नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। वर्तमान में भारत कोरोनावायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए नेशल लॉकडाउन से गुजर रहा है। देश के लगभग सभी राज्यों ने अपनी सीमाओं को बंद कर दिया है और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित है। पुलिस अधिकारियों ने लगभग हर जगह पर जांच सख्त कर दी है और कुछ राज्य जुर्माना लगा रहे हैं और कुछ ने तो अपने घरों से बाहर निकलने वालों के खिलाफ भी मामले दर्ज करने शुरू कर दिए हैं। आज हमारे पास उत्तर भारत की एक ऐसी घटना है जहां युवाओं ने कर्फ्यू का उल्लंघन किया और उस पर एक MLA स्टिकर लगा हुआ था, जिसपर जुर्माना लगाया गया।
हरियाणा में एक युवक MLA स्टिकर के साथ Toyota Fortuner चला रहा था और दूसरा उसके साथ बैठा हुआ था। पुलिस ने इस गाड़ी को भी रोक दिया क्योंकि वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया है और जब तक यह आवश्यक नहीं है, तब तक बिना फालतू में सड़कों पर गाड़ी के साथ नहीं घूम सकते। युवा ने खुद को विधायक का रिश्तेदार बताया है, लेकिन खुद विधायक का नाम नहीं बताया। पुलिस द्वारा जब गाड़ी रोकी गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास गुरुग्राम विधायक का एक विशेष पास था जो उन्हें इस स्थिति में सड़क पर ड्राइव करने की अनुमति देता था। दोनों ही कार में हरयाणा से दिल्ली जा रहे थे।
पुलिस ने कुछ और सवाल किए और पता लगाया कि वे दोनों झूठ बोल रहे थे और 10,500 रुपये का चालान काट दिया। चालान किस-किस आरोप पर काटा यह पता नहीं चला है। फॉर्च्यूनर को दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर पकड़ा गया और कार को सरूरपुर थाना इलाके के पास रोक दिया।
यह पहला मामला नहीं है कि जब पुलिस ने गैर-जरूरी सड़कों पर चल रही कार का चालान काटा है। इससे पहले भी पुलिस ने लॉकडाउन तोड़ने को लेकर लोगों से भारी जुर्माना वसूला है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी लॉकडाउन का पालन ना करने वाले करीब 2,000 वाहनों का चालान काटा है। इसी तरह केरला में स्थानीय नेता पर भी जुर्माना लगाया गया और बिना हेल्मेट पहने टू-व्हीलर चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने और लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए मामला दर्ज किया गया।
देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए आप सभी से यही कहा जा रहा है आप अपने घर में रहिए। इन 21 दिनों के लॉकडाउन में केवल मीडिया अधिकारी, चिकित्सा कर्मचारी और अन्य आपातकालीन वाहन ही सड़कों पर चला सकते हैं।
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