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शुक्रवार, 10 अप्रैल 2020

Netflix और Prime Video की वेब सीरीज़ को लेकर आयी यह रिसर्च आपको चिंता में डाल देगी

जब से देश में ओटीटी कंटेंट और ऑन डिमांड स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म का चलन बढ़ा है, इसके कंटेंट को लेकर सवाल उठाये जाते रहे हैं। नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो जैसे स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर दिखाई जा रही फ़िल्मों और वेब सीरीज़ किस उम्र के दर्शक को देखना चाहिए, इसका तो ज़िक्र रहता है, मगर तम्बाकू संबंधी नियमों की जमकर धज्जियां भी उड़ाई जाती हैं। इसको लेकर हुई एक स्टडी में यह चिंता ज़ाहिर की गयी है और उन 10 वेब सीरीज़ की सूची बनाई गयी है, जिनमें तम्बाकू संबंधी नियमों की परवाह नहीं की गयी है।


यह स्टडी रिसर्चरों की एक टीम ने की है। इस टीम में भारत सरकार की केंद्रीय योजना नेशनल हेरीटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ऑगमेंटेशन योज़ना (HRIDAY), पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया, WHO के टोबैको फ्री इनिशिएटिव और यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफोर्निया के संटेर फॉर टोबैको कंट्रोल रिसर्च एंड एजूकेशन के लोग शामिल थे। 


कैसे की स्टडी


यह स्टडी टोबैको ऑनलाइन में प्रकाशित की गयी है, जो एक जरनल है। इसमें दुनियाभर में तम्बाकू उत्पादों के प्रयोग के प्रभावों का अध्ययन किया जाता है। नतीजों के लिए रिसर्चर्स ने दिल्ली के 15 से 24 साल के कॉलेज स्टूडेंट्स के फोकस ग्रुप के साथ बातचीत की। उनसे पूछा गया कि कौन सी स्ट्रीमिंग सर्विस वो सबसे अधिक यूज़ करते हैं और क्या देखते हैं। इस विमर्श के बाद रिसर्चर्स ने 10 वेब सबसे लोकप्रिय सीरीज़ की सूची तैयार की, जिनके 188 एपिसोड्स थे। इनमें से 2 नेटफ्लिक्स पर थीं, जबकि बाक़ी प्राइम वीडियो पर थीं। दो सीरीज़ को निर्माण भारतीय कंपनी ने किया था।


ये हैं वो सीरीज़



  1. द मार्वलस मिसेज मैजल (रेटिंग 16+)

  2. स्ट्रैंजर थिंग्स (16+)

  3. बॉडीगार्ड (16+)

  4. रिवर्डेल (13+)

  5. नार्कोस (16+)

  6. सेक्रेड गेम्स (18+)

  7. मिर्ज़ापुर (18+)

  8. चिलिंग एडवेंचर्स ऑफ़ सबरीना (16+)

  9. 13 रीज़ंस व्हाई (16+)

  10. द क्राउन (16+)


स्टडी का परिणाम


स्टडी के लिए रिसर्चर्स ने ब्रीद कैलीफोर्निया विधि का इस्तेमाल करके हर सीरीज़ में तम्बाकू के इस्तेमाल वाले दृश्यों की पड़ताल की। इस विश्लेषण में पता चला कि 70 फ़ीसदी सीरीज़ में 0 से 1652 (द मार्वलस मिसेड मैजल) बार तम्बाकू को दिखाया गया था।


द मार्वलस मिसेज मैजल के आधे से अधिक एपिसोड्स में कम से कम एक बार तम्बाकू का सेवन दिखाया गया। नार्कोस में 833, द क्राउन में 599, स्ट्रैंडर थिंग्स में 233, चिलिंग एडवेंचर्स ऑफ़ सबरीना में 171, मिर्ज़ापुर में 78 और सेक्रेड गेम्स में 67 बार तम्बाकू संबंधी चीजें दिखाई गयीं।


भारतीय प्रोडक्शंस में प्रति एपिसोड और प्रति घंटा तम्बाकू सेवन की कम घटनाएं मिलीं। स्टडी में कहा गया कि इनमें से किसी सीरीज़ में भारत में टोबैको फ्री फ़िल्म और टीवी नियमों का पालन नहीं किया गया।


 


स्टडी में चौंकाने वाली जानकारी दी गयी कि भारत में 15 साल से अधिक के 266 मिलियन (26 करोड़) लोग तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते हैं। 2012 से भारत में फ़िल्म या टीवी कार्यक्रम में तम्बाकू संबंधी दृश्य आने पर चेतावनी लिखने का नियम है। इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि यह ऑडियो-विजुअल भारत में बना है या कहीं और


 


 


 


 


 


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