कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया था। अब इस लॉकडाउन को खोलने के लिए अनलॉक 1.0 लागू किया गया है। उत्तर प्रदेश के हर जिले में डीएम अपने स्तर से इस अनलॉक 1.0 को लेकर अलग-अलग आदेश जारी कर रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद डीएम ने जो आदेश जारी किया है उसे लेकर विवाद हो रहा है। डीएम के आदेश में सब्जियों और दूध की बिक्री के लिए शाम तक का समय निर्धारित किया गया है जबकि शराब सुबह से लेकर रात तक बिक सकेगी।
डीएम अजय शंकर पाण्डेय के आदेश में कहा गया है कि फल और सब्जियों की दुकान सुबह 6 से 2 बजे तक ही लगेंगी। वहीं किराना की दुकानों का समय सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक का तय किया गया है। वहीं शराब की दुकानों को रात 9 बजे तक खुलने की अनुमति है।
लोगों ने उठाए सवाल
डीएम के इस आदेश को लेकर विवाद शुरू हो गया है। लोगों ने आदेश पर सवाल उठाए हैं। निवेदिता ने बताया कि लोगों को जीने के लिए खाना और पानी चाहिए न कि शराब। प्रशासन ने सब्जी, दूध और फल मिलने का समय तय किया है। जबकि शराब रात में भी मिल रही है।
आम लोग हो रहे परेशान
सौरव ने कहा कि वह और उनकी पत्नी दोनों नौकरी करते हैं। सामान्यता हम लोग दफ्तर से लौटते समय रास्ते से फल, सब्जी, दूध और जरूरत का सामान लेते हुए घर पहुंचते थे। लॉकडाउन में घर पर रहे तो किसी भी समय सामान मिले ले लेते थे लेकिन अब दफ्तर खुल गए हैं। जब तक वे लोग ऑफिस से निकलते हैं तब तक फल और सब्जियां मिलनी बंद हो जाती है। जबकि रास्ते में शराब की दुकानों पर खूब भीड़ नजर आती है। ऐसे में वे लोग परेशान हैं कि क्या करें।
आदेश में कई खामियां
तमाम लोग डीएम के इस आदेश पर सवाल उठा रहे हैं। सब्जी विक्रेता राम विलास ने कहा कि अगर वे लोग सब्जी बेच रहे हैं तो उनका क्या कसूर है। उनके ठेला लगाने का समय तय है। एक तो सब्जियां इतनी सस्ती हैं और ऊपर से अब समय की पाबंदी की मार। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि अब क्या करें। इसके अलावा आदेश में कई खामियां हैं।
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