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शनिवार, 30 मई 2020

गृह मंत्रालय ने जारी की नई गाइडलाइन, कंटेनमेंट जोन के बाहर चरणबद्ध तरीके से मिलेगी छूट

नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन 5.0 को लागू हो गया है. अब ये 1 जून से 30 जून तक लागू रहेगा. शर्तों के साथ धार्मिक स्थल खुलेंगे. रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू रहेगा. इसको लेकर सरकार ने गाइडलाइंस जारी किए है.लॉकडाउन-5 को अनलॉक-1 का नाम दिया गया है.



मुख्य बातें


 


लॉकडाउन खत्म होगा, अनलॉक-1 शुरू होगा.


 


लॉकडाउन सिर्फ कंटेनमेंट जोन में 30 जून तक लागू होगा.


 


कंटेनमेंट जोन में सिर्फ जरूरी सेवाओं के लिए अनुमति होगी.


 


फेज -1 में 8 जून से धार्मिक स्थान, शॉपिंग मॉल, रेस्तरां खुलेंगे, इसके लिए एसओपी स्वास्थ्य मंत्रालय जारी करेगा.


 


30 जून तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा.


 


फेज -2 में स्कूल-कॉलेज खोलने को लेकर जुलाई में फैसला होगा.


 


सामाजिक आयोजनों पर पाबंदी जारी रहेगी.


 


फेज -3 में स्थिति की समीक्षा के बाद ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, मेट्रो, सिनेमा, जिम, स्वीमिंग पुल, बार, असेंबली हॉल को खोलने का फैसला होगा.


 


अंतर्राज्यीय परिवहन पर रोक नहीं होगी, हालांकि राज्य चाहें तो इस परिवहन को नियंत्रित कर सकता है लेकिन इसके लिए पहले से लोगों को बताना होगा.


 


65 साल से ज्यादा के लोग, गर्भवती महिलाएं, पहले से बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति, 10 साल से छोटे बच्चों को घर में रहने की सलाह.


 


सिर्फ जरूरी कार्य व स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ही बाहर निकलें.


 


पहले की तरह मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा.


 


भीड़ लगाना मना होगा, शादियों के लिए ज्यादा से ज्यादा 50 लोग इकट्ठे हो पाएंगे.


 


अंतिम संस्कार के लिए 20 से ज्यादा लोग इकट्ठे न हों.


 


सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर प्रतिबंध जारी रहेगा. सार्वजनिक जगहों पर पान, गुटखा, शराब का सेवन प्रतिबंधित रहेगा.


 


जहां तक हो सके लोग घर से ही काम करें, वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा.


 


कार्यस्थलों पर स्क्रीनिंग और हायजीन की पूरी व्यवस्था हो, सैनेटाइजेशन किया जाए.


 


इससे पहले कब-कब लागू हुआ लॉकडाउन


 


बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन का चौथा चरण का कल 31 मई को आखिरी दिन है. चौथा लॉकडाउन 18 मई से 31 मई तक के लिए लगाया गया था. इससे पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल, 15 अप्रैल से 3 मई और 4 मई से 17 मई तक के लिए लॉकडाउन का एलान किया गया था.


 


देश में कोरोना वायरस के आंकड़े


 


देश में जानलेवा कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. पिछले 24 घंटों में 265 लोगों की मौत हुई है, जो एक दिन में मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है. वहीं पिछले एक दिन में सबसे ज्यादा सात हजार 964 मामले भी सामने आए हैं. इतना ही नहीं 11 हजार 264 लोग एक दिन में ठीक हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अबतक एक लाख 73 हजार 763 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं 4971 लोगों की मौत हो चुकी है. 82 हजार 370 लोग ठीक भी हुए हैं.


जानिए लॉकडाउन 5.0 में 1 जून से देश में क्या कुछ बदल जाएगा

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मद्देनजर देश में 30 जून तक लॉकडाउन को बढ़ाने का एलान कर दिया है. इसे अनलॉक-1 का नाम दिया गया है. यानी इस बार कई चीजों की छूट देने का फैसला किया गया है. गृह मंत्रालय ने इसको लेकर गाइडलाइंस जारी किए हैं. इसमें धार्मिक संस्थान और शॉपिंग मॉल को खोलने की घोषणा की गई है.



क्या खुलेगा?


 


आठ जून से शॉपिंग मॉल खोलने की इजाजत होगी.


 


आठ जून से जिन गतिविधियों को अनुमति दी जाएंगी उनमें लोगों के लिए धार्मिक स्थल, होटल, रेस्तरां और दूसरी होटल सेवाएं शामिल होंगी.


 


कंटेनमेंट जोन के बाहर प्रतिबंधित गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा.


 


नाइट कर्फ्यू रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक देश भर में लागू होगा.


 


फेज-3 में स्थिति की समीक्षा के बाद ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, मेट्रो, सिनेमा, जिम, स्वीमिंग पुल, बार, असेंबली हॉल को खोलने का फैसला होगा.


 


जुलाई में फेज-2 में स्कूल-कॉलेज खोलने को लेकर फैसला होगा.


 


इंटर स्टेट परिवहन पर रोक नहीं होगी, हालांकि राज्य चाहें तो इस परिवहन को नियंत्रित कर सकता है, लेकिन इसके लिए पहले से लोगों को बताना होगा.


 


स्थिति का आकलन करने के बाद अंतररष्ट्रीय हवाई यात्रा, मेट्रो ट्रेन, सिनेमा हाल, जिम, राजनीतिक सभाओं पर फैसला लिया जाएगा.


 


सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर बैन जारी रहेगा.


 


सार्वजनिक जगहों पर पान, गुटखा, शराब के सेवन पर बैन जारी रहेगा.


 


गाइडलाइन में कहा गया है कि जहां तक हो सके घर से ही काम करें, वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा देने के लिए कहा गया है.


 


कार्यस्थलों पर स्क्रीनिंग और सफाई की पूरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है और सैनेटाइजेशन करने को कहा गया है.


 


कंटेनमेंट जोन के बाहर बफर जोन, जहां संक्रमण के मामले आने की ज्यादा संभावना है, उनकी पहचान राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश करेंगे.


 


बफर जोन में जरूरत के आधार पर जिला प्रशासन पाबंदियां लगा सकता है.


 


परिस्थितियों के अनुरुप राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर कुछ गतिविधियों पर रोक लगा सकते हैं या पाबंदियां लागू कर सकते हैं.


 


गुरुवार, 28 मई 2020

राज्य और केंद्र सरकार को प्रवासी श्रमिकों की चिंता नहीं

लखनऊ: कोरोना काल में प्रवासी श्रमिकों की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. मजदूरों को रोजाना संकट का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, मजदूरों के मुद्दे पर राजनीति भी तेज है. प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर बसपा सुप्रीमो मायावती भी लगातार केंद्र और राज्य सरकार पर हमलावर हैं. मायावती ने ट्वीट कर गुरुवार को केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया है. मायावती ने आरोप लगाया कि लॉकडाउन के बीच अपने घर वापस लौट रहे प्रवासी श्रमिकों की बदहाली से पता चलता है कि सरकारों को उनकी फिक्र नहीं.



मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, ''जिस प्रकार लॉकडाउन से पीड़ित और घर वापसी को लेकर मजबूर प्रवासी श्रमिकों की बदहाली और रास्ते में उनकी मौत का कड़वा सच मीडिया के माध्यम से देश-दुनिया के सामने है. यह साबित करता है कि केन्द्र और राज्य सरकारों को उनकी बिल्कुल भी चिन्ता नहीं है, यह अति-दुःखद है.''


मायावती ने एक और ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि देश में लॉकडाउन के 65वें दिन आज यह थोड़ी राहत की खबर है कि माननीय न्यायालयों ने कोरोनावायरस की जांच/इलाज में सरकारी अस्पतालों की बदहाली, निजी अस्पतालों की उपेक्षा और प्रवासी मजदूरों की बढ़ती दुर्दशा एवं मौतों के सम्बंध में केन्द्र और राज्य सरकारों से सवाल-जवाब शुरू कर दिया है.



फर्जी निकला खुद को दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बताने वाला व्यक्ति, पुलिस ने साथी संग किया गिरफ्तार

सहारनपुर: सहारनपुर पुलिस ने अपने आप को दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बताने वाले व्यक्ति को उसके साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है. विवेक कौशिक नामक व्यक्ति खुद को दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री बता रहा था. ये कहकर वो लगातार थाना रामपुर मनिहारान की चुनैटी चौकी पर स्थित चौकी इंचार्ज पर एक अन्य व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज करने का दबाव बना रहा था. इस व्यक्ति द्वारा पहले भी दो तीन बार शिकायतें दर्ज की जा चुकी थीं. सीओ रामपुर मनिहारान ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की, तो ये व्यक्ति फर्जी मंत्री पाया गया. जिसके बाद पुलिस ने अपने आपको दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री बता रहे विवेक कौशिक और उसके एक साथी मयंक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस अब उसके एक अन्य साथी की तलाश में जुटी है.


एसपी सिटी विनीत भटनागर ने जानकारी देते हुए बताया कि एक व्यक्ति द्वारा लगातार फोन कर अपने आपको दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री बता रहा था. पुलिस को दो-तीन बार कंप्लेंट की गईं. जिसके बाद चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे तो पता चला कि ये व्यक्ति फर्जी मंत्री है और इन लोगों ने शराब का सेवन किया हुआ था. पुलिस ने अपने आपको दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री बताने वाले फर्जी व्यक्ति और उसके एक अन्य साथ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि उसके एक अन्य साथी की तलाश जारी है.



बताया जा रहा है कि फर्जी राज्य मंत्री खुद को बीजेपी से जुड़ा बता रहा था. वो फर्जी मंत्री बनकर अपने विरोधियों को जेल भेजना का पुलिस पर दबाव बना रहा था. पुलिस ने शक के आधार पर फर्जी राज्य मंत्री और उसके साथी मयंक को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनका एक साथी अर्जुन पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहा. पुलिस ने फर्जी राज्य मंत्री के पास से एक कार UP11Y1000 भी बरामद की है.


ट्रिपल मर्डर मामला: JDU विधायक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे तेजस्वी यादव कल अपने विधायकों के साथ जाएंगे गोपालगंज


पटनाः बिहार के गोपालगंज के ट्रिपल मर्डर केस में आरजेडी ने आक्रामक रुख अपना लिया है. शुक्रवार को आरजेडी नेता तेजस्वी ने पार्टी के सभी विधायको को राबड़ी देवी के आवास पर बुलाया है. गोपालगंज के ट्रिपल मर्डर में हत्या की साजिश रचने के आरोपी जेडीयू के विधायक अमरेंद्र पांडे उर्फ पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी की मांग को लेकर तेजस्वी शुक्रवार सुबह 9 बजे अपने सभी विधायकों के साथ गोपालगंज जाएंगे.




गौरतलब है कि तेजस्वी ने विधायक की गिरफ्तारी के लिए सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम दिया था. रविवार रात रूपनचक गांव में दो बाइक पर सवार अपराधियों ने आरजेडी नेता जेपी यादव के घर पर गोलीबारी कर दी, हमले में उनके पिता महेश चौधरी और मां संकेशिया देवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.




हमले में जेपी यादव और उनके भाई शांतनु यादव भी गंभीर रूप से घायल हो गए. अस्पताल में इलाज के दौरान शांतनु यादव ने दम तोड़ दिया. वहीं जेपी यादव का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने आरोपी विधायक के बड़े भाई सतीश पांडेय और भतीजे मुकेश पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है.




वहीं तेजस्वी यादव 26 मई को जेपी यादव से मिलने पीएमसीएच पहुंचे थे. पीएमसीएच के बाहर तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं. तेजस्वी ने दो दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि जेडीयू विधायक अमरेंद्र पांडे उर्फ पप्पू पांडे की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह आंदोलन करेंगे.




वहीं दूसरी तरफ गोपालगंज में हुए गैंग वॉर को लेकर तेजस्वी यादव के आंदोलन करने की चेतावनी को बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने चुनौती दी है. नीरज कुमार ने कहा कि विपक्ष के नेता इस योग्य नहीं है की सवाल उठा सकें.




नीरज कुमार ने कहा कि इससे ज्यादा मुकदमे लालू जी के काल में थे. विधायक पर आरोप है पुलिस उसकी जांच कर रही है. अगर जांच में दोषी पाए जाएंगे तो विधायक जेल जाएंगे. अगर तेजस्वी के पास सबूत हैं तो दें. उन्होंने कहा कि जेपी यादव जिनके पक्ष में तेजस्वी यादव खड़े हुए हैं, उनपर भी एक मुकदमा कायम हुआ है. ये मुकदमा है मुन्ना तिवारी की हत्या के आरोप में साजिश का.




उन्होंने कहा कि तेजस्वी लंबे समय तक प्रवासी बने हुए थे, ये राजनैतिक आपदा लाना चाहते हैं और वो भी अपराध के बिंदु पर. लेकिन अपराध के मामले में इनका चेहरा इतना दागदार है कि यह चेहरा दिखाने लायक नहीं हैं.





 


 




 


सुप्रीम कोर्ट का अंतरिम आदेश- 'मजदूरों से ट्रेन या बस का कोई किराया न लिया जाए, राज्य सरकार किराया दे'

नई दिल्ली: प्रवासी मज़दूरों के मुद्दों पर आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई हुई और शीर्ष अदालत ने अंतरिम आदेश दिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मजदूरों से ट्रेन या बस का कोई किराया न लिया जाए, राज्य सरकार किराया दे. आदेश में कहा गया है, ''जो जहां फंसा है उसे वहां की राज्य सरकार भोजन दे. उन तक जानकारी पहुंचाई जाए कि मदद कहां उपलब्ध है.''



सुप्रीम कोर्ट ने सड़कों पर पैदल चल रहे प्रवासी मजदूरों की स्थिति पर सुप्रीम कोर्ट ने 26 मई को संज्ञान लिया था और आज सुनवाई की तारीख तय की थी. आज सुनवाई के दौरान सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं. उन्हें बार बार मीडिया में दिखाया गया. ऐसा नहीं कि सरकार कदम नहीं उठा रही है. जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम यह नहीं कह रहे कि सरकार कुछ नहीं कर रही. लेकिन ज़रूरतमंदों तक मदद पहुंच नहीं पा रही है.


 


जज ने पूछा कि किराया कौन दे रहा है? सॉलिसीटर- मैं इसका विस्तृत जवाब दूंगा. या तो यात्रा का शुरुआती राज्य या अंतिम राज्य पैसे दे रहा है. सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि ट्रेन को यात्रा से पहले लगातार सैनिटाइज़ किया जाता है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता है. पहला भोजन राज्य सरकार देती है. आगे रेलवे भोजन और पानी देता है. अब तक रेलवे ने 84 लाख थाली और लगभग 1.5 करोड़ रेल नीर उपलब्ध करवाया है. उनको गंतव्य ओर पहुंचने के बाद राज्य सरकार बस दे रही है.


 


उन्होंने कहा कि ज़रूरत के मुताबिक क्वारंटीन किया जा रहा है. क्वारंटीन अवधि में राज्य सरकार आश्रय, भोजन आदि उपलब्ध करवा रही है. यह अवधि पूरी होने के बाद फिर राज्य सरकार बस से उनके घर पहुंचाती है. रेलवे भी MEMU ट्रेन चलकर इस काम मे मदद दे रही है. ऐसी 350 ट्रेन चली है जो राज्य के भीतर ही चलती है.


 


जज ने कहा कि आप दूसरे स्टेज पर पहुंच गए कि लोग अपने राज्य पहुंच गए. सुविधा मिल गई. हम पहले स्टेज पर हैं- बड़ी संख्या में लोग परेशान फिर रहे हैं. उनका नाम कहीं रजिस्टर तक नहीं हो रहा है. सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि हम संसाधनों का पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं. 27 दिन में 3700 ट्रेन चलाई है. फिर जस्टिस ने कहा कि क्या यात्रा कर रहे लोगों से कभी भी पैसे लिए जा रहे हैं? क्या उन्हें भोजन मिल रहा है?


पति के किये तीन टुकड़े … गोवा


महिला को मंगलवार  शाम गिरफ्तार किया गया. अपने साथियों की मदद से शव के तीन टुकड़े करने के बाद उसे दफना दिया.


बदलते समय के साथ औरत ने इतनी तेजी से उड़ान भरी है कि अपने वर्चस्व का परचम फैला कर वह तानाशाह की कुरसी पर जा बैठी है और पुरुष पर अत्याचार करने से नहीं हिचकती. पुरुषों पर बढ़ रहे अत्याचार के बारे में बता रहे अखबार के मुख़्य एडीटर सौरव दिक्षित l 


गोवा में एक महिला ने कथित तौर पर अपने पति की हत्या करने के बाद उसके शव के तीन टुकड़े कर दिए. पुलिस ने बताया कि इस मामले में महिला के तीन साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है. महिला को मंगलवार देर शाम गिरफ्तार किया गया. महिला ने अपने साथियों की मदद से शव के तीन टुकड़े करने के बाद उसे दफना दिया.


पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान कल्पना बसु, सुरेश, पंकज पवार और अब्दुल शेख के रूप में हुई है. पुलिस निरीक्षक रविंद्र देसाई ने बताया कि सड़ चुके शव को बुधवार को पणजी से लगभग 100 किमी दूर दूधसागर झरने के पास स्थित जंगल से बरामद किया गया.


देसाई ने बताया कि कल्पना ने झगड़े के बाद अपने पति की हत्या कर दी, जो एक मजदूर था. उसने अपने साथियों के साथ मिलकर शव के तीन टुकड़े किए और उसे दूधसागर झरने के पास स्थित जंगल में दफना दिया. यह हत्या अप्रैल के प्रथम सप्ताह में की गई थी. देसाई ने कहा कि पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने शव के दफनाए जाने की जगह के बारे में जानकारी दी.


 


आज के इस सोशल मीडिया के दौर में, ये बात एक फसाना सरीखी है कि स्त्री और पुरुष एक गाड़ी के दो पहिये हैं. और ये समाज तभी चल सकता है जब ये दोनों पहिये सुचारू ढंग से काम करें. आज जहां एक तरफ महिलाओं पर शारीरिक मानसिक हिंसा हो रही है तो वहीं दूसरी ओर पुरुष भी इसका शिकार हैं जिससे उनका दिन का चैन और रातों की नींद कहीं खो चुकी है. हो सकता है कि इस बात को सुनकर कोई भी व्यक्ति इसे नकार दे और ये प्रश्न करे कि,' भला पुरुष भी शार्रीरिक या मानसिक हिंसा का शिकार हो सकते हैं.


तो इसके उत्तर में यही कहा जा सकता है कि, 'हां, पुरुष भी उन्हीं चीजों का अनुभव करते हैं जिनका अनुभव एक महिला करती है. एक पाठक के तौर पर शायद आपको हैरत हो. जब आपको पता चले कि पुरुषों के साथ हुए रेप के 10 मामलों में से केवल एक मामला पुलिस तक जाता है. इन मामलों में पुलिस की प्रतिक्रिया कैसी रहती होगी इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं.


बुधवार, 27 मई 2020

IAS Success Story: पहले दो प्रयासों में प्री भी पास नहीं कर पायी और तीसरे में लायीं 9वीं रैंक, ऐसे बनी गुंजन आईएएस

यूपीएससी परीक्षा के कठिनाई स्तर से हर कोई वाकिफ है, जो परीक्षा देने और सफल होने की इच्छा रखते हैं वे भली-भांति जानते हैं कि कम से कम एक से दो साल तपस्या करनी होगी, तभी सफलता मिलेगी. पर कई बार तपस्या के बावजूद निराशा ही हाथ लगती है क्योंकि शायद कहीं कोई कमी रह जाती है. ऐसा ही कुछ हुआ लखनऊ की गुंजन द्विवेदी के साथ.


 


उन्होंने ग्रेजुएशन खत्म करते ही सिविल सर्विसेस की तैयारी शुरू कर दी. चूंकि इस समय वे परीक्षा देने के लिये न्यूनतम आयु सीमा से कम थीं तो उन्होंने इस समय का बेहतर इस्तेमाल करने के लिये परीक्षा की तैयारी करना उचित समझा. दो साल भरपूर तैयारी करने के बाद उन्होंने पहली बार परीक्षा दी लेकिन न पहली बार, न ही दूसरी बार में भी उनका प्री-परीक्षा में चयन हुआ. वे हताश तो हुयीं पर अपने परिवार और साथियों के सहयोग से दोबारा उठ खड़ी हुयीं. तीसरी बार में उन्होंने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुये न केवल सफलता पायी बल्कि टॉप टेन में भी शामिल हो गयीं. गुंजन की कहानी उन कैंडिडेट्स के लिये प्रेरणास्त्रोत है जो खूब मेहतन के बावजूद सफल न होने पर निराशा के समंदर में डूब जाते हैं क्योंकि इस परीक्षा में सफलता का दूसरा नाम ही निरंतरता है.


 


बचपन से सिविल सर्विसेस में जाने की इच्छा थी –


 


गुंजन के पिताजी रिटायर्ड आईपीएस ऑफिसर हैं और बड़ी बहन भी इनकम टैक्स ऑफिसर हैं, ऐसे में उन्हें बचपन से ही इन सर्विसेस की पूरी जानकारी थी और यह पता था कि कैसे इस क्षेत्र में जाकर समाज के एक बड़े तबके के लिये काम किया जा सकता है. इन वजहों से उनका रुझान बचपन से ही यूपीएससी की तरफ हो गया. कक्षा 12 के बाद जब कैरियर चुनने की बारी आयी तो उन्होंने बकायदा रिसर्च करके और यूपीएससी के हिसाब से प्लान करके ग्रेजुएशन के लिये विषय चुना. उनकी बड़ी बहन जोकि यूपीएससी की ही तैयारी कर रही थी, उनसे भी गुंजन को बहुत मदद मिली. इसी क्रम में उन्होंने दिल्ली के दौलत राम कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स में डिग्री ली. उनकी उम्र इस समय 21 साल थी तो उन्होंने यूपीएससी की तैयारी का रुख किया. पोस्टग्रेजुएशन उन्होंने नहीं किया और ग्रेजुएशन के तीनों साल बहुत अच्छे से दिमाग में यूपीएससी परीक्षा को रखते हुये जमकर पढ़ाई की. 2014 में ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने अपना पहला अटेम्पट 2016 में दिया, फिर 2017 में. दोनों में ही वे प्री तक भी नहीं पहुंची. 2018 में उन्होंने 9वीं रैंक हासिल की और पिछली सारी असफलताओं को धो डाला.


 


गलतियों से सीखा –


 


गुंजन ने एक साक्षात्कार में बताया कि मैंने अपने जीवन के चार साल देने के बाद भी जब प्री तक का मुंह नहीं देखा तो एक बार निराशा तो हुयी पर उनका परिवार और उनके दोस्त इतना ज्यादा सहयोग करते थे और सकारात्मक सोच रखने पर जोर देते थे कि वे बहुत देर असफलता का शोक नहीं मनाती थीं. अपनी पुरानी कमियों से सीखते हुये वे दोबारा तैयारी में जुट जाती थीं. यहां तक की तीसरी बार जब उन्होंने परीक्षा पास कर ली तब भी वह परिणाम आने के पहले अपने चौथे प्रयास की तैयारी में जुट गयी थीं और दो महीने से प्री के लिये पढ़ रही थीं. बात साफ है उन्होंने तय कर लिया था कि चाहे जो हो, चाहे जितनी बार असफल हों पर करना तो यूपीएससी ही है. कम से कम तब तक नहीं रुकना जब तक एक भी मौका बाकी है. ऐसी हिम्मत और जुनूनू के आगे सफलता भी कब तक दूर भटकती, आखिर आ ही गिरी गुंजन की झोली में. परिणाम आने पर उन्हें खुद नहीं यकीन हुआ कि वे यह रैंक ला सकती हैं.



घर पर ही करी तैयारी –


 


गुंजन ने अपनी तैयारी के लिये किसी प्रकार की कोई कोचिंग नहीं ली केवल 6 या 7 महीने के लिये उन्होंने एक बार जीएस की कोचिंग ज्वॉइन की थी. वहां मिलने वाले एनुअल नोट्स की सहायता से आगे उन्होंने खुद ही सब तैयारी की. वो बेसिक्स क्लियर करने पर बहुत जोर देती हैं. सबसे पहले उन्होंने खुद एनसीईआरटी की कक्षा 6 से 12 की सारी किताबें पढ़ डालीं उसके बाद लक्ष्मीकांत और स्पेक्ट्रम आदि पर आयीं जिनके लिये वे साफ सलाह देती हैं कि कतई शॉर्टकट ढूंढ़ने की कोशिश न करें. उनका मानना है कि करेंट अफेयर्स आदि को लेकर तो आप अपने अनुसार नोट्स बना सकते हैं पर बाकी सिलेबस को पूरी तरह पढ़ें शॉर्टकट न तलाशें. हालांकि कुछ हिस्से अगर आपको बिलकुल भी समझ नहीं आते तो उन्हें छोड़ सकते हैं.


 


ऑनलाइन खूब कंटेंट उपलब्ध है –


 


गुंजन कहती हैं कि अब समय काफी बदल चुका है. ऑनलाइन खूब मैटीरियल है जिसकी सहायता से आप तैयारी कर सकते हैं, फिर चाहे वो मेन्स की तैयारी हो या साक्षात्कार की. बस ऑनलाइन सामग्री के लिये जाते समय ध्यान न भटकायें. रोज अखबार पढ़ें और न्यूज देखें. जो पहले सफलता हासिल कर चुके हैं, उनसे मिलें, उनसे उनके अनुभव पूछें. अपने विवेक के हिसाब से सिलेबस को ठीक से समझ लें और मनचाही किताबें इकट्ठी करके बस तैयारी करने बैठ जायें क्योंकि अंततः आपको ही पढ़ना है और अपने लिये ही पढ़ना है. जहां तक असफलताओं का सवाल है तो वह सफलता के रास्ते में आने वाली बाधा मात्र हैं पर इरादे अटल और विश्वास मजबूत हो तो कोई चुनौती कठिन नहीं.


मंगलवार, 26 मई 2020

राजस्थान में पान, गुटखा, तम्बाकू की बिक्री चालू हुई, रेड जोन में खोले जाएंगे पार्क

जयपुर: देशभर में लॉकडाउन 4.0 का अंत होने में करीब एक सप्ताह का वक्त बाकी है. लेकिन राजस्थान सरकार ने उससे पहले ही लॉकडाउन के नियमों में छूट बढ़ाने का फैसला किया है. राजस्थान सरकार ने राज्य में पान गुटखा,तम्बाकू की बिक्री शुरू करने का फैसला किया है. इसके साथ ही रेड जोन में सार्वजनिक पार्को, टैक्सी और कैब सेवा भी चालू कर दी गई है.



गृह विभाग ने चौथे चरण के लॉकडाउन के आदेश के तहत प्रतिबंधित गतिविधियों में से पान,गुटखा, तम्बाकू आदि की बिक्री को हटाया है. हालांकि सरकार ने साफ किया है कि कोई भी व्यक्ति इन चीजों का उपयोग सार्वजनिक स्थानों पर नहीं कर सकेगा. आदेश के मुताबिक सार्वजनिक स्थानों पर थूकना अभी भी दंडनीय अपराध है.


 


पार्क भी खुलेंगे


 


लॉकडाउन 4.0 के दिशा निर्देशों में संशोधन करते हुए राज्य सरकार ने रेड जोन में सामाजिक दूरी और सेनेटाइजेशन की शर्ते सुनिश्वित करते हुए टैक्सी, आटो और कैब की सेवाओं की स्वीकृति दी है. सरकार ने रेड जोन इलाकों में सुबह सात बजे से शाम 6.45 बजे तक सार्वजनिक पार्कों को खोलने की अनुमति प्रदान की है.


 


उल्लेखनीय है कि ऑरेंज और ग्रीन जोन में आने वाले इलाकों में इन गतिविधियों की पहले से अनुमति थी. संशोधित आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया कि हाथ रिक्शा, कियोस्क,खाने की छोटी दुकानें, जूस, चाय और अन्य सामान की दुकानों को स्वीकृति प्रदान की गई है लेकिन स्वच्छता, स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा. इसके साथ ही लोगों के एकत्र होने पर लगी रोक पहले की तरह जारी रहेगी.


 


WHO ने मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन के इस्तेमाल पर लगाई रोक, कहा- इसका कोरोना में इस्तेमाल न हो

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हर देश में इसकी दवा की खोज की जा रही है. कई देशों ने कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए हाइड्रऑक्सी क्लोरोक्वीन के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है. हालांकि अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. WHO ने कहा है कि मलेरिया की दवा कोरोना में इस्तेमाल न हो.



विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को कहा कि इसने एहतियात के तौर पर हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन का कोरोना वायरस के इलाज के लिए क्लनिकल ट्रायल अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. WHO का कहना है कि वह यह फैसला उस रिपोर्ट के आधार पर ले रही है जिसमें दावा किया गया है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए हाइड्रऑक्सी क्लोरोक्वीन के इस्तेमाल से कोरोना के मरीजों की मौत की संभावना बढ़ जाती है.


 


बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पिछले दिनों मलेरिया और अन्य बीमारियों के उपचार में इस्तेमाल किए जाने वाली दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन या क्लोरोक्विन को कोविड-19 संक्रमण के इलाज में प्रयोग में लाने को लेकर चेताया है. उन्होंने कहा, "इन दवाओं को क्लिनिकल ट्रायल (नैदानिक परीक्षणों) में उपयोग के लिए रिजर्व किए जाने की आवश्यकता है."


 


किस काम आती है हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन


 


हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का भारत में उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है. यह दवा मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी में काम आती है. मलेरिया के साथ इन दवाओं का प्रयोग आर्थराइटिस में भी किया जाता है. अमेरिका जैसे देशों में यह दवा कोरोना वायरस के मरीजों को दी जा रही है और सहायक भी साबित हो रही है. इसलिए अमेरिका समेत कई देशों में इसकी डिमांड अचानक बढ़ गई है. दरअसल इस दवा का खास असर सार्स-सीओवी-2 पर पड़ता है. यह वही वायरस है जो कोविड-2 का कारण बनता है और यही कारण है कि हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन के टेबलेट्स कोरोना वायरस के मरीजों को दिए जा रहे हैं.


3 हफ्ते में ही भारत में 1 लाख से ज्यादा केस, 2600 से अधिक मौतें

देश में कोरोना वायरस का आतंक जारी है. कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है. बावजूद इसके कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. मंगलवार (26 मई) तक देश में कोरोना के 1 लाख 45 हजार 380 मामले सामने आ चुके हैं. और 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. पहले और दूसरे लॉकडाउन में जहां सरकार की ओर से रियायतें कम दी गई थीं तो कोरोना के मामले भी काबू में थे, लेकिन तीसरे और चौथे लॉकडाउन में जैसे ही छूट बढ़ाई गई वैसे ही इस महामारी के मामले भी बढ़ गए.


कोरोना के मामले किस रफ्तार से बढ़ रहे हैं इसका अंदाजा आप इन आंकड़ों से लगा सकते हैं. आज से तीन हफ्ते पहले यानी 4 मई को भारत में करीब 43,000 केस के साथ 1,400 मौत रिपोर्ट हो चुकी थीं. और अभी 1 लाख 45 हजार 380 मामले हैं और 4 हजार 167 लोगों की मौत हो चुकी है. यानी तीन हफ्ते में देश में 1 लाख 2 हजार मामले सामने आए और 2600 से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ा.


 


किस राज्य में कितने मामले



कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है. यहां पर 52 हजार से अधिक कंफर्म केस और करीब 1700 लोगों की मौत हुई है तो वहीं तमिलनाडु में 17 हजार से अधिक कुल मरीज हैं. मध्य प्रदेश में कुल मरीजों का आंकड़ा 6859 है, जिसमें 300 लोगों की मौत हो चुकी है. उत्तर प्रदेश में भी कुल कन्फर्म केस की संख्या 6532 हो गई है, जिसमें 165 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार में मरीजों का आंकड़ा 2730 है, जिसमें 13 लोगों की मौत हो चुकी है.


किस राज्य में कितने मामले


कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है. यहां पर 52 हजार से अधिक कंफर्म केस और करीब 1700 लोगों की मौत हुई है तो वहीं तमिलनाडु में 17 हजार से अधिक कुल मरीज हैं. मध्य प्रदेश में कुल मरीजों का आंकड़ा 6859 है, जिसमें 300 लोगों की मौत हो चुकी है. उत्तर प्रदेश में भी कुल कन्फर्म केस की संख्या 6532 हो गई है, जिसमें 165 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार में मरीजों का आंकड़ा 2730 है, जिसमें 13 लोगों की मौत हो चुकी है.


दिल्ली में भी कुल कोरोना मरीजों का आंकड़ा 14 हजार के पार पहुंच गया है. यहां अब तक 276 लोगों की मौत हो चुकी है. राजस्थान में कुल कोरोना मरीजों का आंकड़ा 7300 है, जिसमें 167 लोगों की मौत हो चुकी है.


16% जिलों में 7 दिनों में कोरोना के केस 100 फीसदी से ज्यादा बढ़े


भारत के करीब 16 प्रतिशत जिलों में सात दिनों के ​अंदर कोरोना वायरस के केस 100 फीसदी से ज्यादा बढ़े हैं. इनमें से करीब आधे जिले ग्रीन जोन में हैं. हालांकि 717 जिलों के ये आंकड़े 20 मई तक के हैं. विशेषज्ञों और स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि यह उछाल मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों से अपने घरों को लौटे प्रवासी मजदूरों की वजह से आया है.


पिछले 24 घंटे में 6535 नए केस


पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6 हजार 535 नए मामले सामने आए हैं और 146 लोगों की मौत हो चुकी है. अभी देश में 80 हजार से अधिक एक्टिव केस हैं. महाराष्ट्र में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 52 हजार 667 हो गया है, जिसमें 1695 की मौत हो चुकी है.


 


सुल्तानपुर में डबल मर्डर, प्रेमिका के माता-पिता की गला रेतकर हत्या

सुल्तानुपर जिले के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव में एक युवक ने धारदार हथियार से प्रेमिका के माता-पिता की सोमवार रात गला रेतकर हत्या कर दी। डबल मर्डर से इलाके में सनसनी फैल गई।



सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। सलारपुर गांव में सोमवार रात करीब 12:30 बजे एक दंपति का शव उन्हीं की छत पर पाया गया। दोनों के गले पर धारदार चाकू के निशान थे। 
सूचना मिलते ही जिले के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीणा, एएसपी ग्रामीण शिवराज, सीओ जयसिंहपुर दलवीर सिंह कई थानों की फोर्स के साथ घटनास्थल पर देर रात तक जमा रहे।
फोरेंसिक टीम के साथ ही डॉग स्क्वायड को भी मामले की तह तक पहुंचने के लिए लगाया गया है। गांव में तनाव को देखते पुलिस तैनात है।


 


कुएं से मिली नौ लाशों की गुत्थी सुलझी, प्रेमिका का कत्ल छिपाने के लिए खेला था खूनी खेल


तेलंगाना के वारंगल की पुलिस ने बीते हफ्ते एक कुएं से मिली नौ लाशों के मामले की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने नौ लोगों की हत्या का खूनी खेल सिर्फ इसलिए खेला ताकि इस राज से पर्दा ना उठ सके कि वह अपनी प्रेमिका की हत्या कर चुका है। पुलिस ने आरोपी बिहार के प्रवासी मजदूर संजय कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है।


जानकारी के अनुसार, तीन दिन पहले गोरेकुंटा गांव से जो 9 शव मिले थे उनमें से 6 एक ही परिवार के सदस्य थे। इस मामले की छानबीन छह स्पेशल पुलिस टीम कर रही थीं। पुलिस ने दावा किया है कि 26 साल के आरोपी संजय कुमार यादव को सोमवार को जब गिरफ्तार किया गया तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। 
वारंगल पुलिस के कमिश्नर डॉक्टर रविंदर ने बताया कि 21 और 22 मई को कुएं से यह सभी लाशें मिली थीं। मामले की जांच शुरू की तो आरोपी संजय कुमार यादव का नाम सामने आया। संजय ने अपनी प्रेमिका रफीका की हत्या का अपराध छुपाने के लिए यह सब किया था। 


उन्होंने कहा कि जिस कुएं से शव मिले थे, उसके पास ही बोरे बनाने की फैक्ट्री है। यहां पर प्रवासी मजदूर रहते हैं। आरोपी संजय यहीं रहता था। उसके साथ पश्चिम बंगाल का रहने वाला मकसूद पत्नी निशा और परिवार के छह सदस्यों के साथ रहता था। इनके साथ बिहार के दो और त्रिपुरा का एक युवक भी रहता था।


जांच में पता चला कि संजय के निशा की भतीजी रफीका (37) के साथ अवैध संबंध थे। रफीका भी पश्चिम बंगाल की ही रहने वाली थी, मगर वह अपने पति से अलग हो गई थी। उसके तीन बच्चे थे। यहीं संजय ने एक कमरा किराए पर ले रखा था, जहां वह रफीका के साथ रहता था।


उन्होंने बताया कि कुछ समय से संजय की रफीका की बेटी पर भी गलत नजर थी। यह बात पता चलने पर रफीका ने संजय को उसकी बेटी से दूर रहने और पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने तक की चेतावनी दी थी। इसके बाद ही संजय ने रफीका की हत्या की साजिश रची। उसने मकसूद को बताया कि वह रफीका से शादी करना चाहता है। इसके लिए रफीका के परिजन से बात करने बंगाल जा रहा है।


उन्होंने बताया कि बीती सात मार्च को संजय और रफीका पश्चिम बंगाल जाने के लिए ट्रेन में चढ़े थे। सफर के दौरान संजय ने रफीका को खाने में नींद की गोली मिलाकर दे दीं। रफीका के बेहोश हो जाने पर आरोपी ने उसका गला घोंट दिया और शव को ट्रेन से फेंक दिया।


इसके बाद आरोपी संजय वारंगल वापस आ गया। जब निशा ने उससे रफीका के बारे पूछा तो वह ठीक से जवाब नहीं दे पाया। इसके बाद निशा ने उसे पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी। इससे आरोपी डर गया और हत्या की साजिश रचने लगा। आरोपी संजय 16 मई से 20 मई के बीच मकसूद के परिवार से मिलने आता रहा। इस दौरान उसे 20 मई को मकसूद के बड़े बेटे का जन्मदिन होने के बारे में पता चला। 


आरोपी ने यह जानकारी मिलने पर नींद की दवा खरीदी और मकसूद के घर पहुंचकर उनके खाने में मिला दी। इस मौके पर मकसूद का एक दोस्त शकील भी वहीं मौजूद था। फैक्ट्री के पहली मंजिल पर भी दो मजदूर थे। आरोपी ने उनके खाने में भी नींद की दवा मिला दी, उसे डर था कि यह लोग भी उसका भांडा फोड़ सकते हैं। इसके बाद जब सभी खाना खाकर सो गए, तब रात करीब 12:30 बजे संजय उठ गया। उसने सभी को बोरों में बंद करके कुएं में फेंक दिया। 


 


जिंदा व्यक्ति को मुर्दा बता दे दिया शव, अंतिम संस्कार के ठीक पहले ऐसे हुआ खुलासा

उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले से चौंकाने वाली खबर आ रही है। यहां बस्ती के कैली अस्पताल में भर्ती युवक जिंदा है और उसकी मौत की सूचना परिजनों को देकर मंगलवार भोर में एबुंलेंस से शव भेज दिया गया।


मिली जानकारी के मुताबिक कुआनो नदी के मुखलिसपुर घाट पर पुलिस की मौजूदगी में शव को अंतिम संस्कार को ले जाया गया जहां पिता ने चेहरा देखा तो बेटे का शव होने से इनकार कर दिया। दरअसल शव धर्मसिंहवा इलाके के महादेवा नानकार के 47 वर्षीय कोरोना संक्रमित शख्स का निकला। 
कोरोना पॉजिटिव शख्स भी कैली अस्पताल में भर्ती था और सोमवार रात ही उसकी मौत हो गई थी।
डीएम रवीश गुप्ता ने बताया कि महुली इलाके के मथुरापुर गांव का 25 वर्षीय युवक बस्ती कैली में कमरा नंबर 229 में बेड नंबर 5 पर भर्ती है और जीवित है। जबकि धर्मसिंहवा के महादेवा नानकार के रहने वाले पाजिटिव 47 वर्षीय शख्स की मौत कैली में हुई थी।


फोन से गलत सूचना दिए जाने से गलतफहमी हुई। मथुरापुर के युवक की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। मृतक पॉजिटिव महादेवा नानकार के शख्स के शव का अंतिम संस्कार कोविड के प्रोटोकॉल के अनुसार होगा। इस पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी।



मरकज मामलाः क्राइम ब्रांच ने 20 देशों के 82 जमातियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर की, चार्जशीट में हैं 15449 पन्नें

नई दिल्लीः मरकज मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को दिल्ली की साकेत कोर्ट में पहली चार्जशीट दायर की. क्राइम ब्रांच ने ये चार्जशीट 20 देशों से ताल्लुक रखने वाले 82 जमातियों के खिलाफ दायर की है. जमातियों के खिलाफ कुल 20 चार्जशीट दायर की गई हैं जिनमें 15449 पेज हैं.



आज दोपहर तकरीबन 2:00 बजे क्राइम ब्रांच की टीम दिल्ली की साकेत कोर्ट पहुंची. मरकज मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर सतीश कुमार भी क्राइम ब्रांच टीम के साथ थे. साकेत कोर्ट के गेट पर ही पूरी टीम की थर्मल स्कैनिंग की गई उसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम को कोर्ट के अंदर जाने की इजाजत मिली. क्राइम ब्रांच की टीम ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने चार्जशीट दायर की. सब इंस्पेक्टर सतीश कुमार ने कोर्ट को बताया कि मरकज मामले की पहली चार्जशीट फ़ाइल कर रहे हैं जिसमें 82 विदेशियों को आरोपी बनाया गया है. मामले की अगली सुनवाई 12 जून को है.


किस देश के जमातियों के खिलाफ दायर हुई चार्जशीट


 


मरकज़ मामले में क्राइम ब्रांच ने दिल्ली की साकेत कोर्ट में अफ़ग़ानिस्तान, ब्राजील, चीन, अमेरिका, यूक्रेन, ऑस्ट्रेलिया, मिस्र, रूस, अल्जीरिया, बेल्जियम, सऊदी अरब, जॉर्डन, फ्रांस, कजाकिस्तान, मोरक्को, ट्यूनीशिया, यूनाइटेड किंगडम, फ़िजी, सूडान और फिलीपींस के जमाती शामिल हैं.



क्राइम ब्रांच ने इन धाराओं के तहत चार्जशीट दायर की है


 


जमातियों पर 14 फॉर्नर एक्ट, अपेडमीक डिजीज एक्ट और डिजास्टर एक्ट के तहत चार्जशीट दायर की गई है. क्राइम ब्रांच के सूत्रों की माने तो चार्जशीट में मरकज के मैनेजमेंट के रोल का भी जिक्र किया गया है. इतना ही नहीं उसमें मौलाना साद के नाम का भी जिक्र है.


 


चार्जशीट के दर्ज होने के बाद मौलाना साद की मुश्किलें अब बहुत ज्यादा बढ़ने वाली हैं, क्योंकि चार्जशीट जिन विदेशी जमा चुके खिलाफ दाखिल हुई है उन सभी के फॉर्म में मरकज का पता लिखा हुआ था. विदेश से मरकज में जमात में शामिल होने ही आए थे और मौलाना साद ने ही उनको रुकने के लिए कहा था. जबकि जब्त किए गए पासपोर्ट पर टूरिस्ट वीजा लगा हुआ है. चार्जशीट में साफ किया गया है कि इन सभी जमातियों ने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है.


 


सूत्रों की मानें तो 900 के करीब विदेशी जमातियों से पूछताछ की गई. इन सभी के दस्तावेजों की जब जांच की गई पता चला कि ये सभी टूरिस्ट वीज़ा पर भारत आए थे लेकिन ये धार्मिक गतिविधियों में शामिल हुए. लिहाज़ा जांच में पाया गया कि इन सभी ने वीज़ा नियमों का उल्लंघन किया है. आपको बता दे कि 67 देशों से जमाती मरकज़ में आए थे क्राइम ब्रांच की टीम 900 से ज्यादा जमातियों से पूछताछ कर चुकी है.


बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट: सब्जी बेचने वाले का बेटा हिमांशु राज बना स्टेट टॉपर, हर दिन 14 घंटे करता था पढ़ाई

बिहार बोर्ड का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। रोहतास जिले के हिमांशु राज बिहार टॉपर बने हैं। हिमांशु को कुल 481 अंक मिले हैं। वह  रोहतास जिले के जनता हाई स्कूल तेनुअज के विद्यार्थी हैं। 


बिहार टॉपर हिमांशु राज रोहतास जिले के दिनारा प्रखंड के तेनुअज पंचायत के नटवार कला गांव वार्ड नं 10 का निवासी है। हिमांशु राज के पिता सुभाष सिह सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते है। माता मंजू देवी कुशल गृहिणी है। 


हिमांशु राज के पिता सुभाष सिंह बिक्रमगंज के तटवार बाजार में सब्जी बेचते हैं। बेहद साधारण परिवार का बेटा हिमांशु बेहद लगनशील और परिश्रमी विद्यार्थी हैं। हिमांशु ने बताया कि बोर्ड की परीक्षा के लिए उन्होंने विशेष मेहनत की थी। वह दिन में करीब 14 घंटे पढ़ाई करते थे। हिमांशु से बड़ी एक बहन है जो इंटर में पढ़ती है। हिमांशु की इच्छा तो ऊंची उड़ान भरने की है, लेकिन परिवार की आर्थिक परेशानी को देखते हुए उसने सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने की बात कही।



भीषण गर्मी ने जीना किया मुहाल, लू से बचाव के लिए करें ये उपाय

दिल्ली से सटे गुरुग्राम के लोगों को भी भयंकर गर्मी से राहत नही मिल रही है। मंगलवार को सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। शहर का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक रहा। नौतपा के पहले दिन से ही आसमान से बरस रही आग ने संकेत दे दिया था कि आने वाले दिन और गर्मी पड़ेगी।


ऐसे में आम लोगों ने ठंडा पानी की जरुरत के हिसाब से मटका खरीदना शुरू कर दिया है। यह तस्वीर साइबर सिटी के दिल्ली-जयपुर हाईवे की है जहां तपती दोपहरी में मटका खरीद घर की ओर जाते युवक ने खुद को चिलचिलाती धूप से बचाने के लिए नायाब तरीका निकाला और मटका सर पर रख पानी से माथा ठंडा करते हुए सफर तय किया।


सीजन का सबसे गरम दिन रहा सोमवार


नौतपा की सोमवार से शुरुआत होने के साथ ही अब आसमान से आग बरसने लगी है। हालात ये हैं कि गर्मी दिन में तो बेहाल कर रही है, रात को भी तापमान में गिरावट नहीं आने से चैन नहीं है। क्षेत्र प्रचंड गर्मी की चपेट में है और लू के थपेड़े भी लगने लगे हैं।


मौसम विभाग के मुताबिक अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस के साथ सोमवार सीजन का सबसे गरम दिन रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चिलचिलाती धूप से सुबह की शुरुआत हुई और दोपहर होने तक तो गरमी चरम पर पहुंच गई। रात तक भी गर्मी से राहत नहीं मिली। 



बता दें कि नौ दिनों तक धरती से सूर्य की दूरी कम होने के कारण तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने पर नौतपा शुरू होता है। पंडित गोविंद उपमन्यु के अनुसार इस बार 24 मई रात को 2.32 बजे सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के बाद नौतपा की शुरुआत हो गई है। इस बार सातवें दिन शुक्र ग्रह अस्त हो रहा है इसलिए नौतपा के नौ दिनों की बजाय सात दिनों तक होंगे और उसके बाद गर्मी थोड़ा कम होने की उम्मीद है।


स्वास्थ्य विभाग की वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. काजल कुमुद का कहना है कि बाजार में बिकने वाले कटे हुए फल, जलजीरा, गन्ने का रस पीने से बचें। अगर कहीं पर सेवन कर रहे हो तो साफ सफाई का का ध्यान रखें। प्रचंड गर्मी में घर से निकलने के साथ पानी की बोतल रखें और घर का दही खाएं। धूप में सिर पर कपड़ा रखें। बच्चों को धूप में कपड़े से ढके बिना न लेकर जाएं और बार-बार पानी पिलाते रहें।


 


वरिष्ठ डाइटिशियन डॉक्टर चारू का कहना है कि पानी, नींबू पानी या नारियल पानी ज्यादा पीएं। तरबूज सहित अन्य ताजा फलों का सेवन गर्मी में सेहत के लिए फायदेमंद है। भोजन में दही व सलाद का उपयोग ज्यादा करें। ज्यादा मसाले वाला भोजन न खाएं।


कोरोना का डर, नहीं लगे वाटर कूलर


कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों ने फ्रिज के ठंडे पानी व अन्य ठंडे पेय पदार्थों का सेवन बंद कर दिया है। ऐसे में शहर में इस बार गर्मी में नए वाटर कूलर नहीं लगवाए गए हैं। ज्यादातर लोग फ्रिज की बजाय मटकों का पानी पीने को तव्वजो देने लगे हैं।


COVID-19 के मरीज़ों की तादाद 1,45,380, पिछले 24 घंटों में 6,535 नए मामले

दुनियाभर के देशों के साथ-साथ भारत में भी कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. देश में कोरोना (Covid-19) संक्रमितों का कुल आंकड़ा 1.45 लाख पर पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोनावायरस मरीज़ों की कुल संख्या 1,45,380 हो गई है और जबकि इस वायरस से अब तक 4,167 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 6,535 नए मामले सामने आए हैं और 146 लोगों की जान गई है. हालांकि, राहत की बात यह है कि 60,491 मरीज कोरोना को मात देने में कामयाब हुए हैं. रिकवरी रेट 41.60 प्रतिशत पर पहुंच गया है. 
विभिन्न रपटों के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोनावायरस के 54 लाख से ज्यादा मामले अब तक सामने आ चुके हैं. जिनमें से 3.45 लाख लोगों की वायरस से मौत हो चुकी है. अमेरिका कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है. अमेरिका में कोरोनावायरस से 98,000 से ज्यादा लोगों की मौत की सूचना है. 


भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों के लिहाज से महाराष्ट्र शीर्ष पर है. महाराष्ट्र में सोमवार को कोविड-19 के 2,436 नये मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 52,667 हो गई है. महामारी के कारण 60 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,695 हो गई है. 


हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के ट्रायल पर रोक
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सुरक्षा चिंताओं की वजह से मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) का कोरोनावायरस के इलाज के लिए ट्रायल रोक दिया है. डब्ल्यूएचओ ने एहतियात के तौर पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का कोरोना के इलाज के लिए क्लीनिकल ट्रायल अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. संगठन ने पिछले हफ्ते लैंसेंट में छपी एक अध्ययन की रिपोर्ट के बाद यह फैसला किया है. रिपोर्ट में कहा गया था कि इस दवा के इस्तेमाल से कोरोना के मरीजों की मौत की संभावना बढ़ जाती है.


कोरोना महामारी के बीच ऐसे मनेगी मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली सालगिराह
कोरोना महामारी को देखते हुए बीजेपी ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली सालगिरह प्रेस कांफ्रेंस और वर्चुअल रैली के ज़रिए मनाने का फैसला किया है. बीजेपी नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले वर्षगांठ पर पूरे देश मे वर्चुअल अभियान चलाएगी. डिजिटल माध्यम से केंद्र सरकार की उप्लब्धधियों को लोगों तक पहुंचाया जाएगा. पहली वर्षगांठ के अवसर पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उद्बोधन भी होगा. 


ग्रेटर नोएडा : कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर सोसाइटी बंद करने का विरोध, बाद में मान गए लोग

ग्रेटर नोएडा में स्थित सुपरटेक इको विलेज (प्रथम) में कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीज मिलने के बाद पूरी सोसाइटी को बंद करने का विवाद अब शांत हो गया है. इस सोसाइटी में रहनेवाले लोगों और जिला प्रशासन के बीच इसको लेकर विवाद हुआ था. पुलिस ने मंगलवार सुबह इस संबंध में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके यह जानकारी दी. पुलिस आयुक्त के मीडिया प्रभारी अभिनेंद्र सिंह ने बताया कि ग्रेटर नोएडा स्थित सुपरटेक इकोविलेज (प्रथम) सोसाइटी में सोमवार को कोविड-19 से संक्रमित दो मरीज मिले थे. 



सोमवार को इन मरीजों की जांच रिपोर्ट आई थी जिसके बाद जिला प्रशासन की टीम शाम को उक्त सोसाइटी को बंद करने पहुंची तो वहां के निवासी उग्र हो गए. निवासियों ने जिला प्रशासन की टीम का विरोध करते हुए कहा कि जिस टावर में मरीज मिले हैं, सिर्फ उसी टावर को बंद किया जाए. पूरी सोसाइटी को बंद करना ठीक नहीं है.


 उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जब लोगों को बताया कि कोविड-19 से जुड़े नियम के तहत 500 मीटर क्षेत्र को बंद करना पड़ेगा और इस दायरे में यह सोसाइटी भी आती है तो लोग मानने को तैयार नहीं थे.


सिंह ने बताया कि देर रात तक समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया गया और सोसाइटी को पूरी तरह से बंद करके कोविड-19 के नियम के तहत उसे संक्रमण मुक्त करने का कार्य शुरू किया गया. 


मीडिया प्रभारी ने बताया कि लोगों का भ्रम अब दूर हो गया है और अब पूरी सोसाइटी बंद की जा चुकी है. उन्होंने बताया की रोजमर्रा की सभी सामग्री सोसाइटी के अंदर ही उपलब्ध कराई जाएंगी. उन्होंने कहा कि अब लोगों में भ्रम की स्थिति नहीं है.
 
वहीं इसी सोसाइटी में रहने वाले एक व्यक्ति समीर भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली-मुंबई के साथ-साथ एनसीआर की अन्य सोसाइटी में भी संक्रमित मरीज मिलने के बाद केवल सोसाइटी के टावर या फ्लैट को ही बंद किया किया जाता है. लेकिन गौतम बुद्ध नगर में प्रशासन ने सोसाइटी बंद करने को लेकर अलग-अलग दिशानिर्देश जारी कर रखे हैं. 


वहीं दादरी के उप संभागीय मजिस्ट्रेट राजीव राय ने बताया कि सोसाइटी को बंद कर दिया गया है.  ऐसा करने के दौरान कुछ लोगों ने आकर अपनी बात रखी थी लेकिन समझाने-बुझाने के बाद वे शांत हो गए.  उन्होंने बताया कि सोसाइटी को संक्रमण मुक्त करने का काम शुरू कर दिया गया है. 


शनिवार, 23 मई 2020

जेल के 19 लोगों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव


गाजियाबाद: डासना स्थित जिला कारागार के 19 लोगों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इनमें कैदियों के साथ स्टाफ के भी लोग शामिल हैं। प्रभारी जेलर नीरज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जेल में रैंडम 19 लोगों के सैंपल लिए गए थे। जेल के वरिष्ठ चिकित्सा परामर्शदाता डॉ. सुनील कुमार त्यागी के मुताबिक उन्हीं लोगों के सैंपल लिए गए, जो सबसे ज्यादा खतरे में रहते हैं। जैसे तलाशी लेने वाले, नए बंदियों के मेडिकल परीक्षण में सहायता करने वाले, बाजार से सामान लाने वाले, बैरकों में ड्यूटी करने वाले आदि 19 लोगों के जेल में ही सैंपल लिए गए थे। शनिवार शाम सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।


यूपी सरकार का बड़ा फैसला- शॉपिंग मॉल्स में शराब की दुकानें खुलेंगी, बीयर और वाइन भी मिलेगी

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में शॉपिंग मॉल्स में शराब बेचने की इजाजत दे दी गई है. यूपी कैबिनेट ने ये फैसला किया है. शापिंग माल्स में महंगी विदेशी शराब, बीयर और वाइन बेचने की इजाजत दे दी गई है. मौजूदा समय में विदेशी शराब की बिक्री फुटकर दुकानों और मॉडल शॉप्‍स में होती है. पहले मॉल में विदेशी शराब की फुटकर बिक्री का प्रावधान नहीं था. सील्‍ड बोतलों में मॉल में विदेशी शराब की बिक्री के लिए लाइसेंस दिए जाएंगे.



ये लाइसेंस किसी भी पात्र व्‍यक्‍ति, कम्‍पनी, भागीदारी फर्म, प्रोपराइटरी फर्म या सोसाइटी द्वारा प्राप्‍त किए जा सकते है. मॉल जिनमें ऐसी दुकाने खोली जायेंगी उनका न्‍यूनतम प्‍लिंथ ऐरिया 10000 वर्ग फीट होना चाहिए जिसमें डिपार्टमेंटल स्टोर्स या सुपर मार्केट या हाइब्रिड हाइपर मार्केट सम्‍मिलित हैं.


 


प्रीमियम रिटेल वेण्ड में न्‍यूनतम 500 वर्ग फीट का कार्पेट एरिया होना चाहिए और इनमें ग्राहकों को प्रवेश करने और अपनी इच्छानुसार शेल्फ से ब्राण्ड चुनने की सुविधा प्रदान की जाएगी. दुकान सुसज्जित शेल्फ सहित वातानुकूलित होगी जिससे कि विभिन्न प्रकार के ब्राण्ड शेल्फ में व्यवस्थित ढंग से प्रदर्शित किए जा सकें.


शुक्रवार, 22 मई 2020

डाटा का झंझट खत्म, एयरटेल-जियो के नए डेटा टॉप-अप प्लान जानिए

कोरोना वायरस ने बहुत कुछ बदलकर रख दिया है. अब घर से काम करने का सिस्टम आम हो गया है. सब कुछ पहले जैसा होने में समय लग सकता है. लेकिन घर से काम करने में कई चुनौतियां हैं. कभी इंटरनेट स्लो हो जाता है तो कभी इंटरनेट का डेटा खत्म हो जाता है. लेकिन अब एयरटेल और जियो ने ग्राहकों की इस परेशानी का हल निकाल लिया है. एयरटेल और जियो ने इंटरनेट डेटा की समस्या खत्म करने के लिए कुछ नए प्रीपेड टॉप-अप प्लान लॉन्च किए हैं. ये टॉप-अप प्लान ग्राहकों की डेटा लिमिट बढ़ा देते हैं.



एयरटेल
एयरटेल ने हाल ही में अपने प्रीपेड प्लान की लिस्ट में 251 रुपये का 4जी वाउचर प्लान जोड़ा है. ये प्लान 50GB का कुल डेटा देता है. इस प्लान की वैलिडिटी ग्राहकों के मोबाइल नंबर पर पहले से चल रहे प्लान की वैधता पर आधारित रहेगी. इस रिचार्ज पर किसी भी तरह से एक्स्ट्रा कॉलिंग या एसएमएस का फायदा नहीं है.


 


उदाहरण से समझिए- अगर आपके नंबर पर पहले से कोई मंथली प्लान एक्टिव है तो ये वाउचर पूरे महीने एक्टिवेट रहेगा, अगर मौजूदा प्लान की वैधता 7 दिन है, तो नया 4जी वाउचर भी 7 दिनों में खत्म हो जाएगा. पुराना प्लान ज्यों का त्यों चलता रहेगा. 251 रुपये के नए 4जी वाउचर से रिचार्ज कराने पर डेटा ही मिलेगा.


 


रिलायंस जियो
जब सस्ते प्रीपेड प्लान पेश करने की बात आती है, तो रिलायंस जियो शायद ही कभी निराश करता है. कोरोना लॉकडाउन में जियो ने अपने ग्राहकों को कम कीमत में ज्यादा डेटा देने के लिए अपने 151, 201 और 251 रुपये के प्लान में थोड़ा सा बदलाव किया है. इन पैक्स में पहले उतने दिन की वैलिडिटी मिलती थी जितनी आपके मौजूदा प्लान की वैलिडिटी थी. लेकिन अब यूजर को 30 दिनों की वैलिडिटी ही मिलेगी.


 


151 रुपये वाले प्रीपेड प्लान में यूजर को 30GB, 201 के प्लान में 40GB और 251 के प्लान में 50GB का डेटा मिलेगा. इन प्लान उन लोगों के लिए सबसे फायदेमंद हैं जिनका डेटा जल्दी खत्म हो जाता है.


RBI ने लोन मोराटोरियम की अवधि 31 अगस्त तक बढ़ाई, रेपो रेट 0.4% घटाकर 4 फीसदी किया

नई दिल्लीः रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिदांस दास ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.उन्होंने बताया कि मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी ने अपनी तीन दिन की बैठक में रेपो रेट में कटौती का फैसला किया है. ये कटौती 0.4 फीसदी की होगी और इस तरह रेपो रेट घटकर 4 फीसदी पर आ गया है जो कि पहले 4.4 फीसदी था.


 


शक्तिकांत दास ने कहा कि एमपीसी की बैठक 3 से 5 जून को होनी थी लेकिन इसे पहले ही कर लिया गया है और 20-22 मई के दौरान की गई बैठक में अधिकांश सदस्य रेपो रेट घटाने के पक्ष में थे. 6 में से 5 सदस्यों ने रेपो रेट घटाने के पक्ष में मत दिया. इसके अलावा एमपीसी की बैठक के फैसले के बाद रिवर्स रेपो रेट भी घटकर 3.75 फीसदी से कम होकर 3.35 फीसदी पर आ गया है.


 


रेपो रेट घटाने से बैंकों को आरबीआई से कम ब्याज पर कर्ज मिल सकेंगे और इसका फायदा बैंक अपने ग्राहकों को देंगे जिसके बाद ग्राहकों की ईएमआई कम हो सकती है.


 


बैंकों के मोराटोरियम (ऋण स्थगन) को 3 महीने के लिए बढ़ाया
आरबीआई ने बैंकों के लोन मोराटोरियम को 3 महीने के लिए बढ़ा दिया है और अब इसकी अवधि 31 अगस्त तक कर दी गई है. यानी ग्राहकों को तीन महीने के लिए अपने लोन की ईएमआई और टालने की सुविधा मिल गई हैं. हालांकि ये खबर बैंकों के लिए थोड़ी निराशाजनक है क्योंकि इसके जरिए उन्हें ग्राहकों को और तीन महीने के लिए लोन की ईएमआई टालने का विकल्प देना होगा. ग्राहकों को पहले मार्च से मई यानी 3 महीने के लिए ये सुविधा मिली थी लेकिन अब इसे अगस्त तक बढ़ाया गया है यानी अगर आप लोन की ईएमआई नहीं देंगे तो आपका लोन डिफॉल्ट केटेगरी में नहीं आएगा.



अन्य एलान
सिडबी को 15000 करोड़ रुपये के इस्तेमाल के लिए 90 दिनों का अतिरिक्त समय दिया जा रहा है. वहीं एक्सपोर्ट क्रेडिट का समय भी बढ़ाया जा रहा है और इसे 12 महीने से बढ़ाकर 15 महीने किया जा रहा है.



कोरोना से अर्थव्यवस्था को नुकसान
शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना संकटकाल से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है लेकिन संयुक्त प्रयासों से इस स्थिति से देश उबर सकता है. हालांकि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान देश की जीडीपी ग्रोथ निगेटिव रहेगी. आने वाले समय में देश में महंगाई को कम बनाए रखना एक चुनौती होगी.

सीमेंट उत्पादन में गिरावट आई
पिछले कुछ समय में सीमेंट उत्पादन में गिरावट आई है और देश के 6 बड़े राज्यों में औद्योगिक उत्पादन में बड़ी गिरावट देखने को मिली है.

खेती को लेकर अच्छी खबर
खेती को लेकर इस साल अच्छी खबर आई है और अनाज उत्पादन 3.7 फीसदी बढ़ा है. इस साल अच्छे मानसून की उम्मीद है और इससे अनाज उत्पादन में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.


कराची एयरपोर्ट के पास पाकिस्तान एयरलाइंस का विमान क्रैश, 90 यात्री थे सवार

नई दिल्ली: पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) का विमान कराची एयरपोर्ट के पास क्रैश हो गया है. पीआईए के प्रवक्ता अब्दुल सत्तार ने विमान के क्रैश होने की पुष्टि की है. डॉन न्यूज़ के मुताबिक, A-320 विमान में 90 यात्री सवार थे और विमान ने लाहौर से कराची के लिए उड़ान भड़ी थी. विमान रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है.


 


दुर्घटनास्थल पर धुएं की गुबार उठती दिखाई दी. घटना स्थल पर भारी भीड़ देखी जा रही है. बचाव अधिकारी घायलों को अस्तपाल पहुंचा रहे हैं. विमान दुर्घटना के कारण कराची के सभी बड़े अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया है.



पीएम मोदी की तरफ से 1000 करोड़ रुपये की मदद की घोषणा पर क्या बोलीं CM ममता बनर्जी?

बशीरहाट: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात उप्पुन प्रभावित पश्चिम बंगाल का दौरा किया और राज्य को एक हजार करोड़ रुपये की अंतरिम मदद देने की घोषणा की है. राहत की घोषणा को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम मोदी ने एक हजार करोड़ के इमरजेंसी फंड का एलान किया है लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह एडवांस है या पैकेज है.



उन्होंने कहा, ''वह (पीएम मोदी) बाद में इस पर फैसला लेंगे. उन्होंने कहा है कि यह एडवांस (अग्रिम) भी हो सकता है. मैंने उनसे कहा कि आप जो भी फैसला करें, हम आपको डिटेल्स (पोस्ट साइक्लोन) दे देते हैं.''


 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बशीरहाट में प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करने और एक समीक्षा बैठक करने के बाद ममता ने कहा कि संकट की इस घड़ी में एक साथ काम करने की जरूरत है. बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राज्य में चक्रवात के बाद पैदा हुई स्थिति के बारे में भी जानकारी दी.


 


चक्रवात की चपेट में आने से अभी तक राज्य में कम से कम 77 लोगों की जान जा चुकी है. उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में बुनियादी ढांचे, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है.


 


पीएम मोदी क्या बोले?
मोदी ने कहा, ‘‘मैं राज्य को 1,000 करोड़ रुपये की अंतरिम मदद देने की घोषणा करता हूं. घरों के अलावा कृषि, बिजली और अन्य क्षेत्रों को पहुंचे नुकसान का विस्तृत आकलन किया जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ संकट और निराशा के इस समय में पूरा देश और केन्द्र बंगाल के लोगों के साथ है.’’


सोमवार, 18 मई 2020

Lockdown 4.0 में क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद, जानिए सब कुछ

नई दिल्ली: देशभर में लॉकडाउन 4 की घोषणा कर दी गई है और इसकी मियाद को बढ़ाकर 31 मई तक कर दिया गया है. देश में लॉकडाउन का चौथा चरण 18 मई से 31 मई तक होगा यानि 14 दिनों का होगा. लॉकडाउन के चौथे चरण में भी देश में सभी मॉल, स्कूल, कॉलेज और जिम बंद रहेंगे. साथ ही 31 मई तक मेट्रो और हवाई सेवा का भी परिचालन शुरू नहीं होगा.



सैलून को लेकर सूत्रों के हवाले से खबर है कि अब इसको खोलने को लेकर फैसला राज्य सरकार कर सकती है. आइए जानते हैं लॉकडाउन 4.0 में क्या खुलेगा और क्या बंद रहेगा.


 


क्या खुलेगा
-ऑनलाइन लर्निंग चलती रहेगी.
-स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स और स्टेडियम खुलेंगे, लेकिन कोई दर्शक नहीं होगा.
-स्टेडियम प्रेक्टिस के लिए खोले जाएंगे.
-सरकारी दफ्तर खुलेंगे.
-सरकारी कैंटीन चलती रहेगी.
- कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी जोन में एक राज्य से दूसरे राज्यों में आपसी सहमति से बसें जा पाएंगी.
-जितने भी रेस्टोरेंट हैं वो अब खाने की होम डिलिवरी कर सकते हैं.
-शादी में 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं.


 


क्या बंद रहेगा
-हवाई उड़ानें बंद रहेंगी.
-मेट्रो रेल सेवाएं बंद रहेंगी.
-स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे.
-होटल-रेस्तरां बंद रहेंगे.
-सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम पहले की तरह बंद रहेंगे.
-धार्मिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक आयोजनों पर पाबंदी जारी रहेगी.


 


राज्य तय करेंगे कौन सा इलाका किस जोन में है


 


स्वास्थ्य मंत्रालय के पैमानों के मुताबिक कौन सा इलाका किस जोन में होगा इसको लेकर राज्य सरकार फैसला लेगी और जो सरकार ने गाइडलाइंस जारी की है उसको मानने के लिए राज्य सरकार बाध्य है. इसके अलावा मोबाइल में आरोग्य सेतू एप होना जरूरी है.


 


दुकानों पर राज्य सरकार फैसला लेगी


 


केंद्र की गाइडलाइन में कहा गया है कि किस राज्य में कौन सी दुकानें खुलेंगी और कौन सी बंद रहेंगी इसको लेकर राज्य सरकार फैसला करेगी.


 


कब-कब लगा लॉकडाउन


 


सबसे पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया था. इसके बाद में इसे बढ़ाकर 15 अप्रैल से 3 मई तक कर दिया गया. उसे भी बढ़ाकर 4 मई से 17 मई तक कर दिया गया. अब इसे बढ़ाकर .. कर दिया गया है.


 


देश में कोरोना का कहर जारी


 


देश में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 2,852 हो गई और संक्रमितों की संख्या 90,927 पर पहुंच गई. पिछले 24 घंटों में 103 लोगों ने इस बीमारी से जान गंवाई और संक्रमण के 3,970 नए मामले सामने आए.


जानिए सोमवार से शुरू हो रहे लॉकडाउन 4.0 में क्या कुछ बदल जाएगा


नई दिल्ली:
लॉकडाउन-4 की तारीखों का एलान हो गया है. देश में लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा दिया गया है. लॉकडाउन फोर में बहुत सारी चीजें लॉकडाउन थ्री वाली हैं लेकिन इस बार राज्यों को ज्यादा अधिकार दिया गया है. देश में अगले 14 दिन के लिए लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है. लॉकडाउन फोर में क्या खुलेगा इसका ज्यादा अधिकार इस बार राज्यों के पास रहेगा. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी जोन में एक राज्य से दूसरे राज्यों में आपसी सहमति से बसें जा पाएंगी.


 


किन चीजों पर पाबंदी जारी रहेगी


 


-पहले की तरह हवाई उड़ानें बंद रहेंगी.


 


-मेट्रो रेल सेवाएं भी बंद रहेंगी.


 


-पहले की तरह स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे.


 


-हालांकि स्कूल ऑनलाइन लर्निंग जारी रख सकते हैं.


 


-होटल-रेस्तरां बंद रहेंगे लेकिन खाने की घर पर डिलिवरी हो सकती है.


 


-सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम पहले की तरह बंद रहेंगे.


 


-स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स और स्टेडियम खुलेंगे, लेकिन कोई दर्शक नहीं होगा.


 


-धार्मिक आयोजनों पर पाबंदी जारी रहेगी.


 


-पहले की तरह राजनीतिक आयोजनों पर पाबंदी जारी रहेगी.


 


-पहले की तरह धार्मिक स्थल भी बंद रहेंगे.


 


-सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर भी पाबंदी जारी रहेगी.


 


केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, रेड और ऑरेंज जोन के अंदर कंटेनमेंट और बफर जोन बनाए जाएंगे, ये जोन जिलाधिकारी तय कर सकेंगे. कंटेनमेंट जोन में जरूरी सुविधाएं जारी रहेंगी. मेडिकल इमरजेंसी और जरूरी सेवाओं के अलावा बाकी लोगों का आना जाना बंद रहेगा.


 


कंटेनमेंट जोन में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और घर-घर सर्विलांस जैसे तरीकों से निगरानी रखी जाएगी. इसके अलावा रात 7 बजे से सुबह 7 बजे तक लोगों के मूवमेंट पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी. रविवार की गाइडलाइंस से साफ है कि अब सबकी नजरें राज्य सरकारों की तरफ है. राज्य सरकारें ही इस बार तय करेंगी कि कहा क्या खुलेगा और बंद रहेगा?


 


कई राज्य ऐसे हैं जिन्होंने केंद्र सरकार से पहले ही 31 मई तक लॉकडाउन का एलान कर दिया था. ये राज्य पंजाब, महाराष्ट्र और तमिलनाडु हैं. केंद्र के नियमों के अलावा इन्होंने अपने लिए भी पहले से कुछ नियमों को एलान कर दिया. लॉकडाउन 4 में क्या होगा और क्या नहीं इसके लिए पंजाब, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने केंद्र सरकार से पहले ही कई चीजें एलान कर दी.


 


पंजाब सरकार ने आज क्या एलान किए?


 


पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की कांग्रेस सरकार ने 31 मई तक लॉकडाउन का एलान कर दिया. हालांकि पंजाब कोरोना के मामलों में फिलहाल देश में 10वें नंबर पर है लेकिन वो कोई कोताही बरतना नहीं चाहते. पंजाब में अभी कोरोना के करीब 2 हजार मामले हैं. सीएम अमरिंदर ने लॉकडाउन को बढ़ाते हुए अपनी तरफ से कई एलान किए हैं. उनके मुताबिक पंजाब में 18 मई से कर्फ़्यू नहीं, केवल लॉकडाउन रहेगा. छोटे दुकानदारों और व्यापारियों की ज़्यादा से ज़्यादा दुकानें खोल दी जाएंगी. राज्य में कन्फाइनमेंट और नॉन-कन्फाइनमेंट जोन बनाए जाएंगे. बस सेवा भी फिर से शुरु की जाएगी. पंजाब में स्कूल अभी नहीं खुलेंगे.


 


महाराष्ट्र की सरकार ने आज किया ये फैसला


 


पंजाब की तरह महाराष्ट्र सरकार ने भी केंद्र के एलान से पहले ही लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया. देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र ही है. महाराष्ट्र में कोरोना के मामले 30 हजार के पार हो चुके हैं. ऐसे में महाराष्ट्र कोई कोताही नहीं बरतना चाहता. हालांकि लॉकडाउन 4 का एलान करते हुए महाराष्ट्र सरकार ने चरणबद्ध तरीके से रियायतें बढ़ाने की बात कही है. राज्य सरकार के मुताबिक, लॉकडाउन 4 में ग्रीन और ऑरेंज जोन में ज्यादा रियायतें दी जाएंगी. जरूरी सेवाओं के अलावा कई दूसरी सेवाएं को भी शुरु किया जाएगा.


 


लॉकडाउन 4 में रियायतों की झलक अभी से मिलनी भी शुरु हो गई है. महाराष्ट्र सरकार ने मजदूरों को उनके राज्य भेजने का इंतजाम शुरू कर दिया है. रविवार को मुंबई के नजदीक मुंब्रा बाईपास के पास हजारों की संख्या में मजदूर जमा हुए जिन्हें उत्तर प्रदेश और बिहार जाना था. राज्य सरकार ने राज्य परिवहन बसों की मदद से उन्हें महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बॉर्डर तक पहुंचाने का काम शुरु कर दिया है.


 


तमिलनाडु की सरकार लॉकडाउन में देगी ये छूट


 


तमिलनाडु की पलानीसामी सरकार ने भी केंद्र से पहले ही 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का एलान कर दिया. तमिलनाडु देश के उन तीन राज्य़ों में जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं. यहां पर मामले 10 हजार के पार जा चुके हैं. इसे देखते हुए लॉकडाउन 4 में तमिलनाडु के 25 जिलों में आंशिक छूट दी जाएगी जिसमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट शामिल हैं. चेन्नई समेत 12 जिलों में कोई छूट नहीं दी जाएगी. कोयंबटूर समेत 20 जिलों में बिना ई-पास के आवाजाही शुरू होगी. स्कूल-कॉलेज और धार्मिक स्थल बंद रहेंगे. सभी राज्यों ने लॉकडाउन 4 के नियम अभी पूरे तरीके से तय नहीं किए हैं. राज्यों का कहना है कि कल से अगले कुछ दिनों तक लॉकडाउन 4 पर धीरे धीरे फैसले लेंगे.


रविवार, 17 मई 2020

Rahul Gandhi पर गुस्सा हुईं Nirmala Sitharaman, Sonia Gandhi से की बड़ी मांग


राहुल गांधी के प्रवासी मजदूरों से मिलने और कांग्रेस की ओर से सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा, 'कल जो हुआ, माइग्रेट को उनके रास्ते पर चलते हुए उनके बगल में बैठकर बातचीत करने का, वो समय है क्या? वो ड्रामेबाजी नहीं है क्या?'


रुला देगी वायरल तस्वीर की कहानी

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की एक सड़क के किनारे बैठा रामपुकार पंडित मोबाइल फोन पर बात करते हुए ज़ार ज़ार रो रहा था. उसकी यह दारूण तस्वीर देशभर के प्रवासी मजदूरों का प्रतीक बन गई. समूचे देश में जब प्रवासी मजदूरों के समक्ष अस्तित्व का संकट गहराता जा रहा है तो वहीं मीडिया में रामपुकार की यह तस्वीर खूब साझा की जा रही है. लेकिन तमाम सुर्खियों के बावजूद वह अपने परिवार से अभी तक मिल नहीं पाया है और अपने एक साल के बेटे की मौत से पहले उसकी सूरत तक न देख पाने के दुख ने उसे तोड़कर रख दिया है.



कोरोना वायरस संक्रमण को काबू करने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के कारण पैदा हुए प्रवासी संकट को दर्शाती इस तस्वीर को देश के हजारों लोग पहचानते हैं. इस तस्वीर में बेतहाशा रोता नजर आ रहा प्रवासी श्रमिक रामपुकार भले ही अपने मूल राज्य बिहार पहुंच गया है लेकिन वह अभी तक अपने परिवार से मिल नहीं पाया है.


 


‘पीटीआई’ के फोटो पत्रकार अतुल यादव ने दिल्ली के एक सिनेमा हॉल में काम करने वाले रामपुकार को दिल्ली में निजामुद्दीन पुल के किनारे देखा. वह उस समय फोन पर अपने परिजनों से बात करते हुए बेतहाशा रो रहा था. उसी दौरान फोटो पत्रकार ने उसकी तस्वीर ली थी, जो देश में प्रवासी संकट का चेहरा बन गई है.


 


दिल्ली से करीब 1,200 किलोमीटर दूर बेगुसराय में अपने घर पहुंचने के लिए जूझ रहे 38 वर्षीय रामपुकार की तस्वीर को मीडिया में साझा किए जाने के बाद उसे बिहार तक पहुंचने में मदद मिल गई. वह इस समय बेगुसराय के बाहर एक गांव के स्कूल में पृथक-वास केंद्र में रह रहा है. रामपुकार इस बात से दुखी है कि वह अपने बच्चे की मौत से पहले घर नहीं पहुंच सका और उसे आखिरी बार देख भी न सका. यह तस्वीर लिए जाने के कुछ ही देर बाद उसके बेटे की मौत हो गई थी. रामपुकार ने ‘पीटीआई भाषा’ से फोन पर कहा, ‘‘हम मजदूरों का कोई जीवन नहीं है.’’


 


उसने कहा, ‘‘मेरा बेटा जो एक साल का भी नहीं हुआ था, उसकी मौत हो गई और मेरे सीने पर मानो कोई पहाड़ गिर गया. मैंने पुलिस अधिकारियों से मुझे घर जाने देने की गुहार लगाई लेकिन किसी ने मेरी कोई मदद नहीं की.’’ रामपुकार ने कहा, ‘‘एक पुलिसकर्मी ने तो यह तक कह दिया, ‘क्या तुम्हारे घर लौटने से, तुम्हारा बेटा जिंदा हो जाएगा. लॉकडाउन लागू है, तुम नहीं जा सकते’. मुझे उनसे यह जवाब मिला.’’ उसने बताया कि दिल्ली की एक महिला और एक फोटोग्राफर ने उसकी मदद की. वह फोटो पत्रकार अतुल यादव का नाम नहीं जानता.


 


रामपुकार ने कहा, ‘‘मैं थका-हारा सड़क किनारे बैठा था और यह सोच रहा था कि मैं घर कैसे पहुंच सकता हूं. एक पत्रकार आया और उसने मुझसे पूछा कि मैं परेशान क्यों हूं. उसने मुझे अपनी कार से ले जाकर मदद करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे अनुमति नहीं दी. इसके बाद एक महिला आई और उसने कुछ इंतजाम किया... वह मेरे माई-बाप की तरह थी.’’ मदद पहुंचने से पहले तीन दिन तक निजामुद्दीन पुल पर फंसे रहे रामपुकार ने कहा, ‘‘महिला ने मुझे खाना और 5,500 रुपए दिए. उसने विशेष ट्रेन में मेरा टिकट बुक कराया और इस तरह मैं बिहार पहुंचा.’’


 


उसने कहा, ‘‘अमीर लोगों को हर तरह की मदद मिलेगी. उन्हें विदेश से विमानों से घर लाया जा रहा है, लेकिन गरीब प्रवासी मजदूरों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है. हमारी जिंदगी की यही कीमत है. हम मजदूरों का कोई देश नहीं.’’ तीन बेटियों के पिता रामपुकार ने अपने बेटे का नाम रामप्रवेश रखा था, क्योंकि उसके नाम में भी राम शब्द है. उसने कहा, ‘‘क्या एक बाप घर जाकर अपने परिवार से मिलकर अपने बेटे की मौत का दु:ख नहीं बांटना चाहेगा?’’


 


उसने कहा, ‘‘मैं दिल्ली से एक विशेष ट्रेन से कुछ दिन पहले बेगुसराय पहुंचा हूं. हमें पास में एक जांच केंद्र ले जाया गया और वहां रात भर रखा गया. एक बस हमें सुबह बेगुसराय के बाहर एक स्कूल में ले गई और मैं तभी से यहां हूं.’’ रामपुकार ने कहा, ‘‘मेरी पत्नी बीमार है और मेरी तीन बेटियां पूनम (नौ), पूजा (चार) और प्रीति (दो) मेरा इंतजार कर रही हैं. ऐसा लगता है कि यह इंतजार कभी खत्म ही नहीं होगा.’


महाराष्ट्र में 31 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, राज्य में संक्रमण के मामले 30 हजार के पार

नई दिल्ली: लॉकडाउन का तीसरा चरण आज से समाप्त हो रहा है. कल से लॉकडाउन-4 की शुरुआत हो जाएगी. हालांकि केन्द्र सरकार की तरफ से इसे लेकर अभी तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है. लेकिन इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में 31 मई तक लॉकाडाउन बढ़ा दिया है. महाराष्ट्र से पहले पंजाब सरकार भी 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला ले चुकी है.



महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का ताजा हाल


 


महाराष्ट्र में कोविड-19 संक्रमण के 1606 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 30706 हो गई. 67 मरीजों की मौत के साथ ही मृतक संख्या 1135 पहुंच गई. हालांकि अबतक 7088 मरीज ठीक भी हुए हैं.


 


मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के 884 नए मामले


 


मुंबई में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 884 नए मामले सामने आए जिससे शहर में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 18396 हो गई. जबकि 41 और लोगों की मौत के साथ ही मरने वालों की संख्या बढ़कर 696 पर पहुंच गई है. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने कहा कि शनिवार को 238 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई. अब तक कुल 18396 मामलों में से 4806 मरीज ठीक हो चुके हैं.


 


बीएमसी ने यह भी कहा कि शनिवार को 41 लोगों की मौत हुई जबकि सात मई से 12 मई के बीच 14 लोगों की जान गई थी. मरने वालों में 26 पुरुष और 15 महिला हैं. 41 में से 24 मरीज दूसरी बीमारियों से भी जूझ रहे थे. दो की उम्र 40 साल से कम है जबकि 27 की उम्र 60 साल से ज्यादा थी जबकि 12 की उम्र 40 से 60 साल के बीच थी.


 


पंजाब में भी लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा


 


पंजाब में लॉकडाउन 31 मई तक रहेगा. शनिवार को पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंद सिंह ने ये एलान किया था. हालांकि, सीएम ने ये जरूर कहा कि 18 मई को छोटे दुकानदारों और बिजनेसमैन की ज्यादा से ज्यादा दुकानें खोल दी जाएंगी. पंजाब में 18 मई के बाद कर्फ्यू नहीं होगा सिर्फ लॉकडाउन रहेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में स्कूल नहीं खुलेंगे. बच्चों को स्कूल में अलग-अलग नहीं रखा जा सकता. उन्होंने कहा कि रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन को समझना मुश्किल है इसलिए पंजाब में कंफाइनमेंट जोन और नॉन कंफाइनमेंट जोन बनाएंगे.


 


शनिवार, 16 मई 2020

जानें क्यों 'Bigg Boss' कंटेस्टेंट हिंदुस्तानी भाऊ ने डिलीट किया चाइनीज TikTok ऐप, 15 लाख थे फॉलोअर

बिग बॉस में नजर आनेवाले 'हिंदुस्तानी भाऊ' ने हाल ही में अपने फोन से चाइनीज ऐप टीकटॉक को डिलीट कर दिया हैंl इस ऐप पर उनके 15 लाख फॉलोअर थेl हिंदुस्तानी भाऊ भारत में सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर में से एक है। हाल ही में बिग बॉस के पूर्व प्रतियोगी ने अपने टिकटॉक अकाउंट को हटाकर एक चौंकाने वाला निर्णय लिया।



'हिंदुस्तानी भाऊ' एक IGTV वीडियो में अपने टिकटॉक अकाउंट को 1.5 मिलियन फॉलोअर्स के साथ डिलीट करते नजर आएं। हिंदुस्तानी भाऊ ने ऐसा यूट्यूबर कैरीमिनटी के समर्थन में किया थाl जिसका वीडियो YouTube इंडिया ने साइबरबुलिंग के आधार पर हटा दिया थाl भारत के कुछ सबसे बड़े यूटूबर्स की कई अपीलों के बावजूद वीडियो फिर से अपलोड नहीं हुआ। वीडियो टिकटॉकर आमिर सिद्दीकी का रोस्ट था, जिन्होंने इसके पहले यूटूबर्स को निशाना बनाया था और इसलिए अनजाने में यूट्यूब बनाम टिकटॉक वॉर शुरू हो गया हैं।


CarryMinati द्वारा बनाया गया वीडियो सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला नॉन-म्यूजिक वीडियो बनने के कगार पर थाl हालांकि इसे हटा लिए जाने के कारण यह मील का पत्थर नहीं बन पाया। इससे क्रोधित होकर हिंदुस्तानी भाऊ ने इंस्टाग्राम पर यह व्यक्त किया कि वह YouTube द्वारा की गई कार्रवाई से असंतुष्ट हैं और हिंदुस्तानी भाऊ ने IGTV वीडियो के माध्यम से अपने सभी प्रशंसकों के सामने अपने व्यक्तिगत TikTok खाते को डिलीट कर दिया। वीडियो में हिंदुस्तानी भाऊ ने यह भी दिखाया कि उनके 1.5 मिलियन फॉलोअर थेl


हालांकि उन्होंने उल्लेख किया कि वह टिकटॉक की ज्यादा परवाह नहीं करते हैं और YouTube और Instagram को अपना परिवार मानते हैं। इसलिए हिंदुस्तानी भाऊ ने अपने अकाउंट को डिलीट कर दिया और इसे अपने फोन से अनइंस्टॉल कर दिया। पूरे सीन को उनके द्वारा कैप्चर किया गया और अपने इंस्टाग्राम पेज पर पोस्ट किया गया। 


गौरतलब है कि कोरोनावायरस के प्रकोप के लिए भी चीन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा हैं और चीनी सामान के अलावा चीनी ऐप टिकटॉक और ज़ूम को भी डिलीट करने की बात कही जा रही हैंl 


पंजाब में लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा, 18 मई से खुलेंगी दुकानें लेकिन स्कूल बंद रहेंगे

चंडीगढ़: पंजाब में लॉकडाउन 31 मई तक रहेगा. पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंद सिंह ने ये एलान किया. हालांकि, सीएम ने ये जरूर कहा कि 18 मई को छोटे दुकानदारों और बिजनेसमैन की ज्यादा से ज्यादा दुकानें खोल दी जाएंगी. पंजाब में 18 मई के बाद कर्फ्यू नहीं होगा सिर्फ लॉकडाउन रहेगा.



मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में स्कूल नहीं खुलेंगे. बच्चों को स्कूल में अलग-अलग नहीं रखा जा सकता. उन्होंने कहा कि रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन को समझना मुश्किल है इसलिए पंजाब में कंफाइनमेंट जोन और नॉन कंफाइनमेंट जोन बनाएंगे.


 


पंजाब में कोरोना वायरस का ताजा हाल


 


राज्य सरकार के मुताबिक, अब तक यहां 1946 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इसमें से 1257 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं और 32 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य के सात जिलों में अब तक कोरोना वायरस के 100 से ज्यादा केस सामने आए हैं. सबसे ज्याादा मामले अमृतसर में पाए गए हैं. यहां अब तक 301 पॉजिटिव केस सामने आए हैं. जालंधर में 201, तरन तारन में 154, लुधियाना में 139, गुरदासपुर में 122, एसबीएस नगर में 103 और एसएएस नगर में 102 मामले सामने आए हैं. पटियाला में अब तक 100 केस पाए गए हैं. राज्य के 22 जिलों में कोरोना वायरस के मामले पाए गए हैं.


उत्तर प्रदेश में भीषण सड़क दुर्घटना, 24 मजदूरों की मौत, 35 अन्य घायल, मुआवजे का एलान


लखनऊ:
 यूपी के औरेया सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत हो गई है. वहीं 35 लोग जख्मी हो गए हैं. योगी सरकार का मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है. साथ ही बॉर्डर के दोनों SHO निलंबित कर दिए गए हैं. पुलिस ने बताया कि गंभीर रूप से घायल 14 मजदूरों को इटावा जिले के सैफई स्थित पीजीआई में भर्ती कराया गया है.


 


चाय पीने के लिए रुके थे मजदूर


 


पुलिस ने बताया कि कुछ श्रमिक दिल्ली से आ रहे थे और औरैया कानपुर देहात राष्ट्रीय राजमार्ग 19 के पास सुबह तीन से साढ़े तीन बजे के बीच चाय पीने के लिए रुके थे, तभी यह हादसा हुआ. यह हादसा इतना जबरदस्त था कि दोनों वाहन पलट कर नजदीक के एक गड्ढे में जा गिरे. मरने वाले श्रमिकों में अधिकतर झारखंड, पश्चिम बंगाल के थे जबकि दो श्रमिक उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के थे.


 


अधिकारियों ने हादसे के बारे में बताया


 


अधिकारियों ने बताया कि जो वाहन खड़ा हुआ था वह दिल्ली से आ रहा था और मध्य प्रदेश जा रहा था जबकि दूसरा वाहन राजस्थान से आ रहा था. यह दोनों वाहन प्रवासी मजदूरों को उनके गृह नगर लेकर जा रहे थे क्योंकि लॉकडाउन के दौरान ये लोग बेरोजगार हो गए थे और घर जाने के लिये परेशान थे.


 


कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया कि शनिवार सुबह एक डीसीएम मेटाडोर दिल्ली से मजदूरों को लेकर आ रही थी. उन्होंने बताया, ‘‘औरैया और कानपुर देहात मार्ग पर मजदूरों ने चाय पीने के लिए मेटाडोर सड़क किनारे एक चाय की दुकान पर रोकी थी. इसी दौरान राजस्थान के जयपुर से मजदूरों को लेकर आ रहे एक ट्रक ने इस मेटाडोर को टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहन सड़क किनारे बने गड्ढे में जा गिरे.’’


 


उन्होंने बताया कि इस हादसे में 24 मजदूरों की मौत हो गयी जबकि 36 मजदूर घायल हो गये. इनमें से 22 घायलों को औरैया के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है जबकि गंभीर रूप से घायल 14 मजदूरों को सैफेई के पीजीआई में भर्ती कराया गया है.


 


अग्रवाल ने बताया कि डीसीएम मेटाडोर का ड्राइवर बुरी तरह से घायल है और वह सैफेई पीजीआई में भर्ती है जबकि दूसरे ट्रक के ड्राइवर के बारे में ऐसी आशंका जताई जा रही है कि जिन 24 लोगों की मौत हुई है उनमें वह भी शामिल है क्योंकि बहुत से मृतकों की अभी पहचान नहीं हो पायी है.


 


पीएम मोदी ने दुख जाहिर किया



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुये ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश के औरैया में सड़क दुर्घटना बेहद दुखद है। सरकार राहत कार्य में तत्परता से जुटी है. इस हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं , साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’’


 


योगी सरकार देगी मृतकों के परिवार को देगी 2-2 लाख



अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सड़क दुर्घटना में प्रवासी श्रमिकों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मरने वाले मजदूरों के परिवार को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल मजदूरों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को हरसंभव राहत प्रदान करने और सभी घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं.


 


अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने दो थानों के एसएचओ को तत्काल निलंबित करने और संबंधित प्रभारी क्षेत्राधिकारियों को कठोर चेतावनी देने के आदेश दिए हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी सीमा क्षेत्रों को यह सुनिश्चित करने पर पुन: बल दिया है कि लोगों को ट्रक जैसे असुरक्षित वाहनों से न लाया जाए. मुख्यमंत्री ने सीमा क्षेत्र के हर जिले में 200 बसें जिलाधिकारी के पास रखने का आदेश पहले ही दे रखा है. साथ ही श्रमिकों को बस से भेजने के लिये धनराशि को भी स्वीकृति दी है. जिलाधिकारियों को इन आदेशों का सख्ती से पालन करने का पुन: निर्देश दिया गया है.


 


पुलिस महानिदेशक कहा- यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है



उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जिसमें 24 लोगों की मौत हो गयी है. मजदूर जब सो रहे थे तब उनके ऊपर सीमेंट के बोरे गिर पड़े जिससे उनकी मौत हो गयी.’’ उन्होंने बताया कि अधिक से अधिक ट्रेनें चलाने के निर्देश दिए गए हैं और लगातार ट्रेनें चल भी रही हैं. करीब 10 हजार बसें भी चल रही है, मजदूरों की सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं. उसके बाद भी यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गयी जिसकी जांच के आदेश दे दिये गये हैं.


 


डीजीपी ने बताया कि दो पहिया, तीन पहिया और निजी वाहनों को किसी भी हाल में न चलने देने को कहा गया है. ऐसे प्रयास किये जा रहे है कि प्रदेश से मजदूर सुरक्षित निकले और ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनायें न हो. हम लोगों को उनके घर सुरक्षित पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन जाने वाले लोगों की संख्या काफी अधिक है. इटावा जिले के सैफेई में स्थित पीजीआई की कुलपति प्रो. राजकुमार ने बताया कि दुर्घटना में घायल लोगों को परिसर के कोविड-19 अस्पताल में रखा गया है और विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम उनकी देखभाल कर रही है.


 


विपक्ष ने क्या कहा



प्रियंका गांधी


 


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत पर दुख प्रकट किया है. प्रियंका गांधी ने सवाल किया कि क्या सरकार का काम सिर्फ बयानबाजी करना रह गया है. पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, ''औरैया की हृदय विदारक घटना ने एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा कर दिया है कि आख़िर सरकार क्या सोचकर इन मजदूरों के घर जाने की समुचित व्यवस्था नहीं कर रही है? प्रदेश के अंदर मजदूरों को ले जाने के लिए बसें क्यों नहीं चलाई जा रही हैं?'' प्रियंका ने आरोप लगाया, ''या तो सरकार को कुछ दिख नहीं रहा या वह सबकुछ देखकर अनजान बनी हुई है. क्या सरकार का काम सिर्फ बयानबाजी करना रह गया है?''


 


राहुल गांधी



कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''उतर प्रदेश के औरैया में सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत और अनेक लोगों के घायल होने की खबर से आहत हूं. मृतकों के परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.''


 


अखिलेश यादव



समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस दुर्घटना में प्रवासी मजदूरों की मौत को ‘हादसा नहीं हत्या’ बताया. उन्होंने मृतकों के परिजनों को पार्टी की तरफ से एक-एक लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा करते हुए सरकार से प्रत्येक श्रमिक के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता देने की मांग की.


 


यादव ने ट्वीट किया 'उत्तर प्रदेश के औरैया में सड़क हादसे में 24 से भी अधिक ग़रीब प्रवासी मज़दूरों की मौत पर अवर्णनीय दुख. घायलों के लिए दुआएं. सब कुछ जानकर. सब कुछ देखकर भी. मौन धारण करने वाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कब तक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं. ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं.’’ उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, 'घर लौट रहे प्रवासी मज़दूरों के मारे जाने की ख़बरें दिल दहलाने वाली हैं. मूलत: ये वो लोग हैं जो घर चलाते थे. इसलिए समाजवादी पार्टी प्रदेश के प्रत्येक मृतक के परिवार को एक लाख रुपए की मदद पहुंचाएगी. नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए निष्ठुर बीजेपी सरकार भी प्रति मृतक 10 लाख रु की राशि दे.''


 


मायावती



BSP प्रमुख मायावती ने कहा कि कल ही UP के CM ने बयान दिया था कि जो भी मजदूर यहां आएंगे या यहां से गुजरेंगे, अधिकारी उनके ठहरने, खाने, सुरक्षा की पूरी व्यवस्था करेंगे. लेकिन दुख की बात है कि CM के दिशा-निर्देशों को​ अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जिसकी वजह से आज औरैया में बहुत बड़ा हादसा हुआ


यूपी सरकार का बड़ा फैसला- पैदल, बाइक और ट्रक से आने वाले प्रवासी मजदूरों को नहीं मिलेगी राज्य में एंट्री


लखनऊ:
प्रवासी मजदूरों को लेकर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अब पैदल, बाइक या ट्रक-टैंपो से आने वाले प्रवासी मजदूरों को राज्य में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. इसको लेकर प्रशासन को आदेश दिए गए हैं. मुख्य सचिव ने कहा कि अगर कोई शख्स पैदल किसी प्रकार से जिले में आ जाता हैं तो उसे वहीं रोक कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्गत निर्देशों के अनुरूप कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए. किसी भी प्रवासी मजदूर को सड़क या रेलवे लाइन पर न चलने दिया जाए.


 


इसके अलावा ये निर्देश दिया गया है कि प्रवासियों को अन्य जनपद या क्वॉरन्टीन सेन्टर और शेल्टर होम्स भेजे जाने हेतु पर्याप्त संख्या में प्राइवेट बसों और स्कूल बसों की व्यवस्था हो. नोडल अधिकारी समय-समय पर समस्त व्यवस्थाओं का विशेष रूप से मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें.


 


प्रियंका गांधी ने 1000 बस चलाने की अनुमति मांगी


 


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्टी लिखी है और मजदूरों के लिए एक हजार बसें चलाने की अनुमति मांगी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रनिर्माता मजदूरों को इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता. कांग्रेस पार्टी इनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रियंका गांधी ने अपनी चिट्ठी में कहा, ‘’लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर देश के कोने कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं. लगातार सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घऱ पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है. प्रदेश में अब तक करीब 65 मजदूरों की अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है जोकि सूबे में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या से भी अधिक है.’’


 


पत्र में प्रियंका गांधी ने आगे लिखा, ‘’पालयन करते हुए बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए 500 बसें गाजीपुर बॉर्डर गाजियाबाद और 500 बसें नोएडा बॉर्डर से चलाना चाहती है. इसका पूरा खर्चा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस वहन करेगी. महामारी से बचने के सब नियमों का पालन करते हुए प्रवासी श्रमिकों को मदद करने के लिए हम 1000 बसों की चलाने की अनुमति चाहते हैं.


शुक्रवार, 15 मई 2020

निर्मला सीतारमण ने कृषि क्षेत्र के लिए किए 11 बड़े एलान, जानिए बड़ी बातें

नई दिल्ली: वित्तमंत्री निर्मला सीतारण ने सरकार की ओर से घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' पैकेज का आज तीसरा ब्रेकअप दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने खेती और कृषि क्षेत्र को लेकर पैकेज का एलान किया. उन्होंने कहा, ''आज किसान मुसीबत का सामना कर रहा है. 20 लाख करोड़ रुपए का 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' पैकेज इन्हीं के लिए है.''



निर्मला सीतारमण ने कहा,'' आत्म निर्भर भारत के लिए पीएम ने सप्लाय चेन और टेक्नोलॉजी सुधारों का ज़िक्र किया था. सो, आज हम कृषि पर बात करेंगे. भारत के किसानों ने हमेशा विपरीत हालात में अपनी क्षमता दिखाई है. भारत दुनिया में दूध, जूट का नम्बर वन उत्पादक है. गन्ना कपास समेत कई उत्पादों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है.''


 


उन्होंने कहा,'' तीसरे पैकेज में 11 एलान हैं. जिनमें से 8 बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, क्षमता और बेहतर करने से संबंधित हैं. जबकि बाकी 3 शासन और प्रशासनिक सुधारों से संबंधित होंगे.'' उन्होंने कहा, ''तीसरी किस्त में किसान क्रेडिट कार्ड के लिए 2 लाख करोड़ रुपये हैं. किसानों के खाते में 18,700 करोड़ रुपये दिए. फसल बीमा योजना के लिए  6400 करोड़ रुपये, MSP के लिए 17,300 करोड़ रुपये दिए गए.''


 


कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक लाख करोड़ रुपये


 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि के बुनियादी ढांचे के लिए सरकार एक लाख करोड़ रुपये देगी. ये एग्रीगेटर्स, एफपीओ, प्राइमरी एग्रीकल्चर सोसाइटी आदि के लिए फार्म गेट इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए दिया जाएगा, जैसे कोल्ड स्टोरेज.


 


MFEs के लिए 10,000 करोड़ रुपये की योजना लेकर आई


 


वित्त मंत्री ने कहा कि फूड एंटरप्राइजेज माइक्रो साइज के लिए 10 हजार करोड़ रुपये दिया जाएगा. क्लस्टर आधार पर ताकि वे ग्लोबल स्टैंडर्ड के प्रोडक्ट बना सकें, वेलनेस, हर्बल, ऑर्गनिक प्रोडक्ट करने वाले 2 लाख माइक्रो फूड एंटरप्राइजेज को फायदा होगा. जैसे बिहार में मखाना उत्पाद, कश्मीर में केसर, कर्नाटक में रागी उत्पादन, नॉर्थ ईस्ट में ऑर्गनिक फूड, तेलंगाना में हल्दी.


 


मछुआरों को नई नौकाएं दी जाएंगी

वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, इसकी घोषणा बजट में की गई की, कोरोना की वजह से इसे तत्काल लागू किया जा रहा है. मछुआरों को नई नौकाएं दी जाएंगी. 55 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. सरकार ने समुद्री और अंतर्देशीय मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए 20,000 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की योजना शुरू की है.


 


डेयरी प्रोसेसिंग में बढ़ावा देने, कैटल फीड प्रोडक्शन में निर्यात के लिए 15,000 करोड़


 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि निजी निवेश डेयरी प्रोसेसिंग में बढ़ावा देने, कैटल फीड प्रोडक्शन में निर्यात के लिए 15,000 करोड़ रुपये का फंड है. चीज जैसे नीश प्रोडक्ट के ​प्लांट लगाने के लिए सरकार प्रोत्साहन देगी. इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि फुट एंड माउथ डिजीज और ब्रुसेलोसिस के लिए राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 13,343 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.


 


हर्बल खेती को बढ़ावा देने के लिए 4000 करोड़ रुपये


 


वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा,''हर्बल खेती को बढ़ावा देने के लिए 4000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं; अगले 2 वर्षों में 10,00,000 हेक्टेयर जमीन को कवर किया जाएगा''


 


500 करोड़ रुपये मधुमक्खी पालन के लिए


 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि 500 करोड़ रुपये मधुमक्खी पालन पर खर्च किए जाएंगे. दो लाख से ज्यादा मधुमक्खी पालकों को इससे मदद मिलेगी.


 


किसानों के लिए एक और एलान


 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि आवश्य वस्तु अधिनियम 1955 में संशोधन किया जा रहा है. फल, सब्जियों को खेतों से बाजार तक लाने के लिए, खराब होने से बचाने के लिए 500 करोड़ रुपये की अगले 6 महीने तक इस पायलट प्रोजेक्ट को बढ़ा दिया गया है. आलू, प्याज, खाद्यान्न, खाद्य तेल, तिलहन, दाल आदि के लिए स्टॉक सीमा को खत्म किया जा रहा है. हालांकि विशेष आपदा परिस्थितियों में इसके लिए सीमाएं निर्धारित की जा सकती हैं.





 आत्म-निर्भर भारत का मतलब यह नहीं कि हम दुनिया से अपने आप को काट लेंगे

 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के आह्वान का मतलब यह कतई नहीं है कि हम दुनिया से अपने आप को काट लेंगे. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता के अभियान का यह अर्थ नहीं है कि भारत अपनी ‘ अर्थव्यवस्था को पृथक रखने वाला देश’ बन जाएगा. वित्तमंत्री ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री के इस आह्वान का मतलब एक भरोसे वाले भारत से है जो अपनी ताकत पर निर्भर रह सकता है और साथ ही वैश्विक स्तर पर भी अपना योगदान दे सकता है. वित्त मंत्री ने कहा कि देश के पास क्षमता और उद्यमिता है, जिससे वह बेहतर क्षमता का निर्माण कर सकता है और दुनिया की मदद कर सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से जब प्रधानमंत्री ‘आत्मनिर्भर’ भारत की बात कर रहे हैं तो उसका मतलब सिर्फ देश के अंदर ही सिमट कर रहना नहीं है और न ही खुद को दुनिया से काटना है.’’


 


8 करोड़ प्रवासी मजदूरों को मुफ्त अनाज दिया जाएगा


 


उन्होंने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों को मुफ्त अनाज दिया जाएगा. अनाज बांटने पर केंद्र 3500 करोड़ रुपये खर्च करेगा. अगले 3 महीने में एक देश-एक राशन कार्ड की सुविधा होगी. रेहड़ी पटरी वालों को 10 हजार तक लोन दिया जाएगा. 50 लाख स्ट्रीट वेंडर को 5 हजार करोड़ की मदद दी जाएगी


मुख्यमंत्री पद पर एक मिनट भी नहीं रहूंगा- बीएस येदियुरप्पा


बेंगलुरू: कृषि उपज मंडी समितियों की शक्तियों को कम करने से जुड़े सरकार के अध्यादेश का बचाव करते हुए, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने किसानों के नाम पर पद और गोपनीयता की शपथ ली है और यदि उनका हित प्रभावित हुआ तो वह एक मिनट भी मुख्यमंत्री के पद पर नहीं रहेंगे.




मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा, ''हमारा सिद्धांत पहले किसान है.विपक्षी दलों के विरोध के बावजूद, राज्य कैबिनेट ने बृहस्पतिवार को इस अध्यादेश को मंजूरी दी थी, जिसके बारे में सरकार का दावा है कि किसानों की बाजार पहुंच को आसान बनाने के मकसद से यह सुधार किया गया है.''




 


येदियुरप्पा ने कहा कि संशोधित कानून से निश्चित तौर पर किसानों को लाभ होगा. इसके अलावा उनकी आय बढ़ेगी और घाटा कम होगा. उन्होंने कहा, ''मेरी सरकार तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य बाजार के उतार-चढ़ाव से किसानों की सुरक्षा है. इस सुधार से 2022 तक किसानों की आये दोगुनी करने का लक्ष्य है. जो प्रधानमंत्री का सपना है.''


 


विपक्षी दलों ने एक सुर में इस अध्यादेश का विरोध किया था और आंदोलन करने की धमकी दी थी और कहा था क इससे किसानों के हित प्रभावित होंगे. विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि इस अध्यादेश से बड़ी निजी कंपनियों की मदद होगी.


कब तक रहेगा लॉकडाउन 4 और कितनी मिलेगी रियायत? मुख्यमंत्रियों ने केंद्र को दी ये सलाह

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पिछले 50 दिन से अधिक समय से लॉकडाउन जारी है. संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार साफ कर चुकी है कि लॉकडाउन की मियाद और बढ़ाई जाएगी. ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि आखिर लॉकडाउन आगे और कब तक लागू रहेगा, इसका स्वरूप क्या होगा?


 


लॉकडाउन की आगामी मियाद पर जारी सस्पेंस के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 मई को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में उन्होंने 15 मई तक मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन को लेकर राय मांगी. अब ज्यादातर मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को अपनी सलाह भेज दी है. मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन पूरे मई तक बढ़ाने के लिए कहा है. हालांकि लॉकडाउन 1, लॉकडाउन 2 और लॉकडाउन 3 से अलग नियम बनाने की भी बात कही है.


 


मिजोरम में बढ़ा लॉकडाउन
मिजोरम में तो आज ही 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा की गई है. राज्य में कोरोना वायरस से मात्र एक शख्स संक्रमित हुआ था. जो अब ठीक होकर घर लौट चुका है.



भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि अभी कुछ हफ्तों के लिए अंतरराज्यीय सीमाएं नहीं खोली जाएं और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आर्थिक गतिविधियां को सावधानीपूर्वक आरंभ करने की अनुमति दी जाए.


 


पत्र में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए व्यापारिक एवं वाणिज्यिक गतिविधियों को सावधानी बरतते हुए पुनः प्रारंभ किया जाना आवश्यक है. इसके लिए निषिद्ध क्षेत्रों को छोड़कर शेष सभी क्षेत्र में आवश्यक के साथ-साथ गैर आवश्यक वस्तुओं की बिक्री की अनुमति दी जानी चाहिए.’’


 


उन्होंने यह भी कहा कि राज्यों को उनके विभिन्न जिलों को रेड जोन, ऑरेंज जोन एवं ग्रीन जोन में वगीकृत करने का अधिकार होना चाहिए तथा इसके लिए पारदर्शी मापदंड केन्द्र सरकार निर्धारित करे.


 


नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को 31 मई तक लॉक डाउन बढ़ाए जाने की लिखित सलाह दी है. उन्होंने कहा कि इस दौरान राज्यों को मिले रियायत देने का अधिकार मिलना चाहिए.


 


नीतीश कुमार ने कहा है, ''चूंकि राज्य में प्रवासी मजदूरों का बड़े पैमाने पर आवागमन हो रहा, इसलिए 31 मई तक राज्य लॉकडाउन जारी रखी जानी चाहिए. स्कूल, कॉलेज, सिनेमा, अंतरराज्यीय ट्रेन और बस, नागरिक उड्डयन, सिनेमा हॉल जिम, रेस्तरां, कोचिंग संस्थान, धार्मिक मण्डली के स्थान आदि को भी बंद कर देना चाहिए.''


 


उन्होंने कहा, ''केवल कंटेन्मेंट जोने को रेड जोन के रूप में घोषित किया जाना चाहिए और जिला प्रशासन के पास पूरे जिले को नहीं बल्कि एक विशेष क्षेत्र रेड जोन घोषित करने की शक्तियां होनी चाहिए. यह इसलिए ताकि इस जिले के अन्य ग्रीन जोन और ऑरेंज जोन में काम शुरू किया जा सके.''


 


नीतीश कुमार ने कहा, ''राज्य सरकार के पास सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक कर्फ्यू में छूट देने की शक्ति होनी चाहिए. वहीं ऐसे इलाके जहां कोरोना का प्रभाव कम है वहां अंतरजिला और जिलों के अंदर बसों और वाहनों के परिचालन में छूट मिलना चाहिए ताकि आर्थिक गतिविधियां शुरू हो सकें.''


 


सर्वानंद सोनोवाल
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को कहा कि राज्य ने केंद्र को पत्र लिखकर लॉकडाउन को 18 मई से दो और हफ्तों के लिए आगे बढ़ाने का आग्रह किया है. कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त होना है.


 


सोनोवाल ने कहा, “हमने केंद्र से लॉकडाउन को दो और हफ्तों के लिए बढ़ाने की अपील की है. हमने इस बारे में अपने विस्तृत विचार उन्हें पहले ही भेज दिए हैं.” सोनोवाल ने कहा कि उन्होंने बंद के चौथे चरण में उन रियायतों पर भी अपने विचार रख दिए हैं जो वह राज्य के लिए चाहते हैं.


 


येदियुरप्पा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि 17 मई के बाद केंद्र 'कई चीजों' में ढील देने की घोषणा कर सकता है. येदियुरप्पा ने कहा, ''मेरे मुताबिक वे (केंद्र) हर चीज में ढील देंगे...पांच सितारा होटल जैसी चीजों या अन्य के लिये कुछ समय तक वह भले ही अनुमति नहीं दें, लेकिन अन्य चीजों के लिए वे अनुमति देने जा रहे हैं.''


 


उन्होंने कहा कि इंतजार करिये और देखिये . येदियुरप्पा कहा कि सभी प्रकार के ई कामर्स के लिए अनुमति दी जा सकती है. राज्यों की सीमा नहीं खोली जानी चाहिए. हवाई यात्रा और ट्रेन सेवा बहाल नहीं की जानी चाहिए.


 


उद्धव ठाकरे
कोरोना संकट के दौरान लॉक डाउन 4 के स्वरूप पर चर्चा करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने अहम बैठक बुलाई. इस बैठक में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के अलावा जयंत पाटिल , अनिल देशमुख , राजेश टोपे , आदित्य ठाकरे के साथ साथ कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.


 


इस बैठक में लॉक डाउन के दौरान अर्थव्यवस्था को किस तरह से गति देना है इसपर चर्चा हुई. आनेवाले समय कर लॉकडाउन की चुनौतियों और अर्थव्यवस्था को गति देने को लेकर बैठक में कई सुझाव रखे गए. लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त हो रहा है और अगला निर्णय यह देखने के बाद लिया जाएगा कि केंद्र सरकार लॉकडाउन के चौथे चरण का फैसला कैसे करती है.


 


शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने लंबे विचार विमर्श के बाद अपनी सिफ़ारिशें केंद्र सरकार को भेज दी है. सूत्रों के मुताबिक़, शिवराज सरकार कुछ शर्तों और प्रतिबंधों के साथ लॉकडाउन 4 में छूट चाहती है. सलाह में कहा गया है कि उन इलाक़ों में जहां करोना नहीं फैला है वहां ऑड ईवन फॉर्मूले के साथ दुकानें खुले और निजी दफ़्तरों को तीस फ़ीसदी उपस्थिति के साथ खोला जाए.


 


पिछले 15 दिनों में देश में आए करीब 47000 मामले, अब तक कुल केस 81 हज़ार के पार

नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. गुरुवार को कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 82 हजार के करीब पहुंच गया. वहीं पिछले 15 दिनों में मामले काफी तेजी से बढ़े हैं.


 


1 मई को देश में कुल मामले 35,043 थे और 1147 मरीजों की संक्रमण से मौत हुई थी. लेकिन 15 मई तक ये आंकड़े 81,970 तक पहुंच गए हैं. पिछले 15 दिनों में 46,927 मामले सामने आए हैं. यानी देश में मौजूदा मामलों 57.24 फीसदी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज पिछले पंद्रह दिनों में आए हैं. इन मामलों में बढ़ोतरी तब हुई है, जब देश में पिछले 50 दिनों से ज्यादा वक़्त से लॉकडाउन लगा हुआ है.


 


वहीं, इस संक्रमण से पिछले 15 दिनों में 1502 लोगों की मौत हो चुकी है. 1 मई तक 1147 मरीजों की इस संक्रमण से मौत हुई थी, लेकिन 15 मई तक 2,649 मरीजों की मौत इस संक्रमण के चलते हुई है. यानी देश में अब तक हुई कुल मौत में 56.70 फीसदी मौतें 1 से 15 मई के बीच हुई है.


 


पिछले पंद्रह दिनों में कैसे बढ़े मामले आपको समझाते हैं:-
- 1 मई तक भारत में 35,043 कोरोना के मामले थे और 1147 मरीजों की मौत हो चुकी थी.



- 5 मई तक देश में 46,433 मामले सामने आए थे और 1568 मरीजों की मौत हुई थी. इस दिन एक दिन में 3900 नए मामले सामने आए थे और 195 मरीजों की 24 घंटे में संक्रमण से मौत हुई.


 


- पांच दिन बाद यानी 10 मई को देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 62,939 हो गई. इस संक्रमण से मारने वालों की संख्या 2109 हो गई.


 


लेकिन 15 मई आते आते देश में कोरोना मरीजों की संख्या 81,970 हो गई, और मारने वालो की संख्या 2649 हो गई.


 


यानी 1 से 5 मई के बीच 11,390 संक्रमण के मामले सामने आए. 5 से 10 मई के बीच 16,506 मामले आए. 10 मई से 15 मई के बीच 19,091 मामले सामने आए हैं. यानी पिछले पंद्रह दिनों में 46,927 नए मामले आए हैं. काफी तेजी से ये मामले बढ़े हैं, वो भी जब देश में लॉकडाउन था.


 


इस बीच राहत की खबर ये भी है देश में इस संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या भी बढ़ी है. देश में इस संक्रमण से अब तक 34.06% मरीज यानी 27,919 मरीज़ ठीक हुए हैं. दुनिया के साथ-साथ भारत में भी इस वायरस के खिलाफ दवा का काम तेजी से हो रहा है. भारत में टेस्टिंग की संख्या काफी बढ़ गई है और अब तक 20 लाख से ज्यादा लोगों का टेस्ट भी हुआ है.


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