शाहजहांपुर में शोषण और रंगदारी के मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, आरोपी स्वामी चिन्मयानंद की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं. सोमवार को एसआईटी ने पीड़िता को ACJM कोर्ट में पेश किया. जहां धारा 164 के तहत उसके बयान दर्ज किए गए. कलम बंद बयान के बाद पीड़िता भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट से बाहर निकली. पीड़िता को सुरक्षित पुलिस ने उसके घर तक पहुंचाया.
सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में तमाम ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिससे पीड़ित लड़की के बयानों की पुष्टि हो रही है. लड़की के इसी दावे को कानूनी रूप से पुख्ता करने के लिए एसआईटी धारा 164 के तहत पीड़िता के बयान एसीजेएम कोर्ट में दर्ज करवाए.
धारा 164 के तहत होने वाले बयान की कानूनी वैधता होती है. पीड़ित लड़की का यह बयान बंद कमरे में जज के सामने दर्ज किया गया. इस दौरान पीड़िता द्वारा कही गई बातों को सबूत के तौर पर माना जाएगा. एसआईटी अपनी जांच में भी उस बयान को शामिल करेगी. इससे पहले एसआईटी ने इस मामले में लड़की के तमाम दोस्तों, स्वामी चिन्मयानंद के आश्रम के कर्मचारियों और दूसरे कॉलेजों के टीचिंग स्टाफ से भी पूछताछ की है.
पूछताछ का दौर पिछले 1 हफ्ते से चल रहा है. जिसमें स्वामी चिन्मयानंद के मुमुक्ष आश्रम और गेस्ट हाउस समेत उनके बेडरूम की भी जांच की जा रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक 23 सितंबर को हाईकोर्ट के सामने स्टेटस रिपोर्ट सौंपने से पहले एसआईटी हर पहलू से जांच कर रही है. ताकि उसे सुप्रीम कोर्ट की फटकार न खानी पड़े.
सुप्रीम कोर्ट इस मामले में पहले ही जांच एजेंसी पर हीलाहवाली की बात कहकर नाराजगी जता चुका है. लिहाजा एसआईटी के अफसर दिन रात एक कर इस मामले में कथित तौर से शामिल सभी आरोपियों को पूछताछ के लिए बुला चुके हैं. साथ ही साथ पीड़ित लड़की के दोस्त संजय सिंह समेत बाकी लड़कों से भी पूछताछ कर चुके हैं.
इस मामले में पीड़ित लड़की के पिता का कहना यह है कि उनके पास और भी बेहद अहम सबूत हैं जो कि एसआईटी को सौंपी गए हैं. पिता के दावे के मुताबिक उससे लड़की के आरोपों की पुष्टि होती है. पीड़ित परिवार ने यह भी उम्मीद जताई है कि एसआईटी अपनी जांच ठीक ढंग से करेगी. और जल्द ही उनको इस मामले में न्याय मिलेगा.
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