यूपी के पंद्रह ज़िले सील रहेंगे और 31 मई तक कोई बैंक किसी किसान को नोटिस नहीं जारी करेगा. इसमें लखनऊ , शामली, मेरठ, बरेली , बुलंदशहर , आगरा , ग़ाज़ियाबाद , नोएडा , महाराजगंज , सीतापुर , सहारनपुर , बस्ती , फ़िरोज़ाबाद और कानपुर शामिल हैं. अवनीश अवस्थी का कहना है कि पूरे ज़िले में जहां पॉज़िटिव केस आये हैं, वहां ज़्यादा संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करके उस इलाके को सील किया जाएगा. ऐसा लखनऊ और नोएडा के कुछ इलाक़ों में पहले ही किया जा चुका है.
कई लोगों को ये लग रहा है कि कंट्रोल सेंटर में फोन कर सामान मंगवाना संभव हो पाएगा ऐसे में ये साफ हो गया है कि सिर्फ दुकान वाले ही सामान आपके घर तक पहुंचा पाएंगे, ग्राहक अपने आप नहीं जा सकते हैं.
सील का अर्थ ये है किआवश्यक सेवाओं को छोड़कर किसी को कर्फ्यू पास जारी नहीं होंगे. जरूरी सेवाओं के अलावा किसी को भी घर से निकलने की इजाजत नहीं होगी. इन जिलों के बॉर्डर पूरी तरह सील कर दिए जाएंगे. मीडियाकर्मियों की एंट्री बैन करने पर भी विचार हो रहा है. विशेष परिस्थिति में ही इजाजत दी जाएगी.
यूपी के 15 जिलों को सरकार ने 30 अप्रैल तक सील रखने का फैसला किया गया है. इसमें लखनऊ, शामली, मेरठ, बरेली , कानपुर, आगरा, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर के नाम शामिल हैं. बिना मास्क के कोई घर से बाहर नहीं निकल पाएगा.
तमिलनाडु के राज्यसभा सांसद टीकेएस अलनगुअन के निजी सचिव कोरोना के पॉजिटिव पाए गए हैं. वो अपने परिवार समेत क्वॉरन्टीन हो गए हैं और बाहर के किसी व्यक्ति से उनका संपर्क नहीं होने दिया जा रहा है. वो परिवार समेत होम क्वॉरन्टीन हो गए हैं.
मध्य प्रदेश के खरगोन में एक ही परिवार के 8 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. एक जमाती के संपर्क में आने के बाद परिवार के 8 लोगों को कोरोना का इंफेक्शन हुआ. बताया जा रहा है कि जिस जमाती से इन लोगों को कोरोना हुआ है उस जमाती की मां भी बेटे के संपर्क में आने के बाद कोरोना वायरस से पीड़ित हुई हैं.
मुंबई में महानगरपालिका के एक अस्पताल में नर्सों और पैरामेडिक्स कर्मचारियों समेत चिकित्सा कर्मियों ने उन्हें दिए गए निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन किया. एक कर्मचारी ने बताया कि उपनगर बांद्रा में केबी भाभा म्युनिसिपल जनरल अस्पताल के कर्मचारी अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गए और उन्होंने प्रदर्शन किया. कोविड-19 संक्रमण के कारण वहां एक महिला की मौत हो जाने के बाद उन्होंने प्रदर्शन किया. अस्पताल के कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि उन्हें पृथक किया जाए क्योंकि अस्पताल में कोविड-19 फैलने का गंभीर खतरा है. गौरतलब है कि कुछ चिकित्साकर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद मुंबई में दो निजी अस्पतालों को सील कर दिया गया है.
कोरोना संकट के दौरान जरूरत के सामानों की कमी न हो इसलिए सरकार लगातार एक्शन में है. गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि जरूरत के सामानों की कमी नहीं होनी चाहिए इसके लिए कदम उठाए जाएं, गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों से ये भी कहा है कि किसी तरह की कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए ताकि लोगों को सही कीमत पर सामान मिले. अगर कोई नियम क पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ EC ACT यानी ESSENTIAL COMMODITIES ACT के तहत कार्रवाई हो जिसमें सात साल तक की कैद का प्रावधान है.
देश में कोरोना का संकट बरकरार है, देश में संक्रमित लोगों की संख्या पांच हजार के पार पहुंच गई है , पिछले चौबीस घंटे में 35 लोगों की मौत हो गई है और अभी तक कुल 149 लोगों की जान चली गई है, अब कयास इस बात के लग रहे हैं कि लॉकडाउन 14 अप्रैल से आगे बढ़ सकता है इस कयास के बीच पीएम मोदी आज विपक्ष के नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बातचीत कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री इस चर्चा में विपक्ष के नेताओं को कोरोना संकट पर सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में बताएंगे. सरकार का प्रयास है कि इस संकट के दौर में विपक्ष को भरोसे में लेकर आगे आने वाले समय में क्या क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इसकी जानकारी दी जाएगी.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र कुमार जैन ने कहा है कि दिल्ली में 550 लोग ऐसे हैं जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और तब्लीगी जमात से जुड़े हैं.
देश में कोरोना का आंकड़ा बढ़ गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक देश में मरीजों की संख्या बढ़कर 5149 हो गई है. इसके साथ ही कोरोना से होने वाली मौत की संख्या भी बढ़कर 149 हो गई है. कोरोना से जुड़े 402 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि एक विदेशी बाहर चला गया है.
कोविड-19 पर मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने 15 मई तक सभी शैक्षणिक संस्थाओं को बंद रखने और लोगों की सहभागिता वाली सभी धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगाने की सिफारिश की है, चाहे सरकार 21 दिनों के लॉकडाउन को आगे बढ़ाए या नहीं. आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले जीओएम ने यह तय किया कि धार्मिक केंद्रों, शापिंग मॉल और शौक्षणिक संस्थानों को 14 अप्रैल के बाद कम से कम चार सप्ताह तक सामान्य गतिविधि शुरू करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. 14 अप्रैल वर्तमान लॉकडाउन की अंतिम तारीख है. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आदि शामिल हुए.
नोएडा के सेक्टर 8 स्थित झुग्गी में करीब 150 लोगों को कोरोना वायरस का संदिग्ध मानते हुए मौके पर स्वास्थ विभाग और पुलिस की टीम पहुंची है. सभी को क्वॉरन्टीन सेंटर ले जाया जा रहा है. नोएडा के डीएम ने कहा कि सभी संदिग्ध हैं. इलाके में कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे. संक्रमण फैलने से रुके इसलिए कदम उठाए जा रहे हैं.
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