नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। 14 अप्रैल 2020 तक पूरे देशभर में लॉकडाउन जारी रहेगा। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर किसी को भी लॉकडाउन के दौरान बाहर जाने की अनुमति नहीं है। हालांकि, लोग अभी भी सड़कों पर बिना किसी वजह से सड़कों पर घूम रहे हैं। सरकार ने लॉकडाउन भी इसलिए लगाया क्योंकि कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोक सकें। अधिकारी और विशेष रूप से पुलिस लॉकडाउन को लागू करने और लोगों को सड़क से दूर रखने के लिए लगातार काम कर रही हैं। लॉकडाउन के बीच पुलिस ने बिना वैध कारण के बाहर निकलने वाले लोगों के वाहनों को जब्त करना शुरू कर दिया है।
तमिलनाडू में पुलिस ने राज्य कर्फ्यू का उल्लंघन करने के लिए करीब 11,565 वाहनों की सीज किया है। पुलिस ने लोगों के खिलाफ 14,815 मामले भी दर्ज किए हैं और लॉकडाउन से पहले चार दिनों के दौरान 17,668 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि इन आंकड़ों में काफी वृद्धि होने की उम्मीद है। लॉकडाउन अवधि के दौरान पुलिस ने लोगों से दंड के रूप में कुल 4.8 लाख रुपये एकत्र किए हैं।
तमिलनाडु में धारा 144 लगाई गई है जो लोगों को सड़कों पर इकट्ठा होने से रोकती है और इन वाहनों पर उसी के तहत जुर्माना लगाया गया था। एक अन्य 494 वाहनों पर लाल बत्ती तोड़ने सहित विभिन्न यातायात उल्लंघनों के लिए जुर्माना लगाया गया था और 664 दोपहिया राइडर्स को बिना हेल्मेट के राइड करने पर जुर्माना लगाया गया था। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक वे ऐसे उपद्रवियों को रोकते हैं और उन्हें कोरोनावायरस प्रकोप के बीच बाहर जाने के नतीजों को समझते हैं।
हालांकि, ज्यादातर मोटर चालकों को रुकने और सुनने का धैर्य खत्म हो गया है और वे जुर्माना मांगते हैं और अपनी यात्रा जारी रखते हैं। बता दें, देशभर में पुलिस बलों ने ऐसे वाहनों को जुर्माना जारी करना शुरू कर दिया है जो लॉकडाउन नियमों को तोड़ रहे हैं। जबकि कई पुलिस बल लॉकडाउन का उल्लघंन करने वालों की पिटाई करने का सहारा भी ले रहे हैं।
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