नई दिल्ली: एक तरफ दिल्ली सरकार ने कोरोना (Coronavirus) के मरीजों को अस्पतालों में उपलब्दध खाली बेड की जानकारी देने के लिए ऐप लॉन्च किया है. वहीं, दूसरी तरफ आज बेड न मिलने की वजह से एक मरीज ने अस्पताल के बाहर दम तोड़ दिया.
दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल के बाहर आज एक कोरोना के मरीज की मौत हो गई. ये व्यक्ति 1 जून को कोरोना पॉसिटिव पाया गया था. घरवालों की शिकायत है कि मरीज को 1 तरीख से लगातार दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में एडमिट करने की कोशिश की गई लेकिन उन्हें कहीं जगह नहीं मिली.
गुरुवार की सुबह जब मरीज की हालत ज्यादा खराब हुई तो उन्हें दिल्ली के लोक नायक अस्पताल लाया गया. लेकिन अस्पताल ने मरीज को एडमिट करने से मना कर दिया. काफी देर इंतजार करने के बाद घर वाल खुद मरीज को स्ट्रेचर पर सुलाकर इमरजेंसी में ले जाने लगे तो एक डॉक्टर नें मरीज को भर्ती किया. कुछ समय के बाद मरीज को मृत घोशित कर दिया गया.
इस मामले पर सफाई देते हुए अस्पताल प्रसाशन का कहना है कि जब मरीज अस्पताल लाया गया तो वो पहले से ही मृत था.
मृतक की बेटी अमरप्रीत ने ट्वीट कर आपने पिता की मौत की जानकारी देते हुए कहा 'वो अब नहीं रहे, हमारी सरकार ने हमें फेल कर दिया.' अमरप्रीत पिछले कई दिनों से लगातार ट्वीटर पर अपने पिता के इलाज को लेकर दिल्ली सरकार और अस्पतालों से मदद मांगने की कोशिश कर रही थीं. पिता को अस्पताल लाने के बाद अमरप्रीत ने ही ट्वीट कर कहा "मेरे पिता को तेज बुखार है, हमें जल्द उन्हें अस्पताल में भर्ती करना है, मैं लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल के बाहर खड़ी हूं और ये लोग इन्हें भर्ती नहीं कर रहे हैं. मेरे पिता को कोरोना है, तेज बुखार है, उन्हे सांस लेने में तकलीफ हो रही है. वो बिना मदद के नहीं बच पाएंगे. प्लीज मदद कीजिए."
इससे पहले 2 जून को अमरप्रीत ने ट्वीट कर कहा था, "मेरे पिता कोरोना पॉसिटिव हैं और दिल्ली में हैं. हैल्पलाइन नंबर पर कोई जवाब नहीं दे रहा है."
पिता को खोने के बाद अब अमरप्रीत और उनके परिवारवालों के लिए एक नई चुनौती खड़ी हो गई है. पिता की मौत की खबर के बाद अमरप्रीत ने ट्वीट कर बताया कि उनके परिवार का कोरोना टेस्ट नहीं हो पा रहा है. उनका कहना है कि हम सुबह से कोशिश कर रहे हैं लेकिन हमारा टेस्ट नहीं हो पा रहा है. मेरी मां, भाई, उनकी बीवी और 2 बच्चों का टेस्ट होना है.
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने कोरोना के टेस्ट को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है. जिसके चलते दिल्ली में सिर्फ उन्हीं लोगों का टेस्ट संभव है जिनमें या तो कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं या जिनमें सीवियर एक्यूट रैस्पीरेटरी इनफेक्शन पाया जाता है. कोरोना संक्रमित व्यकित के सीधे संपर्क में आने पर भी संपर्क में आने के पांचवे दिन से दसवें दिन के बीच ही टेस्ट किया जा सकता है.
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