गाज़िआबाद की सभी खबरे,ग़ज़िआबाद मैं बढ़ता अपराध ,अपराध के खिलाफ आवाज़ ,सच लिखने वाला चैनल ,ग़ज़िआबाद की सभी खबरे,पुलिस प्रशासन से जुडी सभी खबरे,Ghaziabad news,up police,Ghaziabad police ,ghaziabad News 📰

मंगलवार, 19 नवंबर 2019

जानिए कैसे 19 हजार किलो नकली जीरा बरामद, गुजरात, राजस्थान और यूपी में कर रहे थे सप्लाई


नई दिल्ली: आप खाना बनाते समय खाने में जीरे का इस्तेमाल जरूर करते होंगे क्योंकि जीरा आपके खाने में स्वाद लाता है. ये खबर हर उस खाना बनाने वालों के लिए जरूरी है जो खाने में फ्लेवर के लिए जीरा डालते हैं. दरअसल, दिल्ली के बवाना थाने की पुलिस ने नकली जीरा बनाने वाले एक गैंग को धरदबोचा है और उनके पास से हजारों किलो नकली जीरे की बोरी बरामद की है.


पुलिस ने 5 ऐसे धोखेबाजों को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली में नकली जीरा बना रहे थे. बवाना थाने की पुलिस को सूचना मिली थी जिसमें पुलिस को पता चला कि नकली जीरा बनाया जा रहा है. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया और जहां जीरा बनाया जा रहा था वहां रेड कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया. जब पुलिस ने उस जगह की तलाशी ली तो पुलिस के भी होश उड़ गए क्योंकि पुलिस को वहां से हजारों किलो नकली जीरा मिले.




डीसीपी गौरव शर्मा ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि ये सभी उत्तरप्रदेश के शाजहांपुर के जलालाबाद के रहने वाले हैं और पिछले कई सालों से इस नकली जीरे को बनाने का काम कर रहे थे. पूछताछ में इन्होंने ये बताया कि इनके गैंग का मास्टरमाइंड लालू नाम का एक शख्स है जिसने ये नकली जीरे को बनाने का आईडिया इन्हें दिया था. लालू अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.



ऐसे तैयार होता है नकली जीरा-


अब आपको बताते है कि आखिर ये नकली जीरा कैसे तैयार किया जाता था और इस नकली जीरे को बनाने के लिए किन चीजों का ये शातिर इस्तेमाल करते थे. नकली जीरे को बनाने के लिए, ये लोग पत्थर के पाउडर, घास और गुड़ के शीरे का इस्तेमाल करते थे, इन तीनों चीजों को मिलाकर ये इस इस तरह नकली जीरा बनाते थे.


पूछताछ में इन्होंने बताया है कि इस नकली जीरे की सप्लाई गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कर रहे थे. ये नकली जीरा बनाकर आगे बेच देते थे और जिसे माल को आगे बेचना होता था वो असली जीरे में नकली जीरा मिलाकर उसे लोगों को बेचते थे. 80 किलो असली जीरे में 20 किलो नकली जीरा मिलाकर बेचा जाता था. पुलिस की मानें तो ये नकली जीरा 20 रुपये किलो में बेचा जाता था जबकि असली जीरे की कीमत 400 रुपये किलो है.


 


आउटर नॉर्थ दिल्ली के डीसीपी गौरव शर्मा के मुताबिक ये गैंग एक जगह ज्यादा दिन तक काम नहीं करता था. 20 से 30 दिन एक जगह काम करने के बाद ये अपना ठिकाना बदल लेते थे. पुलिस ने इनके पास से 19 हजार 400 किलो नकली जीरा, 5 हजार किलो से ज्यादा पत्थर का पाउडर, 1600 किलो घास और 1200 किलो से ज्यादा शीरा बरामद किया है. अब पुलिस इस गैंग के मेन मास्टरमाइंड को तलाश रही है साथ ही साथ ये भी पता करने में जुटी है कि ये गैंग अब तक इस नकली जीरे को किस तादाद में मार्किट में पहुंचा चुका है.


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

गाजियाबाद में 2450 जगहों पर होलिका दहन: सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पुलिस अलर्ट पर

  गाजियाबाद वसुंधरा सेक्टर 2b में होलिका दहन की तैयारी की तस्वीर  गाजियाबाद में होली पूजन और होलिका दहन को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए ...