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गुरुवार, 31 अक्टूबर 2019

पुलिस हिरासत में बेटे के सामने पिता की पिटाई से मौत

अमेठी: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के पीपरपुर में लूट के एक आरोपी की पुलिस हिरासत में मौत की घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिये गये हैं. पुलिस महकमा इसकी विभागीय जांच भी करायेगा. अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दे दिये गये हैं. पूरे मामले की जांच अमेठी के उप जिला मजिस्टेट योगेन्द्र कुमार सिंह करेंगे.


उधर, पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने बताया कि घटना की उच्च स्तरीय विभागीय जांच के आदेश दे दिये गये हैं. अमेठी के अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम को जांच सौपी गयी है. मालूम हो कि अमेठी जिले के पीपरपुर क्षेत्र में हाल ही में बैंक कर्मचारी से 26 लाख रुपये लूटे जाने के मामले में पूछताछ के मकसद से हिरासत में लिये गये सत्य प्रकाश शुक्ला की मंगलवार देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी.



पिछली पांच अक्टूबर को पीपरपुर थाना क्षेत्र के परसोईया इलाके में यूको बैंक की दूसरी शाखा में रकम डालने जा रहे शाखा प्रबंधक से हुई 26 लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सत्य प्रकाश शुक्ला (50) और उनके बेटों को 28/29 अक्टूबर की रात करीब दो बजे घर से हिरासत में लिया था.



परिजनों का क्या है दावा?

अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम के मुताबिक, शुक्ला ने दबिश के दौरान अपने घर में ही जहर खा लिया. रास्ते में तबीयत खराब होने पर उसे सुलतानपुर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. शुक्ला के परिजन का दावा है कि पुलिस ने उसे बेहद प्रताड़ित किया और जहर खिला दिया जिससे उसकी मौत हो गयी.


इस बारे में शिकायत किये जाने पर सुलतानपुर के पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार के निर्देश पर शहर कोतवाली में एसओजी अमेठी और पीपरपुर पुलिस के सम्बन्धित अफसरों और कर्मियों के खिलाफ धारा 302 (हत्या), 392 (लूट के लिये दण्ड), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 452 (बिना अनुमति घर में घुसना, चोट पहुंचाने के लिए हमले की तैयारी) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.


हालांकि अपर पुलिस अधीक्षक ने शुक्ला को प्रताड़ित करने और पुलिस द्वारा जहर खिलाये जाने के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि पुलिस 26 लाख रुपये की लूट के मामले में पूछताछ के लिये उसे पकड़ने गयी थी तभी उसने घर के अंदर ही जहर खा लिया.


योगी सरकार पर विपक्ष का हमला
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुलिस हिरासत में मौत को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''अमेठी में पुलिस-हिरासत में हुई स्व. सत्य प्रकाश शुक्ला की मौत से उपजे जनाक्रोश को बीजेपी सरकार झूठी दलीलें देकर दबाना चाह रही है. परिजनों ने थर्ड डिग्री की प्रताड़ना का जो आरोप लगाया है उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए नहीं तो बीजेपी सरकार से जनता का रहा-सहा भरोसा भी उठ जाएगा.''


वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, ''यूपी पुलिस अपराधियों पर मेहरबान है लेकिन हरदिन नागरिकों को परेशान करने में माहिर है. प्रतापगढ़ के सत्य प्रकाश शुक्ला का परिवार बता रहा है कि उनको बच्चों के सामने टॉर्चर किया गया. हापुड़ में इस तरह की घटना हुई थी. बीजेपी सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही.''



5 स्टार होटल जैसा है दिल्ली पुलिस का नया मुख्यालय

नई दिल्ली: दिल्ली के जय सिंह रोड पर स्थित 18 मंजिला इमारत अब दिल्ली पुलिस का नया मुख्यालय होगी. गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को वल्लभभाई भाई पटेल की जयंती पर इस बिल्डिंग का उद्घाटन किया. 18 मंजिला इस इमारत को बनाने की मंजूरी 2006 में मिली थी जिसके बाद इस बिल्डिंग की नींव रखी गयी. अब 2019 में ये बिल्डिंग बनकर तैयार है.8 एकड़ में बनी इस बिल्डिंग पर करीब 286 करोड़ का खर्चा आया है. इस बिल्डिंग को कॉरपोरेट लुक दिया गया है. यही नहीं इस आलीशान बिल्डिंग पर हेलिपैड भी बनाया गया है. इको फ्रेंडली इस बिल्डिंग में फ्लाई ऐश की ब्रिक्स का इस्तेमाल किया गया है


इस इमारत को दूसरी सरकारी इमारतों से दूर एक कॉरपोरेट टच देने की कोशिश की गयी है. इस बिल्डिंग में घुसते ही आपको लगेगा जैसे आप किसी 5 स्टार होटल में आ गए हों. हाई टेक इक्विप्मेंट्स से लैस बिल्डिंग में 500 सीट का ऑडिटोरियम भी है.ये पुलिस मुख्यालय लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस है. इसमें 500 सीट के ऑडिटोरियम को भी बनाया गया है. करीब 600 सीसीटीवी कैमरे भी इस इमारत में लगाए गए हैं. हालांकि अभी इस इमारत की सिर्फ 4 मंजिल ही पूरी तरह तैयार हो पाई हैं.



Twitter पर उठी अनिल कपूर को महाराष्ट्र का CM बनाने की मांग


नई दिल्ली: 24 अक्टूबर को आए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य की सियासत में शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है. दोनों ही पार्टियां बयानों के बाण छोड़ रही है. इस बीच राज्य की सियासत में अनिल कपूर ने धमाकेदार एंट्री की है. दरअसल एक ट्विटर यूज़र ने अनिल कपूर को ही महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाने की वकालत कर दी, जिसके बाद खुद अनिल कपूर ने भी उनके ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.


विजय गुप्ता नाम के ट्विटर यूज़र ने बीते रोज़ देवेंद्र फडणवीस, उद्धव ठाकरे और अनिल कपूर को टैग करते हुए लिखा, "महाराष्ट्र में जब तक कोई रास्ता नहीं निकलता तब तक अनिल कपूर को ही मुख्यमंत्री बना कर देख लेते हैं. पर्दे पर उनके एक दिन का कार्यकाल पूरे देश ने देखा है और सराहा है. देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे क्या सोच रहे हैं ??"विजय गुत्ता के इस ट्वीट पर आज अनिल कपूर ने जवाब दिया है. उन्होंने ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, "मैं nayak (नायक) ही ठीक हूँ."


आपको बता दें कि साल 2001 में रिलीज़ हुई अनिल कपूर की फिल्म 'नायक: द रियल हीरो' में वो एक पत्रकार के किरदार में नज़र आए थे. जो बाद में हालात की वजह से एक दिन के लिए महाराष्ट्र का सीएम बने थे. अब उनके इसी किरदार की वजह से ट्विटर पर उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग हुई है.


गौरतलब है कि 288 सीटों वाले महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, जबकि गठबंधन में उसके साथ चुनाव लड़ने वाली शिवसेना के पास 56 सीटें हैं. चुनाव परिणाम के बाद से दोनों पार्टियां सीएम पद को लेकर आमने सामने हैं.


अयोध्या में दीपोत्सव की भव्य तस्वीरें


अयोध्या में सरयू तट किनारे दीपोत्सव शुरू हो गया है. तट पर 5 लाख 51 हजार दिए जलाए गए जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है. सरयू किनारे अलग-अलग 19 जगहों पर पर 1.5 लाख दिए जलाए गए. 4 लाख दिए राम के पैड़ी में जलाए गए. इस दीपोत्सव को गिनिज बुक रिकॉर्ड में दर्ज किया गया. अयोध्या में भारी उत्साह के साथ दूर-दूर से 'दीपोत्सव 2019' में शामिल होने के लिए लोग पहुंचे. 'दीपोत्सव 2019' के भव्य कार्यक्रम के तहत अयोध्या में आयोजित मनमोहक शोभायात्रा में 14 साल का वनवास पूरा कर भगवान राम की अयोध्या वापसी के प्रसंग को दिखाया जा रहा है.


इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, राज्य सरकार के मंत्री, सांसद समेत कई गणमान्य लोग पहुंचे. 'दीपोत्सव 2019' के अवसर पर अयोध्या की जगमगाती तस्वीरें मंत्रमुग्ध कर देनें वाली है. दीपों से सजे सरयू के घाट की छटा मोहक लग रही है.इससे पहले, पुष्पक विमान से राम, सीता और लक्ष्मण के अयोध्या आगमन का प्रतीकात्मक मंचन किया गया. हेलीकॉप्टर को पुष्पक विमान माना गया.योगी आदित्यनाथ ने सीता-राम और लक्ष्मण की आरती उतारी. इसके बाद प्रभु श्रीराम के स्वरूप का योगी और महंत नृत्य गोपाल दास ने राजतिलक किया.इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि फिजी गणराज्य की उपसभापति वीना भटनागर, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल भी मौजूद रहे.मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के हर सनातन धर्मावलंबी के लिए अयोध्या की पहचान उसी रूप में है, जैसे अन्य मतावलंबियों के लिए अपने-अपने पवित्र स्थलों की पहचान है.योगी आदित्यनाथ ने कहा दीपोत्सव कार्यक्रम अपने पवित्र स्थल और उनकी मर्यादा की रक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा है.


सरदार पटेल जयंती


यूपी में अफसरों को सरदार पटेल का संदेश भेजा गया है. इसके साथ ही उनकी एक तस्वीर भी है. आदेश में कहा गया है कि इस संदेश को सभी थानों और पुलिस दफ्तरों में लगाया जाए. कल यूपी के सभी जिलों में रन फॉर यूनिटी का आयोजन होगा. सीएम योगी इसे हरी झंडी दिखाएंगे.


लखनऊ: 'लौह पुरुष' के नाम से विख्यात सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में मनाया जाएगा. कल 31 अक्टूबर को इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाएगा. लखनऊ में जीपीओ स्थित सरदार पटेल प्रतिमा से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक ये दौड़ आयोजित की जाएगी. इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. बाकी जिलों में सुबह 8 बजे से रन ऑफ यूनिटी का आयोजन होगा.


अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को सरदार पटेल की जयंती के मौके पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश जारी किए हैं. निर्देशों के मुताबिक सुबह 11 बजे सभी थानों और पुलिस ऑफिस में एकता दिवस शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया जाए. यह भी कहा गया है कि हर जिले में रन फ़ॉर यूनिटी कार्यक्रम आयोजित किया जाए.इसके साथ ही शाम को पुलिस के जवान मार्च पास्ट भी करेंगे. इसमें छात्रों, खिलाड़ियों और पुलिस के जवानों समेत अन्य लोगों को शामिल किया जाए. अफसरों को सरदार पटेल का संदेश और उनका एक चित्र भी भेजा गया है. साथ ही साथ कहा गया है कि चित्र के साथ इस संदेश को सभी थानों, पुलिस लाइंस और पुलिस के सभी दफ्तरों में लगाया जाए. उधर आयोजन से पहले सीएम योगी ने एक ट्वीट कर कहा है कि इस बार की दौड़ इसलिए भी विशेष है, क्योंकि अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी किए जाने के बाद अब कश्मीर सही मायने में मां भारती का अखंड हिस्सा बना है.


मंगलवार, 22 अक्टूबर 2019

दवाई की पत्ती पर लाल लकीर का मतलब जानिए


नई दिल्ली: अक्सर यह कहा जाता है कि दवाइयां बिना डॉक्टर के सलाह के नहीं लेनी चाहिए. अगर आप बीमार हैं या फिर आपको कोई सेहत से जुड़ी दिक्कत है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और उन्हीं कि बताई हुई दवाइयों का सेवन करें. बावजूद इस चेतावनी के कई मरीज या उनके परिजन टीवी या सोशल मीडिया पर विज्ञापन देख बिना डॉक्टर की सलाह के मनमानी दवाइयां ले लेते हैं, जिससे आगे चलकर घातक परिणाम हो सकते हैं. लोगों की इसी आदत को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट की है, जिसमें बताया गया है कि किन दवाइयों को बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं खाना चाहिए.


इस पोस्ट में बताया गया है 'ज़िम्मेदार बनें और बिना डॉक्टर की सलाह के लाल लकीर वाली दवाई की पत्ती से दवाइयां न खायें. आप ज़िम्मेदार, तो दवाई असरदार


वहीं, पोस्ट में डाली गई तस्वीर पर लिखा हुआ है 'क्या आप जानते हैं? जिन दवाइयों की पत्ती पर लाल लकीर होती है उन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना कभी नहीं लेना चाहिए. कुछ दवाइयों जैसे कि एंटीबायोटिक्स की पत्ती पर एक खड़ी लाल लकीर होती है. इसका अर्थ यह होता है कि इन दवाइयों को केवल डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेना चाहिए. हमेशा डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाई का पूरा कोर्स लें.'


साथ ही आपको बता दें कि लाल लकीर वाली दवाइयों को मेडिकल स्टोर वाले भी बिना डॉक्टर की रिसिप्ट या रसीद के बेच नहीं सकते. 


तो आप अगली बार लाल लकीर वाली दवाइयों को बिना डॉक्टर के सलाह के ना लें. साथ ही, दूसरों को इस बात की जानकारी देकर जागरूक करें.


पॉलिथीन में नहीं दिया बिस्किट तो दिल्ली में कर दिया दुकानदार का कत्ल


  • दिल्ली में प्लास्टिक के लिए कत्ल

  • मामूली झगड़े में शख्स की हत्या


राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगा दिया गया है. लेकिन अब प्लास्टिक न देने पर कत्ल की सनसनीखेज खबर दिल्ली से आई है. यहां पर बेकरी में काम करने वाले एक शख्स की सिर्फ इस वजह से हत्या कर दी गई क्योंकि उसने पॉलिथीन में सामान नहीं दिया था.


खलील के सिर पर ईंट से वार


ये घटना दिल्ली के दयालपुर थाना के चांद बाग इलाके की है. यहां पर 45 साल का खलील अहमद एक बेकरी की दुकान में काम करता था. खलील अहमद के रिश्तेदारों का कहना है कि उसका फैजान नाम के शख्स से दुकान पर झगड़ा हुआ, फैजान ने ईंट से खलील अहमद के सिर पर जोरदार हमला कर दिया. अचानक हुए हमले से खलील अहमद को संभलने का भी मौका नहीं मिला वो वहीं पर गिर गया. इधर मौके का फायदा मिलाकर फैजान वहां से फरार हो गया.


 


पॉलिथीन में सामान नहीं देने पर हमला


आनन-फानन में वहां मौजूद लोग खलील अहमद को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. खलील अहमद के रिश्तेदार का कहना है कि फैजान से उसकी लड़ाई पॉलिथीन को लेकर हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक फैजान खलील से प्लास्टिक में भरकर सामान मांग रहा था, लेकिन खलील प्लास्टिक बंद होने का हवाला देकर उसे पॉली बैग में सामान नहीं दे रहा था. पहले तो दोनों के बीच कहासुनी हुई, लेकिन तुरंत दोनों के बीच बात बढ़ गई और खूनी झड़प में तब्दील हो गई. इसी दौरान फैजान ने खलील के सिर पर ईंट दे मारा. ये मामला लगभग एक सप्ताह पहले 15 अक्टूबर का है.


2 अक्टूबर से प्लास्टिक पर रोक


पुलिस ने डेड बॉडी का पोस्टमार्टम कराया है और घटना की जांच शुरू कर दी है. बता दें कि दिल्ली के किराना दुकानों, सब्जी बाजारों में इस वक्त प्लास्टिक नहीं मिल रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की अपील की थी.


क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो


  • सभी प्रकार के बड़े अपराध सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में

  • नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो 2017 के आंकड़े जारी


वर्ष 2017 में सबसे ज्यादा अपराध उत्तर प्रदेश में हुए हैं. यानी उत्तर प्रदेश अपराधियों और अपराध का गढ़ है. पूरे देश में हुए अपराधों में से सबसे ज्यादा 10.1 फीसदी अपराध उत्तर प्रदेश में ही हुए हैं. उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा जघन्य अपराध हुए हैं. देश में होने वाली सबसे ज्यादा हत्याएं उत्तर प्रदेश में हुईं. सबसे ज्यादा सड़क हादसे, सबसे ज्यादा दहेज हत्याएं और सबसे ज्यादा अपहरण के मामले भी उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए हैं. इसके अलावा दुष्कर्म और दंगों के मामले में उत्तर प्रदेश देश में दूसरे नंबर पर है. सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले मध्यप्रदेश और दंगों के सबसे अधिक मामले बिहार में हैं. ये खुलासा हुआ है राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Record Bureau - NCRB) की ताजा रिपोर्ट से.


हत्याएं


सबसे ज्यादा               सबसे कम


उत्तर प्रदेशः 4324        लक्षद्वीपः 0


बिहारः 2803               दादर-नगर हवेलीः 03


महाराष्ट्रः 2103            दमन-दीवः 06


प. बंगालः 2001          अंडमान-निकोबारः 09


मध्यप्रदेशः 1908         सिक्किमः 13


सड़क हादसे


सबसे ज्यादा                 सबसे कम


उत्तर प्रदेशः 15,941       लक्षद्वीपः 0


तमिलनाडुः 15,414        अंडमान-निकोबारः 21


महाराष्ट्रः 12,091            मिजोरमः 22




मध्यप्रदेशः 11,140         नगालैंडः 35


कर्नाटकः 9,818            सिक्किमः 39


दहेज हत्या


सबसे ज्यादा              सबसे कम


उत्तर प्रदेशः 2524       लक्षद्वीपः 0


बिहारः 1081               दमन-दीवः 0


मध्यप्रदेशः 632           दादर-नगर हवेलीः 0


प. बंगालः 499            सिक्किम, मिजोरमः 0


राजस्थानः 457           नगालैंड, अरुणाचल प्रदेशः 0


अपहरण


सबसे ज्यादा              सबसे कम


उत्तर प्रदेशः 19,921    लक्षद्वीपः 0


महाराष्ट्रः 10,324         मिजोरमः 4


बिहारः 8479              दादर-नगर हवेलीः 14


असमः 7857              दमन-दीवः 14


मध्यप्रदेशः 7807        पुड्डूचेरीः 15


दुष्कर्म


सबसे ज्यादा            सबसे कम


मध्यप्रदेशः 5562       लक्षद्वीपः 0


 


उत्तर प्रदेशः 4246     दादर-नगर हवेलीः 1


राजस्थानः 3305        दमन-दीवः 7


ओडिशाः 2070          पुड्डूचेरीः 7


केरलः 2003              अंडमान-निकोबारः 13


 


 


 


 


 


 


 




तीन तलाक बिल पास होने पर कुमार विश्वास ने ट्विटर पर शेयर की शायरी, 'तलाक़ दे तो रहे हो...'


नई दिल्ली: राज्यसभा में मंगलवार को तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) पास होने के बाद सोशल मीडिया पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. आप नेता व कवि कुमार विश्वास ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साजिद सजनी की एक शायरी शेयर की है. इस शायरी के साथ उन्होंने बधाई देते हुए ट्रिपल तलाक का समर्थन किया है. कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, ''तलाक़ दे तो रहे हो इताब-ओ-क़हर के साथ, मिरा शबाब भी लौटा दो मेरी महर के साथ.'' उनके इस ट्वीट को हजारों लोगों ने लाइक किया और प्रसशंकों ने भी उनका समर्थन किया है.



मालूम हो कि विपक्ष के कड़े ऐतराज और बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने की मांग के बीच तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) राज्यसभा से पास हो गया. राज्यसभा में बिल के समर्थन में 99, जबकि विरोध में 84 वोट पड़े. राज्यसभा से तीन तलाक बिल पास होना मोदी सरकार की बड़ी जीत मानी जा रही है. बिल पास होने के बाद कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज एक ऐतिहासिक दिन है. दोनों सदनों ने मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिया है. यह एक उन्नतिशील भारत की शुरुआत है.


इससे पहले तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) पर चर्चा के लिए चार घंटे का समय तय किया गया था. बिल को लेकर बीजेपी ने अपने सांसदों को पहले ही व्हिप जारी कर दिया था. राज्यसभा में बिल को पास कराने के लिए मोदी सरकार की राह उस समय आसान होती दिखी जब जेडीयू और एआईएडीएमके के सदन से वॉकआउट कर दिया था.


सोशल मीडिया के जरिए माहौल खराब करने वालों पर कार्रवाई- 14 मुकदमे दर्ज, 67 अकाउंट ब्लॉक

सोशल मीडिया के जरिए सांप्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने सख्त तेवर अपना लिए हैं. पिछले एक दिन में दौरान 14 मुकदमे दर्ज किए गए और 67 सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुख्यालय से प्राप्त सूचना के मुताबिक सोशल मीडिया के जरिए सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ डीजीपी ओमप्रकाश सिंह के निर्देश पर चलाए गए अभियान में पिछले 24 घंटों के दौरान कुल 14 मुकदमे दर्ज किए गए हैं.



जानकरी के अनुसार भविष्य में इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी और ऐसे लोग जो सोशल मीडिया पर सुनियोजित तरीके से भड़काऊ पोस्ट डाल रहे हैं, उन्हें अलग से चिह्नित करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और साक्ष्यों के आधार पर रासुका जैसी कार्यवाही पर भी विचार किया जाएगा.
बता दें कि सहारनपुर जिले में थाना सदर बाजार पुलिस ने फेसबुक पर आपतिजनक पोस्ट डालने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है.
पुलिस अधीक्षक (सिटी) विनीत भटनागर ने बताया कि थाना सदर बाजार के अन्तर्गत मवीकला निवासी दिव्यांश पुत्र यशवीर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर धर्मविशेष की भावनाओं को आहत करने वाली आपतिजनक पोस्ट डाली.
भटनागर ने बताया कि इस मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस ने दिव्यांश को गिरफ्तार कर लिया और उसका मोबाइल जब्त करते हुए उसकी पोस्ट को हटा दिया. पुलिस युवक के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करते हुए कानूनी कार्रवाई कर रही है.

26 अक्टूबर से बदल जाएगा यूपी पुलिस का इमरजेंसी नंबर, आपात स्थिति में 100 की जगह डायल करें 112

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपना इमरजेंसी नंबर बदल दिया है. अब आप अगर किसी परेशानी में पड़ जाएं तो आपको 100 नम्बर की जगह 112 नम्बर डायल करना होगा. उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक ये 26 अक्टूबर से लागू हो जाएगा. कई देशों में और भारत के कई राज्यों में आपातकालीन हेल्पलाइन के लिए पहचान रखने वाला 112 नम्बर प्रदेश में भी लागू होगा. इस सबंध में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने आदेश जारी कर दिया है.


 


112 नंबर डायल कर ली जा सकेगी मदद



 




यूपी-100 के एडीजी असीम अरुण ने बताया, "जनता 26 अक्टूबर से 112 नम्बर के जरिए पुलिस के अलावा एंबुलेंस, फायर सर्विस व एसडीआरएफ जैसी जीवन रक्षक एजेंसियों की मदद ले सकेगी. इसी दिन 112 सेवा का इमरजेंसी ऐप भी जारी किया जाएगा. एंबुलेंस सेवा के 108, विमेन पावर लाइन के 1090 और सीएम हेल्पलाइन को भी 112 के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा. 112 सेवा के जरिए पीड़ित और पीआरवी दोनों की एकदम सही लोकेशन मिलेगी."


प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को सौंपी गई है जिम्मेदारी


उन्होंने बताया, "अभी तक पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मी ही कॉल क्लोज कर देते थे. कंट्रोल रूम में तैनात कॉल टेकर्स को आपात स्थितियों के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है।.उन्हें पता होगा कि आग में फंसे होने, चोट लगने और डिप्रेशन से पीड़ित लोगों को कैसे हैंडल करना है. 112 सेवा के लिए पुलिसकर्मियों को कम्युनिटी पुलिसिंग, ज्यादा से ज्यादा लोगों से समन्वय स्थापित करने और समस्या के समाधान के लिए प्रशिक्षित किया गया है."


बता दें कि हाल ही में लखनऊ में यूपी पुलिस का नया मुख्यालय बना है जिसका उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था. 816.31 करोड़ की लागत से बनाई गई इमारत को ''सिग्नेचर बिल्डिंग'' नाम दिया गया है. यह इमारत 40178 वर्ग मीटर में फैली है. इसके देश के सबसे हाईटेक पुलिस मुख्यालय होने का भी दावा किया गया है.


9 मंजिला पुलिस सिग्नेचर बिल्डिंग में डीजीपी 9वें फ्लोर पर बैठेंगे, तो वहीं बाकी 8 फ्लोर पर उत्तर प्रदेश पुलिस के 18 अन्य मुख्यालय शिफ्ट कर दिए गए हैं. शिफ्ट किए गए इस मुख्यालय में ईओडब्ल्यू विजिलेंस ट्रैफिक फायर समेत 18 विभाग एक इमारत और एक छत के नीचे काम कर रहे हैं.


अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से लैस इस बिल्डिंग की सुरक्षा के लिए 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और 200 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. नए पुलिस मुख्यालय में बड़े आयोजनों के लिए 500 लोगों की दर्शक क्षमता वाला एक ऑडिटोरियम भी है. वहीं, यूपी पुलिस के इतिहास को संजोने के लिए म्यूजियम भी बनाया गया है.


गोमती नगर स्थित इस मुख्यालय पर जून महीने से ही डीजीपी समेत तमाम अफसर ने बैठना और काम करना शुरू कर दिया था. इस बिल्डिंग में अधिकारियों के बैठने के लिए बड़े और खास डिजाइन के रूम्स बनाए गए हैं.पुलिस इकाइयों के एक जगह, एक साथ काम करने से कानून व्यवस्था सुचारू रुप से चलाने में मदद मिलेगी. साथ ही लोगों को मदद मिलने में भी कम समय लगेगा.



आरोपियों पर यूपी पुलिस ने रखा पांच लाख का इनाम

लखनऊ: कमलेश तिवारी हत्याकांड के बाद प्रदेश की योगी सरकार सवालों के घेरे में है. हत्यारों अब भी फरार हैं. पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए शहर-शहर में दबिश दे रही है. रही है. इस बीच उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओ पी सिंह ने हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के दो आरोपियों पर ढाई ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित किया है. पुलिस को हत्यारों  की लास्ट लोकेशन दिल्ली मिली थी.


 


राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि डीजीपी ने तिवारी की हत्या के दोनों आरोपियों पर ढाई ढाई लाख रूपये यानी कुल पांच लाख रूपये का इनाम घोषित किया है.



 




हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी (45) की नाका हिंडोला इलाके में शुक्रवार को हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाडे़ हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार पर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.




मिठाई के डिब्बे में हथियार लाए थे हमलावर




कमलेश तिवारी की हत्या में दो लोग शामिल थे. उन्होंने पहले कमरे में चाय पी. हमलावर अपने साथ मिठाई के डिब्बे में बंदूक और चाकू लेकर पहुंचे थे. एक ने गला रेता और दूसरे ने गोली मार दी. कमलेश पर चाकू और बंदूक दोनों से वार किया गया. पुलिस को मौके से एक पिस्तौल भी मिली थी.




कमलेश तिवारी के करीबी का दावा, हत्यारों ने सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी के जरिए बढ़ाई थी नजदीकी




जानकारी के मुताबिक कमलेश तिवारी तक पहुंचने के लिए हत्यारों ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया था. फेसबुक पर हत्यारों ने हिंदू समाज पार्टी के समर्थक के तौर पर पहले फेसबुक आईडी बनाई और फिर उस आईडी के जरिए कमलेश तिवारी और उनके करीबियों से नजदीकी बढ़ाने लगे.




कमलेश तिवारी के बेहद करीबी और हिंदू समाज पार्टी के कार्यकर्ता गौरव गोस्वामी की माने तो गौरव को भी रोहित सोलंकी की आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी. इसी के जरिए गौरव और उस कथित रोहित सोलंकी से बातचीत शुरू हुई थी. बातचीत के दौरान कथित रोहित सोलंकी ने कमलेश तिवारी से मिलने की इच्छा जाहिर की थी.




लखनऊ के खालसा इन होटल में रुके थे हत्यारे, पुलिस के हाथ लगे कई अहम सुराग




इस मामले में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. पुलिस ने बताया कि दोनों हत्यारे लखनऊ के खालसा इन होटल में रुके थे. उन्होंने अपने असली नाम से ही होटल में कमरा बुक कराया था. वहां जिन ID पर होटल की बुकिंग की गई थी वो संदिग्धों अशफाक और मोइनुद्दीन की ही होने की आशंका है. दोनों संदिग्ध होटल के रूम नंबर G 103 में रुके थे.




होटल के रूम से मिला ये सामान
होटल के रूम में अलमारी में बैग, लोअर, लाल रंग का कुर्ता, भगवा रंग का कुर्ता, जिओ मोबाइल का नया बॉक्स, शेविंग किट, चश्मे का बॉक्स मिला है. कुर्ते के साथ साथ होटल में मिली तौलिया पर भी खून के निशान मिले हैं.




17 अक्टूबर की रात होटल में आए थे हत्यारे




जानकारी के मुताबिक आरोपी 17 अक्टूबर की रात 11 बजकर 8 मिनट पर होटल में आए थे. 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 38 मिनट गए फिर वापस दोपहर 1 बजकर 21 मिनट पर वापस आए. उसके बाद दोपहर 1 बजकर 37 मिनट पर होटल से चले गए. होटल के कमरे से पुलिस एक लावरिस बैग भी मिला है.



शनिवार, 19 अक्टूबर 2019

उत्तराखंड: 7 साल की मासूम से रेप और हत्या के अभियुक्त को फांसी की सजा


  • उत्तराखंड हाईकोर्ट ने सुनाई सजा

  • 28 नवंबर 2014 की है घटना


सात साल की मासूम से दुष्कर्म और हत्या के मामले में उत्तराखंड हाई कोर्ट ने मुख्य आरोपी को मौत की सजा सुनाई है. कोर्ट ने स्पेशल पॉक्सो कोर्ट से सुनाई गई फांसी की सजा के खिलाफ मुख्य आरोपी की याचिका पर सुनवाई करते हुए शुक्रवार को अपना फैसला सुनाया. घटना 2014 में पिथौरागढ़ की है.



जानकारी के अनुसार दुष्कर्म और हत्या के इस मामले में पुलिस ने 28 नवम्बर 2014 को बिहार के निवासी डंपर चालक अख्तर अली को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था. उसके सहयोगी दो अन्य आरोपियों प्रेमपाल और जूनियर मसीह को भी गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था. आरोपियों के खिलाफ स्पेशल पॉक्सो कोर्ट में मुकदमा चला.


सुनवाई के बाद जज प्रीतू शर्मा ने चालीस गवाहों के बयान और अन्य साक्ष्यों के आधार पर सुनवाई के आधार पर मुख्य आरोपी अख्तर अली को दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई और दूसरे आरोपी प्रेमपाल को 5 साल के कारावास की सजा सुनाई तथा तीसरे आरोपी को आरोपमुक्त कर रिहा कर दिया था.


इस फैसले के खिलाफ मुख्य आरोपी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन आज हाई कोर्ट ने भी निचली अदालत के फैसले पर मोहर लगाते हुए मुख्य आरोपी को फांसी की सजा सुनाई है.


क्या है पूरा मामला


घटना 2014 की है. नवंबर 2014 में परिजनों के साथ एक शादी समारोह में गई मासूम की हल्द्वानी में रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. शादी समारोह से उसे टॉफी देने के बहाने बुलाकर अगवा कर पास के जंगल में रेप के बाद हत्या की गई थी. उसका शव छह दिन बाद समारोह स्थल से 500 मीटर दूर गौला नदी के किनारे बरामद हुआ था. बच्ची का एक पांव टूटने के साथ ही उसके शरीर मे नाखून और खरोंच के निशान मिले थे. इस घटना के बाद पिथौरागढ़ से हल्द्वानी तक, कई दिन बाजार बंद रहे और उत्तराखंड के साथ ही पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए.


विधानसभा में भी उठा था मामला


प्रदेश के इस बहुचर्चित कांड की गूंज विधानभा में भी सुनाई दी थी. विपक्ष ने नियम 310 के तहत मामले में चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा किया था. लोगों भी इस जघन्य कांड के दोषियों को सजा-ए-मौत देने की मांग कर रहे थे.


कमलेश तिवारी की हत्या पर साध्वी प्रज्ञा ने कहा- आहुति व्यर्थ नहीं जाएगी

नई दिल्ली: लखनऊ के नाका इलाक़े में आज हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए. घायल कमलेश तिवारी को गम्भीर हालत में ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उनके समर्थकों ने कई इलाकों में बवाल किया और बसों में तोड़फोड़ की. इस मामले पर भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि इनकी चेतना सदैव हिन्दुओं मे चैतन्यता लाएगी.


 


लखनऊ: हिन्दू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या, पहले गला रेता फिर मार दी गोली



 




साध्वी प्रज्ञा ने ट्वीट किया, ''श्री कमलेश जी तिवारी की नृशंस हत्या देश धर्म हिन्दुत्व के लिए बडा आघात है राष्ट्र, धर्म के निर्वहन की राह पर चलने वालों लोगो मे से एक इनकी आहुति व्यर्थ नहीं जायेगी.इनकी चेतना सदैव हिन्दुओं मे चैतन्यता लाएगी.मां भारती के लाल आपको शत शत नमन.''




जिस वक्त ये वारदात हुई कमलेश तिवारी की सुरक्षा में एक बुजुर्ग सिपाही था लेकिन वो दफ्तर के भीतर नहीं था. कमलेश तिवारी को दो गनर भी मिले हैं लेकिन दो दिन से वो आ नहीं रहे. पुलिस चश्मदीद के बयान और फोन डिटेल के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी है. बता दें कि हिंदू समाज पार्टी बनाने से पहले कमलेश तिवारी हिंदू महासभा के सदस्य थे और पैगम्बर पर विवादित बयान देकर चर्चा में आए थे.




तिवारी की हत्या के बाद जमकर हुआ हंगामा
लखनऊ के KJMU के पास कमलेश तिवारी के समर्थकों ने सवारी लेकर जा रही सरकारी बस के साथ तोड़फोड़ की. वहां पुलिस भी मौजूद थी लेकिन समर्थक बेकाबू हो रहे थे. पुलिस ने उन्हें समझाने की भी कोशिश की लेकिन वो नहीं माने और बस के साथ जमकर तोड़फोड़ की. लोगों ने भारी संख्या में इकट्ठे होकर योगी सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी भी की.



यूपी: बहराइच में होमगार्ड जवानों का प्रदर्शन

बहराइच: उत्तर प्रदेश सरकार के निराशाजनक फैसले के बाद आहत हुए होमगार्ड के जवानों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भावनात्मक संदेश देने के लिए नायाब तरीका अपनाया है. बहराइच में सैकड़ों जवानों ने कटोरा लेकर लोगों से भीख मांगी. होमगार्ड के जवानों का यह कहना है कि सरकार ने हमारी नौकरियों को खत्म कर दिया है जिससे हम बेरोजगार हो गए हैं अब हमारे पास भीख मांगने के सिवा कुछ भी नहीं बचा है.



 




होमगार्ड के जवानों ने यह भी कहा कि हम भीख में आए पैसे को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे ताकि बजट का हवाला देकर भविष्य में फिर किसी के पेट पर सरकारों द्वारा लात न मारी जाए. होमगार्ड के जवानों का कहना है कि एक तरफ पूरी दुनिया खुशियों की दीपावली मनाएगी लेकिन हम होमगार्डों के परिजनों की दिवाली काली बन कर रह जाएगी.




मुख्यमंत्री को दिए गए ज्ञापन में होमगार्डों ने यह मांग की है कि भुखमरी के कगार पर पहुंचने से पहले होमगार्ड जवानों को उत्तर प्रदेश सरकार नौकरी पर वापस ले ताकि हम सभी के परिवार में खुशहाली बहाल हो.




मंत्री चेतन चौहान ने कहा- नहीं जाएगी 25 हजार होमगार्ड की नौकरी 




यूपी में होमगार्ड्स की छंटनी के मामले में होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि 25 हज़ार हो गार्ड्स को ड्यूटी से हटाने को लेकर अलग-अलग विभागों से चर्चा हुई है. होमगार्ड्स की आवश्यकता की बात पुलिस और गृह विभाग ने माना है. इसका पैसा कम पड़ता है, पुलिस विभाग के पास पैसा नहीं था, इसलिए हटाया गया है. इनकी सेवाएं सुचारू रहेंगी लेकिन ड्यूटी के दिनों में कुछ कटौती की जाएगी.




उम्मीद है कि सीएम इसपर कुछ फैसला लेंगे. चेतन चौहान ने कहा कि समस्या वित्त की है, जिसका समाधान निकालने की कोशिश हो रही है. बैठक में निकलकर यह आया है कि होमगार्डस की आवश्यकता है, ऐसे में इनकी सेवाएं लेने में वित्त की समस्या कैसे और कहां से लाया जाए, इसपर फैसला हो रहा है. गृह विभाग के पास कुछ फंड हैं, जिसको लेकर सुझाव आया है. 25 हज़ार जवानों की वर्तमान स्थिति यह है कि कुछ जवानों को मांग के मुताबिक़ कुछ काम मिल रहा है लेकिन कुछ फ़िलहाल बैठे हुए हैं. अगर पुलिस और गृह विभाग 25 हज़ार होमगार्ड्स को नहीं लेगा तो ये सभी होमगार्ड विभाग के पास आएंगे. ऐसे में पुलिस विभाग ने जिन 25 हज़ार जवानों को वापस किया है, उनमें कुछ जवानों से अभी ज़िलों में ज़रूरत के हिसाब से सेवाएं ली जा रही हैं.




90 हज़ार होमगार्ड हैं, जो अलग अलग जगहों पर ड्यूटी करते हैं. पुलिस में 31 हज़ार, डायल 100 में 7 से 8 हज़ार ड्राइवर का काम कर रहे हैं. जिनके ख़िलाफ़ कोई शिकायत नहीं आती है. वर्तमान सरकार ने ड्यूटी बढ़ाने का काम किया. उनके दैनिक भुगतान को 2018 में 125 रुपये बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया था. अब ये कोर्ट के आदेश पर बढ़कर 672 रुपये हो गया है. ये बढ़ोतरी सितंबर 2016 से लागू होगी. पूर्ववर्ती सरकारों की तुलना में बसपा सरकार में 100 से 200 हुआ था और सपा में 200 से 372 रुपये हुआ था. कल्याण कोष पहले 5 करोड़ था, जिसको बढ़ाकर 10 करोड़ किया गया. इस कोष से होमगार्डों को दुर्घटना में मुआवज़ा दिया जाता है.



परिवार ने कहा- जब तक सीएम योगी नहीं आएंगे तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे

लखनऊ: हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद अब उनके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया है. कमलेश के परिवार का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नही आएंगे तब तक अंतिम संस्कार नहीं होगा. परिजन ज़िद पर अड़े हैं कि जबतक सीतापुर के महमूदाबाद आकर मांगें माने जाने का आश्वासन नहीं देते, तबतक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.



इस बीच में पुलिस के अधिकारी हर पहलुओं की जांच कर रहे हैं कि आख़िर ये हत्या किसने कराई है. कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी की तहरीर पर लखनऊ पुलिस ने बिजनौर के 2 मौलानाओं मौलाना अनवारुल हक और मुफ्ती नईम कासमी के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज किया था. दोनों गिरफ्तार भी हो गए हैं.



 




कमलेश के परिजनों ने सीतापुर के राम जानकी मंदिर की संपत्ति विवाद में बीजेपी नेता शिव कुमार गुप्ता की भूमिका पर भी शक जताया है. कमलेश के भतीजे ने कहा है कि बीजेपी नेता शिवकुमार गुप्ता से मंदिर की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, दस दिन पहले उन्होंने कमलेश को जान से मारने की धमकी दी थी. वहीं कमलेश की पत्नी का कहना है कि बीजेपी नेता शिवकुमार गुप्ता से रामजानकी मंदिर ट्रस्ट को लेकर विवाद चल रहा था. जानकारी के मुताबिक दो हमलावार थे, उन्होंने पहले कमरे में चाय पी. वो अपने साथ मिठाई के डिब्बे में बंदूक और चाकू लेकर पहुंचे थे. एक ने गला रेता और दूसरे ने गोली मार दी. कमलेश पर चाकू और बंदूक दोनों से वार किया गया.




सीतापुर में महमूदाबाद में राम जानकी मंदिर है, जिसके ट्रस्ट के अध्यक्ष कमलेश तिवारी थे. इस मंदिर की संपत्ति का विवाद कोर्ट में बीजेपी के स्थानीय नेता शिव कुमार गुप्ता से चल रहा था. शिव कुमार गुप्ता पहले बसपा शासन में बसपा में रहे, सपा शासन में सपा में रहे और योगी के सीएम बनने के बाद बीजेपी में शामिल हो गए. हालांकि एबीपी न्यूज़ ने जब कमलेश के परिजनों से शिव कुमार गुप्ता की भूमिका पर सवाल किया तो परिवार जे कहा कि ये इतना बड़ा मामला नहीं था, ऐसे में पूरा शक हिंदूवादी नेता होने की वजह से हत्या का आ रहा है.




पुलिस फिलहाल दोनों एंगल से जांच कर रही है. घरवालों का कहना है कि कुछ लोग धमकियां देते थे और सुरक्षा के इंतज़ाम भी ठीक नहीं थे. घर वालों ने बताया कि घटना के वक़्त सुरक्षाकर्मी सो रहा था.



यूपी: कमलेश तिवारी हत्याकांड के 3 आरोपियों ने कबूला गुनाह, DGP बोले- पैगम्बर पर टिप्पणी के कारण हुई हत्या

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. इस केस में गुजरात के सूरत से गिरफ्तार तीन साजिशकर्ताओं ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. इससे पहले यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि कमलेश तिवारी की तरफ से साल 2015 में भड़काऊ भाषण दिए जाने के कारण उनकी हत्या हुई है. कमलेश के बयान की वजह से आरोपी नाराज थे. इस मामले में अबतक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, पुलिस मौलाना अनवारुल हक, मुफ्ती नईम काजमी, राशिद खान, फैजान पठान और मोहसिन शेख से पूछताछ कर रही है.



डीजीपी ने कहा कि मौका-ए-वारदात से मिले मिठाई के डिब्बे से हमें सुराग मिले. ये मिठाई का डिब्बा सूरत की एक दुकान का है. दुकान की सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है. इस मामले में लखनऊ से भी दो लोगों के शामिल होने का शक है.



 




डीजीपी ओम प्रकाश ने आगे कहा कि कमलेश की हत्या के तार गुजरात से जुड़े हैं, हमलावर खास पोशाक पहनकर आए थे. इस मामले में गुजरात, बिजनौर में लगातार छापेमारी की जा रही है. डीजीपी ने बताया कि तीन संदिग्धों को गुजरात के सूरत से हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. इन तीनों के अलावा कुछ और लोगों को हिरासत में लिया गया था, पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है.




डीजीपी ने कहा कि हत्या का मास्टरमाइंड राशिद पठान है. उन्होंने बताया कि बिजनौर से दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा राशिद पठान को सूरत से हिरासत में लिया गया है. वो कम्प्यूटर का जानकार है और पेशे से दर्जी है. वहीं, फैजान मिठाई खरीदने वालों में शामिल है. पकड़े गए आरोपियों का कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड है या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है.




मोहसिन शेख सलीम का जिक्र करते हुए डीजीपी ने कहा कि 2015 में कमलेश द्वारा पैगम्बर मोहम्मद पर टिपप्णी के बाद मोहसिन ने कहा था कि इसे मारे जाने की जरूरत है.



शुक्रवार, 18 अक्टूबर 2019

थाने के बाहर खड़े बेटे को दिए चिप्स, अंदर पिता की कर दी हत्या; तीन पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज


उत्तर प्रदेश: तीन पुलिस कर्मियों और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ कथित तौर पर हिरासत में किसान की मौत के प्रकरण में हत्या का मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार रात को मृतक प्रदीप तोमर के भाई कुलदीप तोमर की शिकायत के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई. करीब डेढ़ महीने पहले 35 वर्षीय प्रदीप को अपनी पत्नी की हत्या के मामले में पूछताछ के लिए हापुड़ के पिलखुवा इलाके में छिजारसी पुलिस थाने में हिरासत में लिया गया था.


ट्रिपल तलाक के खिलाफ केस


  • ट्रिपल तलाक दिए जाने के खिलाफ महिला ने दर्ज कराया केस

  • पांच दिनों से पति के घर के बाहर बच्चों के साथ धरने पर बैठी


ट्रिपल तलाक के खिलाफ कानून बन जाने के बाद भी ऐसे मामले आना जारी है. केरल के कोझीकोड में एक महिला ने ट्रिपल तलाक दिए जाने के खिलाफ पति और ससुराल वालों के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज कराया है. कोझीकोड के वलायम पुलिस स्टेशन में मुस्लिम महिला (शादी अधिकार संरक्षण), 2019 की धारा 3 और 4 के तहत केस दर्ज किया गया है.


महिला बीते पांच दिन से पति के घर के बाहर दो छोटे बच्चों के साथ धरने पर बैठी है. फातिमा जुवेरिया ने 17 अक्टूबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसके पति 35 वर्षीय समीर ने उसे ट्रिपल तलाक दिया . फातिमा और समीर की पांच साल की एक बेटी और 2 साल का बेटा है.



जुवेरिया के मुताबिक, उनकी शादी में दिक्कत डेढ़ साल पहले शुरू हुई जब समीर ने एक बार तलाक बोला था. जुवेरिया ने कहा कि वो तलाक नहीं चाहती थी, इसलिए सहमत नहीं हुई.


केस दर्ज, गुजारा भत्ता की मांग


जुवरिया का आरोप है कि समीर की मां और भाई उस पर हाथ भी चलाते थे. जुवेरिया ने पुलिस में केस दर्ज कराने के साथ फैमिली कोर्ट में गुजारा भत्ता की मांग के लिए संपर्क किया.  


दोबारा शादी की जानकारी


जुवेरिया ने बताया, 'समीर हाल में खाड़ी देश से वापस आया. मुझे पता चला कि वो दोबारा शादी कर रहा है. मैं जब कोर्ट परिसर के बाहर उससे मिली तो इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि मैं तुम्हें ट्रिपल तलाक दे रहा हूं. मुझे ये भी पता चला कि उन्होंने मकान भाई की पत्नी के नाम कर दिया है. इसके बाद मैंने धरना देने का फैसला किया.'  


जुवेरिया का कहना है कि वो अपने पति और बच्ची के साथ रहना चाहती है, तलाक नहीं चाहती.  जुवेरिया ने दावा किया कि समीर दूसरी शादी कर चुका है. पुलिस के मुताबिक, केस दर्ज कर लिया गया है और आगे जांच जारी है.


नोएडा: फ्लैट में घुसकर छात्रा को मारा चाकू, फिर लगा दी बालकनी से छलांग


  • नोएडा थाना क्षेत्र 58 के सेक्टर 61 की घटना

  • लड़का-लड़की दोनों घायल, अस्पताल में भर्ती


नोएडा थाना क्षेत्र 58 के सेक्टर 61 में गुरुवार शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई. यहां इंद्रप्रस्थ सोसाइटी में एक बीएससी छात्रा पर चाकू से हमला किया गया. छात्रा पर उसी के पड़ोस में रहने वाले एक लड़ने ने चाकू से हमला कर दिया. हमला करने के बाद लड़का बालकनी से कूद गया. इस घटना में दोनों घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.


छात्रा के गले पर चोट के कई निशान मिले हैं. थाना सेक्टर 58 की पुलिस मामले की जांच कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, सेक्टर 61 के इंद्रप्रस्थ सोसाइटी में छात्रा का परिवार रहता है जहां यह घटना हुई. लड़की गुरुवार शाम को घर में अकेली थी. इसी सोसाइटी के दूसरे टॉवर में रहने वाला एक लड़का उससे मिलने पहुंचा. किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया. छात्रा ने पुलिस को बताया है कि आरोपी लड़के ने उस पर चाकू से हमला किया और घायल कर दिया. पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.  



  • नोएडा थाना क्षेत्र 58 के सेक्टर 61 की घटना

  • लड़का-लड़की दोनों घायल, अस्पताल में भर्ती


नोएडा थाना क्षेत्र 58 के सेक्टर 61 में गुरुवार शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई. यहां इंद्रप्रस्थ सोसाइटी में एक बीएससी छात्रा पर चाकू से हमला किया गया. छात्रा पर उसी के पड़ोस में रहने वाले एक लड़ने ने चाकू से हमला कर दिया. हमला करने के बाद लड़का बालकनी से कूद गया. इस घटना में दोनों घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.


छात्रा के गले पर चोट के कई निशान मिले हैं. थाना सेक्टर 58 की पुलिस मामले की जांच कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, सेक्टर 61 के इंद्रप्रस्थ सोसाइटी में छात्रा का परिवार रहता है जहां यह घटना हुई. लड़की गुरुवार शाम को घर में अकेली थी. इसी सोसाइटी के दूसरे टॉवर में रहने वाला एक लड़का उससे मिलने पहुंचा. किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया. छात्रा ने पुलिस को बताया है कि आरोपी लड़के ने उस पर चाकू से हमला किया और घायल कर दिया. पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.  


आंध्र में भी लड़की पर दरांती से हमला


इसी तरह का मामला आंध्र प्रदेश में सामने आया था, हालांकि इसमें प्रेम प्रसंग का मामला था. आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी जिले में प्यार में पागल लड़के ने मंगलवार को लड़की पर दरांती से हमला दिया था. सुधाकर रेड्डी नाम का आदमी डिप्लोमा करने वाली तेजस्विनी से एकतरफा प्यार में इतना पागल हो गया था कि लड़की को दरांती से मारने की कोशिश की. यही नहीं, घटना के फौरन बाद आरोपी ने कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या की कोशिश की.




इस हमले में लड़की बुरी से घायल है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जो जिदंगी और मौत से जूझ रही है. वहीं जहर खाने वाले सुधाकर रेड्डी को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. असल में, जब तेजस्विनी ने शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया तो इससे सुधाकर बौखला गया और लड़की पर दरांती से हमला कर दिया और उसकी जान लेने की कोशिश की.




आंध्र में भी लड़की पर दरांती से हमला


इसी तरह का मामला आंध्र प्रदेश में सामने आया था, हालांकि इसमें प्रेम प्रसंग का मामला था. आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी जिले में प्यार में पागल लड़के ने मंगलवार को लड़की पर दरांती से हमला दिया था. सुधाकर रेड्डी नाम का आदमी डिप्लोमा करने वाली तेजस्विनी से एकतरफा प्यार में इतना पागल हो गया था कि लड़की को दरांती से मारने की कोशिश की. यही नहीं, घटना के फौरन बाद आरोपी ने कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या की कोशिश की.




इस हमले में लड़की बुरी से घायल है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जो जिदंगी और मौत से जूझ रही है. वहीं जहर खाने वाले सुधाकर रेड्डी को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. असल में, जब तेजस्विनी ने शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया तो इससे सुधाकर बौखला गया और लड़की पर दरांती से हमला कर दिया और उसकी जान लेने की कोशिश की.




पुलिस अफसर के खिलाफ केस, वसूली रैकेट चलाने, रेप जैसे संगीन आरोप


  • एआईजी आशीष कपूर के खिलाफ क्रिमिनल केस

  • रेप और महिला को धमकाने जैसे संगीन आरोप


पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के एआईजी आशीष कपूर के खिलाफ मोहाली में क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है. केस पंजाब पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस सेल ने दर्ज किया है. कपूर के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर जेल से वसूली का रैकेट चलाने, लूट, रेप और महिला को धमकाने जैसे संगीन आरोप हैं.



महिला ने 28 जून को भेजी थी शिकायत


कुरुक्षेत्र की रहने वाली 36 वर्षीय महिला ने 28 जून 2019 को ऑर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (OCCU) को कपूर के खिलाफ शिकायत भेजी थी. इसमें फर्जी केस में फंसाने, लूट और पुलिस की मौजूदगी में रेप जैसे आरोप कपूर पर लगाए गए. पुलिस ने महिला का बयान सीआरपीसी के सेक्शन 161 के तहत रिकॉर्ड किया. महिला ने इसमें बताया कि एआईजी कपूर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए जीरकपुर, मोहाली पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ फर्जी केस दर्ज कराया.


परिवार के सदस्यों पर थर्ड डिग्री उत्पीड़न


महिला के मुताबिक, उसके और परिवार के अन्य सदस्यों पर कपूर की मौजूदगी में थर्ड डिग्री उत्पीड़न किया गया. उस वक्त कपूर की पत्नी कमल कपूर भी वहां मौजूद थीं. महिला का ये भी आरोप है कि कपूर ने एक पुलिस इंस्पेक्टर की कार में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में उसके साथ रेप किया.


आरोप है कि पीड़ित महिला को जब गिरफ्तार किया गया था तब आशीष कपूर ने 38.80 लाख रुपए, 550 ग्राम सोने के गहने लूट लिए. ये रकम और सोना महिला और उसके परिवार के सदस्यों के घर, बैंक खातों और लॉकर से निकाले गए.




जेल से वसूली का रैकेट चलाने के आरोपी


इससे पहले 1 मई 2019 को पंजाब सीआईडी के इंटेलीजेंस विंग ने कपूर को पटियाला सेंट्रल जेल से वसूली का रैकेट चलाने के मामले में आरोपी बनाया था. उस केस की जांच आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह की अगुआई में पंजाब पुलिस का ऑर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (OCCU) कर रहा है. उसी केस की जांच के दौरान पीड़ित महिला का बयान रिकॉर्ड किया गया. 




सीएम योगी बोले- 15 नवंबर तक यूपी की सभी सड़कें गड्ढामुक्त होनी चाहिए


लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य की सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए एक और कदम उठाया है. सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रदेश के सारे रास्ते 15 नवंबर तक गड्ढामुक्त कर दिए जाएं. मुख्यमंत्री गुरुवार को लोकभवन में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान खराब सड़कों को लेकर नाराजगी जताते हुए ये बात कही.


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राष्ट्रीय मार्गो की हालत बहुत ही खराब है. जहां निर्माण चल रहा है, वहां कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे लोग परेशान हो रहे हैं. उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को गोरखपुर-वाराणसी, मऊ-गोरखपुर और मऊ-वाराणसी रोड का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करने के भी निर्देश दिए.



उन्होंने मुख्य सचिव आर.के. तिवारी से इसकी समीक्षा कर अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने और केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय को चिट्ठी लिखने के भी निर्देश दिए हैं.


योगी ने कहा कि अभी प्रदेश में 22 फीसदी नगरीय क्षेत्र है, अगले दो साल में इसे बढ़ाकर 30 फीसदी किया जाए, जिससे शहरी क्षेत्र से जुड़े आस-पास के इलाकों को भी बेहतर सुविधा हासिल हो सके.


योगी ने कहा- पैचवर्क को महज औपचारिकता न बनाएं
मुख्यमंत्री योगी ने समीक्षा बैठक शुरू होते ही लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया कि जिन जनपदों में बिना कार्य किए ही रकम निकाली गई है, वहां पर सख्त कार्रवाई की जाए. ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाए. उन्होंने कहा कि पैचवर्क को महज औपचारिकता न बनाएं, बल्कि उसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए.


मुख्यमंत्री ने कहा है कि लोक निर्माण विभाग समेत चार विभागों में पिछले दो वर्षो में हुए सभी टेंडरों का ऑडिट करवा कर जिम्मेदारी तय की जाए. उन्होंने नगर विकास विभाग और सिंचाई विभाग के टेंडरों की भी ऑडिट करवाने के निर्देश दिए.


प्रहरी एप सभी विभाग लागू करने के निर्देश




योगी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार किया गया प्रहरी एप सभी विभाग अपने यहां लागू करें, जिससे कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता बनी रहेगी. उन्होंने ग्रामीण इलाकों की सड़कों की स्थिति पर भी नाराजगी जताई.




उन्होंने ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया कि गांवों की सड़कें पूरी तरह दुरुस्त करवाई जाए और नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया कि शहरी क्षेत्रों की कालोनियों के लिए ठोस योजना तैयार करें. औद्योगिक इलाकों की सड़कों के नवीनीकरण और उनके मरम्मत के भी निर्देश दिए.




गंग नहर के साथ वाली सड़क फोरलेन बनाए जाने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गंग नहर के साथ वाली सड़क को फोरलेन बनाई जाए. उन्होंने कहा कि 2021 में हरिद्वार में कुंभ का आयोजन होगा, इससे पहले ये काम खत्म किया जाना चाहिए, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर आवागमन की सुविधा मिल सके.




बता दें पिछले साल भी इस मामले को लेकर योगी सरकार ने पहल की थी. इसके तहत अगर आपके इलाके की सड़कें खराब है तो उसकी फोटो खींच कर सरकार के व्हाट्सएप नंबर पर भेज दें. इसकी जांच करने के कुछ दिनों के भीतर सड़कें बन जाएगी.




उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था, ''आप जैसे ही अपनी समस्या बतायेंगे, वो हमारे कंट्रोल रूम को मिल जाएगा, सड़क निर्माण विभाग के लोग उनसे संपर्क कर लेंगे.''



योगी ने 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद भी ग़द्दामुक्त यूपी बनाने को कहा था लेकिन हीलाहवाली की वजह से कई ऐसी सड़कें हैं, जिनकी हालात लगातार ख़स्ताहाल बनी रही. ऐसे में अब सीएम ने सख़्त रुख़ अपनाते हुए 15 नवंबर तक कि समयसीमा में सभी सड़कों को ठीक करने का आदेश दिया है.

शाहजहांपुर रेप केस: आरोप लगाने वाली छात्रा का होगा LLM में एडमिशन, अदालत ने दिया था आदेश

शाहजहांपुर: पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के आरोप में जेल में बंद पीड़िता को शुक्रवार को सुबह अदालत के आदेश पर बरेली कॉलेज में एलएलएम में दाखिले के लिए ले जाया गया. पीड़िता ने कहा कि वो एलएलएम कर बनना प्रोफेसर चाहती है और अपने जैसी लड़कियों की मदद करना चाहती है.


 


पीड़िता स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम की छात्रा है. उसने एक वीडियो के जरिये स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लेते हुए महात्मा ज्योतिबा फूले विश्वविद्यालय में एलएलएम में पीड़िता के दाखिले का आदेश दिया था. लेकिन दाखिले से पहले ही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पीड़िता को जेल भेज दिया था.






पीड़िता के पिता ने बताया कि उन्होंने बृहस्पतिवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) ओमवीर सिंह की अदालत में एक प्रार्थना पत्र दिया था जिस पर अदालत ने 18 अक्टूबर को पीड़िता का बरेली कॉलेज में एलएलएम में दाखिला कराने का आदेश दिया था.




पुलिस अधीक्षक डॉ एस चिनप्पा ने शुकवार को बताया कि सीजेएम के आदेश पर जेल प्रशासन ने पीड़िता को बरेली ले जाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की मांग की थी. इसके बाद पुलिस का एक दल पीड़िता को अपनी सुरक्षा में लेकर बरेली कालेज गया. जेलर राजेश कुमार राय ने बताया कि पीड़िता को दाखिले के लिए बरेली कॉलेज भेजा गया है.




ये था मामला
स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल कर चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण और कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने के आरोप लगाए थे. लड़की ने अपनी और अपने परिवार को जान का खतरा बताया था. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता को न्यायालय में तलब किया और मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को एसआईटी के गठन का निर्देश दिया था. उसके बाद चिन्मयानंद रंगदारी मांगने का मामला सामने आया था औऱ एसआईटी ने पीड़ित छात्रा समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. पीड़िता के आरोपों और चिन्मयानंद का मालिश कराते हुए वीडियो वायरल होने के बाद विशेष जांच दल ने उनको आरोपी बनाते हुए धारा 376 सी के तहत उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया. मामले में चिन्मयानंद समेत पांच आरोपी जेल में बंद है.



मुख़्तार अंसारी के बेटे के घर से मिले हथियार


लखनऊ: यूपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख़्तार अंसारी के बेटे के दिल्ली के वसंत कुंज स्थित घर से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं. इस छापेमारी में विभिन्न देशों से खरीदी गई 6 बंदूकों के साथ 4431 कारतूस भी बरामद हुए हैं. अब्बास अंसारी पर आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज था जिसमें एक लाइसेंस पर 6 शस्त्र खरीदने की बात सामने आई थी. लखनऊ पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से टीमें गठित कर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.


मुकदमे में लखनऊ के पते पर लिए गए शस्त्र लाइसेंस को बिना बताए दिल्ली ट्रांसफर कराने के भी आरोप है. अब्बास पर शस्त्र लाइसेंस में धोखाधड़ी करने पर शस्त्र नियमावली उल्लंघन का मुकदमा दर्ज हुआ है.



छापेमारी में पुलिस को इटली, ऑस्ट्रिया, स्लोवेनिया से मंगाए गए हथियार मिले. इसके अलावा इटली और स्लोवेनिया से खरीदी गई डबल और सिंगल बैरल बंदूक भी मिली हैं. पुलिस सारे हथियारों को अपने साथ लखनऊ ले आई है.




छापेमारी में मिले ये हथियार




    • इटली की डबल बैरल गन





    • स्लोवेनिया की सिंगल बैरल गन





    • साउथ कैटाफिल की मैगनम राइफल





    • दिल्ली से खरीदी गई डबल बैरल गन





    • मेरठ से खरीदी गई यूएस मेक रिवॉल्वर





    • स्लोवेनिया से आयात की गई राइफल




  • ऑस्ट्रिया की तीन पिस्टल की बैरल, दो मैगजीन



अयोध्या मामला: सुन्नी वक्फ बोर्ड ने कहा- सुप्रीम कोर्ट को नहीं, मध्यस्थता पैनल को दिया समझौता प्रस्ताव

लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद केस पर सुनवाई के आखिरी दिन मध्यस्थता पैनल ने अपनी रिपोर्ट सौंपी. जिसके बाद सूत्रों ने दावा किया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड विवादित जमीन के बदले कहीं और जगह दिए जाने पर सहमत हुआ है और इसके बदले कुछ शर्तें रखी हैं. अब सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जफर फारूकी ने कहा कि "सुप्रीम कोर्ट को नहीं, हमने मध्यस्थता पैनल को एक सेटेलमेंट प्रपोजल (समझौता प्रस्ताव) दिया है."


फारूकी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में बोर्ड ने अपील वापस लेने का कोई हलफनामा नहीं दिया है. उन्होंने कहा, "हमने मध्यस्थता पैनल को जरूर सेटेलमेंट का एक प्रपोजल दिया है. सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, उसका हम स्वागत करेंगे और उसका पालन करेंगे."



फारूकी ने कहा, "हमने मध्यस्थता पैनल को जो प्रपोजल दिया, उसके बारे में कुछ भी नहीं बताया जा सकता, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के 18 सितंबर के फैसले के तहत इसे कन्फिडेंशियल (गोपनीय) रखा जाना है. इसी कारण हमने क्या प्रपोजल दिया है, यह नहीं बता सकते."


अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए हुआ था मध्यस्थता पैनल का गठन
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए मध्यस्थता पैनल का गठन किया था. लेकिन मध्यस्थता पैनल तय समय सीमा में किसी नतीजे पर पहुंचने में नाकाम रहा. मध्यस्थता पैनल में वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पांचू, आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एफ एम आई कलीफुल्ला हैं.


जफर फारूकी ने कहा- सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा, वह हमें मान्य है
राजीव धवन द्वारा नक्शा फाड़े जाने को लेकर फारूखी ने कहा, "कोर्ट के अंदर जो हुआ, उस पर कोई बयान नहीं देता है. सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा, वह हमें मान्य है. हम दिल से उसका सम्मान करेंगे.


अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने क्या कहा
इससे पहले, अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की ओर से 2.77 एकड़ विवादित जमीन पर अपना दावा छोड़ने संबंधी किसी तरह का नया हलफनामा दिए जाने से इनकार किया. उनका कहना है कि बोर्ड की ओर से कोई हलफनामा पेश नहीं किया गया है. कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं.


उधर, मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा, "हलफनामे की बात हमें चैनलों के माध्यम से पता चली है. इसका कोई मतलब नहीं है. अब सारी फाइलें बंद हो गई हैं। सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला करेगा, उसे हम कबूल करेंगे."


राजीव धवन ने फाड़ दी थी नक्शे की कॉपी, हिन्दू पक्ष ने कार्रवाई के लिए दर्ज कराई शिकायत




 सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई के आखिरी दिन मुस्लिम पक्षकारों के वकील राजीव धवन ने बुधवार को कथित रूप से भगवान राम के जन्म स्थल को दर्शाने वाले एक नक्शे को फाड़ दिया था. अब इस मामले की शिकायत एक हिन्दू पक्षकार ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) से की है. अखिल भारत हिन्दू महासभा से संबंधित एक संगठन ने धवन की इस कार्रवाई की निन्दा करते हुये बार काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र लिखा है. पत्र में धवन के इस कदम को 'अत्यधिक अनैतिक कृत्य'' बताया गया है.



चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ के समक्ष बीसीआई से शिकायत करने वाले संगठन के वकील विकास सिंह ने सुनवाई के अंतिम दिन उस नक्शे को दिखाया था जिसपर राजीव धवन ने आपत्ति जताई थी थी. विकास सिंह द्वारा स्थलाकृति मानचित्र (पिक्टोरियल मैप) दिये जाने पर धवन ने कोर्ट कक्ष में ही उसे फाड़कर सनसनी पैदा कर दी थी.

बुधवार, 16 अक्टूबर 2019

हमें नहीं पता था कि शिकायत करने वाली महिला पीएम मोदी की भतीजी है: दिल्ली पुलिस


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की भतीजी के साथ हुई झपटमारी का मामला सुलझाने के बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि लूटपाट का शिकार होने वाली महिला पीएम मोदी की भतीजी थीं. पुलिस ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा है कि झपटमारी का शिकार होने के बाद वह हमारे पास एक सामान्य शिकायतकर्ता की तरह आई थीं. हमने उनकी शिकायत दर्ज की और मामले की जांच शुरू कर दी. हमें बाद में पता चले कि वह पीएम मोदी की भतीजी हैं.



डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस, नॉर्थ (डीसीपी) मोनिका भारद्वाज ने कहा, 'शिकायत दर्ज कराने के दौरान उन्होंने इस बात का जिक्र नहीं किया कि उनका वीआईपी फैमिली से कनेक्शन है. वह हमारे पास एक सामान्य शिकायतकर्ता की तरह आईं थीं. हमने शिकायत दर्ज की और जांच शुरू कर दी.' बता दें कि दिल्ली के सिविल लाइन्स इलाके में झपटमारी का शिकार होने वाली पीड़िता पीएम मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी की बेटी दमयंती बेन मोदी थीं. 


दयमंती बेन मोदी शनिवार सुबह अमृतसर से दिल्ली आईं थीं. जब वह ऑटो रिक्शा से गुजरात समाज भवन जा रही थीं तो ऑटो से उतरते वक्त दो स्कूट सवारी लूटेरों ने उनका पर्स छीन लिया था. पर्स में उस वक्त 50,000 रुपए और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज थे. उन्होंने दिल्ली पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने शिकायत दर्ज करने के बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो दिन में ही लूटेरों को पकड़ कर चोरी हुआ सारा सामान बरामद कर लिया. दयमंती बेन मोदी ने बाद में पुलिस की त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा की. 


दिल्ली में बुजुर्ग ने पुल के नीचे की ऐसी हरकत, लोग बोले- 'इसमें सरकार भी क्या करे.






दिल्ली (Delhi) का एक वीडियो तेजी से वायरल (Viral Video) हो रहा है, जिसको देखकर आपको भी गुस्सा आ जाएगा. दिल्ली में एक शख्स को वर्टिकल गार्डन (Delhi's Vertical Garden) से प्लास्टिक के गमले चुराए. जिसको लेकर लोगों में काफी गुस्सा है. फेसबुक पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो के लाखों व्यूज हो चुके हैं. फेसबुक पर 'Alwayz Dil Se' नाम के पेज ने इस वीडियो को शेयर किया है. 


 


बीवी के लिए प्रचार करते हुए रो पड़े SP नेता आजम खान, कहा- मुझे बकरी और मुर्गी चोर बताया जा रहा है


रामपुर:


समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) ने एक चुनावी रैली में रो पड़े और कहा कि मुझ पर बकरियां और मुर्गियां चुराने के आरोप लग रहे हैं. आजम खान उपचुनाव के लिए रामपुर में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. रैली को संबोधित करते हुए आजम खान ने कहा, 'मुझ पर आईपीसी 307 (हत्या की कोशिश) लगाई गई. मेरा आत्म-सम्मान मेरे और मेरे दोस्तों के लिए बहुत महंगा साबित हुआ. अब मुझ पर आरोप बकरियां और मुर्गियां चुराने के आरोप हैं.' आजम खान ने कहा, 'हे ईश्वर! आपने मुझे उसी वक्त क्यों नहीं मार दिया, अगर मैंने ऐसा कोई अपराध किया है तो.'


आजम खान ने कहा कि वह रामपुर के लोगों के हितों की हिफाजत की कीमत चुका रहे हैं. उन्होंने कहा, 'यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि मैंने न तो आपको बेचा है और न ही खुद को.' बता दें, लोकसभा सांसद आजम मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय द्वारा भूमि अतिक्रमण के आरोपों का सामना कर रहे हैं. इस मामले को लेकर आजम खान 5 अक्टूबर को विशेष जांच दल (SIT) के समक्ष पेश हुए थे. तब SIT ने उनसे ढाई घंटे तक पूछताछ की थी. 


अदालत ने इस मामले में अगली सुनवाई 29 अक्टूबर तय की है. आजम खान के खिलाफ 80 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं रामपुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा को मैदान में उतारा है. यह सीट आजम खान के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई थी. 


सुप्रीम कोर्ट में पूरी हुई अयोध्या मामले की सुनवाई, फैसला सुरक्षित



नई दिल्ली:Ayodhya Verdict Today: सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले की सुनवाई पूरी कर ली, फैसला नवंबर महीने में सुनाया जाएगा. CJI रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पांच जंजों की बेंच ने इस मामले में 40 दिन तक सुनवाई करने के बाद दलीलें पूरी कर लीं. बेंच ने अयोध्या भूमि विवाद मामले में संबंधित पक्षों को 'मोल्डिंग ऑफ रिलीफ' (राहत में बदलाव) के मुद्दे पर लिखित दलील दाखिल करने के लिये तीन दिन का समय दिया. इस पीठ में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर भी शामिल हैं. आज सुबह सुनवाई शुरू होने पर बेंच ने कह दिया था कि वह पिछले 39 दिनों से अयोध्या भूमि विवाद मामले में सुनवाई कर रही है और मामले में सुनवाई पूरी करने के लिए किसी भी पक्षकार को आज (बुधवार) के बाद अब और समय नहीं दिया जाएगा. कोर्ट ने पहले कहा था कि सुनवाई 17 अक्टूबर को पूरी हो जाएगी. बाद में इस समय सीमा को एक दिन पहले कर दिया गया.


CJI का कार्यकाल 17 नवंबर को समाप्त हो रहा है. उल्लेखनीय है कि बेंच ने अयोध्या में 2.77 एकड़ विवादित भूमि को तीन पक्षकारों-सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला-के बीच बराबर-बराबर बांटने का आदेश देने संबंधी इलाहाबाद हाईकोर्ट के सितंबर, 2010 के फैसले के खिलाफ दायर 14 अपीलों पर सुनवाई की है. 





मंत्री चेतन चौहान ने कहा- 25 हजार होमगार्ड की नौकरी नहीं जाएगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक 25 हजार होमगार्ड की नौकरी चली गई है. नौकरी गंवाने वाले होमगार्ड के प्रदर्शनों और विपक्षी दलों के हमलों के बाद अब योगी सरकार ने सफाई दी है. होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान का कहना है कि किसी को भी नौकरी से नहीं हटाया जाएगा, कोई औपचारिक निर्णय नहीं लिया गया है.


उन्होंने कहा, ''हमें गृह विभाग से कोई आधिकारिक पत्र नहीं मिला है. मैं विश्वास दिलाता हूं कि किसी को भी नौकरी से नहीं हटाया जाएगा. कोई औपचारिक निर्णय नहीं लिया गया है.''



मंत्री ने कहा कि सभी अपनी दीपावली अच्छी तरह मनाएं. होमगार्ड का मानदेय बढ़ने की वजह से कुछ बड़ा बजट जरूर गड़बड़ हुआ है, लेकिन इसके लिए किसी होमगार्ड को निकाला नहीं जाएगा.


होमगार्ड मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संवेदनशील हैं. जरूर कोई रास्ता निकलेगा. उन्होंने कहा कि इस मामले पर विभागीय बैठक में विचार-विमर्श करेंगे. पुलिस विभाग को होमगार्ड की आवश्यकता है. होमगार्ड विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है. यह सकारात्मक ढंग से चलती है. किसी की नौकरी लेने वाली नहीं है.


 


पुलिस विभाग ने 25 हजार होमगार्ड जवानों की ड्यूटी समाप्त करने का निर्णय लिया था. थानों में पुलिस बल की कमी की वजह से पिछले दिनों होमगार्ड जवानों को कानून व्यवस्था की ड्यूटी में लगाने का निर्णय लिया गया था. इसके लिए होमगार्ड विभाग ने 25 हजार जवानों को पुलिस ड्यूटी के लिए दिया था, जो थानों से लेकर चौराहों पर ट्रैफिक तक संभाल रहे हैं.


 


सोमवार के आदेश के मुताबिक, एडीजी के आदेश के बाद 25 हजार होमगार्ड की सेवाएं समाप्त हुई हैं. एडीजी (पुलिस मुख्यालय) बी.पी. जोगदंड की ओर से यह आदेश जारी किया था.



यूपी: बेटी को दफनाने गए शख्स को श्मशान में मिली खुशी की नई वजह, कब्र खोंदते वक्त घड़े में मिली दूसरी नवजात बच्ची


 



बरेली: वैसे तो चमत्कार जैसी बातें किस्से कहानियों में होती है पर उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में ये वाकई में हुआ है. तमाम जद्दोजहद के बाद भी अपनी बच्ची को ना बचा पाने का गम लिए एक शख्स अपनी बच्ची को गोद में लेकर श्मशान की तरफ बढ़ रहा था. श्मशान पहुंचते ही मजदूर वहां कब्र के लिए गड्ढा खोदने लगे कि तभी एक मजदूर का फावड़ा वहां मिट्टी में तीन फीट नीचे गड़े घड़े से टकरा गया. जब घड़े को बाहर निकाला गया तो उसमें एक जिंदगी सांस ले रही थी.


सब हैरानी भरे अंदाज से घड़े की तरफ देखा तो पता चला कि उसमें एक नवजात बच्ची है. अब इसे भगवान का चमत्कार कहें या फिर उस पिता की किस्मत कि जिसके हिस्से अभी बेटी का बचपन और उसे बड़ा होते देखना बाकी था. पूरी तरफ बात समझने के बाद उस शख्स ने बिना देर किए वहां की सारी प्रक्रिया पूरी की और उस बच्ची को अपने साथ घऱ ले आया.



पुलिस अधीक्षक (नगर) अभिनंदन सिंह ने रविवार को बताया कि बरेली शहर के सीबीगंज स्थित वेस्टर्न कॉलोनी के निवासी हितेश कुमार सिरोही के घर गुरुवार को एक बच्ची ने जन्म लिया, जिसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई थी.


उन्होंने बताया कि हितेश शाम को ही बच्ची को दफनाने के लिए श्मशान पहुंचे और गड्ढा खुदवाया. करीब तीन फुट गड्ढा खोदने पर मजदूर का फावड़ा एक घड़े से टकराय.। घड़े को जब बाहर निकाला गया तो उसके अंदर एक नवजात बच्ची थी. वह जिंदा थी और उसकी सांसें काफी तेज चल रही थीं.


सिंह ने बताया कि हितेश ने उस बच्ची को अपना लिया है. फिलहाल उसका बरेली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.




मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनीत शुक्ला ने बताया कि बच्ची की हालत में सुधार है.


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र पांडे ने कहा कि बच्ची को जिंदा किसने दफनाया, इसकी जांच की जा रही है.



अमेजन को करोड़ों का चूना लगाने वाले दो जालसाज गिरफ्तार, ऐसे करते थे जालसाजी


लखनऊ: लखनऊ की हजरतगंज की साइबर सेल और गौतमपल्ली की संयुक्त टीम ने अमेजन कंपनी को चूना लगाने वाले शातिरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने सोहित सोनी और राहुल सिंह राठौर को लखनऊ से गिरफ्तार किया है. ये दोनों बीटेक और आइटीआइ पास हैं.


पुलिस के मुताबिक इन शातिर जालसाजों ने अमेजन को कई करोड़ रुपए का चूना लगा लगा चुके हैं. पुलिस ने बताया कि ये लोग अमेजन से प्रोटीन पाउडर मंगाते थे फिर कुछ दिनों बाद उसमें पत्थर भरकर वापस कर देते थे. इस तरह इन्होंने 2 से 3 महीने के अंदर ही डेढ़ करोड़ का प्रोटीन पाउडर खरीद लिया था.
दरअसल अमेजन से मंगाए गए प्रोटीन पाउडर्स को ये सस्ते दामों पर जिम करने वालों को बेच देते थे. इस तरह बाकी कई चीजों के सहारे ये लोग अमेजन को कई करोड़ की कीमत का चूना लगा लगा चुके हैं.


इस मामले पर एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है अमेजन कम्पनी की तरफ गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. जिसमें हजरतगंज नोडल अधिकारी साइबर क्राइम सेल द्वारा पुलिस द साइबर काइम सेल हजरतगंज की सयुक्त टीम गठित की गयी जिसके बाद ही मुखबिर व साइबर तकनीक का उपयोग करते हुए शातिर आरोपियों को गिरफतार कर लिया गया है.


शातिरों ने पूछताछ में बताया कि वो इस काम को 2017 से कर रहे हैं. उन्होंने कबूल किया वो लोग अमेजन की वेबसाइट पर जाकर फर्जी नाम व पता से ऑनलाइन अकाउन्ट बनाते थे, फिर इन अकाउन्टों का इस्तेमाल कर विनिन्न प्रकार के वे-प्रोटीन, एप्पल की स्मार्ट वाच, अमेजन के डिजिटल गिफ्ट कार्ड, व अन्य एप्पल के ही महगें डिजिटल समान की खरीदारी की जाती थी. फिर इन समानों को ऑनलाइन जाकर आर्डर कैन्सिल कर दिया जाता था लेकिन उसमें रखा हुआ माल निकाल कर उसमें अमेजन का मिलता जुलता स्टीकर लगाकर वापस कर देते थे.


एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने केवल लखनऊ में ही नहीं जयपुर, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़, व गुजरात, व उत्तराखंड और इसके साथ ही अन्य राज्यों में भी जालसाजी का कारोबार फैलाया हुआ है. इनके और भी साथी हो सकते हैं. फिलहाल अभी तक दो ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इन आरोपियों से पूछताछ की जा रही है जिससे इनके बाकी नेटवर्क क पता चल सके.


शख्स ने बाइक की नंबर प्लेट पर लिखा- ‘आई त लिखाई’, पुलिस ने कहा- ‘जब लिखाई तब थाने से जाई’


वाराणसी: नए मोटर व्हिकल एक्ट में ज्यादा जुर्माना के प्रावधान के बाद से जनता ट्रेफिक नियमों को लेकर और भी ज्यादा सतर्क हो गई है. बावजूद इसके अभी भी काफी लोग ट्रेफिक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आप अपनी हंसी शायद ही रोक पाएं.


दरअसल वाराणसी में पुलिस ने एक बुलेट बाइक सवार को रोका, जिसकी नंबर प्लेट पर लिखा था 'आई त लिखाई' मतलब जब नंबर आएगा तब लिखवा लेंगे. इसपर पुलिस शख्स और उसकी बाइक को थाने में ले गई और कहा- 'ठीक हो जब नंबर लिखाई तब थाने से जाई' मतलब जबतक बाइक की प्लेट पर नंबर नहीं लिखा जाएगा थाने से नहीं जाने दिया जाएगा. बता दें कि वाराणसी में आमतौर पर इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जाता है. ये भाषा भोजपुरी है.



 




बता दें कि वाराणसी के एसएसपी के निर्देश पर शहर भर में सुरक्षा के मद्देनज़र वाहनों की कड़ी चेकिंग का अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने जब बाइक सवार से बाइक के पेपर मांगे तो उसके पास बाइक का कोई पेपर मौजूद नहीं था. पुलिस द्वारा पूछने पर कि यह नंबर प्लेट पर क्या लिखवाया है? उसने कहा कि अभी रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं मिला. इसलिए यह लिखवाया है. इसके बाद पुलिस ने शख्स की बाइक को जब्त कर लिया.



वाराणसी: नए मोटर व्हिकल एक्ट में ज्यादा जुर्माना के प्रावधान के बाद से जनता ट्रेफिक नियमों को लेकर और भी ज्यादा सतर्क हो गई है. बावजूद इसके अभी भी काफी लोग ट्रेफिक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आप अपनी हंसी शायद ही रोक पाएं.


दरअसल वाराणसी में पुलिस ने एक बुलेट बाइक सवार को रोका, जिसकी नंबर प्लेट पर लिखा था 'आई त लिखाई' मतलब जब नंबर आएगा तब लिखवा लेंगे. इसपर पुलिस शख्स और उसकी बाइक को थाने में ले गई और कहा- 'ठीक हो जब नंबर लिखाई तब थाने से जाई' मतलब जबतक बाइक की प्लेट पर नंबर नहीं लिखा जाएगा थाने से नहीं जाने दिया जाएगा. बता दें कि वाराणसी में आमतौर पर इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जाता है. ये भाषा भोजपुरी है.



बता दें कि वाराणसी के एसएसपी के निर्देश पर शहर भर में सुरक्षा के मद्देनज़र वाहनों की कड़ी चेकिंग का अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने जब बाइक सवार से बाइक के पेपर मांगे तो उसके पास बाइक का कोई पेपर मौजूद नहीं था. पुलिस द्वारा पूछने पर कि यह नंबर प्लेट पर क्या लिखवाया है? उसने कहा कि अभी रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं मिला. इसलिए यह लिखवाया है. इसके बाद पुलिस ने शख्स की बाइक को जब्त कर लिया.



रामपुर उपचुनाव की लड़ाई, आजम का किला ढहाने की कोशिश में है बीजेपी


रामपुर: उत्तर प्रदेश में 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इन उपचुनावों में सबसे दिलचस्प सीट रामपुर की है. इस चुनाव में बीजेपी आजम खान का किला ढहाने की पुरजोर कोशिश कर रही है. इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने आजम खान की पत्नि ताज़ीन फातिमा को चुनाव मैदान में उतारा है. ताज़ीन फातिमा को बीजेपी की ओर से भारत भूषण गुप्ता टक्कर दे रहे हैं. लेकिन ये लड़ाई भारत भूषण और ताज़ीन फातिमा के बीच नहीं बल्कि आजम खान और बीजेपी के बीच है. दोनों के लिए ही ये नाक की लड़ाई है.


मेरा 22 किलो वजन घट गया है- रैली में भावुक आजम



आजम खान के खिलाफ इस साल अप्रैल से अबतक 75 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं. इन मामलों को लेकर आजम खान का दर्द भी बाहर आ गया है. पत्नी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे आजम खान अपने ऊपर हो रही कार्रवाई को लेकर एक रैली में भावुक हो गए. उन्होंने कहा, ''मुझे इतना बता दो कि आखिर मेरी खता क्या है, मुझे इंसाफ दो.'' आजम ने तंज भरे लहजे में कहा, ''मेरे ऊपर खुशियों का ऐसा पहाड़ टूटा है कि मेरा 22 किलो वजन घट गया है.''


आजम खान रामपुर से ही चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. साल 1980 के बाद से रामपुर की सीट से आजम नौ बार सांसद रहे हैं. इस दौरान उनको केवल एक बार साल 1996 में हार का सामना करना पड़ा. उन्हें कांग्रेस के फिरोज़ अली खान ने हरा दिया था.


रामपुर जीतने के लिए कुछ भी करेंगे आजम- सपा नेता


अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से आजम खान के करीबी और समाजवादी पार्टी के एक नेता ने कहा है, ''यह सीट उनके किले की तरह है. वह इस सीट को जीतकर यह साबित करना चाहेंगे की यहां की जनता अभी भी उनके समर्थन में है. आजम खान को रामपुर के कारण जाना जाता है. वह इसे जीतने के लिए कुछ भी करेंगे. यही कारण है कि उन्होंने अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है.''


बता दें कि रामपुर में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 60 फीसदी है. बाकी यहां ब्राहम्ण, लोधी और जाटव के भी काफी वोट हैं. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में आजम खान को जीत मिली थी. तब उन्हें 47.74 फीसदी वोट मिले थे. वहीं, बीजेपी के शिव बहादुर सक्सेना को 28.84 और मायावती की बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार तनवीर अहमद को 25.36 फीसदी वोट मिले थे. साल 2007 और 2012 में आज़म के वोट शेयर में लगभग 55 प्रतिशत की वृद्धि हुई.




राज्यसभा की सांसद हैं आजम की पत्नी फाज़ीन फातिमा




आजम खान के लोकसभा जाने के बाद रामपुर में उपचुनाव हो रहा है. आजम की पत्नी और रामपुर उपचुनाव में उम्मीदवार ताज़ीन  फातिमा वर्तमान में उत्तर प्रदेश से ही राज्यसभा की सांसद हैं. राज्यसभा में उनका कार्यकाल अगले साल नवंबर तक है. अगर फातिमा रामपुर से चुनाव जीत जाती हैं तो वह राज्यसभा से इस्तीफा दे देंगी. उपचुनाव के लिए 21 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि रिजल्ट 24 अक्टूबर को आएंगे.




रामपुर में बीजेपी उम्मीदवार भारत भूषण गुप्ता ने साल 2013 में बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. लेकिन वह तीसरे नंबर पर रहे थे और उन्हें 9.57 फीसदी ही वोट मिले थे. इसके बाद उन्होंने बीएसपी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया. उन्होंने साल 2012 में जिला पंचायत का चुनाव भी लड़ा था.




रामपुर में कांग्रेस ने अरशद अली खान उर्फ़ गुड्डू को टिकट दिया है. जो पेशे से वकील हैं. वहीं बीएसपी ने ज़ुबैर मसूद खान को टिकट दिया है.



यूपी में योगी सरकार ने रद्द की फील्ड में तैनात सभी अफसरों की छुट्टियां

लखनऊ: अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई का आखिरी दिन है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट अब जल्द फैसला सुना सकता है. फैसले से पहले सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने अपनी कमर कस ली है. योगी सरकार ने फील्ड में तैनात सभी अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. इस मामले को लेकर अयोध्या में दो दिन पहले 10 दिसंबर तक धारा 144 भी लागू कर दी गई थी.


 


तैनात किया जा रहा है भारी पुलिस बल



 




योगी सरकार ने फील्ड में तैनात सभी अफसरों की छुट्टियां 30 नवंबर तक रद्द की हैं. वहीं, मुख्यालयों में भी सभी अफसर तैनात रहेंगे. वहीं, अयोध्या में सुरक्षा इंतजामों को लेकर भी तगड़ी व्यवस्था की जा रही है. इलाके में पुलिस, अर्धसैनिक बल के जवान और जल पुलिस की भी तैनाती की जा रही है.




स्कूलों को भी बंद कराने की तैयारी




अयोध्या में धारा 144 के दौरान किसी तरह की टीवी डिबेट, नौका संचालन और ड्रोन शूटिंग की अनुमति प्रशासन की तरफ से नहीं दी जाएगी. किसी भी तरह की आशंका से निपटने के लिए प्रशासन मुस्तैद है. स्कूलों को भी बंद कराने की तैयारी चल रही है. प्रशासन ने 200 स्कूलों को चिन्हित किया हैं इनमें आने वाली पुलिस फ़ोर्स को रूकने की व्यवस्था की जाएगी.




दीपोत्सव का भव्य आयोजन कराने की तैयारी




बता दें कि अयोध्या में हलचल तेज है. इस बार दीवाली के मौके पर अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन और ज्यादा भव्य करने की तैयारी है. यूपी सरकार के तीन सबसे बड़े अधिकारी मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी कल अयोध्या पहुंचे. अधिकारियों ने साधु संतों के साथ दीपोत्सव की तैयारी के लिए बैठक की. सरकार का दावा है कि इस बार का आयोजन पिछली बार से भी ज्यादा भव्य होगा. इस बार पांच लाख 51 हजार दीए जलाकर नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है.



1992 में तोड़ी गई इमारत हमारी प्रॉपर्टी थी’


  • सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या केस की अंतिम सुनवाई

  • मुस्लिम पक्ष की ओर से राजीव धवन की दलील

  • '1992 में तोड़ी गई इमारत हमारी प्रॉपर्टी थी'


सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद की आखिरी दलील मुस्लिम पक्ष की ओर से रखी जा रही है. मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि 6 दिसंबर 1992 को जो इमारत गिराई गई, वह हमारी प्रॉपर्टी थी. इसके अलावा राजीव धवन ने हिंदू पक्षकारों की ओर से लगाए गए आरोपों का जवाब दिया और अपने तर्क अदालत के सामने रखे. मुस्लिम पक्ष को अपनी दलील रखने के लिए डेढ़ घंटे का वक्त मिला है.


राजीव धवन बोले कि 6 दिसंबर, 1992 को जो नष्ट हुआ, वो हमारी प्रॉपर्टी थी. वक्फ संपत्ति का मतवल्ली ही रखरखाव का जिम्मेदार होता है, उसे बोर्ड नियुक्त करता है. राजीव धवन ने कहा कि अयोध्या को अवध या औध लिखा गया है, जिसकी जांच सरकार के द्वारा की गई थी. इस पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि अगर हम आपके आधार को देखें तो ये ओनरशिप के कागजात नहीं दर्शाता है.


राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि हिंदू महासभा आपस में ही बंट गया है, क्योंकि धर्मदास, सरदार रविरंजन सिंह, विकास सिंह और अन्य की ओर से अलग-अलग सबूत दिए गए हैं.


राजीव धवन ने कहा कि इसका मतलब है महासभा 4 हिस्सों में बंट गया है, क्या दूसरी महासभा इसको सपोर्ट करता है?


नक्शा फाड़ने पर राजीव धवन ने दी सफाई


मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने कहा कि ये वायरल हो गया है कि मैंने कोर्ट में नक्शा फाड़ा, लेकिन मैंने ये कोर्ट के आदेश पर किया. मैंने कहा था कि मैं इसे फेंकना चाहता हूं तब चीफ जस्टिस ने कहा कि तुम इसे फाड़ सकते हो. इसपर चीफ जस्टिस ने कहा कि हमने कहा था कि अगर आप फाड़ना चाहें तो फाड़ दें.




हिंदू पक्ष की दलीलों का जवाब


राजीव धवन ने कहा कि हिंदू पक्षकारों ने कुरान के हवाले से जो दलीलें दी हैं, वो आधारहीन हैं. राजीव धवन ने कहा कि हम अपनी ज़मीन पर कब्जा वापस चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जिन कागजातों की बात हो रही है, उसके चार-चार मतलब हैं. पहला उर्दू, फिर हिंदी जो जिलानी की तरफ से हुआ, फिर एक हिंदी जो हाईकोर्ट जस्टिस अग्रवाल की ओर से किया गया. उन्होंने कहा कि 2017 में चौथा ट्रांसलेशन हुआ.


ट्रांसलेशन पर हुआ विवाद


हिंदू पक्ष के बारे में राजीव धवन ने कहा कि आप नवंबर तक क्या कर रहे थे? हमने कोर्ट के कहने पर ट्रांसलेशन किया था और कोर्ट में जमा किया था. इसपर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि इसपर आपत्ति ये है कि उस ट्रांसलेशन में कुछ ऐसे शब्द हैं, जो असली वर्ज़न में है ही नहीं. राजीव धवन ने कहा कि नहीं ऐसा नहीं है, बाबर को ही बाबरशाह कहा जाता था.




अयोध्या केस

 



  • सुब्रमण्यम स्वामी को लगा झटका

  • स्वामी की याचिका नहीं सुनेगा SC


अयोध्या जमीन विवाद मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को झटका लगा है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका को सुनने से इनकार कर दिया है.


इसको लेकर ट्वीट करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, 'चीफ जस्टिस ने मेरी याचिका को नहीं सुनने का फैसला किया है, यानी पूजा के मौलिक अधिकार की मेरी याचिका को दूसरी कोर्ट में भेजा गया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वे केवल जमीन विवाद की सुनवाई करेंगे .'


वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इसको लेकर कहा है कि हमने ये कल ही कह दिया था कि किसी और को नही सुनेंगे. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में आज अयोध्या मामले पर आखिरी सुनवाई के दौरान जोरदार बहस देखने को मिली.


वहीं सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने बुधवार को अयोध्या मामले में दोनों पक्षों को आज शाम पांच बजे तक बहस खत्म करने का निर्देश दिया है. मुख्य न्यायाधीश ने कहा, 'बहुत हो गया. अयोध्या मामले में दोनों पक्ष आज शाम पांच बजे तक बहस पूरी कर लें.'



गुरुवार, 3 अक्टूबर 2019

एक महीने पहले सुषमा पर हो चुका था जानलेवा हमला, नहीं हुई कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में मंगलवार को एक रागिनी गायिका सुषमा की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी.



  1. बुलंदशहर एसएसपी ने चौकी प्रभारी राजीव कौशिक को किया सस्पेंड

  2. नई मंडी चौकी इलाके में 1 महीने पहले सुषमा पर हुआ था जानलेवा हमला

  3. उत्तर प्रदेश के नोएडा में गोलियां बरसा कर कर दी गई थी सुषमा के हत्या


उत्तर प्रदेश:


उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में मंगलवार को एक रागिनी गायिका सुषमा की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी. गौरतलब है कि यूपी के बुलंदशहर स्थित नई मंडी चौकी इलाके में एक महीने पहले मशहूर गायिका सुषमा पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसके बाद उन्होंने कोतवाली देहात बुलंदशहर में धारा 307 के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी थी. जानलेवा रिपोर्ट पर कार्यवाही न करने पर अब बुलंदशहर एसएसपी ने चौकी प्रभारी राजीव कौशिक को सस्पेंड कर दिया है.


बीते 3 सालों में किसी लोक गायिका का यह तीसरा मर्डर है. इससे पहले हरियाणा में 2 गायिकाओं की हत्या हो चुकी है. ग्रेटर नोएडा की मित्रा सोसाइटी में अपने घर के बाहर 25 साल की सुषमा जब अपनी कार से उतरीं, तभी बाइक से पीछा करते आ रहे 2 लड़कों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. सुषमा को 4 गोलियां लगीं और उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. वारदात मंगलवार रात करीब 8 बजे की है. सुषमा एक जानी मानी रागिनी गायिका थीं.


 



पुलिस के मुताबिक सुषमा का अपने पति से 4 साल पहले तलाक हो गया था और अब वो इसी मकान में गजेंद्र भाटी नाम के शख्स के साथ रह रहीं थीं. सुषमा ने इसी साल 19 अगस्त को बुलंदशहर में प्रमोद और कुछ अज्ञात लोगों पर जानलेवा हमले का केस दर्ज कराया था. उस केस में कोई गिरफ्तार नहीं हुआ और न ही सुषमा को सुरक्षा मिली. सुषमा उसी केस के सिलसिले में पैरवी कर बुलंदशहर से लौटीं थीं.


पुलिस के मुताबिक प्रमोद ने सुषमा के कई शो बुक कराए हैं, हालांकि सुषमा का कुछ लोगों से ज़मीनी विवाद भी है. हालांकि की ये पहला मौका नहीं है जब किसी लोक गायिका को निशाना बनाया गया हो. 2017 में हरियाणा के पानीपत में गायिका हर्षिता दहिया की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. वहीं, 2018 में हरियाणा के रोहतक में गायिका ममता शर्मा की गला काटकर हत्या कर दी गयी और अब ग्रेटर नोएडा में रागिनी गायिका सुषमा के कत्ल को अंजाम दे दिया गया. 


टिप्पणियां

पुलिस का कहना है कि सुषमा के कई लोगों से और कई मामलों में विवाद थे. ऐसा लगता है कि हत्या सुपारी किलर्स ने की है. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को जब्त कर लिया है. सुषमा का लिव इन पार्टनर गजेंद्र भी शक के दायरे में है. उससे भी पूछताछ चल रही है.



जानिए कैसे बबिता बनी करोड़पति


नई दिल्ली: टीवी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' में 1 करोड़ रुपये जीतने वाली महाराष्ट्र की बबीता तारे को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग के एसवीईईपी कार्यक्रम के लिए अमरावती जिला के राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है. इस बात की जानकारी चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने दी. बता दें कि सिस्टेमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन (SVEEP) देश के मतदाताओं में जागरूकता फैलाने और मतदाता साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए चुनाव आयोग का एक प्रमुख कार्यक्रम है.



महाराष्ट्र के एक स्कूल में बच्चों के लिए मिड डे मील बनाने वाली बबीता तारे उस वक्त चर्चा में आईं थी जब हाल में ही उन्होंने KBC में एक करोड़ रुपये जीते थे. अमरावती जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीषा खत्री ने मंगलवार शाम को कहा, '' बबीका तारे को लोगों तक पहुंचने और उन्हें मतदान के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए जिला राजदूत के रूप में चुना गया है.''



 




जिला राजदूत नियुक्त होने पर बबीता तारे ने कहा, "हर किसी को मतदान करना चाहिए. यह हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है." बबीता ने आगे कहा, '' "मैं जनता से, विशेष रूप से गांवों से जुड़ने की कोशिश करूंगी, और उनसे अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए बड़ी संख्या में बाहर आने का आग्रह करूंगी.''




वहीं बबीता अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने के अनुभव के बारे में भी मुस्कराती हुई जिक्र करती हैं और कहती हैं, 'इतनी पॉजिटिव एनर्जी आ गई है कि कोई भी प्रॉब्लम आ जाए, फेस कर सकती हूं. उन्होंने मुझे सलाह दी कि मुझे यह राशि बहुत संघर्ष के बाद मिली है, मुझे इसे बुद्धिमानी से खर्च करना है और जो भी अधूरे सपने हैं, उन्हें पूरा करना है.''



WhatsApp ला रहा है यूनीक फीचर

नई दिल्लीः इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप लगातार खुद में बदलाव ला रहा है और समय के साथ साथ इसने अपने यूजर्स को लगातार कई अपडेट्स के साथ बेहतर तरीके से जोड़ा है. अब व्हाट्सएप एक ऐसा यूनीक फीचर लेकर आया है जिसमें सामने वाले को भेजे मैसेज अपने आप गायब हो जाएंगे. व्हाट्सएप के इस नए फीचर का नाम डिसएपीयरिंग मैसेज है और इस फीचर की मदद से एप एक तयशुदा वक्त के बाद आपके भेजे हुए संदेश को डिलीट कर सकता है.


इस खास फीचर के बारे में आप यहां जान सकते हैं


 


 




    1. इसके तहत यूजर्स को मैसेज भेजने से पहले एक टाइम सेट करना होगा और निश्चित टाइम के पूरा होने के बाद आपका भेजा हुआ मैसेज खुद ही डिलीट हो जाएगा. फिलहाल ये फीचर व्हाट्सएप के बीटा वर्जन 2.19.275 पर उपलब्ध होगा.



 




    1. पहले ये फीचर ग्रुप चैट के लिए आएगा और फिर इसके बाद प्राइवेट चैट के लिए भी ये फीचर आ सकेगा.



 


 


हालांकि शुरुआत में ये फीचर ग्रुप चैट में सबके लिए उपलब्ध नहीं होगा बल्कि ये फीचर ग्रुप सेटिंग में मिल पाएगा जिसे सिर्फ ग्रुप एडमिन ही एक्सेस कर सकता है.


एक वेबसाइट के मुताबिक ये फीचर अभी शुरुआती मोड में है लिहाजा ये साफ नहीं है कि कंपनी इसे सामान्य पब्लिक के लिए कब तक जारी करेगी.


ग्रुप चैट के दौरान एडमिन 5 सेकेंड या 1 घंटे की अवधि के लिए इन मैसेजेस की ड्यूरेशन सेट कर सकता है और इस तय टाइम के बाद ग्रुप एडमिन द्वारा भेजी गई चैट व्हाट्सएप के ग्रुप से गायब हो जाएगी.


इसके अलावा ये भी बताया जा रहा है कि पहले ग्रुप में किसी ने मैसेज डिलीट किया है तो बाकी लोगों को पता चल जाता था लेकिन इस फीचर में ऐसा ऑप्शन है कि मैसेज डिलीट होने के बाद कोई संदेश नहीं दिखेगा और पता नहीं चल पाएगा कि मैसेज डिलीट हुआ है क्योंकि इसका कोई निशान नहीं आएगा.


फिलहाल इस फीचर के लिए 5 सेकेंड या 1 घंटे का ही ऑप्शन उपलब्ध है और यानी इस अवधि को पहले से सेट करना होगा और अगर सेट नहीं किया तो आपका मैसेज ऑटोमैटिकली डिलीट नहीं होगा.


इसके साथ ही यूजर्स को 'सभी' या 'कोई भी नहीं' का ऑप्शन भी मिल पाएगा. यानी इस फीचर को ऑन करने के बाद किसी चैट के लिए चुने हुए मैसेज अपने आप डिलीट हो जाएंगे और आपको अलग-अलग मैसेज खुद जाकर डिलीट नहीं करने होंगे.


व्हाट्सएप का ये फीचर फिलहाल एंड्रायड बीटा वर्जन पर उपलब्ध है और कहा जा रहा है कि जल्द ही ये आईओएस यूजर्स के लिए भी जारी किया जा सकता है.


अगर कंपनी इस फीचर को जल्द ही जारी कर देती है तो व्हाट्सएप के जरिए होने वाली बातचीत का सिस्टम पूरी तरह बदल सकता है और लोगों को यूनीक चैटिंग एक्सपीरिएंस मिल सकता है. इस के जरिए अगर आप चाहते हैं कि किसी मैसेज को बाद में न पढ़ा जा सके और वो इंस्टेंट यूज के लिए हो तो आप पहले से सेलेक्ट कर सकते हैं कि वो मैसेज बाद में ऑटोमैटिकली डिलीट हो जाए.


जानिए सबसे महंगा आईफोन कोनसा है

अगर आपको लगता है कि आईफोन 11 प्रो मैक्स भारत में अभी तक का सबसे महंगा आईफोन है तो जान लीजिए कि ऐसा नहीं है. आपको जानकर हैरानी होगी कि आईफोन XS मैक्स की कीमत नए आईफोन 11 प्रो मैक्स से अधिक है.


नई दिल्ली: अगर आपको लगता है कि आईफोन 11 प्रो मैक्स भारत में अभी तक का सबसे महंगा आईफोन है तो जान लीजिए कि ऐसा नहीं है. आपको जानकर हैरानी होगी कि आईफोन XS मैक्स की कीमत नए आईफोन 11 प्रो मैक्स से अधिक है.


 


जानकारी के लिए आपको बता दें कि आईफोन एक्स-एस मैक्स के 512 जीबी वर्जन की कीमत 1,44,900 है वहीं 512 जीबी वाले आईफोन 11 प्रो मैक्स की कीमत फ्लिपकार्ट पर 1,38,900 है. संभवत: ऐसा पहली बार है जब पुराने मॉडल की कीमत नए मॉडल से अधिक हो.



 




 




इन दिनों ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर सेल का सीजन चल रहा है और तमाम तरह की डील ऑफर की जा रही हैं इसके बाद भी आईफोन का पुराना वर्जन नए वर्जन से महंगा ही है.




कंपनी ने हाल ही में अपनी तीन नए मॉड्ल्स- आईफोन 11, आईफोन 11 प्रो और आईफोन 11 प्रो मैक्स लॉन्च किए थे.







एपल ने आईफोन 11 सीरीज में कैमरा, बैटरी और प्रोसेसर के फ्रंट पर बड़े बदलाव किए हैं. आईफोन में पहली बार रियर पैनल पर ट्रिपल कैमरा सेटअप दिया गया है जो कि अल्ट्रावाइड सपोर्ट के साथ आता है. इसके अलावा कंपनी ने तीनों आईफोन्स में A13 बॉयोनिक चिपसेट का इस्तेमाल किया है.




एपल का दावा है कि पहले वाले आईफोन्स की तुलना में नई सीरीज की बैटरी 4 घंटे ज्यादा का बैकअप देगी. हालांकि यूजर्स को आईफोन 11 में OLED डिस्प्ले नहीं मिलेगा, क्योंकि कंपनी ने 11 में रेटिना डिस्प्ले का इस्तेमाल किया है.




 




कैमरे की बात करें तो XR में कंपनी ने रियर फ्रंट पर सिंगल कैमरा लैंस का इस्तेमाल किया था. कैमरा के मामले में बड़ा अपग्रेड करते हुए कंपनी ने इस बार रियर फ्रंट पर डुअल लैंस सेटअप दिया है. डुअल सेटअप में एक प्राइमरी सेंसर होगा, जबकि दूसरे सेंसर अल्ट्रा वाइड फीचर देगा.



 


नवरात्र के दौरान न आने दें कमजोरी, ऐसे तय करें अपना डाइट चार्ट

नई दिल्लीः इस समय शारदीय नवरात्र चल रहे हैं. नौ दिनों के इस त्योहार में देवी के नौ अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है. नवरात्रि के नौ दिनों तक व्रत करने वालों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है वर्ना उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर आ सकता है और शरीर में कमजोरी भी आ सकती है.


 


हालांकि जो लोग व्रत कर रहे हैं उनके लिए भूखे रहना कठिन काम नहीं होता लेकिन कई बार उत्साह में व्रती इतना ज्यादा खाने के समय में गैप कर लेते हैं कि उनकी सेहत पर इसका असर दिखने लगता है. लिहाजा यहां हम कुछ ऐसी बातों के बारे में बता रहे हैं जो आपको व्रत के दौरान सेहत से समझौता नहीं करने का भी फायदा देंगी.




 



 


 


1. खाने के समय में बेहद लंबा गैप न करें और थोड़े-थोड़े अंतराल पर कुछ खाने को लेते रहें.


 


2. इसमें एक समय छाछ, एक समय कोई फल और किसी समय ड्राई फ्रूट्स जैसे विकल्पों को अपनाया जा सकता है.


 


3. दिन की शुरुआत में आप ग्रीन टी ले सकते हैं और इसके बाद एक या दो खजूर का सेवन भी किया जा सकता है.



4. अगर आप व्रत के दौरान नाश्ते को नहीं लेते हैं तो इस दौरान पूरी तरह खाली पेट न रहें और ड्राई फ्रूट का सेवन कर सकते हैं.


 


5. दिन के खाने में साबूदाना की टिक्की या खिचड़ी, या छाछ को ले सकते हैं.


 


6. पूरे दिन खाली पेट रहकर शाम को व्रत का हैवी खाना खाने को किसी भी तरह समझदारी नहीं कहा जा सकता है.


 


7. शाम के समय आप व्रत खोलते समय आलू ले सकते हैं और इसमें सेंधा नमक का इस्तेमाल तो आप कर ही सकते हैं.


 


8. कुछ लोग सलाद और सूप को भी शाम को व्रत खोलते समय ले सकते हैं, अगर उन्हें हैवी भोजन नहीं लेना हो तो ये एक अच्छा विकल्प है.


 


9. रात को सोते समय अगर आप एक गिलास दूध ले सकें तो ये व्रत के दौरान आपके शरीर में कमजोरी नहीं आने देगा.


 


10. व्रत के दौरान एक बात का खास ख्याल रखें कि शरीर में पानी की कमी न होने दें. ऐसा होने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. व्रत के दौरान थोड़े-थोड़े समय में पानी अवश्य लेते रहें.


DCP दफ्तर पर छापा, एक पुलिसकर्मी गिरफ्तार


  • लाखों रुपये के पुलिस फंड की हेराफेरी का मामला

  • मामले में एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया

  • एक महिला दारोगा-कुछ पुलिसकर्मी चल रहे हैं फरार


राजधानी दिल्ली में पुलिस अपने कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों को काबू करने में जुटी है. इसी क्रम में दिल्ली पुलिस की आर्थिक शाखा ने मंगलवार को अपने ही एक डीसीपी दफ्तर पर छापा मार दिया. छापा बाहरी दिल्ली के डीसीपी दफ्तर की लेखा-शाखा पर मारा गया. छापे में पुलिस वालों द्वारा लाखों रुपये के पुलिस अनुदान (फंड) की हेराफेरी पकड़ में आयी है. इस सिलसिले में एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि एक महिला दारोगा (मिनिस्ट्रीयल) सहित कुछ पुलिसकर्मी छापामार टीम को चकमा देकर मौके से भाग गए.


समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में दिल्ली पुलिस आर्थिक अपराध शाखा के विशेष आयुक्त सतीश गोलचा ने छापे की पुष्टि की है. सतीश गोलचा ने आईएएनएस को बताया, "काफी समय से बाहरी दिल्ली जिला डीसीपी कार्यालय की लेखा-शाखा में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थीं. प्राथमिक छानबीन में पता चला था कि, कुछ पुलिसकर्मी आपसी मिलीभगत से पुलिसकर्मियों के ही अनुदान में लाखों रुपये की हेराफेरी करके अमानत में खयानत कर रहे हैं."


इन्हीं शिकायतों के आधार पर दिल्ली पुलिस ईओडब्ल्यू की तीन-चार टीमों ने मंगलवार को दोपहर के वक्त बाहरी दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त कार्यालय की लेखा-शाखा पर छापा मार दिया. छापे से मचे हड़कंप का फायदा उठाकर एक महिला दारोगा सहित कई संदिग्ध पुलिसकर्मी मौके से बचकर भाग निकलने में कामयाब रहे. ईओडब्ल्यू के विशेष आयुक्त सतीश गोलचा ने आईएएनएस से आगे कहा, "इस सिलसिले में एफआईआर नंबर 195 पर मंगलवार को ही आर्थिक अपराध शाखा के थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। साथ ही आगे की जांच ईओडब्ल्यू के साथ दिल्ली पुलिस की सतर्कता शाखा भी करेगी."





उधर ईओडब्ल्यू के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने आईएएनएस को बताया, "इस सिलसिले में एक पुलिसकर्मी को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया. प्राथमिक पूछताछ में आरोपी पुलिसकर्मी ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं."


दिल्ली पुलिस आर्थिक अपराध शाखा और दिल्ली पुलिस सतर्कता शाखा के दो अलग अलग विश्वस्त सूत्रों ने आईएएनएस से कहा, "छापे के बाद से अभी तक (बुधवार दोपहर बाद तक) हुई पूछताछ में यह साफ हो चुका है कि, गिरफ्तरी में आया पुलिसकर्मी कुछ अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर लंबे समय से अमानत में खयानत कर रहा था."


आईएएनएस के सूत्रों के मुताबिक, "आर्थिक अपराध शाखा की टीम की अब तक हुई छानबीन में यह साफ हो चुका है कि, आरोपी पुलिसकर्मी अपने ही पुलिसकर्मी साथियों का बकाया (एरिअर) के भुगतान को लूटने-खाने में जुटे हुए थे." छापे के दौरान यह बात भी साफ हो चुकी है कि, 'आरोपी ठग पुलिसकर्मियों का यह गिरोह दिल्ली पुलिस के ही करीब 24 पुलिस कर्मचारियों का 20 लाख रुपया हजम कर चुके हैं.'


दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने की छापेमारी 

उधर आर्थिक अपराध शाखा ने एक उच्च पदस्थ सूत्र ने आईएएनएस को बताया, "पकड़ा गया आरोपी पुलिसकर्मी साथी पुलिसकर्मियों का सरकारी फंड, पत्नी के खाते में निजी बैंक के जरिये जमा करा ले रहा था। अपनो के साथ ही ठगी का यह काला कारोबार कब से चल रहा था? इसमें और कौन-कौन पुलिस अफसर या कर्मचारी शामिल हैं? इसकी भी जांच दिल्ली पुलिस सतर्कता शाखा कर रही है."


इस बारे में आईएएनएस ने, पश्चिमी परिक्षेत्र की संयुक्त पुलिस आयुक्त (जिनके अधीन बाहरी दिल्ली जिले का डीसीपी दफ्तर आता है) शालिनी सिंह और बाहरी दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त डॉ. ए. कॉन से कई बार संपर्क की कोशिश की. दोनों की ही तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है. पुष्टि के लिए दिल्ली पुलिस प्रवक्ता और मध्य दिल्ली के जिला पुलिस उपायुक्त मंदीप सिंह रंधावा से बार-बार संपर्क करने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी.




गाजियाबाद में 2450 जगहों पर होलिका दहन: सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पुलिस अलर्ट पर

  गाजियाबाद वसुंधरा सेक्टर 2b में होलिका दहन की तैयारी की तस्वीर  गाजियाबाद में होली पूजन और होलिका दहन को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए ...