया था, ”उसने कहा।
प्रथम दृष्टया यह घटना पुलिस के लिए आत्महत्या के मामले की तरह प्रतीत हुई। हालांकि, पुलिस सभी कोणों की जांच कर रही है, जैन ने कहा।



दिल्ली सरकार ने डीजल पर वैट काटने का फैसला किया

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने आज से पहले कैबिनेट की बैठक में डीजल पर वैट में कटौती का फैसला किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, वैट को कम करने की घोषणा की। आज की तरह दिल्ली में डीजल की कीमत 81.94 रुपये प्रति लीटर है।
पिछले कुछ हफ्तों में, देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ी हैं। स्थिति ऐसी है कि पहली बार, दिल्ली सहित कई स्थानों पर डीजल की कीमत पेट्रोल से अधिक है।


दिल्ली में पेट्रोल की वर्तमान कीमत 80.4 रुपये प्रति लीटर है, जो डीजल की तुलना में एक रुपया और आधा कम है।
1 जून, 2020 को, दिल्ली में डीजल की कीमत 69 रुपये थी। महीने के अंत तक, यह 80 रुपये तक ज़ूम हो गया था। यह वह समय था जब पेट्रोल और डीजल ने दैनिक आधार पर मूल्य वृद्धि की रिकॉर्ड लकीर देखी थी।



जानिए- क्या छुट, क्या पाबंदी


नई दिल्लीः
गृह मंत्रालय ने अनलॉक-3 की गाइडलाइन बुधवार को जारी कर दी. गाइडलाइन के मुताबिक, रात में लोगों के आने-जाने पर पाबंदी हटा दी गई है. इसके साथ ही योग संस्थान और जिम को 5 अगस्त से खोलने की मंजूरी दे दी गई है. हालांकि, स्कूल-कॉलेज समेत शैक्षणिक संस्थानों को अभी कोई राहत नहीं मिली है और उन पर रोक जारी रहेगी. देश में कोरोना संक्रमण के मामले 15 लाख के पार पहुंच चुके हैं.


 


सिनेमा हॉल, थिएटर पर रोक जारी


 


गाइडलाइंस के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाए जा सकेंगे. इस दौरान मास्क पहनना जरूरी होगा. गाइलाइंस के मुताबिक स्कूल कॉलेज कोचिंग 31 अगस्त तक बंद रहेंगे. सिनेमा हॉल स्विमिंग पूल, थिएटर, एंटरटेनमेंट पार्क बार बंद रहेंगे.


 


योग संस्थान और जिम 5 अगस्त से खुल सकेंगे एसओपी फॉलो करने होंगे. विदेशी उड़ाने बंद रहेंगी सिर्फ सरकार द्वारा चलाई जा रही उड़ानें चलेंगी. मेट्रो बंद रहेगी. बड़े सामाजिक कार्यक्रम, राजनीतिक, खेल कार्यक्रम नहीं होंगे. 15 अगस्त के कार्यक्रम गाइडलाइंस के मुताबिक होंगे. कंटेनमेंट जोन में 31 अगस्त तक लॉकडाउन जारी रहेगा. नाइट कर्फ्यू नहीं होगा.


 


वंदे भारत मिशन के तहत उड़ान जारी


 


अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी जारी रहेगी. गाइडलाइंस में कहा गया है कि वंदे भारत मिशन के तहत सीमित तरीके से अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा की अनुमति दी गई है, अन्य अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की आवाजाही चरणबद्ध तरीके से शुरू की जाएगी.


 


कंटेनमेंट जोन में 31 अगस्त 2020 तक लॉकडाउन की पाबंदियों में किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी. बता दें कि आज कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या देश में 15 लाख के पार पहुंच गई. इनमें से 988029 मरीज ठीक हो चुके हैं और 34193 लोगों की मौत हो चुकी है.


बुधवार, 29 जुलाई 2020

क्या आप 1 अगस्त के बाद दिल्ली से यूपी में प्रवेश कर सकते हैं? यहाँ आपको पता होना चाहिए


दिल्ली-नोएडा बॉर्डर न्यूज़:


कोरोनोवायरस के मामलों में वृद्धि के साथ, गौतमबुद्धनगर जिला प्रशासन द्वारा दिल्ली-नोएडा सीमा को सील कर दिया गया है। COVID-19 को खाड़ी में फैलाने के लिए, नोएडा पुलिस दिल्ली के साथ सीमाओं पर गहन जाँच कर रही है। यह भी पढ़ें - COVID-19 वैक्सीन अपडेट: ये कोरोनावायरस वैक्सीन अभ्यर्थी चरण 3 क्लिनिकल परीक्षण तक पहुंचते हैं
जैसा कि लॉकडाउन 2 31 जुलाई को समाप्त हो रहा है और अनलॉक 3 अगस्त से शुरू होगा, क्या एक सामान्य कम्यूटर अगस्त से सीमा पार कर सकता है? यह भी पढ़ें - कसौटी ज़िन्दगी की के फेम पार्थ समथान को नियमों का उल्लंघन करने के लिए ट्रोल किया गया, अभिनेता स्पष्ट



ई-पास के बिना नो एंट्री यह भी पढ़ें- कोरोनावायरस: 717 नए मामलों के साथ, 3 महीने में मुंबई में सबसे कम स्पाइक
अपडेट के अनुसार, यात्रियों को ई-पास के सत्यापन के बिना राष्ट्रीय राजधानी से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। हालांकि, सामान्य यात्रियों के लिए सीमाओं को सील कर दिया गया है, हालांकि, यह आपातकालीन और चिकित्सा सेवाओं के लिए खुला है। लेकिन किसी भी उद्देश्य के लिए लोगों को सीमा पार करने के लिए ई-पास की आवश्यकता होती है।
कब खुलेगा?



कोरोनोवायरस के मामलों में काफी कमी आने तक सीमाओं को खोलने का अब कोई मौका नहीं है। अधिकारियों ने सुझाव दिया है कि आवश्यक सेवाओं और जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए लोगों को छोड़कर नोएडा-दिल्ली सीमा को आवाजाही के लिए सील रखा जाएगा।


मंगलवार, 28 जुलाई 2020

कर्फ्यू के बीच गाजियाबाद में हुई डकैती

गाजियाबाद पुलिस लाइन के पास चिरंजीव विहार इलाके में मंगलवार तड़के कई हथियारबंद बदमाश एक घर में घुस गए और बंदूक की नोंक पर परिवार के लोगों को बंधक बनाकर गहने और नकदी समेत 13 लाख रुपये का सामान लेकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि यह भी जांच की जा रही है कि कहीं कोई जानकार व्यक्ति ही तो इस डकैती के पीछे तो नहीं था।  



पीड़ित परिवार ने बताया कि कम से कम छह हथियारबंद लोग मंगलवार तड़के करीब 1.30 बजे चिरंजीव विहार के सेक्टर-9 स्थित उनके घर में घुस आए और शोर मचाने या पुलिस को बुलाने की कोशिश करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हुए लगभग 4 बजे वहां से चले गए। चिरंजीव विहार क्षेत्र की गाजियाबाद की हरसांव पुलिस लाइन के करीब है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कोविड-19 के मद्देनजर रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगा हुआ था और पुलिस की गश्त बढ़ी हुई है।


ग्रिल काटकर घर में घुसे


पीड़ित मकान मालिक कंचन शर्मा ने कहा कि लुटेरे खिड़की की ग्रिल को काटकर घर में दाखिल हुए थे। वे छह की संख्या में थे और उनके पास हथियार और चाकू थे। हमारे परिवार में बच्चों सहित कुल 11 सदस्य हैं और हम सभी सो रहे थे। घर में घुसने के बाद उन्होंने बंदूक की नोंक पर बच्चों को बंधक बना लिया और एक 10 महीने के बच्चे को गोद में उठा लिया और हम सभी को मुंह बंद रखने की धमकी दी। उन्होंने बेडशीट को फाड़कर कपड़े से हमारे मुंह को कसकर बंद कर दिया था। कंचन ने कहा कि उसकी शादीशुदा बहन अपने परिवार के साथ सोमवार को उससे मिलने आई थी। परिवार ने कहा कि उन्होंने एक लड़की सहित परिवार के कई सदस्यों को पीटा।


35-40 साल की उम्र के थे सभी बदमाश  


बदमाशों ने हमारे मुंह को बांधकर हम सभी को बाथरूम में बंद कर दिया। सभी बदमाश 35-40 साल की उम्र के थे और वे स्थानीय बोली में नहीं बोल रहे थे और पूर्वी उत्तर प्रदेश से लगते थे। हमारे घर में तोड़फोड़ करने के बाद उन्होंने हमें फिर से बाथरूम से बाहर निकाला और आखिरकार हमें एक कमरे में बंद कर दिया। जाते समय उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि जब तक वे उनकी गाड़ी में बैठकर घर से बाहर नहीं निकल जाते तब तक परिवार के लोग शोर नहीं मचाएं या बाहर निकलने की कोशिश नहीं करें।


कल ही बैंक से निकाले थे 2 लाख रुपये


कंचन शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने पति और परिवार के पांच अन्य सदस्यों को 2013 में केदारनाथ में आई बाढ़ के कारण खो दिया था। मंगलवार को सुबह 4 बजे बदमाशों के हमारे घर से जाने के बाद हमने पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस ने फोन नहीं उठाया और घटना के बारे में उन्हें सूचना देने के लिए हमें स्थानीय पुलिस चौकी पर जाना पड़ा। हमारे शुरुआती अनुमान के अनुसार, लुटेरे 11 लाख रुपये के गहनों के अलावा लगभग 2 लाख रुपये नकद भी लूटकर ले गए। उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने सोमवार को ही बैंक से पैसे निकाले थे।


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने कहा कि घटना के दौरान लुटेरे गहने और नकदी लेकर भाग गए। घटना की जांच के लिए हमने कई टीमें बनाई हैं और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। घर के सीसीटीवी काम नहीं कर रहे थे। परिजनों ने हमें बताया कि 5-6 लुटेरे आए और गहने व नकदी लेकर चले गए। एसएसपी ने संवाददाताओं से कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं और यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इसमें किसी जानकार व्यक्ति की संलिप्तता तो नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या इलाके में पुलिस की गश्त का अभाव है।


गाजियाबाद में मिला अज्ञात महिला का शव


गाजियाबाद: पुलिस ने उस महिला की पहचान की है, जिसका शव यहां एक सूटकेस के अंदर भरा हुआ पाया गया था, एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा।


महिला की पहचान का पता लगाने के हमारे प्रयासों के तहत, हमने 1,500 व्हाट्सएप समूहों में उसकी फोटो साझा की थी, जबकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सीमावर्ती राज्यों के पुलिस उपायुक्तों को भी सूचित किया गया था, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने  बताया।


सोमवार सुबह साहिबाबाद में अर्थला और हिंडन मेट्रो स्टेशनों के बीच दशमेश वाटिका में शव मिला।


दिल्ली के उत्तम नगर में रहने वाली पीड़िता के एक रिश्तेदार ने व्हाट्सएप पर उसकी फोटो देखकर उसे पहचान लिया और उसके परिवार को सूचित किया।


यह महिला अलीगढ़ के हरदुआगंज पुलिस स्टेशन के तहत जलाली में नासिरा मोहल्ले में रहने वाले जफर अली की बेटी थी। उसकी शादी के बाद, वह बुलंदशहर जिले के इस्लाम नगर मोहल्ले में अपने ससुराल में रह रही थी, पुलिस ने कहा।


महिला के माता-पिता ने 25 जुलाई को अपनी बेटी के ससुराल वालों के खिलाफ बुलंदशहर में दहेज का मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद वह लापता हो गई थी।


पोस्टमॉर्टम मंगलवार को किया जाएगा और इसकी वीडियोग्राफी होगी। बाद में शव उसके माता-पिता को सौंप दिया जाएगा, एसएसपी ने कहा।


इस बीच, मामले की जांच कर रही पुलिस टीम को उनके अच्छे काम के लिए 15,000 रुपये का इनाम दिया गया है, नैथानी ने कहा।


शराब पीने वालो के लिए अच्छी खबर


उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि सप्ताहांत में बंद के दौरान भी शराब की बिक्री जारी रहेगी। शराब की दुकानों के अलावा जोनों के भीतर क्षेत्र खुले रहेंगे


उत्तर प्रदेश ने हाल ही में राज्य में कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए सप्ताहांत के दौरान पूर्ण लॉकडाउन का निरीक्षण करने का निर्णय लिया है। जबकि अधिकांश प्रतिष्ठान राज्य सरकार के आदेश से प्रभावित होंगे, टिप्परों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि शराब की दुकानें आदेश के दायरे में नहीं आएंगी।


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुकानें सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुली रह सकती हैं। सभी दिनों में जहां इसे अनुमति नहीं दी जाएगी। यह फैसला न केवल शराब प्रेमियों के लिए बल्कि शराब के दुकान मालिकों के लिए भी अच्छी खबर है, जो राजस्व का नुकसान कर रहे थे।


इसके अलावा, इस अवधि के दौरान, विभिन्न जिलों ने सभी घंटों में दुकानों को बंद करना शुरू कर दिया था, कभी भी शाम 5 बजे के बीच। रात 8 बजे तक, भले ही उन्हें रात 9 बजे तक खुला रखने का आदेश था। दूसरे, सप्ताहांत के समापन का मतलब था कि हम अपनी बिक्री में बहुत कमी कर रहे थे और लाइसेंसधारियों को अपने मासिक कोटा विनिर्देशों को पूरा करना मुश्किल हो रहा था। इससे सरकार के लिए भी उत्पाद शुल्क में कमी आएगी और हमने अनुरोध किया था कि पीटीआई की एक रिपोर्ट में शराब विक्रेता कल्याण संघ के महासचिव कन्हैया लाल मौर्य ने कहा, "इस नियम से शराब छूट को छूट दी जानी चाहिए।"


लेकिन सरकार ने यह भी कहा है कि दुकान का समय जिला मजिस्ट्रेट तय कर सकते हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (आबकारी) संजय भूसरेड्डी ने रिपोर्ट में कहा कि District यदि कोई जिला मजिस्ट्रेट इन दुकानों के संचालन के समय को बदलना चाहता है, तो वह आबकारी आयुक्त से अनुमति लेने के बाद ही ऐसा कर सकता है। ’


फर्जी पत्रकार को भेजा गया जेल


आये दिन समाज में बच्चों के साथ यौन अपराधों की ख़बरें मिलती रहती हैं, जो किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करती हैं।कविनगर थाना क्षेत्र में एक कथित पत्रकार  ने पत्नी का दहेज उत्पीड़न किया और अपनी किशोरी साली से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था जिसमे  पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।


कविनगर थाना प्रभारी मोहम्मद असलम ने बताया आरोपित वैशाली निवासी रोहित कुमार है। वह अपने आप को पत्रकार बताता है। उन्होंने बताया कि आरोपित की 17 साल की साली अपने पिता के साथ थाने पहुंची और जीजा रोहित के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि रोहित उसके साथ कई बार छेड़छाड़ कर चुका था। जिसमे की जानकारी मैं पता चला की पुलिस  ने धारा 323,504 ,506 ,धारा 7 और 8 (POCSO ACT SECTION 7-8) एफआईआर  दर्ज कर डासना जेल की हवा खिलाई।



जानिए क्या है पॉक्सो एक्ट ? इसके तहत क्यों और कितनी होती है सजा ?


सरकार ने वर्ष 2012 में एक विशेष कानून "पॉस्को एक्ट" बनाया। इस कानून के तहत दोषी व्यक्ति को उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। क्योंकि यह कानून बच्चों को छेड़खानी, बलात्कार और कुकर्म जैसे मामलों से सुरक्षा प्रदान करता है।


इसी तरह, पॉक्सो अधिनियम की धारा 7 और 8 के तहत वो मामले पंजीकृत किए जाते हैं जिनमें बच्चों के गुप्तांग से छेडछाड़ की जाती है। इस प्रकार की धारा के आरोपियों पर दोष सिद्ध हो जाने पर पांच से सात साल तक की सजा और जुर्माना दोनों हो सकता है। वहीं, पॉक्सो एक्ट की धारा 3 के तहत पेनेट्रेटिव सेक्सुअल असॉल्ट को भी परिभाषित किया गया है, जिसमें बच्चे के शरीर के साथ किसी भी तरह की हरकत करने वाले शख्स को कड़ी सजा का प्रावधान है।


बताते चलें कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों से किसी भी तरह का यौन व्यवहार इस कानून के दायरे में अपने आप आ जाता है। जिससे यह कानून लड़के और लड़की को समान रूप से सुरक्षा प्रदान करता है। इस कानून के तहत पंजीकृत होने वाले मामलों की सुनवाई विशेष अदालत में होती है। इस एक्ट के तहत नाबालिग बच्चों के साथ दुष्कर्म, यौन अपराध और छेड़छाड़ के मामलों में कार्रवाई का प्रावधान है। यही नहीं, इस एक्ट के जरिए बच्चों को सेक्सुअल असॉल्ट, सेक्सुअल हैरेसमेंट और पोर्नोग्राफी जैसे अपराधों से सुरक्षा प्रदान होती है।


 


यहां पर यह भी बता दें कि 18 साल से कम किसी भी मासूम के साथ अगर दुराचार होता है तो वह पॉक्सो एक्ट के तहत आता है। इस एक्ट के लगने पर तुरंत गिरफ्तारी का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त, एक्ट की धारा 11 के साथ यौन शोषण को भी परिभाषित किया जाता है, जिसका मतलब है कि यदि कोई भी व्यक्ति अगर किसी बच्चे को गलत नीयत से छूता है या फिर उसके साथ गलत हरकतें करने का प्रयास करता है या उसे पॉर्नोग्राफी दिखाता है तो उसे धारा 11 के तहत दोषी माना जाएगा। इस धारा के लगने पर दोषी को 3 साल तक की सजा हो सकती है। कुल मिलाकर इस कानून के निर्माण और उसमें किये गए संशोधन से पॉक्सो एक्ट की प्रासंगिकता समाज में बढ़ी है।


हथियार बंद बदमाशों ने आठ साल के मासूम को गन प्वाइंट पर रखकर दिया डकैती को अंजाम

गाजियाबाद. गाजियाबाद में बदमाश कितने बेखौफ हैं जिसका एक और नजारा देखने को मिला. गाजियाबाद के पॉश इलाके चिरंजीव विहार में आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने आठ लोगों को बंधक बनाकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया. इस दौरान एक आठ महीने के बच्चे को बदमाशों ने गन प्वाइंट पर रखा. वारदात के समय एक महिला के साथ बदसलूकी भी की गई. पुलिस दावा कर रही है कि इस घटना का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा.



घर के मुखिया से की मारपीट


 


गाजियाबाद के थाना कवि नगर इलाके के चिरंजीव विहार में रात में बदमाशों ने जमकर लूटपाट की. दरअसल पीड़ित परिवार के मुताबिक रात करीब 1:30 बजे रसोई की खिड़की तोड़कर छह हथियारबंद बदमाश घर में अंदर घुस गए. यहां मौजूद महिलाओं और पुरुषों को उन्होंने बंधक बना लिया. इतना ही नहीं घर के मुखिया गोपाल शर्मा के साथ तो इतनी मारपीट की कि उनको अस्पताल तक में भर्ती करना पड़ा. बदमाशों ने आठ महीने के बच्चे को गन प्वाइंट पर लेकर घर में रखी सभी ज्वैलरी और नकदी लूट ली. जानकारी के मुताबिक बदमाशों ने 8 लाख के जेवर और एक लाख कैश लूटा है.


 


एसएसपी ने कहा-जल्द होगा खुलासा


 


इतना ही नहीं वारदात के समय जो महिलाएं कान और हाथों में जेवरात पहने थी वह भी बदमाश लेकर फरार हो गए. इस सनसनीखेज डकैती की वारदात के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. गाजियाबाद एसएसपी ने रटा रटाया बयान मीडिया के सामने पेश किया गया कि जल्द ही दोषियों को पकड़ा जाएगा.


 


आपको बता दें कि पूर्व में इसी इलाके में कुछ दिन पहले एक ही रात में आधा दर्जन दुकानों में चोरी हुई थी, उसके बावजूद घटना से सबक नहीं लिया गया अगर पुलिस घटना से सबक ले लेती तो शायद इतनी बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दिया जाता.


बुधवार, 22 जुलाई 2020

प्रशांत भूषण को शीर्ष अदालत का नोटिस


नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि न्यायपालिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए ट्वीट करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। शीर्ष अदालत ने ट्विटर इंडिया से भी पूछा, जिसके खिलाफ अवमानना ​​कार्यवाही शुरू हो गई है, क्यों उसने श्री भूषण के ट्वीट को नहीं हटाया जब एक अवमानना ​​कार्रवाई स्पष्ट हो गई।
माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट की भारतीय शाखा ने कहा कि यह शीर्ष अदालत के संदेश को उसके मूल ट्विटर इंक को बताएगी।


पिछले महीने, श्री भूषण ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने में न्यायपालिका का हाथ है।


सुप्रीम कोर्ट ने आज आदेश में कहा, "प्रशांत भूषण के ट्वीट सर्वोच्च न्यायालय के संस्थान और भारत के मुख्य न्यायाधीश के कार्यालय की गरिमा और अधिकार को कमजोर करते हैं।"


सुप्रीम कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल से मामले पर अदालत की सहायता करने के लिए कहा, इस मामले में सही पक्ष जोड़ते हुए कैलिफोर्निया में ट्विटर इंक है और ट्विटर इंडिया नहीं है। जस्टिस अरुण मिश्रा, बीआर गवई और कृष्ण मुरारी की तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने सोशल मीडिया फर्म को याचिका दायर करने की अनुमति दी कि वह इस मामले के लिए उपयुक्त है।


सुप्रीम कोर्ट ने श्री भूषण के खिलाफ दो ट्वीट्स के लिए अवमानना ​​कार्यवाही की।


दूसरे ट्वीट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबडे की एक तस्वीर पर कड़ी निंदा की गई।


"प्रशासनिक पक्ष पर अवमानना ​​की कार्यवाही के लिए हमारे सामने एक याचिका पेश की गई। हम याचिका और सीजेआई एसए बोबडे के खिलाफ आरोप के माध्यम से चले गए हैं। विचाराधीन ट्वीट 27 जून को ट्वीट किया गया था ... हम अटॉर्नी जनरल को नोटिस जारी करते हैं।" सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कृपया ध्यान दें कि यहां सही पक्ष कैलिफोर्निया का ट्विटर इंक है, न कि ट्विटर इंडिया। ट्विटर ने उचित आवेदन दायर करने की अनुमति दी है।


कोर्ट इस मामले की अगली सुनवाई 5 अगस्त को करेगा।


गाजियाबाद में पत्रकार की हत्या

गाजियाबाद: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद में पत्रकार की हत्या मामले का संज्ञान लिया है. उन्होंने तत्काल परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है. साथ ही, पत्नी को नौकरी और बच्चों के निशुल्क पढ़ाई का इंतजाम करने के निर्देश दिए है.



गाजियाबाद पत्रकार हत्या मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर. डीजीपी ने आईजी रेंज मेरठ प्रवीण तिवारी को तुरंत मौके पर पहुंचने को कहा गया है. सुबह जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने यशोदा अस्पताल पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की.


 


भांजी से छेड़छाड़ का विरोध करने पर बदमाशों की गोली का शिकार हुए पत्रकार विक्रम जोशी जिंदगी की जंग हार गए. उन्होंने यशोदा अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. सोमवार रात को गाजियाबाद के विजय नगर में बदमाशों ने सरेआम गोली मार दी थी. गंभीर हालत में उन्हें यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उन्हें आइसीयू में रखा गया था. बुधवार सुबह उनकी मौत हो गई.


पत्रकार विक्रम जोशी

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के एक पत्रकार को, जो अपनी दो बेटियों के सामने सोमवार रात को दिल्ली के पास गाजियाबाद में गोली मार दी गई थी, आज सुबह एक अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई। सीसीटीवी फुटेज में पत्रकार, विक्रम जोशी, सड़क पर पड़ा हुआ, घायल, और उसकी एक बेटी रोती हुई, मदद के लिए चिल्लाती हुई दिखाई दी।
विक्रम जोशी अपनी दो बेटियों के साथ मोटरसाइकिल पर यात्रा कर रहे थे, जब पुरुषों के एक समूह ने उनके साथ मारपीट की और सोमवार को लगभग 10:30 बजे उन पर गोलियां चला दीं।


नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है; अधिकारियों ने कहा कि एक आदमी अभी भी फरार है। दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, कलानिधि नैथानी ने कहा, "नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रवि और छोटू सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से एक हथियार भी जब्त किया गया था।"


राज्य सरकार ने परिवार के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा की, जिसने अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया जहां पत्रकार की मृत्यु हो गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।


विक्रम जोशी ने पुलिस की अक्षमता की कीमत चुकाई, परिवार ने दावा किया। सोमवार रात के हमले से चार दिन पहले, उसने पुलिस को अपनी भतीजी को पुरुषों के एक समूह द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत की थी।


हमले की सुरक्षा फुटेज में, पुरुषों के एक समूह को पत्रकार को अपने घर से थोड़ी दूरी पर रोकते हुए देखा जा सकता है।


बाइक को अचानक से घूमते हुए देखा जा सकता है और कुछ ही समय में, हमलावरों ने बाइक को घेर लिया, पत्रकार को खींच कर मारा। उनकी दोनों बेटियों को दहशत में भागते देखा जा सकता है। हमलावरों के समूह को मौके से भागने से पहले विक्रम जोशी को एक कार की ओर खींचते हुए और उसकी पिटाई करते हुए देखा जा सकता है।



जैसे ही घायल पत्रकार जमीन पर गिरता है, बेटियों में से एक उसके पास लौट आती है; उसे रोते और मदद के लिए इधर-उधर देखा जा सकता है।


पत्रकार की मौत से कई विपक्षी नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गई हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज ट्वीट किया, "विक्रम जोशी को इसलिए मार दिया गया क्योंकि उन्होंने अपनी भतीजी के उत्पीड़न का विरोध किया था। शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना। उन्होंने रामराज्य का वादा किया और गोदाराज को सौंपा।"


"उत्तर प्रदेश राज्य में, जिस तरह से हत्याएं, महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, यह स्पष्ट करता है कि राज्य में जंगल का कानून प्रचलित है। कोरोनोवायरस से अधिक, लोग कमजोर हो गए हैं क्योंकि अपराध का वायरस फैलता है। । सरकार को ध्यान देना चाहिए, "बसपा प्रमुख मायावती ने हिंदी में ट्वीट किया।


यूपी के पूर्व प्रमुख ने कहा, "बीएसपी मांग करती है कि पीड़ित परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए - राज्य सरकार द्वारा वादा किया गया है। जल्द से जल्द यह बेहतर होगा कि परिवार को मुआवजा पाने के लिए खंभे से भागना न पड़े।" मंत्री ने एक और पोस्ट में लिखा।


“एक निडर पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। आज उनका निधन हो गया। उन्हें अपनी भतीजी के साथ छेड़छाड़ करने के लिए एफआईआर दर्ज करने के लिए यूपी में गोली मार दी गई। देश में भय का माहौल पैदा हो गया है। मीडिया ने नहीं बख्शा। चौंकाने वाला (व्यंग्य), "पश्चिम बंगाल की प्रमुख मिनिस्टर ममता बनर्जी ने ट्वीट किया।


कल, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हमले को लेकर यूपी सरकार की आलोचना की थी। "अगर यह गाजियाबाद में कानून व्यवस्था की स्थिति है, जो एनसीआर में है, तो आप समझ सकते हैं कि उत्तर प्रदेश में स्थिति कितनी खराब है। एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उसने अपनी भतीजी को परेशान किए जाने के बारे में शिकायत दर्ज की थी। कानून के अनुसार। जंगल प्रबल है, एक आम नागरिक कैसे सुरक्षित महसूस कर सकता है? ” उसने हिंदी में ट्वीट किया था।


मंगलवार, 21 जुलाई 2020

गाजियाबाद में क्या पत्रकार सुरक्षित है?


गाजियाबाद के विजयनगर इलाके में पत्रकार पर हुए हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. सीसीटीवी में 5 से 6 हमलावर दिखाई दे रहे हैं. दोनों बेटियों के सामने बेखौफ बदमाशों ने घेरकर पत्रकार विक्रम जोशी पर फायरिंग कर दी. पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हुई है. कल विक्रम जोशी पर हमला किया गया था. देखें वीडियो.


https://youtu.be/Kuj1wMRPZNM



  • गाजियाबाद के विजय नगर थाना क्षेत्र में सोमवार रात पत्रकार विक्रम जोशी को गोली मारने के मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया। राज्य के गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार, स्थानीय बीट प्रभारी राघवेंद्र को त्वरित कार्रवाई नहीं करने और पीड़ित के परिवार द्वारा दायर शिकायत की अनदेखी करने के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा, गलत पुलिस वाले और सर्कल अधिकारी के खिलाफ एक विभागीय जांच भी की गई थी-मुझे जांच सौंपी गई थी। इस बीच, गाजियाबाद पुलिस ने धारा 307, 34, 506 के तहत भारत दंड संहिता (आईपीसी) के तहत हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। जन सागर टुडे से जुड़े मुंशी को सिर पर गोली लगी है। उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई गई है। गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी के अनुसार, पीड़िता के भाई अनिकेत जोशी ने पुलिस को सूचित किया था कि जोशी पर सोमवार रात 10:30 बजे अपनी बहन की जगह से लौटते समय हमला किया गया था। मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रवि, छोटू, मोहित, दलवीर, आकाश उर्फ ​​लूली, योगेंद्र, शकीर और अभिषेक शामिल थे। एक अन्य आरोपी आकाश बिहारी के लिए एक काम चल रहा है। हमलावरों ने विजय नगर में उनके आवास के पास मुंशी पर गोलियां चलाईं। माना जाता है कि इस हमले को 16 जुलाई को विजय नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया था कि कुछ लोग उसकी भतीजी को परेशान कर रहे थे। जोशी के भाई के अनुसार, कुछ लोग दो दिन पहले अपनी भतीजी को परेशान कर रहे थे। न केवल पीड़ित ने बदमाशों का विरोध किया, बल्कि उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि विक्रम जोशी अपनी दो बेटियों के साथ मोटरसाइकिल पर सवार थे जब पुरुषों के एक समूह ने उनके साथ मारपीट की और उन पर गोलियां चला दीं। सीसीटीवी फुटेज में, बाइक को अचानक से घूमते हुए देखा जा सकता है और कुछ ही समय में, पुरुषों का एक समूह बाइक को घेर लेता है और सवार को खींचना और मारना शुरू कर देता है। जिस पल बाइक गिरती है, दोनों बच्चों को भागते हुए देखा जा सकता है। जबकि वीडियो में पत्रकार की शूटिंग अस्पष्ट है, हमलावरों को एक कार की ओर खींचते हुए और मौके से भागने से पहले उसे मारते हुए देखा जा सकता है। फुटेज में जोशी सड़क पर पड़ा हुआ है और उसकी बेटी उसकी तरफ दौड़ती हुई और रोती हुई, मदद के लिए चिल्ला रही है। भयभीत लड़की अपने पिता के बगल में सड़क पर बैठती है, वाहनों या पास से गुजरने वाले लोगों को रोकने की कोशिश करती है। कुछ लोगों को घायल आदमी के पास भागते देखा जा सकता है।



लालजी टंडन का 85 साल की उम्र में निधन

लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर मंगलवार को गहरा शोक व्यक्त किया. मायावती ने ट्वीट कर कहा कि 'मध्यप्रदेश के राज्यपाल और उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार में कई बार वरिष्ठ मंत्री रहे लालजी टंडन बहुत सामाजिक, मिलनसार और संस्कारी व्यक्ति थे. इलाज के दौरान लखनऊ में उनका निधन होने की खबर अति दुखद है. मैं उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं.' बसपा सुप्रीमो अगस्त 2003 में जब उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं, उस समय उन्होंने रक्षाबंधन के मौके पर लालजी टंडन को राखी बांधी थी.


राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जताया दुख
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी लालजी टंडन के निधन पर गहरा दुख जताया है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने शोक संदेश में कहा कि लालजी टंडन शालीन, मृदुभाषी और जमीन से जुड़े व्यक्ति थे और उन्हें राजनीति का लंबा अनुभव था. पटेल ने कहा कि टंडन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की लखनऊ सीट से चुनाव जीतकर सांसद बने और उन्होंने लखनऊ में तमाम विकास के कार्य कराए. उन्होंने कहा कि टंडन के निधन से एक अपूरणीय क्षति हुई है. राज्यपाल ने दुखी परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है.



मेदांता अस्पताल में चल रहा था इलाज
गौरतलब है कि, मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार सुबह 5:35 मिनट पर निधन हो गया. लखनऊ के मेंदाता में उन्होंने अंतिम सांस ली. बेटे आशुतोष ने निधन की जानकारी दी. 85 वर्षीय लालजी टंडन का लंबे समय से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. टंडन को 12 जून को सांस लेने में तकलीफ और बुखार के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था.


नोएडा में धरा गया 25 हजार का इनामी बदमाश

नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा में एक बार फिर पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई है. ये मुठभेड़ सेक्टर 39 थाना क्षेत्र में हुई है. पुलिस ने इस दौरान 25 हजार के इनामी बदमाश को अपने शिकंजे में लिया है. पुलिस की गोली से बदमाश घायल भी हुआ है. घायल बदमाश को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने उसके पास से बाइक व अवैध तमंचा बरामद किया है. बदमाश की पहचान रिंकू उर्फ रंजीत निवासी मेरठ के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि रिंकू जून 2019 में सेक्टर 39 थाना क्षेत्र में हुए अपहरण व हत्या के मामले में शामिल था.



दरअसल, बीते साल जून में बागपत के रहने वाले हिमांशु तोमर सेक्टर 39 थाने में अपने भाई सौरभ तोमर की गुमशुदगी दर्ज करायी थी. गुमशुदगी की जांच के दौरान व शिकायतकर्ता हिमांशु तोमर की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया था. जांच में पता चला कि अभियुक्त रिंकू के अलावा के अतिरिक्त अन्य सभी अभियुक्त पूर्व मे ही गिरफ्तार हो चुके हैं. रिंकू इस मामले में वांछित चल रहा था, जिसके बाद पुलिस ने उसके ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित किया.


 


रिंकू ने बताई हत्या की वजह
अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि सौरभ तोमर की मुझसे दोस्ती थी और उसका मेरे घर आना जाना था. सौरभ मेरी पत्नी को परेशान करने लगा था और मुझे भी जान से मारने की धमकी देना लगा. यह बात मैंने अपने भाई और अन्य साथियों को बताई, तब हम लोगों ने सुनियोजित तरीके से प्लान की गयी योजना के तहत सौरभ कुमार की हत्या कर दी थी.


12 साल की लड़की से बलात्कार

मुजफ्फरनगर: पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में 12 साल की लड़की के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है. बलात्कार का आरोप लड़की के पड़ोस में रहने वाले एक शख्स पर लगा है. यह घटना सोमवार की बताई जा रही है. आरोप है कि वारदात उस वक्त हुई जब लड़की के परिवार के लोग घर से बाहर गए थे. लड़की को घर में अकेला देखकर पड़ोसी ने उसके साथ हैवानियत की.



कोतवाली पुलिस थाने के प्रभारी अनिल कापरवान ने कहा, “आरोपी की पहचान करीम के रुप में हुई है और वह फरार चल रहा है. उसके खिलाफ एक मामला दर्ज कर लिया गया है.”


 


उन्होंने बताया कि जब पीड़िता की मां काम से घर लौटी तो इस घटना के बारे में पता चला. पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया है.


 


शरारती तत्वों ने मूर्तियों को किया अपवित्र
शामली जिले में अज्ञात शरारती तत्वों ने एक मंदिर की कुछ मूर्तियों को अपवित्र कर दिया. कांधला पुलिस थाने के प्रभारी कर्मवीर सिंह ने बताया कि यह घटना थाना क्षेत्र के गढ़ी रामकोर गांव में सोमवार को हुई.


 


उन्होंने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. इसके अलावा एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि दोषियों की पहचान के लिए पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया है.


'दिल तोड़ के' गाने से छाए, जानिए ऑफिसर कैसे बने अभिनेता

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में डिप्टी कमिश्नर के पद पर तैनात आईएएस ऑफिसर अभिषेक सिंह इन दिनों चर्चा में हैं. हालांकि वो किसी प्रशासनिक कार्य की वजह से सुर्खियों में नहीं हैं, बल्कि अपने अभिनय कला के चलते वो इन दिनों सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं. अभिषेक ने हाल ही में रिलीज़ हुए टी-सीरीज़ के नए गाने 'दिल तोड़ के' में काम किया है. इस गाने को यूट्यूब पर अब तक तीन करोड़ से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है.



इस गाने को रोचक कोहली और बी प्राक ने गाया है. इस गाने के बोल मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं और इसमें आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह के अलावा कशिश वोहरा और जुबीन शाह भी नज़र आए हैं. ये गाना 1995 में आई फिल्म 'बेवफा सनम' के गाने का रीमिक्स वर्ज़न है.


 


अभिषेक सिंह को कैसे मिला अभिनय का मौका
एक अफ्सर अभिनय की दुनिया में कैसा पहुंच गया, ये कहानी भी बड़ी दिलचस्प है. दरअसल दिल्ली के क्राइम पर एक वेब सीरीज बन रही है 'डेल्ही क्राइम-2', जिसमें एक आईएएस ऑफिसर का रोल था. इस रोले के लिए अभिषेक सिंह को अप्रोच किया गया और उन्होंने काम करने के लिए हां कर दिया. यही नहीं दिल्ली सरकार ने भी अभिषेक सिंह को अभिनय की अनुमति दे दी.


 


अभिषेक ने वेब सीरीज़ में अपने रोल को बहुत अच्छे से निभाया, जिसके बाद उन्हें इस एल्बम के लिए अप्रोच किया गया. अब एल्बम करने के बाद तो अभिषेक सिंह छा गए हैं. एबीपी न्यूज से बात करते हुए अभिषेक ने कहा कि सिविल सर्विस उनकी पहली प्राथमिकता है और पसंद है, लेकिन एक्टिंग में मौका मिला तो उसमें भी हाथ आजमा रहा हू. अभिषेक सिंह 2011 बैच के यूपी कैडर के अधिकारी हैं.


 


रविवार, 19 जुलाई 2020

रिया चक्रवर्ती को इंस्टाग्राम पर मिली धमकी


नई दिल्ली:
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के निधन के बाद से ही उनकी कथित गर्लफ्रेंड और एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) को सेशल मीडिया पर लगातार ट्रोल किया जा रहा है. हाल ही में रिया ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट जरिए बताया कि उन्हें रेप और जान से मारने की धमकी मिल रही है. इसके लिए उन्होंने साइबर क्राइम से आवश्यक कार्रवाई की मांग की थी. वहीं, अब इस मामले में रिया चक्रवर्ती की शिकायत पर सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में दो इंस्टाग्राम अकाउंट होल्डर्स के खिलाफ अश्लील संदेश भेजने और धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. 



बता दें, 16 जुलाई को रिहा चक्रवर्ती ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर शेयर किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, 'मुझे कातिल कहा गया तो मैं चुप रही लेकिन मेरी चुप्पी आपको यह कहने का अधिकार कैसे देती है कि अगर मैं आत्महत्या नहीं करूंगी तो  मेरा रेप और मर्डर कर दिया जाएगा? क्या आपने जो कहा है, उसकी गंभीरता का एहसास है? ये अपराध है. मैं फिर कहती हूं कि किसी का भी इस तरह से उत्पीड़न नहीं होना चाहिए.' 
इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम से आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया था. रिया ने यह भी लिखा था कि अब बहुत हो गया है.




UP में कोरोना के बढ़ते मामले

लखनऊ: यूपी सरकार ने कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए राज्य में मिनी लॉकडाउन लगाया है. राज्य सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि लोग लॉकडाउन (Lockdown) का पालन करें. इसे लेकर यूपी सरकार के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट भी किया गया है. इस ट्वीट में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अवनीश के. अवस्थी की तरफ से कहा गया है, 'सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जनता को यह बताया जाए कि बहुत आवश्यक होने पर ही वे घर से बाहर निकलें और बाहर निकलने पर मास्क जरूर लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.'




बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के 4 थाना क्षेत्रों में 20 जुलाई से 24 जुलाई तक कम्प्लीट लॉकडाउन लागू रहेगा. लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने हाल के दिनों में कोरोना संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए सरोजनीनगर, गाजीपुर, इंदिरानगर और आशियाना थाना क्षेत्रों में कम्प्लीट लॉकडाउन लागू करने का आदेश दिया है. जिला मजिस्ट्रेट ने इन चार थाना क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है. इन चार थाना क्षेत्रों में आने वाले इलाकों में 20 सुबह 5 बजे से 24 जुलाई रात्रि 10 बजे तक पूरी तरह से लॉकडाउन लागू रहेगा.


राजधानी लखनऊ में अनलॉक की शुरुआत के साथ ही कोरोना संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं. कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 3700 के पार पहुंच गई है. रविवार को लखनऊ में एक बार फिर कोरोना का विस्फोट हुआ. लगातार चौथे दिन लखनऊ में 200 से ज्यादा कोरोना केस रिपोर्ट किए गए. रविवार को लखनऊ में 219 नए कोरोना मरीज मिले. शनिवार को 224 नए कोरोना संक्रमित मिले थे. राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते मरीजों की वजह से अब सरकारी व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हैं.



फर्जी पत्रकार गिरफ्तार


कविनगर थाना क्षेत्र में एक कथित पत्रकार ने पत्नी का दहेज उत्पीड़न किया और अपनी किशोरी साली से छेड़छाड़ की। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।


कविनगर थाना प्रभारी मोहम्मद असलम ने बताया कि आरोपित वैशाली निवासी रोहित कुमार है। वह अपने आप को पत्रकार बताता है। उन्होंने बताया कि आरोपित की 17 साल की साली अपने पिता के साथ थाने पहुंची और जीजा रोहित के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि रोहित उसके साथ कई बार छेड़छाड़ कर चुका है, लेकिन उसने संकोच के कारण इसके बारे में किसी को नहीं बताया। बुधवार को उसने दोबारा छेड़छाड़ की तो किशोरी ने इसकी शिकायत स्वजन से की। इसके बाद किशोरी के पिता ने आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पीड़िता के पिता का आरोप है कि उन्होंने अपनी बड़ी बेटी की शादी रोहित के साथ 30 नवंबर को की थी। शादी के दिन ही रोहित शराब पीकर आ गया था। शादी के बाद से वह लगातार बेटी के साथ दहेज उत्पीड़न करता है और दहेज की मांग को लेकर मारपीट करता है।


एक रिपोर्ट के मुताबिक पहले वसुंधरा सेक्टर 4 मैं रहता था। जहा दोस्तों के फ़ोन चोरी की भी रिपोर्ट इंद्रापुरम थाने मैं की गयी थी.अब शादी के बाद अपनी पत्नी  और साली से छेड़छाड़ के मामले मैं कविनगर थाने मैँ 14 दिन के लिए क्वारंटीने किआ गया। उसके बाद मैं कोर्ट मैं पेश किआ जाएगा।कविनगर थाना प्रभारी मोहम्मद असलम ने बताया कि पुलिस को भी दवाव मैं लेना चाह रा था और बोलै कप्तान से खुद बात करलूँगा।



शुक्रवार, 17 जुलाई 2020

रक्षाबंधन: चीन को लगेगा चार हजार करोड़ का झटका

नई दिल्ली: चीन सीमा पर तनाव को लेकर देश में भी गुस्सा देखने को मिल रहा है. सीमा पर सैना और कूटनीकि स्तर पर सरकार ने मोर्चा संभाला हुआ है. वहीं दूसरी तरफ पूरे देश में लगातार चाइनीज़ प्रोडक्ट को बैन करने की मुहिम भी चल रही है. चीन के खिलाफ इस मुहिम का असर अब त्योहारों पर भी देखने को मिलेगा. भारतीय व्यापारियं ने त्योहारों के लिहाज से चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली है.



रक्षाबंधन पर इस बार देश में भाइयों की कलाई पर चीनी नहीं बल्कि बहन की ओर से भारतीय बंधन की डोर दिखाई देगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के सात करोड़ व्यापारियों ने इस बार चीनी राखी नहीं बेचने का फैसला किया है.


 


इसकी जगह पर देश में बनी राखियों को बेचा जाएगा. जानकारी के मुताबिक चीन को दिए करीब एक हजार करोड़ राखियों के ऑर्डर को कैंसिल कर दिया गया है. व्यापारियों की इस मुंहिम से चीन को तो झटका लगेगा ही साथ ही देश में रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा.


 


देश के खुदरा व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने चीन के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है. इसी के तहत चीन से राखियां ना खरीदने का फैसला किया गया है. माना जा रहा है कि इस फैसले से चीन को करीब चार हजार करोड़ रुपये का झटका लगेगा.


 


कैट के एक प्रवक्ता ने बताया, ''इस रक्षाबंधन पर स्वदेशी राखियों को प्रोत्साहन देने का प्रयास कर रहे हैं. इससे देश के हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और आत्मनिर्भर भारत मुहिम को भी बढ़ावा मिलेगा.'' उन्होंने बताया कि संगठन से जुड़े सात करोड़ व्यापारियों ने इस फैसले पर अपनी सहमति दी है.


गुना में किसान परिवार पर पुलिसिया बर्बरता की पूरी कहानी, डीएम, एसपी और आईजी हटाए गए

गुना: मध्य प्रदेश के गुना में प्रशासन की बेरहमी का ऐसा गुनाह सामने आया है जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया. दरअसल गुना में कर्ज में डूबे में एक किसान की फसल पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया. अपने खेतों को बचाने की फरियाद कर रहे किसान परिवार पर पुलिस ने बेरहमी से लाठियां बरसाईं.


 


फसल बर्बाद होने और कर्ज ना चुका पाने की जैसे हालातों देखते हुए सदमे में किसान दंपति ने कीटनाशक पी लिया. इसके बाद भी प्रशासन का रवैया देखिए कि किसान दंपति के खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया. घटना गुना की है जहां से हाल में कांग्रेस के नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी का दामन थामा है. ऐसे में लोग शिवराज सरकार और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर सवाल उठाने लगे.


 


घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ और लोग सवाल करने लगे कि क्या यही शिवराज सिंह चौहान का शासन है. मामले की गंभीरता की गंभीरता को देखते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुख्यमंत्री से बात की. इसके बाद कार्वाई का दौर शुरू हुआ. इलाके के डीएम, एसपी, गुना रेंज के आईजी राजाबाबू को हटा दिया गया.


 


घटना पर विपक्ष ने शिवराज सरकार को घेरा
दलित किसान परिवार पर हुए पुलिसिया अत्याचार को लेकर विपक्ष ने शिवराज सरकार को घेरना शुरू कर दिया. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, ''ये शिवराज सरकार प्रदेश को कहाँ ले जा रही है ? ये कैसा जंगल राज है ? गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपत्ति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज.''


उन्होंने आगे लिखा, ''यदि पीड़ित युवक का ज़मीन सम्बंधी कोई शासकीय विवाद है तो भी उसे क़ानूनन हल किया जा सकता है लेकिन इस तरह क़ानून हाथ में लेकर उसकी,उसकी पत्नी की,परिजनो की व मासूम बच्चो तक की इतनी बेरहमी से पिटाई,यह कहाँ का न्याय है? क्या यह सब इसलिये कि वो एक दलित परिवार से है,ग़रीब किसान है?''


 


कमलनाथ ने कहा, ''क्या ऐसी हिम्मत इन क्षेत्रों में तथाकथित जनसेवकों व रसूख़दारों द्वारा क़ब्ज़ा की गयी हज़ारों एकड़ शासकीय भूमि को छुड़ाने के लिये भी शिवराज सरकार दिखायेगी ? ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती है. इसके दोषियों पर तत्काल कड़ी कार्यवाही हो , अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी.'' कमलनाथ के अलावा कांग्रस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शिवराज सरकार को घेरा. उन्होंने घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के ख़िलाफ़ है.''



कांग्रेस के अलावा बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी बीजेपी को घेरा. उन्होंने लिखा, '' एक तरफ बीजेपी व इनकी सरकार दलितों को बसाने का ढिंढोरा पीटती है जबकि दूसरी तरफ उनको उजाड़ने की घटनाएं उसी तरह से आम हैं जिस प्रकार से पहले कांग्रेस पार्टी के शासन में हुआ करती थी, तो फिर दोनों सरकारों में क्या अन्तर है? खासकर दलितों को इस बारे में भी जरूर सोचना चाहिए.''


विपक्ष की ओर से हमलों का जवाब देने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया आगे आए. गुना के पूर्व लोकसभा सांसद ज्योतिरादित्य ने लिखा, ''गुना की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी से चर्चा कर के ऐसे असंवेदनशील व दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही का अनुरोध किया है. गुना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दे दिए है.''


क्या है पूरा मामला ?
गुना में जिस जमीन को लेकर हंगामा मच दरअसल वो सरकारी रिकॉर्ड में पीजी कॉलेज की जमीन है. लेकिन इस जमीन पर राजकुमार अहिरवार नाम के किसान का परिवार पुश्तों से खेती कर रहा था. इस साल भी राजकुमार के परिवार ने कर्ज लेकर खेत में फसल लगाई थी. राजकुमार की फसल में अंकुर भी फूट चुके थे.


 


मंगलवार को अचानक एसडीएम के नेतृत्व में नगर पालिका की टीम यहां पहुंची और खेतों में बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया. राजकुमार के परिवार ने जब इसका विरोध किया को पुलिस ने लाठियां बरसानी शुरू कर दीं. अपनी आंखों के सामने अपनी मेहनत को बर्बाद होते देख सदमे में किसान दंपति ने खेत में ही कीटनाशक पी लिया. इसके बाद भी पुलिस की बेरहमी सामने आई. राजकुमार और उनकी पत्नी को जनवरों की उठा कर गाड़ी में रखा गया और अस्पताल पहुंचाया गया.


 


प्रशासन की ओर से जब यह कार्रवाई की जा रही थी तब राजकुमार ने कहा कि अगर आप यह खेत लेना चाहते हैं तो फसल हो जाने दें. इसके बाद मुझे कहीं और जमीन दे दें. राजकुमार के परिवार पर तीन लाख रुपये का कर्ज है. जानकारी के मुतबिक अस्पताल में राजकुमार की पत्नी की हालत गंभीर है.


 


10वीं की मार्कशीट में निकली गलतियां, अब CBSE ने दी ये सफाई

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, CBSE ने कक्षा 10वीं का रिजल्ट 15 जुलाई को जारी कर किया था. वहीं परिणाम जारी होने बाद छात्रों ने अपनी मार्कशीट में गलतियां नोटिस कीं.


ये गलतियां जन्म तिथि को लेकर हुई हैं. छात्रों का कहना है ऐसी लापरवाही की उम्मीद सीबीएसई से नहीं थी. कई छात्रों बताया, सीबीएसई के अनुसार, वे 2020 में पैदा हुए हैं और कुछ का जन्म 1 दिसंबर 2020 को होना वाला है.


लगभग सभी छात्रों की जन्मतिथि मार्कशीट में गलत लिखी गई है. वहीं सीबीएसई की ओर से बयान आया है कि 'सारी मार्कशीट ठीक की जा चुकी हैं.'


बता दें,सीबीएसई ने 10वीं की मार्कशीट डिजीलॉकर पर अपलोड की हैं. वहीं मार्कशीट पर गलतियां होने के बाद सोशल मीडिया पर छात्र और अभिभावकों ने नाराजगी व्यक्त की है.


कैसे रहे 10वीं के रिजल्ट


CBSE 10वीं के नतीजे 15 जुलाई को घोषित किए गए थे. CBSE की वेबसाइट पर नतीजे देखे जा सकते हैं. रिजल्ट के मुताबिक कुल 91.46 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं. साथ ही छात्राओं को प्रतिशत 93.31 फीसदी और लड़कों का रिजल्ट 90.14 फीसदी रहा है. त्रिवेंद्रम, चेन्नई और बेंगलुरु टॉप थ्री जोन में शामिल हैं.



कोविड-19 से बुजुर्गों को बचा सकती BCG की वैक्सीन?

नई दिल्ली: क्या बीसीजी की वैक्सीन बुजुर्गों में COVID-19 से जुड़ी मृत्यु दर को कम कर सकती है? तमिलनाडु में इसे लेकर ट्रायल जल्द शुरू होने वाला है और यदि यह सफल हो गया निश्चित तौर पर इससे बुजुर्गों के बीच इस बीमारी के चलते होने वाली मौतों में कमी आएगी. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने कहा था कि बीसीजी वैक्सीन 60-95 साल की आयु के वयस्कों पर एक टेस्ट के तौर पर मॉनिटर किया जाएगा. इस उम्र के लोगों में कोविड के चलते मृत्यु दर को कम करने के लिए यह किया जा रहा है. तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर विजयभास्कर ने यह जानकारी दी.



विजयभास्कर ने बुधवार को कहा कि तमिलनाडु में कोविड-19 से जुड़ी मृत्यु दर को कम करने के लिए बेसिल कैलमेट-गुएरिन (बीसीजी) वैक्सीन के असर को समझनने और जांचने के लिए राज्य सरकार टेस्टिंग शुरू करेगी. उन्होंने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन ट्यूबरकुलोसिस (NIRT) जल्द ही इस दिशा में अपना पायलट प्रोग्राम शुरू कर देगा.


बीसीजी को कई देशों में तपेदिक की रोकथाम के लिए बच्चों को दिया जाता है. तमिलनाडु सरकार की ओर से जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, बीसीजी वैक्सीन जन्मजात इम्यूनिटी में सुधार करने में मदद करती है. अब ऐसी संभावना बनती लग रही है कि यह 60 से 95 वर्ष की आयु के बुजुर्गों को COVID-19 से रिकवर करने में मदद कर सकती है.


राज्य सरकार ने पिछले दिनों बुजुर्गों में बीसीजी वैक्सीन के असर को लेकर स्टडी करने के लिए आईसीएमआर की मंजूरी मांगी थी. ICMR ने अब यह मंजूरी दे दी है. यह टेस्टिंग अब NIRT में जल्द ही ट्रायल के तौर पर शुरू होगा. टेस्टिंग और ट्रायल के पूरे प्रोसेस में इस बात पर फोकस रखा जाएगा कि इस उम्र के लोगों के कोविड पेशेंट होने की दशा में उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत न पड़े और बुजुर्ग आबादी की मृत्यु दर भी कम की जा सके.


वैसे इस उम्र के बुजुर्गों में COVID-19 संक्रमण की संभावना इसलिए भी ज्यादा होती है क्योंकि वे अक्सर डायबिटीज, हाई बीपी और हृदय संबंधी बीमारियों को पहले ही झेल रहे होते हैं. वैसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि इस बात के कोई सबूत नहीं है कि बीसीजी कोविड-19 वायरस से संक्रमण से लोगों को बचा सकता है.


इंडियन आर्मी की इंसल्ट करने को लेकर अब हिंदुस्तानी भाऊ ने किया एकता कपूर पर क्रिमिनल केस

कुछ समय पहले एकता कपूर की वेब सीरीज 'ट्रिपल एक्स 2' को लेकर काफी हंगामा हुआ था. एकता की इस वेब सीरीज में, बिग बॉस 13 फेम हिंदुस्तानी भाऊ ने भारतीय सेना और उनकी वर्दी का अपमान करने को लेकर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन उस पर कोई विशेष कार्रवाई नहीं हुई थी. पूर्व सैनिकों ने एकता के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया और शिकायत में कहा गया कि देश के सैनिकों का 'ट्रिपल एक्स 2' में अपमान किया जा रहा है. एकता कपूर ने भारतीय सैनिकों से माफी मांगी थी और वेब सीरीज से विवादित दृश्यों को हटा दिया था. लेकिन अब भाऊ ने एक बार फिर एकता कपूर के खिलाफ इस वेब सीरीज़ को लेकर कई राज खोले हैं.



भाऊ ने वेब सीरीज में भारतीय सेना की वर्दी का अपमान करने के लिए मुंबई के एक मजिस्ट्रेट अदालत में आपराधिक शिकायत दर्ज की है. विकास पाठक उर्फ ​​भाऊ के वकील काशिफ खान ने जानकारी दी है कि मामले की सुनवाई 24 अगस्त को होने वाली है.


 


काशिफ खान ने कहा, ''मेरे मुवक्किल ने एकता कपूर और अन्य के खिलाफ स्थानीय पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था. लेकिन अभी तक इस पर कोई जांच नहीं हुई है, इसलिए हमने अदालत में एक आपराधिक शिकायत की है. एकता के अलावा उनकी मां शोभा कपूर, पिता जितेंद्र कपूर और उनके वेब प्लेटफॉर्म एएलटीबालाजी का नाम भी दायर मामले में शामिल है.''


 


भाऊ ने इससे पहले जून में 'ट्रिपल एक्स 2' के खिलाफ मामला दर्ज किया था और कहा था कि सीरीज में, एकता कपूर ने भारतीय सेना के सैनिकों के बारे में गलत बातें दिखाईं. जब सैनिक सीमा पर देश की सेवा करने जाता है, तब सैनिक की पत्नी प्रेमी को घर बुलाती है और उसके साथ संबंध बनाती है. उसने सैनिक की वर्दी पहन रखी थी. अंतरंग दृश्य के दौरान, महिला वर्दी फाड़ देती है और उसका मजाक उड़ाती है


JAC 12th Result 2020

JAC Jharkhand Board 12th Result 2020: झारखण्ड एकेडेमिक काउंसिल (जेएसी) आज 12वीं कक्षा का रिजल्ट जारी करेगा. यह रिजल्ट दोपहर में 1:00 बजे काउंसिल के हेड ऑफिस से ऑनलाइन जारी किया जाएगा. ऑनलाइन रिजल्ट जारी करने का यह कार्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो करेंगे. दोपहर में 1:00 बजे रिजल्ट जारी होने के बाद स्टूडेंट्स इसे झारखण्ड एकेडेमिक काउंसिल (जेएसी) की ऑफिशियल वेबसाइट jac.jharkhand.gov.in पर या jac.nic.in पर या jacresults.com पर लॉग इन कर देख सकते हैं.



12वीं की यह परीक्षा कब और कितने स्टूडेंट्स ने दी थी


 


जैक 2020 की 12वीं कक्षा की यह परीक्षा 11 फरवरी 2020 से लेकर 28 फरवरी 2020 तक कराई गई थी. यह परीक्षा झारखण्ड के कुल 470 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित कराई गई थी. इस परीक्षा में स्टूडेंट्स के अनुचित व्यवहार को रोकने के लिए पूरे बंदोबस्त किए गए थे. झारखण्ड बोर्ड 12वीं परीक्षा में करीब 02 लाख 34 हजार 3 सौ 63 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी. इन 02 लाख 34 हजार 3 सौ 63 स्टूडेंट्स में 76 हजार 585 स्टूडेंट्स साइंस स्ट्रीम में, 28 हजार 515 स्टूडेंट्स कॉमर्स स्ट्रीम में तथा 01 लाख 29 हजार 263 स्टूडेंट्स आर्ट्स स्ट्रीम में परीक्षा दिए थे. रांची में सबसे अधिक 32 हजार 960 स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए थे.


 


इस कारण से रिजल्ट जारी करने में हुई देरी:


 


झारखंड बोर्ड (JAC) 12वीं की परीक्षाएं वैसे तो 28 फरवरी 2020 को समाप्त हो गई थीं और झारखण्ड काउंसिल ने 20 मार्च 2020 से कॉपियों के मूल्यांकन की भी तैयारी कर ली थी लेकिन तभी कोरोना वायरस का संक्रमण शुरू हो जाने के कारण मूल्यांकन के कार्य को स्थगित कर देना पड़ा. अंत में मूल्यांकन का कार्य 28 मई 2020 से शुरू हो पाया.


 


ऐसा था 2019 का JAC12वीं का रिजल्ट:


 


 साल 2019 में करीब 03 लाख 15 हजार स्टूडेंट्स 12वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल हुए थे. 2019 में 12वीं कक्षा का रिजल्ट 15 मई 2020 को जारी किया गया था जिसमें साइंस स्ट्रीम में करीब 57%, कॉमर्स स्ट्रीम में करीब 70.44% और आर्ट्स स्ट्रीम में करीब 79.97% स्टूडेंट्स पास हुए थे. जबकि जैक के 08 जुलाई 2020 को जारी किए गए 10वीं कक्षा के रिजल्ट में कुल 75.01% स्टूडेंट्स पास हुए हैं. 


24 घंटे में आए 35 हजार मामले, देश में अब 10 लाख से ज्यादा मरीज

नई दिल्ली: देश में कोरोना मरीजों की संख्या 10 लाख के पार पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में इस संक्रमण के सबसे ज्यादा 34,956 नए मामले सामने आए हैं और 687 लोगों की मौत हुई है. देश में कुल संक्रमितों की संख्या 10,03,832 हो गई है. इनमें 3,42,473 एक्टिव केस हैं तो वहीं 6,35,757 लोग ठीक हो चुके हैं. 25,602 लोगों ने अबतक जान गंवाई है.



कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रभावित देश है. अमेरिका, ब्राजील के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित भारत है. लेकिन अगर प्रति 10 लाख आबादी पर संक्रमित मामलों और मृत्युदर की बात करें तो अन्य देशों की तुलना में भारत की स्थिति बहुत बेहतर है. भारत से अधिक मामले अमेरिका (3,693,700), ब्राजील (2,014,738) में हैं. देश में कोरोना मामले बढ़ने की रफ्तार भी दुनिया में तीसरे नंबर पर बनी हुई है.


 


एक्टिव केस के मामले में टॉप-5 राज्य
आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस वक्त 3,42,473 कोरोना के एक्टिव केस हैं. सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र में 99 हजार से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है. इसके बाद दूसरे नंबर पर तमिलनाडु, तीसरे नंबर पर दिल्ली, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है. इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं. एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का चौथा स्थान है. यानी कि भारत ऐसा चौथा देश है, जहां फिलहाल सबसे ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है.


 


दुनिया में कहां कितने केस, कितनी मौतें


 


अमेरिका अभी भी कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की लिस्ट में सबसे ऊपर है. यहां अबतक 36.93 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण के शिकार हो चुके हैं, जबकि एक लाख 41 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. अमेरिका में पिछले 24 घंटों में 72 हजार से ज्यादा नए केस आए, जबकि 940 लोगों की मौत हुई. वहीं ब्राजील में भी कोरोना का कहर बरकरार है. ब्राजील में संक्रमण के मामले 20 लाख के पार पहुंच चुके हैं, जबकि 76 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.


गाजियाबाद में 2450 जगहों पर होलिका दहन: सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पुलिस अलर्ट पर

  गाजियाबाद वसुंधरा सेक्टर 2b में होलिका दहन की तैयारी की तस्वीर  गाजियाबाद में होली पूजन और होलिका दहन को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए ...