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शनिवार, 28 सितंबर 2019

शाहरुख से लेकर कंगना तक इनके पास आ चुका है ये फोन

Apple iPhone 11 : एप्पल ने हर साल की तरह इस साल भी अपने आईफोन्स की नई सीरीज लॉन्च की है. आईफोन के दीवाने बॉलीवुड में भी कम नहीं हैं. कई बॉलीवुड सेलेब्स के पास आईफोन का ये लेटेस्ट वर्जन पहुंच चुका है और उन्होंने सोशल मीडिया पर फैंस के साथ इसे शेयर किया है.



Apple iPhone 11 :  एप्पल ने हर साल की तरह इस साल भी अपने आईफोन्स की नई सीरीज लॉन्च की है. इसमें एप्पल ने कई नए फीचर्स भी दिए हैं. आईफोन की दीवानगी का आलम ये है कि भारत में इसकी सेल शुरू होते ही फोन आउट ऑफ स्टॉक हो गए. आईफोन के दीवाने बॉलीवुड में भी कम नहीं हैं. कई बॉलीवुड सेलेब्स के पास आईफोन का ये लेटेस्ट वर्जन पहुंच चुका है और उन्होंने सोशल मीडिया पर फैंस के साथ इसे शेयर किया है.


 


भारत में सबसे पहले आईफोन हासिल करने वालों की लिस्ट में किंग शाहरुख खान का नाम है. शाहरुख खान ने सोशल मीडिया पर आईफोन 11 से सेल्फी क्लिक करके पोस्ट की है. इस दौरान उन्होंने बताया कि ये तस्वीर उन्होंने आईफोन 10 से ली है लेकिन वो आईफोन 11 के तीन कैमरों से तस्वीर लेने के लिए बेता हैं.


इसके अलावा माधुरी दीक्षित ने भी अपने आईफोन 11 के साथ एक तस्वीर पोस्ट की है. माधुरी ने आईफोन 11 के साथ-साथ एप्पल वॉच भी पहनी है. हालांकि ये कन्फर्म नहीं हो पाया है कि क्या उनकी एप्पल वॉच कौन सी सीरीज की है.


माधुरी के बाद करिश्मा कपूर भी अपना आईफोन 11 सोशल मीडिया पर शो करतीं नजर आईं. करिश्मा ने फोन से सेल्फी नहीं बल्कि स्लोफी लेकर शेयर की है. स्लोफी से उनका मतलब है कि स्लो मोशन में बनाई गई सेल्फी वीडियो.सबसे पहले आईफोन लेने वालों में कंगना रनौत का नाम भी शामिल हो गईं हैं. कंगना रनौत की टीम ने उनकी एक सेल्फी शेयर की है. इसमें वो गॉगल्स लगाए हुए नजर आ रही हैं. कंगना ने ये सेल्फी कार के मीरर में ली है.


आपको बता दें कि आईफोन 11की प्री-ऑर्डर बुकिंग के लिए भारत में 20 सितंबर से शुरू हुई थी. इन ब्रैंड न्यू फोन्स को ई -कॉमर्स साइट अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर प्री ऑडर किया जा सकता है. लेकिन ई कॉमर्स वेबसाइट Amazon और Flipkart पर यह फोन अब ऑउट ऑफ स्टॉक बताया जा रहा है. तीन दिन पहले ही IPHONE 11 सीरीज की भारत में प्री-बुकिंग शुरू हुई थी लेकिन इसकी ज्यादा डिमांड के कारण अब ई कॉमर्स वेबसाइट पर इस फोन को लेकर या तो 'सोल्ड ऑउट', 'ऑउट ऑफ स्टॉक' या ' प्रोडक्ट अनअवेलेबल' बता रहा है.


 


अयोध्या विवाद

लखनऊः अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह शुक्रवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए. ढांचा विध्वंस के दौरान कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे. वह लखनऊ में सीबीआई के विशेष जस्टिस एसके यादव की अदालत में पेश हुए. अदालत ने प्रक्रिया के तहत कल्याण सिंह को न्यायिक हिरासत में लेने को कहा. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने जमानत की अर्जी दी. अंतिम समाचार मिलने तक इस अर्जी पर कार्यवाही हो रही है.


 


बता दें कि सीबीआई की विशेष अदालत ने पिछले शनिवार को कल्याण सिंह को बाबरी विध्वंस मामले में 27 सितम्बर को पेश होने के लिये समन जारी किया था.



 




अदालत ने इस मामले में अभियुक्तों बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और अन्य के खिलाफ बाबरी मस्जिद ढहाने की साजिश रचने के मुकदमे की सुनवाई कर रही है.




राजस्थान के राज्यपाल के रूप में कार्यकाल खत्म होने के बाद विशेष अदालत ने सीबीआई की ओर से नौ सितम्बर को दाखिल अर्जी पर आदेश पारित करते हुए कल्याण सिंह को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा था.




3 सितम्बर 2014 को बने थे राज्यपाल




कल्याण सिंह को 3 सितम्बर 2014 को पांच साल के लिए राज्यपाल नियुक्त किया गया था. राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल पिछले दिनों ही खत्म हुआ है. सीबीआई ने 1993 में अन्य अभियुक्तों के साथ साथ कल्याण सिंह के खिलाफ भी आरेापपत्र दाखिल किया था.




राम मंदिर निर्माण पर क्या बोले कल्याण सिंह




'कल्याण सिंह ने राम मंदिर निर्माण पर सभी राजनीतिक दलों से अपने रुख स्पष्ट करने को कहा. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को जनता को बताना चाहिए कि वे राम मंदिर निर्माण को लेकर क्या सोचते हैं. कल्याण सिंह ने कहा, "राममंदिर निर्माण करोड़ों लोगों की आस्था का प्रश्न है. यह राजनीति का विषय नहीं है. जितने भी राजनीतिक दल हैं, वे इस मुद्दे पर जनता के सामने अपना मत स्पष्ट करें कि वे राम मंदिर निर्माण के पक्ष में हैं, या फिर उसके विरोध में."




87 वर्ष के उम्र में सक्रीय राजनीति में वापसी




बता दें कि कल्याण सिंह एक बार फिर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. 87 वर्ष के उम्र में उन्होंने सक्रीय राजनीति में वापसी की है. कल्याण सिंह ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में एक बार फिर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.



पुलिस ने काटा 18 हजार का चालान, पैसा नहीं होने के कारण की आत्महत्या की कोशिश




  • ट्रैफिक पुलिस ने काटा 18 हजार रुपये का चालान

  • जुर्माना राशि नहीं देने के कारण रिक्शा जब्त



संशोधित मोटर वाहन अधिनियम लागू होने से कई गुना बढ़ी जुर्माने की राशि को लेकर लोगों में खौफ है. नियमों का उल्लंघन करने पर ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों का चालान भी काट रही है. अहमदाबाद में एक रिक्शा ड्राइवर का 18 हजार रुपये का चालान कटा. जुर्माना राशि नहीं होने के कारण उसने आत्महत्या की कोशिश की.


राजू सोलंकी नाम के शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह जुर्माना राशि भरने में असमर्थ है. जुर्माना नहीं देने के कारण पुलिस ने उसका रिक्शा जब्त कर लिया है.


राजू की पत्नी वीना ने कहा कि उनके परिवार के पास भोजन के लिए पैसा नहीं है. उनके बच्चों और वो कैसे जिंदा रहेंगे वो बड़ा सवाल है. परिवार की आर्थिक हालात खराब देख राजू ने आत्महत्या का प्रयास किया.


राजू ने कहा कि जुर्माना राशि नहीं देने के कारण पुलिस ने रिक्शा जब्त कर लिया. जिसके बाद अब मैं रोजगार के लिए नहीं जा पा रहा हूं. उसने कहा कि वो बी.कॉम तक पढ़ा है. नौकरी नहीं मिलने के कारण वह रिक्शा चलाना शुरू कर दिया.


गाजियाबाद के पॉश इलाके में स्पा सेंटर में चल रहा था सेक्स रैकेट,



  • गाजियाबाद में स्पा सेंटर में चल रहा था सेक्स रैकेट

  • 7 युवकों-4 युवतियों को पुलिस ने लिया हिरासत में


देश की राजधानी दिल्ली में पिछले दिनों स्पा सेंटरों पर छापेमारी कर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करने के कई मामले सामने आए. वहीं अब उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के पॉश इलाके आरडीसी राजनगर इलाके में कविनगर पुलिस ने एक स्पा सेंटर पर छापा मारा. पुलिस ने मौके से 7 युवकों और 4 युवतियों को आपत्तिजनक स्थिति में पाया और उन्हें हिरासत में ले लिया.


पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी कि यहां वैनिटी स्पा में एरोमा थैरेपी और उपटन थैरेपी के नाम पर सेक्स रैकेट का गोरखधंधा चल रहा था. जिसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की. पुलिस फिलहाल हिरासत में लिए गए युवक और युवतियों के मेडिकल जांच करवाकर आगे की कार्रवाई में जुटी है.


क्या है मामला?


पुलिस को सूचना मिली थी कि गाजियाबाद के पॉश राजनगर इलाके में चल रहे एक वैनिटी स्पा सेंटर के अंदर सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है. जिसके बाद पुलिस टीम ने यहां छापेमारी की. पुलिस के मुताबिक स्पा के नाम पर सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था. इस मामले में पुलिस ने 4 युवतियों और 7 युवकों को हिरासत में लिया है. जिसमें यहां काम करने वाले कुछ लोग भी शामिल हैं, जो पुलिस को देखकर भागने की कोशिश कर रहे थे.


पुलिस के मुताबिक यहां लंबे समय से यह गोरखधंधा चल रहा था. व्यस्त और पॉश इलाके में सेक्स रैकेट चलाकर मोटा मुनाफा कमाया जा रहा था. पुलिस अब इनके काम करने के तरीकों के साथ इस स्पा से जुड़े लोगों की तलाश भी कर रही है. पॉश इलाके के कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट में स्पा की आड़ में सेक्स रैकेट का यह कारोबार पिछले काफी समय से चल रहा था. जिसके चलते आसपास के कारोबारी भी असहज रहते थे. पुलिस अब इस कार्रवाई के बाद आगे की जांच कर रही है.


रुपये गबन करने वाली लेडी इंस्पेक्टर के घर छापा



  • महिला इंस्पेक्टर पर 70 लाख रुपये गबन का आरोप

  • इंस्पेक्टर सहित 7 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज, सभी फरार


उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस का एक बड़ा घोटाला सामने आया है. गाजियाबाद में तैनात महिला इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान के खिलाफ पैसे गबन की एफआईआर दर्ज होने के बाद वे फरार हो गई हैं. दरअसल, गाजियाबाद के लिंक रोड में तैनाती के दौरान एक केस में दो गिरफ्तार आरोपियों से करोड़ों रुपये बरामद हुए थे, लेकिन लक्ष्मी चौहान ने पुलिसवालों की मिलीभगत से लिखा पढ़ी में रुपये की बरामदगी कम दिखाई थीं. महिला इंस्पेक्टर पर 70 लाख रुपये गबन का आरोप है.


शुक्रवार देर रात महिला इंस्पेक्टर के सरकारी घर पर गाजियाबाद एसपी सिटी श्लोक कुमार ने छापा मारा. इस दौरान महिला इंस्पेक्टर के घर से 1 लाख 25 हजार रुपये बरामद हुए. पुलिस जब लक्ष्मी चौहान के सरकारी आवास पहुंची थी तो घर का ताला बंद था. पुलिस ने घर का ताला तोड़ा और रकम बरामद की.


आरोपियों से बरामद पैसों में गड़बड़ी


पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पैसों के गबन का ये केस एटीएम में पैसे डालने वाली कंपनी सीएमएस के 2 कर्मचारियों से जुड़ा है. कर्मचारियों ने एटीएम में डालने के लिए आए पैसों में गड़बड़ी की थी. मामला गाजियाबाद के लिंक रोड थाना पहुंचा था और जांच लक्ष्मी चौहान के पास थी. लक्ष्मी चौहान ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर कुछ लाख रुपये बरामद करने का दावा किया था.


सभी पुलिस कर्मी फरार


कुछ दिन बाद इलाके के सीओ ने आरोपियों से पूछताछ की तो आरोपियों ने खुलासा किया कि जो रकम लिंक रोड थाने की पुलिस ने बरामदगी में दिखाई है, उससे कहीं ज्यादा रुपये उनके पास से बरामद हुए थे. सीओ ने इस बात की शिकायत एसएसपी गाजियाबाद से की थी जिसके बाद लक्ष्मी चौहान समेत 7 पुलिसवालों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें निलंबित कर दिया गया. फिलहाल गिरफ्तारी के डर से लक्ष्मी चौहान समेत सभी पुलिस कर्मी फरार हैं.


शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

ध्वनि प्रदूषण करने वालों पर लगेगा 10 लाख रुपए तक का जुर्माना- इलाहाबाद हाईकोर्ट


इलाहाबाद: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बारात के दौरान डीजे से होने वाले ध्वनि प्रदूषण पर सख्त आदेश दिया है. हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक अब सड़कों पर सौ मीटर से अधिक दूरी तक बारात के लोग डीजे के साथ नहीं घूम पाएंगे. अधिक दूरी तक बारात निकालने पर ध्वनि प्रदूषण और ट्रैफिक जाम होने की स्थिति में भारी जुर्माना वसूला जाएगा. ध्वनि प्रदूषण पर शिव वाटिका मैरिज हॉल द्वारा याचिका पर जस्टिस पीकेएस बघेल और जस्टिस पंकज भाटिया की पीठ ने यह आदेश दिया है. मामले की अगली सुनवाई  6 नवंबर को होगी.


 


पीठ ने कहा कि मैरिज हॉल में ध्वनि प्रदूषण की शिकायत पर 10 लाख रुपए तक का जुर्माना वसूला जाएगा. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि सुशील चन्द्र श्रीवास्तव केस में दिए गए निर्देशों के तहत यदि किसी मैरिज हॉल में ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण कानून का पालन नहीं किया जाता है तो पहली गलती पर एक लाख, दूसरी गलती पर 5 लाख और तीसरी गलती पर 10 लाख रूपये जुर्माना वसूला जाएगा. तीन गलती के बाद जिलाधिकारी मैरिज हॉल का लाइसेंस रद्द कर देंगे.



 




इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि अगर पुलिस को मैरिज हॉल से अत्यधिक धूम-धड़ाम की शिकायत मिलती है तो पुलिस इस पर कार्रवाई करेगी. कोर्ट ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) के सचिव से 6 नवंबर तक इस संबंध में प्रगति रिपोर्ट मांगी है.




हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि प्रयागराज शहर में कानून के खिलाफ अनेक विवाह गृह चल रहे हैं. कोर्ट ने कहा प्रयागराज डेवलेपमेंट ऑथोरिटी (पीडीए) ने भी माना कि विवाह गृह शहर की यातायात व्यवस्था के लिए परेशानी खड़ी कर रहे है. हाईकोर्ट ने कहा कि मैरिज हॉल1500 स्क्वायर गज में होने चाहिए जिसमें 18 मीटर चौड़ी सड़क और 18 मीटर फ्रंटेज जरूरी है. वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था का होना भी आवश्यक है.



गुरुवार, 26 सितंबर 2019

गाजियाबाद: बरामद रकम में से लाखों गायब करने की आरोपी एसएचओ सहित 7 सस्पेंड


पुलिस के अंदर भ्रष्टाचार का गाजियाबाद में एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां एक घटना में पुलिस जब्त किए 60 लाख रुपए दबाने की फिराक में थी. इस बात का शक होने के बाद मामले का जांच कराया गया जिसके बाद सच्चाई सामने आ गई. अब एक एसएचओ समेत सात पुलिसकर्मियों को इस मामले में सस्पेंड कर दिया गया है.


गाजियाबाद: दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद स्थित लिंक रोड थाने की एसएचओ सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. निलंबित महिला इंस्पेक्टर और उनके साथ सस्पेंड हुए बाकी सभी पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि इन सबने मिलकर लुटेरों से बरामद करीब एक करोड़ की रकम में से 60-65 लाख रुपये गायब करने की कोशिश की. मामले का भंडाफोड़ सीसीटीवी फुटेज और लुटेरों के बयान से हुआ.


 


पूरे घटनाक्रम की पुष्टि गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बुधवार को की. एसएसपी ने बताया, "करीब साढ़े तीन महीने पहले बैंक के एटीएम में रकम जमा कराने वाले कुछ कर्मचारियों ने करीब 3 करोड़ रुपये गायब कर दिए थे. उस वक्त एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. उस मामले की जांच जारी थी."



 




एसएसपी गाजियाबाद ने आगे कहा, "मंगलवार को आधी रात के वक्त, उसी पुराने मामले में राजीव और आमिर दो और आरोपियों को थाना लिंक रोड की महिला एसएचओ की टीम ने पकड़ लिया. पुलिस की लिखा-पढ़ी में आरोपियों के कब्जे से बरामद रकम 40-45 लाख दर्ज की गई."




पूरे मामले के पर्दाफाश में जिला पुलिस अधिकारियों को शक हुआ. लिहाजा आधी रात को एसएसपी गाजियाबाद ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी (सर्किल ऑफिसर) राकेश कुमार मिश्र से कराई. पकड़े गये लुटेरों ने क्षेत्राधिकारी की जांच में जो खुलासा किया वो लिंक रोड थाना पुलिस के खुलासे से भी बड़ा निकला.




लिंक रोड थाना पुलिस सूत्रों ने बताया, "लुटेरों ने क्षेत्राधिकारी को बताया कि उनसे 40-45 लाख नहीं बल्कि करीब एक करोड़ रुपये, लिंक रोड पुलिस ने बरामद किए हैं. ऐसे में सवाल यह उठा कि आखिर बरामद हुई बाकी करीब 60-65 लाख की रकम कहां है?"




क्षेत्राधिकारी की जांच के दौरान ही एक सीसीटीवी फुटेज देखा गया. एसएसपी गाजियाबाद सुधीर कुमार सिंह ने बताया, "उस फुटेज में लिंक रोड की थाना प्रभारी कुछ अन्य लोगों के साथ रकम को खुद ही इधर से उधर करती हुई साफ-साफ दिखाई दे रही हैं."




एसएसपी ने कहा, "पूरे मामले में संदिग्ध भूमिका पाये जाने के चलते, लिंक रोड थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सहित 7 पुलिसकर्मियों को पहले लाइन हाजिर किया गया था. बाद में इन सबको निलंबित करके उच्च-स्तरीय जांच करवा रहा हूं."



दिल्ली पुलिस को मिली 'प्रखर' वैन



  • केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने किया प्रखर वैन का उद्घाटन

  • स्ट्रीट क्राइम पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को मिली वैन


दिल्ली में लगातार बढ़ते जा रहे स्ट्रीट क्राइम पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने एक नई पेट्रोलिंग वैन की शुरुआत की है. बुधवार को इस वैन का उद्घाटन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने किया. इस वैन का नाम प्रखर दिया गया है.


वैन को सबसे पहले उन इलाकों में चलाया जाएगा जहां सबसे अपराध की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं. ये गाड़ियां पीसीआर के अंतर्गत आएंगी और शुरू में सभी जिलों में एक-एक गाड़ी दी गई है. अभी 15 वैन की शुरूआत की गई है, लेकिन समय के साथ-साथ इसकी संख्या बढ़ाई जाएगी.


 


दिल्ली पुलिस के मुताबिक सभी 15 प्रखर वैन में महिला स्टाफ को भी तैनात किया गया है. इन पुलिसकर्मियों को स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है. प्रखर वैन में दिन में एक महिला कमांडो और रात में दो कमांडो होंगी, जो किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम होंगी.


दिल्ली पुलिस को उम्मीद है कि इसके जरिए स्ट्रीट क्राइम पर लगाम लगाया जा सकेगा, क्योंकि इस वैन में न सिर्फ तमाम मॉडर्न तकनीक है बल्कि इसमें तैनात तमाम पुलिसकर्मियों को स्ट्रीट क्राइम से निपटने की ट्रेनिंग भी दी गई है. बताया जा रहा है कि प्रखर वैन के लिए कमांडो को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है.


मोटर व्हीकल एक्ट को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती, 27 सितम्बर को हो सकती है सुनवाई

प्रयागराज: नये मोटर व्हीकल एक्ट को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है. अधिवक्ता पूजा मिश्रा ने याचिका दाखिल की है. याचिका में वाहन दुर्घटनाओं को कम करने के नाम पर जुर्माना बढ़ाने की वैधता को चुनौती दी गई है. याचिका में जुर्माना राशि में कमी कर नियमों का कड़ाई से पालन करने की मांग की गई है. 27 सितम्बर को जनहित याचिका पर सुनवाई होने की संभावना है.
याची का कहना है कि दुर्घटनाएं सड़कों की खस्ता हालत, नियमों का उल्लंघन और रफ ड्राइविंग के चलते हो रही हैं. दुर्घटनाओं की रोकथाम के कोई उपाय नहीं किये जा रहे हैं. सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है. याचिका में आगे कहा गया है कि नये मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन कर आम लोगों पर भारी जुर्माना लगाकर जबरन वसूली हो रही है.



बता दें कि कुछ राज्यों में अभी भी इसे लागू नहीं किया गया है.
नए मोटर व्हीकल एक्ट में किस नियम को तोड़ने पर कितना जुर्माना?




    • बिना हेलमेट पहले 200 रुपये लगते थे जो अब बढ़कर 1000 हो गए हैं. साथ ही तीन माह के लिए लाइसेंस निलंबित किया जाएगा.







    • बिना लाइसेंस गाड़ी चलाने पर पहले अधिकतम 500 रुपये का जुर्माना था अब ये 5000 हो गया है.







    • बिना इंश्योरेंस गाड़ी चलाने पर पहले जुर्माना 1000 था जो दो हजार हो गया है.







    • पॉल्युशन सर्टिफिकेट नहीं है तो पहले मात्र 100 रुपये लगते थे अब 500 रूपये का सीधा जुर्माना लगेगा.







    • बिना सीट बेल्ट गाड़ी चलाने पर पहले 100 रुपये जुर्माना था अब ये 1000 रुपये हो गया है.







    • शराब पीकर गाड़ी चलाई तो पहले 2000 जुर्माना था अब दस हजार रूपये देना पड़ सकता है.









    • मोबाइल पर बात करते पकड़े गए तो 1000 की जगह 5000 रुपये जुर्माना हो सकता है.








    • ओवर स्पीड में गाड़ी चलाने पर जुर्माना 500 से बढ़कर 5 हजार हुआ.







    • बिना परमिट गाड़ी चलाने पर पहले जुर्माना 5 हजार था जो अब 10 हजार हो गया है.







    • इमरजेंसी वाहनों को जगह ना देने पर 10 हजार रुपये जुर्माना भरना पड़ सकता है.







    • सड़क पर गलत साइड गाड़ी चलाने पर पहले 100 रुपये जुर्माना था जो अब बढ़कर 5000 हो गया है.







    • रेड लाइट जम्प पर पहले 100 रुपये जुर्माना था अब कम से कम 1000 रुपये देने होंगे. रेड लाइट जम्प में दूसरी बार पकड़े जाने पर 2000 से 10 हजार तक का जुर्माना लग सकता है.






  • नाबालिग द्वारा वाहन चलाने पर 25,000 रुपये जुर्माने के साथ-साथ तीन साल तक की सजा हो सकती है. इसके साथ ही वाहन का रजिस्ट्रेशन रद्द होगा और गाड़ी के मालिक और नाबालिग के अभिभावक को दोषी माना जाएगा. नाबालिग का 25 साल की उम्र तक लाइसेंस नहीं बनेगा.



अयोध्या मामले पर 17 नवंबर से पहले फैसला तय 18 अक्टूबर तक ही होगी सुनवाई

नई दिल्ली: अयोध्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट से बड़ी खबर आई है. अयोध्या जमीन विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट 17 नवंबर से पहले फैसला सुना सकता है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि सभी पक्ष अपनी-अपनी दलीलें 18 अक्टूबर से पहले पूरे कर लें. इसके बाद इस मामले पर सुनवाई नहीं होगी. याद रहे कि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं.


 


4 हफ्ते में फैसला लिखना मुश्किल होगा- रंजन गोगोई



 





आज इस मामले पर सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि दलीलें पूरी होने के बाद सुप्रीम कोर्ट को 4 हफ्ते का वक्त चाहिए. सीजेआई ने कहा है कि 4 हफ्ते में फैसला लिखना मुश्किल होगा. रंजन गोगोई इस केस की सुनवाई वाली 5 जजों की बैंच की अध्यक्षता कर रहे हैं.  ऐसे में अगर सीजेआई फैसले से पहले रिटायर हो जाते हैं तो ये मामला फिर लटक सकता है.




सुनवाई का आज बत्तीसवां दिन




गौरलतब है कि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में अयोध्या मामले पर चल रही सुनवाई का आज बत्तीसवां दिन है. कल मुस्लिम पक्ष ने विवादित ज़मीन पर एएसआई की खुदाई की रिपोर्ट को अविश्वदनीय बताया था. सुप्रीम कोर्ट ने उनसे पूछा था कि जब उन्होंने यह आपत्ति हाई कोर्ट में मुकदमे के दौरान नहीं की तो अब अपील पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट इस पर विचार क्यों करे.




बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली मध्यस्थता समिति के किसी नतीजे पर नहीं पहुंचने के बाद चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ मामले पर रोजाना सुनवाई कर रही है.




इलाहबाद हाई कोर्ट ने का क्या फैसला था?




इलाहबाद हाई कोर्ट ने 2010 के अपने आदेश में 2.77 एकड़ के इस विवादास्पद भूमि को राम लला, निर्मोही अखाड़ा और सुन्नी वक्फ बोर्ड में बराबर-बराबर बांट दिया था.



बुधवार, 25 सितंबर 2019

कौशांबी: दलित के साथ गैंगरेप करने वाला आरोपी गिरफ्तार


  • दलित लड़की के साथ गैंगरेप करने वाला आरोपी गिरफ्तार

  • मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने आदिल को किया गिरफ्तार


उत्तर प्रदेश पुलिस इन दिनों बलात्कारियों पर भी कुख्यात अपराधियों की तरह हमलावर है. उत्तर प्रदेश की पुलिस ने कुख्यात अपराधियों के साथ ही अब बलात्कारियों का भी एनकाउंटर करना शुरू कर दिया है. ताजा मामला कौशांबी जिले का है. जहां के सराय अकिल थाना इलाके में हाल ही में नाबालिग दलित किशोरी के साथ गैंगरेप करने वाले मुख्य आरोपी आदिल को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया है.


पुलिस मुठभेड़ में गैंगरेप के मुख्य आरोपी के दोनों पैरों में गोली लगी है. किशोरी के साथ गैंगरेप की वीडियो भी आरोपियों ने बनाकर वायरल किया था. वायरल वीडियो में मुख्य आरोपी किशोरी के साथ बलात्कार करता दिखाई दे रहा था. बलात्कार का वीडियो वायरल हो जाने के बाद आरोपियों की तलाश काफी तेज हो गई थी.



मंगलवार शाम को पुलिस को सूचना मिली कि दुष्कर्म का मुख्य आरोपी मो. आदिल उर्फ 'छोटका' पिपरी थाना क्षेत्र में बाइक से कहीं जा रहा है. सूचना पर एसओजी की टीम और स्थानीय पुलिस ने घेराबंदी कर आदिल को पकड़ने की कोशिश की. इस दौरान आदिल ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. जवाबी फायरिंग में आदिल के दोनों पैर में गोली लग गई.


पुलिस टीम ने आदिल के पास से एक तमंचा और मोटरसाइकिल बरामद की. मुठभेड़ पिपरी थाना इलाके के रावतपुर पुलिस चौकी के नजदीक क्षेत्र में हुई. फिलहाल घायल आरोपी आदिल को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है.


क्या है मामला?




बता दें कि सराय अकिल थाना इलाके में शनिवार की दोपहर एक दलित किशोरी के साथ उस वक्त गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया, जब वह घास काटने खेत की ओर गई थी. आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था. किशोरी की चीख-पुकार सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे कुछ लोग मौके पर पहुंचे तो दो आरोपी वहां से फरार हो गए. जबकि एक आरोपी नाजिम को ग्रामीणों ने पकड़कर जमकर पीटा.


पकड़े गए आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया था. वहीं मामले की शिकायत लेकर पीड़िता का पिता जब थाने पहुंचा तो उसे वहां पर बैठाकर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ बदसलूकी की. इस मामले में सराय अकिल कोतवाल, हल्का दरोगा और हेड कांस्टेबल को लाइन हाजिर किया जा चुका है.


वहीं गैंगरेप मामले में तीनोंआरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. नाजिम नाम का एक आरोपी पकड़ा गया था, बाकी के दो आरोपी मौके से फरार हो गए थे. घटना की गंभीरता को देखते हुए एडीजी जोन सुजीत कुमार, डीआईजी कवींद्र प्रताप ने सराय अकिल का दौरा किया था और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें गठित की थी.


पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता का कहना है कि जल्द ही तीसरे आरोपी बड़का को भी गिरफ्तार किया जाएगा. गिरफ्तार आदिल और फरार बड़का पर पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये का इनाम घोषित है.




दिल्ली में अब पुलिस के लिए 100 नहीं डायल करना होगा 112 नंबर



  • आज से आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS) की शुरुआत होगी

  • पुलिस की मदद चाहिए तो अब से 100 की जगह 112 नंबर डायल करना होगा


दिल्ली पुलिस की मदद चाहिए तो अब से 100 नंबर नहीं बल्कि 112 नंबर डायल करने की आदत डाल लीजिए. दिल्ली में आज से आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS) की शुरुआत होगी. हालांकि ऐसा नहीं है कि 100 नंबर हेल्पलाइन तुरंत ही खत्म कर दी जाएगी. इसे धीरे-धीरे सिस्टम से हटाया जाएगा. 112 में एम्बुलेंस, फायर और पुलिस जैसी इमरजेंसी सुविधाएं होंगी. दिल्ली में गृह राज्य मंत्री आज इसका आधिकारिक उद्घाटन करेंगे.


बता दें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 20 सितंबर को देश की पहली एकीकृत आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS) लॉन्च की थी. उन्होंने चंडीगढ़ में सबसे पहल यह इमरजेंसी सेवा लॉन्च की. आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली आने से लोगों को अलग-अलग नंबर याद रखने की जरूरत नहीं होगी. नई सेवा इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम के तहत 112 नंबर डायल करने पर सभी तरह की सहायता आम लोगों के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी.


इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम के तहत 112 कॉमन नंबर से डायल नंबर 100 (पुलिस), 101 (दमकल) और 108 (स्वास्थ्य) सेवाओं को जोड़ दिया गया है. अब तक इमरजेंसी मदद के लिए 20 से अधिक आपात नंबर चल रहे थे. कई बार नंबर व्यस्त रहने के कारण नंबर नहीं मिल पाता था, लेकिन अब यह सेवा शुरू होने से इन सभी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.


'Big Boss 13' में नज़र आएंगी 'गोपी बहू


 


साथ निभाना साथिया सीरियल में मशहूर हुईं गोपी बहू की देवोलीना भट्टाचार्य बॉस सीजन 13 में नजर आने वाली हैं. बिग बॉस में उनकी एंट्री लगभग तय बताई जा रही है. गोपी बहू की किरदार में बेहद संस्कारी बहू के रूप में नजर आने वालीं देवोलीना भट्टाचार्य सोशल मीडिया पर काफी हॉट अंदाज में फोटो शेयर करती रहती हैं.


मुंबई: छोटे पर्दे पर 'साथ निभाना साथिया' सीरियल में गोपी बहू के किरदार से फेमस हुईं देवोलीना भट्टाचार्य जल्द ही बिग बॉस सीजन 13 में नजर आने वाली हैं. गोपी बहू के किरदार में बेहद संस्कारी बहू की भूमिका में नजर आने वालीं देवोलीना सोशल मीडिया पर काफी हॉट अंदाज में अपनी तस्वीरें शेयर करती रहती हैं. कंट्रोवर्सियल शो बिग बॉस में अब देखना होगा कि देवोलीना किसी कंट्रोवर्सी से बच पाती हैं या नहीं. बता दें कि शो का प्रसारण 29 सितंबर से रात के 10:30 बजे सप्ताह में सातों दिन होगा.



देवोलीना भट्टाचार्य का परिचय



मूल रूप से शिवसागर असम की रहने वालीं देवोलीना की प्रारंभिक पढ़ाई भी असम से ही हुई है. 29 साल की देवोलीना ने डांस इंडिया डांस सीजन 2 से साल 2010 में डेब्यू किया था. देवोलीना जितनी अच्छी एक्टिंग करती हैं उतना ही बेहतर डांस भी करती हैं.


विवादों से भी रहा है नाता


देवोलीना भट्टाचार्य कई बार विवादों में भी आ चुकी हैं. साल 2015 में वह साथ निभाना साथिया में ही परिधि का किरदार निभाने वालीं लवलीन कौर सासन के साथ विवादों में आ गई थीं.


उस समय चर्चा थी कि देवोलीना शो में लवलीन की इंट्री से नाखुश हैं. इसके बाद साल 2016 में साथ निभाना साथिया में जिगर का रोल करने वाले विशाल सिंह के साथ भी देवोलीना का मनमुटाव हुआ. हालांकि, यह विवाद जल्द ही खत्म हो गया.


खबरों के मुताबिक इस बार शो में साथ निभाना साथिया की देबोलीना भट्टचार्या और दिल से दिल तक के सिद्धार्थ शुक्ला कंटेस्टेंट हो सकते हैं.रश्मि देसाई, दलजीत कौर, शिविन नारंग और आरती सिंह जैसे सितारों के भी शो में शामिल होने की चर्चा है. बता दें कि शो का प्रसारण सप्ताह में सातों दिन रात के 10:30 बजे से होगा.


 


 



हाईकोर्ट ने 29 FIR के अमल पर लगाई रोक यूपी: सपा सांसद आज़म खान


प्रयागराज: सपा सांसद मोहम्मद आज़म खान को आज इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. हाईकोर्ट ने आज़म खान के खिलाफ किसानों की ज़मीन कब्ज़ा करने के मामले में दर्ज उनतीस मुकदमों के अमल पर रोक लगा दी है. पुलिस या कोई भी दूसरी जांच एजेंसी इन मुकदमों में हाईकोर्ट की रोक जारी रहने तक आज़म व दूसरे आरोपियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले सकती है.


 


इन उनतीस मुकदमों में आज़म खान फौरी तौर पर गिरफ्तार भी नहीं हो सकेंगे. अदालत ने इस मामले में यूपी सरकार से डिटेल्स हलफनामा मांगा है. इतना ही नहीं अदालत ने बीजेपी नेता और आज़म के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी जयाप्रदा को नोटिस जारी कर उनसे भी जवाब तलब कर लिया है. आज़म खान ने अपनी अर्जी में जयाप्रदा को भी पक्षकार बनाया था.



 




इन मामलों में आज़म के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वाले किसानों ने भी हाईकोर्ट में कैविएट दाखिल कर रखी थी. किसानों के एतराज के बावजूद एफआईआर के अमल होने पर रोक के अदालत के फैसले को आज़म को मिली बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है. आज़म के खिलाफ यह सभी आपराधिक मुक़दमे जुलाई महीने में दर्ज किये गए थे. इनमें से सत्ताइस एफआईआर किसानों ने दर्ज कराई थीं, जबकि दो राजस्व विभाग के अफसरों ने. आज़म खान ने इन एफआईआर को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी और आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ यह सभी मामले सरकार के दबाव में सियासी बदले की भावना से दर्ज कराए जा रहे हैं. किसानों ने इस मामले में कैविएट भी दाखिल की थी.





इस मामले की सुनवाई पिछले दो दिनों से जस्टिस मनोज मिश्र और जस्टिस मंजू रानी चौहान की डिवीजन बेंच में चल रही थी. अदालत ने आज दिए गए इंटरिम आर्डर में आज़म को फौरी तौर पर राहत दी और उनतीस एफआईआर के अमल पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी. अदालत ने यूपी सरकार व बीजेपी नेता जयाप्रदा से जवाब भी मंगा है. हाईकोर्ट इस मामले में अब चौबीस अक्टूबर को फिर से सुनवाई करेगा. आज़म खान के खिलाफ पिछले कुछ दिनों में अस्सी से ज़्यादा मुक़दमे दर्ज हुए हैं. आज मिली राहत के आधार पर वह बाकी मामलों में भी राहत की उम्मीद के साथ जल्द ही अर्जी दाखिल कर सकते हैं.




आपको बता दें कि जौहर यूनिवर्सिटी को किसानों की जमीने कब्जाकर बनवाने का आरोप आजम खान पर है. यही नहीं हमसफर गेस्टहाउस के लिए भी सिंचाई विभाग की जमीन पर कब्जे का आरोप है. पेड़ काटने से लेकर बिजली चोरी तक के आरोपों से आजम खान और उनका परिवार घिरा है.



सुधार के बाद प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट हुए चिन्मयानंद, PGI में हैं भर्ती


लखनऊ: यौन शोषण और दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद की हालत में सुधार के बाद उन्हें संजय गांधी पीजीआई के एमआइसीयू से कार्डियोलाजी विभाग के प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. चिन्मयानंद की सेहत खराब होने के बाद उन्हें यहां के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था. उनका इलाज हृदय रोग विभाग के प्रमुख प्रो़ पी.के. गोयल कर रहे हैं.


 


गोयल ने बताया कि "अब उनकी हालात स्थिर है. डायबिटीज के कारण शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के साथ दिल की दवाएं शुरू की जा रही हैं. स्थिति ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी."



 




उन्होंने बताया, "अल्ट्रासाउंड सहित अन्य परीक्षण कर देखा जा रहा है कि कहीं कोई परेशानी तो नहीं है. शुगर का स्तर अनियंत्रित होने की वजह से शरीर के दूसरे अंगों पर कुप्रभाव की आशंका रहती है, जिसका पता करना जरूरी है. शुगर का स्तर नियंत्रित किया जा रहा है.




बता दें कि चिन्मयानंद सोमवार सुबह शाहजहांपुर से लखनऊ पहुंचे थे. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच एसजीपीजीआई लाया गया और आइसीयू में भर्ती किया गया. उनको सीने में दर्द की शिकायत थी. शाहजहांपुर के डॉक्टरों ने एंजियोग्राफी के लिए लखनऊ रेफर कर दिया.




पीजीआई के सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल के मुताबिक, सोमवार सुबह 11.45 बजे चिन्मयानंद को भर्ती किया गया. यहां आईसीयू में शिफ्ट कर ईसीजी-ईको जांच की गई. हृदय रोग विभाग के प्रमुख प्रो़ पी.के. गोयल की देखरेख में इलाज शुरू हुआ.




चिन्मयानंद पर दुष्कर्म और यौन शोषण के आरोप मामले में 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेए गए हैं, जहां उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी. इसी कारण उन्हें लखनऊ के पीजीआई में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.




वहीं चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की वसूली मांगने के मामले में आरोपी कानून की 23 वर्षीय छात्रा ने मंगलवार को एक स्थानीय अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की जिसे अदालत ने विचारार्थ स्वीकार कर लिया. इस पर 26 सितंबर को सुनवाई होगी.




छात्रा के वकील अनूप त्रिवेदी ने पत्रकारों को बताया कि एडीजे सुधीर कुमार की अदालत ने स्वामी चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली छात्रा की अग्रिम जमानत याचिका विचारार्थ स्वीकार कर ली. अदालत ने इस मामले से संबंधित सभी रिकॉर्ड 26 सितंबर को तलब किए हैं. त्रिवेदी ने कहा कि यह राहत की बात है कि अदालत ने अग्रिम जमानत याचिका विचारार्थ स्वीकार कर ली है और सामान्यत: ऐसे मामलों में गिरफ्तारी नहीं होती है .




इस बीच, छात्रा को अदालत से उसके घर छोड़ने पहुंची एसआईटी ने लड़की से उसके घर पर देर शाम तीन घंटे तक पूछताछ की. पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ करने वाली टीम में दो महिला अधिकारियों के अलावा सात लोग थे.



ये कुख्यात कर रहा है इनामी डकैत को मारने का दावा


उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बसे चित्रकूट के सरहदी जंगलों में आतंक का पर्याय बने 6 लाख के इनामी डाकू बबली कोल और डेढ़ लाख के इनामी लवलेश कोल को 'ठिकाने' लगाने की तस्वीर अब साफ होती जा रही है. यह तस्वीर मध्य प्रदेश पुलिस के उस दावे के ठीक उलट है, जिसमें उसने दोनों डकैतों को 'साहसिक' एनकाउंटर में मार गिराने का दावा किया था.


दरअसल, यूपी पुलिस के हत्थे चढ़े डकैत सोहन कोल ने साफ किया है कि दोनों डकैतों को उसने ही मारा है और मध्य प्रदेश पुलिस झूठ बोल रही है. मध्य प्रदेश पुलिस के काल्पनिक एनकाउंटर के बाद अब उसकी फजीहत हो रही है. बबली कोल को किसने मारा? इस गुत्थी को सुलझाने के लिए 'आजतक' ने इस केस से जुड़े अफसरों को कुरेदकर सच जानने की कोशिश की.


यूपी पुलिस ने हाल ही में एक लाख के इनामी डकैत सोहन कोल को गिरफ्तार किया है. उसी इनामी डाकू ने पत्रकारों को बताया कि उसने पहले लवलेश कोल की राइफल छीनी और उसे गोली मार दी. इसके बाद बबली कोल निहत्था हो गया और बाद में उसने उसे भी मार दिया. यूपी पुलिस के बड़े अफसर भी सोहन के दावे से इंकार नहीं कर रहे लेकिन खुलकर समर्थन की बजाय जांच की बात कह रहे हैं.


चित्रकूट धाम परिक्षेत्र के डीआईजी दीपक कुमार कहते हैं, "मध्यप्रदेश पुलिस के दावे पर हम कुछ नहीं कह रहे, हम सिर्फ इतना बता रहे हैं कि हमने बबली कोल गैंग की मारक क्षमता को नष्ट किया है, उनके हथियारों जिनमें दो थर्टी स्प्रिंगफील्ड अमेरिकन राइफल समेत 3 राइफलें और 100 से अधिक कारतूस थे, हमने बरामद किए हैं. हमने दिखाया है कि यह परंपरागत हथियार जो यहां सक्रिय रहे ददुआ, ठोकिया, बलखड़िया के पास होते हुए बबली गैंग के पास आए थे. ये हथियार जिसके पास होते थे, उन्हें ही नए गैंग का नया सरदार मान लिया जाता था. हमने उन हथियारों को बरामद किया है. जहां तक सोहन कोल के बयान की बात है, हम उसके बयानों की जांच कर रहे हैं."




वहीं एंटी डकैती ऑपरेशन और यूपी एसटीएफ से जुड़े यूपी पुलिस के एक बड़े अफसर ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि "हमने अपनी बनाई 'रणनीति' के तहत बबली और लवलेश कोल को मार गिराया था लेकिन ऑपरेशन के अंतिम क्षणों में हमारा एक दूसरे से संपर्क 'टूट' गया, घने जंगलों में हमें शवों को ढूंढने में काफी देरी हुई और इस बीच मध्य प्रदेश पुलिस अपने नए दावे के साथ सामने आ गई. जबकि इससे पहले एमपी पुलिस के ही बड़े अफसरों ने यूपी पुलिस को सफल ऑपरेशन की बधाई दे डाली थी."


प्रयागराज जोन के एडीजी सुजीत पांडेय ने 'आजतक' को बताया कि "हमने बबली कोल गैंग के एक लाख के इनामी डकैत सोहन कोल को इस क्षेत्र में सक्रिय रहे गैंग के प्रमुख हथियार के साथ पकड़ लिया है. हम अपने ऑपरेशन को रिव्यू कर रहे हैं. जिससे फिर कोई नया गैंग न खड़ा हो जाए, क्योंकि इस इलाके का इतिहास रहा है कि जब भी कोई बड़ा डकैत मारा जाता है, तो बचे सदस्य नए नाम से नया गैंग बना लेते हैं. हम चाहते हैं कि 2 बचे डकैतों का भी जल्द सफाया कर दिया जाए."


बबली कोल को किसने मारा के सवाल पर एडीजी ने कहा कि "सोहन कोल क्या कह रहा है, यह आप भी जानते हैं और मैं भी जानता हूं लेकिन मैं उस पर कुछ नहीं कहूंगा. हां उसके बयान की हम जांच जरूर करेंगे."


वहीं जानकार बताते हैं कि यूपी एसटीएफ की रणनीति हमेशा कांटे से कांटा निकालने की रही है. लेकिन इस बार यह कांटा उसके गले मे ऐसा फंसा जिसे यूपी पुलिस न निगल पा रही है, न उगल पा रही है. दूसरे की सजी थाली को अपना बताने वाली एमपी पुलिस भी शुरुआती सुर्खियां बटोरने के बाद अब अपनी जगहंसाई करवा रही है.




मंगलवार, 24 सितंबर 2019

दिल्ली-NCR और कश्‍मीर में महसूस किए गए भूकंप के झटके




नई दिल्ली:




दिल्ली-एनसीआर  (Delhi-NCR) सहित उत्तर भारत के कई शहरों में मंगलवार शाम को भूकंप (Earthquake)  के झटके महसूस किए गए. भूकंप (Earthquake) का केंद्र लाहौर से 173 किमी दूर था. वहीं इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई. उधर, जम्मू कश्मीर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. 


भूकंप आने पर क्या करें
1. अगर भूकंप के वक्त आप घर में हो तो फर्श पर बैठ जाएं.
2. घर में किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठकर हाथ से सिर और चेहरे को ढकें.
3. भूकंप के झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें.
4. अगर रात में भूकंप आया है और आप बिस्तर पर लेटे हैं हैं तो लेटे रहें, तकिए से सिर ढक लें.  
5. अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो किसी रुमाल या कपड़े से मुंह को ढंके.
6. मलबे के नीचे खुद की मौजूदगी को जताने के लिए पाइप या दीवार को ठकठकाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके.
7. अगर आपके पास कुछ ना हो तो चिल्लाते रहे हैं और हिम्मत ना हारें. 


सोनाक्षी सिन्हा के रामायण ज्ञान पर भड़के यूपी के मंत्री

Kaun Banega Crorepati के एक एपिसोड में सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) से रामायाण से संबंधित एक सवाल पूछ गया. सोनाक्षी के रामायण ज्ञान पर अब यूपी के मंत्री सुनील भराला (Sunil Bharala) भड़क गए हैं. उन्होंने एक्ट्रेस को 'धन पशु' (Dhan Pashu) बताया.



कौन बनेगा करोड़पति' (Kaun Banega Crorepati) के एक एपिसोड में बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) से रामायाण से संबंधित एक सवाल पूछ गया. सवाल का जवाब ज़रा भी मुश्किल नहीं था. लेकिन सोनाक्षी को इसका जवाब नहीं मालूम था और इसके लिए उन्‍हें लाइफ लाइन तक का इस्तेमाल करना पड़ा. सोशल मीडिया पर उनको खूब ट्रोल किया गया. सोनाक्षी के रामायण ज्ञान पर अब यूपी के मंत्री सुनील भराला (Sunil Bharala) भड़क गए हैं. उन्होंने एक्ट्रेस को 'धन पशु' (Dhan Pashu) बताया. साथ ही कहा कि ऐसे लोगों को पढ़ने का समय नहीं होता और बस कमाई की फिक्र होती है.


सुनील भराला ने कहा, "मॉर्डन समय में ये लोग सिर्फ पैसे के पीछे भागते हैं. इन्हें सिर्फ पैसा कमाने और खुद पर इसे खर्च करने की परवाह रहती है. इन्हें इतिहास और भगवान के बारे में कोई जानकारी नहीं. इनके पास सीखने का वक्त नहीं है. इससे दुखद और कुछ नहीं हो सकता."


इस पर अमिताभ बच्चन भी खुद को नहीं रोक सके और उन्होंने आखिरकार उनसे पूछ ही लिया कि "आपके पिताजी का नाम है शत्रुघ्न, आप जिस घर में रहती हैं, उसका नाम है रामायाण. आपके जितने चाचा हैं, उन सबके नाम रामायण से संबंधित हैं, आपको यह नहीं पता कि लक्ष्मण के लिए लाए थे संजीवनी बूटी?" फिर क्‍या था शो जैसे ही ऑन ऐयर हुआ सोनाक्षी सिन्हा को सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया गया.


चिन्मयानंद केस

शाहजहांपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने और ब्लैकमेल करने के मामले में आज पीड़ित छात्रा को एसआईटी ने हिरासत में ले लिया. पीड़िता को जमानत याचिका दाखिल करने के लिए जाते वक्त शाहजहांपुर के खिरनी बाग चौराहे से एसआईटी टीम ने हिरासत में लिया. पीड़िता को जिला सत्र न्यायाधीश के यहां अब पेश किया जाएगा. पीड़िता के वकील ने कहा कि पीड़िता की ज़मानत अर्जी पर सुनवाई होनी है.




इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वामी चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने के आरोप में पीड़ित छात्रा को फौरी तौर पर कोई राहत देने से इंकार कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित हाईकोर्ट की स्पेशल बेंच से अरेस्ट स्टे नहीं मिलने के बाद आरोपी छात्रा पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी थी. कल हुई सुनवाई के दौरान अदालत ने पीड़ित छात्रा को कहा था कि गिरफ्तारी पर रोक के लिए वह नये सिरे से रेग्युलर बेंच के सामने याचिका दाखिल कर सकती है.



 




चिन्मयानंद केस की सुनवाई सोमवार को हाईकोर्ट की कोर्ट नंबर बयालीस में जस्टिस मनोज मिश्र और जस्टिस मंजू रानी चौहान की डिवीजन बेंच में हुई. करीब डेढ़ घंटे चली सुनवाई में सबसे पहले एसआईटी ने अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश की. एसआईटी के मुखिया और यूपी पुलिस के आईजी नवीन अरोरा ने तीन सीलबंद लिफाफों में प्रोग्रेस रिपोर्ट, केस से जुड़े वीडियो की पेन ड्राइव -सीडी दूसरे अहम दस्तावेज और केस डायरी कोर्ट में पेश की गई. अदालत एसआईटी की अब तक की जांच से संतुष्ट नजर आई. यूपी सरकार की तरफ से इस मामले की सुनवाई बंद कमरे में किये जाने का अनुरोध किया गया, जिसे अदालत ने ठुकरा दिया.




अदालत इस मामले में अब बाइस अक्टूबर को फिर से सुनवाई करेगी. उसी दिन एसआईटी को अगली प्रोग्रेस रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करनी होगी.




बता दें कि चिन्मयानंद की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें सोमवार को इलाज के लिए यहां एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया है. वह अभी चार-पांच दिन पीजीआई के एमआईसीयू(मेडिकल इंसेटिव केयर यूनिट) में भर्ती रहेंगे. डाक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी करेगी. उनकी हालत फिलहाल स्थिर है.



दौड़ाकर दोस्तों ने युवक को मारी गोली


मेरठ: मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में दोस्तों के बीच हुए मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. जिसके बाद कुछ युवकों ने अपने ही दोस्त को भरे बाजार में दौड़ा दौड़ा कर जमकर पीटा और उसे गोली मारकर फरार हो गए. घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया, है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. इस मामले में अभी तक दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है. एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बाकी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है.


 


जानकारी के मुताबिक शाह पीर गेट निवासी शावेज कढ़ाई बुनाई का काम करता है. परिजनों के मुताबिक शावेज अपने कुछ दोस्तों के साथ पुल पर खड़ा होकर बात कर रहा था. इसी दौरान किसी बात को लेकर उसका अपने दोस्तों से विवाद हो गया.



 




आरोप है कि इसके बाद शावेज के दोस्तों ने उसे जमकर पीटा. शावेज आरोपियों के चंगुल से छूटकर भागा तो आरोपियों ने उस पर गोलियां बरसा दीं. दो गोली शावेज के पेट में लगीं और वह जमीन पर गिर गया। उधर, भरे बाजार गोलियां चलते ही सड़क पर हड़कंप मच गया. इसी अफरा-तफरी का फायदा उठाकर आरोपी मौके से फरार हो गए.




पुलिस द्वारा घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया. एसपी सिटी ने बताया कि अब तक दो आरिपियों बिल्लू ओर नाजिम की गिरफ्तारी हो चुकी है, बाकि हमलावरों की तलाश में दबिश दी जा रही है.



ड्रीम गर्ल’ का ‘ड्रीम रन’ जारी, 11 दिनों में 100 करोड़ के पार


बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना और नुसरत भरुचा की फिल्म 'ड्रीम गर्ल' ने बॉक्स ऑफिस पर बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है. फिल्म ने रिलीज़ के 11वें दिन ही 100 करोड़ के क्बल में एंट्री कर ली है. समीक्षकों की तारीफों और दर्शकों की भीड़ ने फिल्म की कमाई में चार चांद लगा दिए हैं.


 


फिल्म ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने इसकी कमाई के आंकड़े जारी किए हैं. 'ड्रीम गर्ल' ने दूसरे हफ्ते के पहले दिन यानी कि शुक्रवार को 5.30 करोड़ का कारोबार किया था. जबकि दूसरे दिन शनिवार को फिल्म ने 9.10 करोड़ रुपए अपनी झोली में डाल लिए. रविवार को तो फिल्म की कमाई में बड़ा उछाल देखने को मिला था और इसने 11.05 करोड़ का बिज़नेस कर लिया था.


अब सोमवार को फिल्म ने 3.75 करोड़ रुपए का बिज़नेस किया और इसकी कुल कमाई 101.40 करोड़ रुपए तक पहुंच गई. खास बात ये है कि 'ड्रीम गर्ल' आयुष्मान के करियर की दूसरी ऐसी फिल्म भी बन गई है, जिसने 100 करोड़ के क्लब में एंट्री ली है. इससे पहले उनकी फिल्म 'अंधाधुन' भी 100 करोड़ के क्लब में जगह बना चुकी है. सिर्फ आयुष्मान ही नहीं, बल्कि फिल्म निर्माता एकता कपूर की भी ये दूसरी फिल्म है, जिसने 100 करोड़ के क्लब में अपनी जगह बनाई है. इससे पहले उनकी फिल्म 'एक विलेन' 100 करोड़ के क्लब में अपनी जगह बना चुकी है.


'ड्रीम गर्ल' आयुष्मान खुराना की सबसे बड़ी ओपनर भी है. इस फिल्म को राज शांडिल्य ने डायरेक्ट किया है. एबीपी न्यूज़ ने इस फिल्म को पांच में से चार स्टार देते हुए कहा है- आयुष्मान खुराना ने अपनी दमदार एक्टिंग से दिल जीत लिया है. वो करम के किरदार में क्यूट और मासूम दिखते हैं, वहीं पूजा का किरदार आते ही उनकी अदाएं और हाव भाव इतने बदल जाते हैं कि यकीन करना मुश्किल हो जाता है कि ये कोई लड़का है.


सोमवार, 23 सितंबर 2019

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के घर चोरी



  • छह माह से बंद था मंत्री का सरस्वती विहार स्थित मकान

  • बाथरूम और किचन के नल की टोटी चोरी कर फरार हुए चोर


राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में हौसला बुलंद है. अपराधी एक के बाद एक आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. आम आदमी की कौन कहे, दिल्ली में खास भी सुरक्षित नहीं. दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के मकान में चोरी की घटना सामने आई है.



इस घटना की जानकारी मंत्री सत्येंद्र जैन ने रविवार की देर शाम ट्वीट कर दी. चोरी की यह वारदात उनके सरस्वती विहार स्थित घर में हुई है. पुलिस ने सत्येंद्र जैन की पत्नी पूनम जैन की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है.


इस मामले में दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 22 सितंबर की रात पुलिस पीसीआर को सूचना मिली थी कि दिल्ली के सरस्वती विहार के ई ब्लाक स्थित एक मकान में चोरी हुई है. पुलिस मौके पर पहुंची.


उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंचने के बाद वह घर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का बताया गया. पुलिस को दी गई तहरीर में मंत्री की पत्नी पूनम जैन ने फ्लैट के पिछले 6 महीने से बंद रहने की जानकारी दी है. तहरीर के अनुसार उन्हें पड़ोसियों ने घर का मेन गेट खुला हुआ है. पड़ोसियों ने घर का मेन गेट खुला देख इसकी जानकारी जैन के परिवार को दी.


जानकारी मिलते ही मंत्री सत्येंद्र जैन का पूरा परिवार सरस्वती विहार के ई ब्लॉक वाले घर पर पहुंचा तो अंदर का नजारा देख कर सन्न रह गया. घर में सामान बिखरा पड़ा था. सत्येंद्र जैन के परिजनों ने इसकी सूचना फोन कर तत्काल पुलिस को दी.


चोरी हुईं शो पीस के सामान


 


दिल्ली पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि सत्येंद्र जैन के इस घर से रसोई घर और बाथरूम के नल चोरी किए गए हैं. मंत्री जैन के परिजनों का कहना है कि घर में कुछ शोपीस वस्तुएं भी रखी हुई थीं, वह भी चोरी हुई हैं. पुलिस ने चोरी का मुकदमा दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है.


रविवार, 22 सितंबर 2019

MP: जिस्मफरोशी का अड्डा बना अस्पताल


  • चरक अस्पताल बन गया जिस्मफरोशी का अड्डा

  • अस्पताल की चौथी मंजिल चल रहा था देह व्यापार

  • मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा हॉस्पिटल है चरक हॉस्पिटल

  • उज्जैन एसपी ने जांच के लिए एसआईटी गठित की


उज्जैन से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक हॉस्पिटल में देह व्यापार के धंधे का खुलासा हुआ है. ये देह व्यापार मध्य प्रदेश का सबसे बड़े हॉस्पिटल में चलाया जा रहा था. इस मामले में पुलिस ने दो महिलाओं सहित कुल पांच लोगों को हिरासत में लिया है. यही नहीं इस गोरखधंधे में धकेली गई एक नाबालिग के गर्भवती होने की बात भी सामने आई है.


करीब सौ करोड़ की लागत से बने शासकीय चरक हॉस्पिटल में कई दिनों से जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था. हॉस्पिटल की ऊपरी मंजिलों पर कई लोगों की साठगांठ से यह धंधा चलाया जा रहा था. चरक हॉस्पिटल में छह मंजिल हैं. जहां चरक हॉस्पिटल में तीसरी मंजिल तक स्वास्थ्य सेवाएं संचालित होती हैं, जिसमें चौथी से छठी मंजिल खाली हैं. चरक हॉस्पिटल की चौथी से छठी मंजिल पर जिस्मफरोशी का खेल कई महीनों से चलाया जा रहा था.



ग्राहक बुलाकर जिस्म का धंधा


बताया जा रहा है कि यहां कई ऐसी सुनसान जगह भी हैं. इन्हीं का फायदा उठाते हुए कुछ दलालों ने इसे अनैतिक काम का अड्डा बना लिया. यहां वेश्याओं को बुलाया जाता था और ग्राहकों को बुलाकर सौदा तय किया जाता था.


इधर एसपी उज्जैन सचिन अतुलकर का कहना है की इस तरह की कई शिकायतें मिलीं थीं जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है. इसमें पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है. वहीं हॉस्पिटल स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है.




आगे उनका कहना है कि जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है जिसमें कोई बड़ा खुलासा हो सकता है. वहीं गर्भवती नाबालिग लड़की को वन स्टॉप सेंटर में देखभाल के लिए रखा गया है. बताया जा रहा है नाबालिग नागझिरी थाना क्षेत्र की है.


उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र ने सीएमएचओ को भी जांच के लिए भेजा है. शशांक मिश्र ने बताया कि चरक हॉस्पिटल में संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली है. इस मामले में जांच जारी है. उनका कहना है कि अगर हॉस्पिटल की मिली भगत मिली तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी.


वहीं इस मामले में सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि एसपी और कलेक्टर को कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं. सामाजिक वातावरण को दूषित करने वाले लोगों को छोड़ा नहीं जाना चाहिये. गृह मंत्री से कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है जिससे समाज में अच्छा मैसेज जाए.




गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के चीफ ऑफिस सुपरिटेंडेंट रिश्वतलेते हुए गिरफ्तार



  • वेंडर से ली थी तीन हजार रुपये रिश्वत

  • सीबीआई और रेलवे विजिलेंस ने की कार्रवाई


केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और रेलवे विजिलेंस की संयुक्त टीम ने शनिवार की देर रात गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर छापेमारी की. इस दौरान चीफ ऑफिस सुपरिटेंडेंट रफीक अहमद को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.


जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई रिश्वत की शिकायत पर की गई. सीबीआई ने स्टेशन मास्टर और टीटी समेत अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ की. सीबीआई और रेलवे विजिलेंस ने चीफ ऑफिस सुपरिटेंडेंट रफीक अहमद के खिलाफ रिश्वतखोरी की निरंतर शिकायतों के आधार पर कार्रवाई की.


बताया जाता है कि एक वेंडर ने अहमद के खिलाफ रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी. अहमद ने वेंडर से तीन हजार रुपये की रिश्वत ली थी.


चंद माह बाद थी रिटायरमेंट


बताया जा रहा है कि गिरफ्तार रफीक अहमद चंद माह बाद ही रिटायर होने वाले थे. इससे पहले ही रिश्वत लेते हुए वह गिरफ्तार हो गए. बता दें कि रेलवे के अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों द्वारा रिश्वतखोरी की शिकायतें निरंतर सामने आती रहती हैं.


इनका अधिकतर शिकार वेंडर होते हैं. रेलवे ने इसे रोकने के लिए ही अपने स्तर पर विजिलेंस का गठन कर रखा है. विजिलेंस की टीमें समय-समय पर छापेमारी भी करती रही हैं. लेकिन फिर भी रिश्वतखोरी पर लगाम नहीं लगाई जा सकी है.


सरकारी मर्सिडीज कार से नहीं चल पाएंगे मुलायम सिंह, योगी सरकार लेगी वापस


लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जल्द ही समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह यादव से मंहगी एसयूवी मर्सिडीज कार वापस लेने जा रही है. इससे पहले मुलायम सिंह यादव को आलीशान बंगला और लोहिया ट्रस्ट कार्यालय का भवन खाली करना पड़ा था. एस्टेट विभाग के सूत्रों के अनुसार, मर्सिडीज में कुछ तकनीकी खामी आ गई है और मरम्मत के लिए 24 लाख रुपयों की जरूरत है.



विभाग ने कहा, "हमारा बजट मरम्मत के लिए इतनी ज्यादा कीमत आवंटित नहीं कर सकता, इसलिए हम मुलायम सिंह को कोई अन्य उचित कार शायद प्राडो दे देंगे."


समाजवादी पार्टी नेताओं ने इसे राज्य की बीजेपी सरकार द्वारा पार्टी नेताओं पर एक और हमला बताया है. एक समाजवादी पार्टी नेता ने बताया, "सरकार प्रचार और विज्ञापन में करोड़ों रुपये खर्च कर सकती है लेकिन कार की मरम्मत के लिए रुपये नहीं दे सकती. यह साबित करता है कि बीजेपी बदले की राजनीति कर रही है."


 


मुलायम सिंह और उनके बेटे को पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित बंगले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खाली करने पड़े थे. इसी महीने राज्य सरकार ने शीर्ष कोर्ट के निर्देश पर लोहिया ट्रस्ट का कार्यालय भी खाली करा दिया था.


अयोध्या केस

लखनऊ: अयोध्या विवादित ढांचा गिराए जाने के आपराधिक मामले में स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने राजस्थान के पूर्व गवर्नर कल्याण सिंह को समन जारी कर 27 सितंबर को तलब किया है. स्पेशल जज सुरेंद्र कुमार यादव ने बार के सदस्यों की सूचना पर खुद संज्ञान लेते हुए यह आदेश जारी किया है. बीते नौ सितंबर को सीबीआई ने स्पेशल कोर्ट से इस मामले में कल्याण सिंह को तलब करने की मांग की थी. सीबीआई ने कहा था कि कल्याण सिंह अब संवैधानिक पद पर नहीं हैं, लिहाजा उन्हें इस मामले में बतौर आरोपी समन जारी किया जाए. इस मामले में उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल है, लेकिन राज्यपाल होने के नाते उन पर आरोप तय नहीं हो सका था.


 


सीबीआई की कल्याण सिंह को तलब करने की मांग के बाद विशेष अदालत ने एजेंसी से इस संदर्भ में प्रमाणित तथ्य प्रस्तुत करने को कहा था. 11 सितंबर को सीबीआई प्रमाणित तथ्य दाखिल नहीं कर सकी. उसने कहा कि अभी उसे इस संदर्भ में मुख्यालय से कोई लिखित सूचना प्राप्त नहीं हुयी है, लिहाजा उसे समय दिया जाए. 16 सितंबर को भी सीबीआई प्रमाणित तथ्य दाखिल करने मे असफल रही. साथ ही विशेष अदालत से एक बार फिर से समय की मांग की. 21 सितंबर को भी सीबीआई ने समय देने की मांग की.






हर दिन हो रही मामले की सुनवाई 




30 मई, 2017 को इस आपराधिक मामले में स्पेशल सीबीआई कोर्ट (अयोध्या प्रकरण) ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार और विष्णु हरि डालमिया पर आईपीसी की धारा 120 बी (साजिश रचने) के तहत आरोप तय किया था. इसके बाद मामले में सुनवाई शुरू हुई. राज्यपाल होने के नाते कल्याण सिंह के खिलाफ आरोप तय नहीं हो सका था. सीबीआई ने जांच के बाद इस मामले में कुल 49 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था जिनमें 16 आरोपियों की मौत हो चुकी है. अब इस मामले में 32 आरोपियों के खिलाफ दिन-प्रतिदिन सुनवाई हो रही है. अभियोजन की ओर से अब तक करीब 336 गवाह पेश किए जा चुके हैं.




19 अप्रैल, 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी कर इस मामले की सुनवाई दो साल में पूरे करने का आदेश दिया था. हालाकि, अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने यह अवधि नौ माह के लिए बढ़ा दी है. छह दिसंबर, 1992 को विवादित ढांचा ढहाए जाने के मामले में कुल 49 एफआईआर दर्ज हुए थे.



संत समाज से निकाले जाएंगे स्वामी चिन्मयानंद



  • अखाड़ा परिषद को चिन्मयानंद को संत समाज से बाहर करेगा

  • 10 अक्टूबर को हरिद्वार में अखाड़ा परिषद की बैठक

  • बैठक में सभी 13 अखाड़ा परिषद के साधु-संत शामिल होंगे


शाहजहांपुर की एलएलएम की छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं. संत समाज स्वामी चिन्मयानंद पर बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद 10 अक्टूबर को हरिद्वार में होने वाली बैठक में स्वामी चिन्मयानंद को संत समाज से बाहर करेगा. बैठक में सभी 13 अखाड़ा परिषद के साधु-संत शामिल होंगे.


स्वामी चिन्मयानंद संत परंपरा से आते हैं और वह महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर भी हैं. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के सूत्रों के मुताबिक स्वामी चिन्मयानंद संत परंपरा से आते हैं लेकिन यह कृत्य निंदनीय और शर्मनाक है लिहाजा इससे साधु-संतों की बदनामी हो रही है. कानून के मुताबिक उन्हें सजा भुगतनी पड़ेगी, लेकिन संत समाज भी उन्हें अपने सानिध्य से बहिष्कृत करेगा.


अखाड़ा परिषद ने यह भी कहा कि जब तक कोर्ट के आदेश से वह निर्दोष साबित नहीं होते तब तक वह संत समाज से बहिष्कृत ही रहेंगे. स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के बाद उनके वकीलों ने उन्हें जमानत दिलाने की भरसक कोशिश की लेकिन शनिवार को छुट्टी होने की वजह से अदालत में उनकी अर्जी स्वीकार नहीं हो सकी.


बता दें एसआईटी ने चिन्मयानंद को शुक्रवार (20 सितंबर) को गिरफ्तार किया था. चिन्मयानंद को उनके मुमुक्ष आश्रम से गिरफ्तार किया गया था. अदालत ने चिन्मयानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है.


अक्षरधाम मंदिर के पास दिनदहाड़े पुलिस पर बदमाशों ने की फायरिंग

 


 



  • कार सवार बदमाशों ने पुलिस पर की फायरिंग

  • मौके से फरार बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस



दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के पास रविवार सुबह बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई. दरअसल, सुबह करीब 11 बजे दिल्ली पुलिस की गाड़ी पर कार सवार बदमाशों ने फायरिंग की. जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की.  


रिपोर्ट के मुताबिक अक्षरधाम के पास दिल्ली पुलिस ने जब कार में सवार इन बदमाशों को रुकने के लिए कहा तो उन्होंने पुलिस की गाड़ी पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं. पुलिस को जवाबी कार्रवाई करते देखकर बदमाश मौके से फरार हो गए. जानकारी के मुताबिक बदमाश अक्षरधान से गीता कॉलोनी की ओर भागे. दिल्ली पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है.


कार में सवारी बैठाकर करते थे लूटपाट


दिल्ली पुलिस के डीसीपी ईस्ट जसमीत सिंह के मुताबिक बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस ने सादी वर्दी में ट्रैप लगाया हुआ था. दरअसल, जानकारी मिली थी कि कुछ बदमाश अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के बाहर आकर सवारी बैठाकर लूटपाट करते हैं. जिसके बाद एक सफेद रंग की कार में आए बदमाश सवारी बैठाने की कोशिश कर रहे थे. तभी सादी वर्दी में तैनात पुलिसकर्मियों ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी. इसके बाद पुलिस ने जब जवाबी कार्रवाई की तो बदमाश गीता कॉलोनी तरफ भाग गए. जिनकी तलाश में पुलिस लगी हुई है और आस-पास के इलाकों में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है.


गौरतलब है कि मंगलवार को नोएडा सेक्टर 39 में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ में ईनामी बदमाश को गिरफ्तार किया गया था. मुठभेड़ के दौरान फायरिंग में बदमाश के पैर में गोली लगी थी. जिसके बाद पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब रही.


शनिवार, 21 सितंबर 2019

वाराणसी में बाढ़ पीड़ितों से मिले सीएम योगी


 



 


वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में आये बाढ़ पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आपदा की इस घड़ी में शासन-प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के साथ हैं. उन्होंने विशेष रूप से कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रधानमंत्री, केंद्र और प्रदेश सरकार पूरी तरह संवेदनशील हैं.


 


बाढ़ पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए जिलों को पर्याप्त धनराशि की उपलब्धता सुनिश्चित करा दी गई है. राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को समयानुसार शुद्ध खाने की व्यवस्था के साथ-साथ पेयजल और चिकित्सा सुविधा की भी व्यवस्था की गयी है.



 




मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वाराणसी में आयी बाढ़ का निरीक्षण करने के पश्चात अस्सी स्थित गोयनका संस्कृत महाविद्यालय में बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविर का निरीक्षण किया तथा 33 बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराई. इस राहत शिविर में 51 बाढ़ पीड़ित परिवारों के 217 लोग रह रहे हैं.


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि बेतवा और चंबल नदी से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा, यमुना, गोमती में पानी का जलस्तर बेतहाशा बढ़ने के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हुई है. बाढ़ पीड़ितों को आपदा की इस घड़ी में सांत्वना देते हुए योगी ने कहा कि शासन-प्रशासन उनके साथ खड़ा है.


 


जिला प्रशासन के अधिकारी और जनप्रतिनिधि बराबर बाढ़ पीड़ितों का हाल-चाल जानने के साथ-साथ आवश्यक राहत सामग्री उन्हें उपलब्ध करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को यह निर्देश दिया गया है कि बाढ़ से पीड़ित परिवारों को प्रत्येक दशा में 12 घंटे के अंदर राहत सामग्री तथा जन हानि, पशु हानि होने की स्थिति में मुआवजा राशि 24 घंटे के अंदर पीड़ित जनों को उपलब्ध करायी जाए. इसमें किसी भी स्तर पर कतई लापरवाही एवं विलंब नहीं होना चाहिए.



विधानसभा चुनाव 2019: 21 अक्टूबर को मतदान, 24 को आएंगे नतीजे

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीख की घोषणा कर दी है. राज्य में 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. वहीं नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने आज चुनाव की तारीखों की घोषणा की. बता दें कि हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. वहीं राज्य में वोटर्स की संख्या की बात करें तो 1.82 करोड़ वोटर्स हैं. हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 2 नवंबर को खत्म हो रहा है.



सुनील अरोड़ा ने चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए कहा, ''हरियाणा में नॉटिफिकेशन की तारीख 27 सितंबर है. वहीं नामांकन की आखिरी तारीख 4 अक्टूबर है.'' उन्होंने आगे कहा, '' स्क्रूटनी की तारीख 5 अक्टूबर तक है जबकि नामांकन वापस लेने की तारीख 7 अक्टूबर तक है.'' मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, ''उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार की आखिरी तारीख 19 अक्टूबर है. इसके बाद 21 को मतदान और फिर 24 अक्टूबर को नतीजे आएंगे.'' यहां ये बता दें की चुनाव आयोग द्वारा तारीखों का एलान किए जाने के बाद से ही आचार संहिता लागू हो गया है.



 




राज्य में मुख्य तौर पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला होने की संभावना है. इसका एक कारण यह भी है कि पिछली विधानसभा चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी आएनएलडी में बिखराव हो गया है. पार्टी सदस्यों के बीच पारिवारिक कलह की वजह से इस बार पार्टी एकजुट नहीं है. ऐसे में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही माना जा रही है.




साल 2014 में क्या रहे थे नतीजे




हरियाणा में इस वक्त भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. हरियाणा में आखिरी चुनाव साल 2014 में 15 अक्टूबर को हुए थे. राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी सर्वाधिक 47 सीट जीती थी. वहीं कांग्रेस के खाते में 15 सीटें आई थी. आईएनएलडी को 19 सीटों पर जीत मिली थी. हरियाणा जनहित कांग्रेस को राज्य में दो विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी. बहुजन समाज पार्टी और शिरोमणी अकाली दल को एक-एक सीटों पर जीत मिली थी. साल 2014 में राज्य की पांच विधानसभा सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.



शुक्रवार, 20 सितंबर 2019

दिल्ली महिला आयोग ने सेक्स रैकेट के मामले में Justdial को भेजा नोटिस



  • सेक्स रैकेट के मामले में 'Justdial' को नोटिस

  • सेक्स रैकेट के मामलों में दिल्ली में 4 से अधिक एफआईआर


दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राजधानी में स्पा सेन्टरों में चल रहे सेक्स रैकेट के मामले में Justdial कंपनी को नोटिस भेजा है. आयोग ने पिछले कुछ दिनों में राजधानी में स्पा सेंटरों का निरीक्षण किया और उसमें बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है.


इन स्पा सेंटर में चल रहे सेक्स रैकेट के मामलों में दिल्ली में 4 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं और कई लड़कियों को बचाया गया है. आयोग को सूचना मिली है कि स्पा और मसाज पार्लर के विज्ञापन 'justdial.com' वेबसाइट पर भी उपलब्ध हैं. आयोग ने इस मामले में जांच शुरू की है.


आयोग ने इस सम्बन्ध में 'Justdial' कंपनी को नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा है. आयोग ने वेबसाइट पर पंजीकृत स्पा सेंटरों की जानकारी मांगी है. कंपनी से वेबसाइट पर पंजीकृत स्पा/मसाज सेंटर के नाम, उनका पता, वो 'Justdial' पर कब से पंजीकृत हैं, पंजीकृत स्पा सेंटर कौन-कौन सी सेवाएं प्रदान करते हैं, आदि की जानकारी मांगी है.


क्या सैक्स रैकेट की शिकायत आई?


साथ ही आयोग ने 'Justdial' से पूछा है कि कंपनी स्पा सेंटर को अपनी वेबसाइट पर पंजीकृत करने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाती है, क्या स्पा सेंटर की जानकारी वेबसाइट पर सार्वजानिक करने से पहले उसके द्वारा दी गई जानकारी को जांचा परखा जाता है? इसके अलावा आयोग ने पूछा है कि क्या किसी स्पा सेंटर के खिलाफ सेक्स रैकेट चलाने कि शिकायत आई है, अगर हां, तो क्या उसको सम्बंधित अधिकारियों को भेजा गया?




सूचना मिली है कि कई लाइसेंस और बिना लाइसेंस वाले स्पा सेंटर ने खुद को वेबसाइट पे पंजीकृत करवा लिया है और लोग अवैध गतिविधियां चला रहे स्पा सेंटर की जानकारी इस वेबसाइट से ले रहे हैं. आयोग ने कंपनी को 26 तारीख तक जवाब देने को कहा है.


दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, 'हमने justdial को नोटिस भेजा है क्योंकि लोग वेबसाइट से अवैध गतिविधियां चला रहे स्पा की जानकारी ले रहे थे, साथ ही वेबसाइट का डेटा सेक्स रैकेट चला रहे स्पा सेंटर की जांच के लिए बहुत सहायक होगा. साथ ही वेश्यावृत्ति की गतिविधियों पर कड़ी रोक लगानी चाहिए और इन स्पा सेंटर के खिलाफ कोई भी शिकायत पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. आयोग दिल्ली में सेक्स रैकेट बैन करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा.'




14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए चिन्मयानंद


शाहजहांपुर: रेप के आरोपी पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को एसआईटी ने शाहजहांपुर से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. हालांकि चिन्मयानंद के वकील ने उनका स्वास्थ्य ठीक न होने का हवाला देते हुए उन्हें लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भेजने का अनुरोध किया था.


 


एसआईटी की टीम ने स्वामी चिन्मयानंद को मुमुक्षु आश्रम स्थित उनके आवास दिव्य धाम से गिरफ्तार किया. शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया. इस गिरफ्तारी को एसआईटी ने बेहद गोपनीय रखा. शहर में जिला अस्पताल, कलेक्ट्रेट रोड, जेल रोड और मुमुक्षु आश्रम के गेट पर भी पुलिस बल तैनात है. एसआईटी की टीम दर्जन भर से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ चिन्मयानंद को गिरफ्तार करने पहुंची थी. इससे एक घंटे पहले ही पीएसी और पुलिस ने मुमुक्षु आश्रम के सभी द्वारों को घेर लिया था.



 




गिरफ्तारी के बाद चिन्मयानंद को एसआईटी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय परीक्षण कराने ले गई. वहां से उन्हें सीजेएम की अदालत ले जाया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. गौरतलब है कि स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल कर चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण करने, कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने, खुद और परिवार को जान का खतरा होने की बात कही थी.




इस मामले में पीड़िता के पिता ने कोतवाली शाहजहांपुर में अपहरण और जान से मारने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत चिन्मयानंद के विरुद्ध मामला दर्ज कराया था. लेकिन इससे एक दिन पहले चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का मुकदमा पीड़िता के पिता के खिलाफ दर्ज करा दिया. इस बीच पीड़िता गायब हो गई. कुछ दिन बाद उसे राजस्थान से बरामद कर लिया गया और सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश किया गया. कोर्ट ने एसआईटी को मामले की जांच का निर्देश दिया था.




स्वामी चिन्मयानंद की वकील पूजा सिंह ने बताया कि चिन्मयानंद के आवास में एसआईटी की टीम पुलिस बल के साथ आई और उन्हें गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि एसआईटी टीम ने स्वामी चिन्मयानंद के सगे संबंधियों से 'गिरफ्तारी मेमो' पर भी हस्ताक्षर कराए. उन्होंने हालांकि कहा कि इस संबंध में उन्हें गिरफ्तारी से संबंधित कोई भी पत्र नहीं दिया गया. गौरतलब है कि चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराने के बाद आत्मदाह की बात कही थी.



अयोध्या केस

नई दिल्ली: अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के 28वें दिन आज सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन ने विवादित इमारत को मस्जिद साबित करने की कोशिश की. उन्होंने बाबर की आत्मकथा बाबरनामा के अलग-अलग संस्करणों का कोर्ट में ज़िक्र किया और कहा, "हर संस्करण में साफ तौर पर यह दर्ज है कि बाबर के हुक्म से अयोध्या में मस्जिद तामीर की गई थी." धवन ने यह भी कहा कि इमारत पर अरबी और फारसी भाषा में कई बातें लिखी थी. इससे भी साबित होता है कि वह इमारत हिंदू मंदिर नहीं थी.


 


धवन ने रामलला विराजमान और श्रीराम जन्मस्थान के नाम पर याचिका दाखिल किए जाने पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, "एक तरफ देवता के अधिकार की बात कही जा रही है. दूसरी तरफ पूरे जन्म स्थान को ही पूजा की जगह बता कर देवता जैसा दर्जा दिया जा रहा है. हिंदू पक्ष की कोशिश यही है कि मुस्लिम पक्ष को जमीन से पूरी तरह से बाहर कर दिया जाए."






धवन ने आगे कहा, "इलाहाबाद हाई कोर्ट को यह देखना चाहिए था कि जन्मस्थान को याचिकाकर्ता बनाकर याचिका कैसे दाखिल हो सकती है. अभी भी सुप्रीम कोर्ट इस कमी को दूर कर सकता है. जन्म स्थान को न्यायिक व्यक्ति का दर्जा नहीं दिया जाना चाहिए."




आज करीब 1 घंटा ही सुनवाई चली. कल धवन की जजों से नोकझोंक हो गई थी. उन्होंने सवाल पूछ रहे जज के लहज़े को आक्रामक बता दिया था. हालांकि, बाद में अपनी गलती स्वीकार करते हुए कोर्ट से माफी भी मांगी थी. आज सुनवाई कम देर चलने की वजह से ज्यादा सवाल जवाब की नौबत नहीं आई.




गौरतलब है कि कोर्ट ने मामले की सुनवाई पूरी करने की समय सीमा पहले ही तय कर चुका है. उसने सभी पक्षों से कहा है कि वह 18 अक्टूबर तक अपनी जिरह पूरी कर ले. कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की तरफ से दिए शेड्यूल के मुताबिक अगले हफ्ते उनकी बहस पूरी हो जानी है.




सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में 4 नए जजों के शपथ ग्रहण के चलते सुनवाई साढ़े 10 की बजाय 12 बजे से शुरू होगी. ऐसे में कोर्ट ने उस दिन अतिरिक्त समय तक सुनवाई की बात कही है. आज की सुनवाई खत्म कर उठते समय पांच जजों की बेंच की अध्यक्षता कर रहे चीफ जस्टिस ने कहा, "सोमवार को हम 12 बजे से सुनवाई करेंगे. लेकिन उस दिन सुनवाई 4 की बजाय 5 बजे तक चलेगी. हम कोशिश करेंगे कि लंच ब्रेक पर छोटा रखा जाए ताकि जिरह के लिए ज़्यादा वक्त मिल सके.



गुरुवार, 19 सितंबर 2019

कपिल सिब्बल ने चिन्मयानंद के मुद्दे पर सरकार को घेरा



  • कांग्रेसी नेता होने पर बीजेपी निलंबन की करती मांग


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल पर तंज कसने के बाद सिब्बल ने यौन उत्पीड़न मामले में फंसे बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को लेकर कटाक्ष किए हैं. सिब्बल ने कहा कि क्या मोदी से पूछ सकते हैं कि यदि स्वामी चिन्मयानंद कांग्रेसी होते तो क्या होता?


सिब्बल ने ट्वीट किया, 'मोदी जी क्या मैं पूछ सकता हूं. यदि स्वामी चिन्मयानंद कांग्रेस के नेता होते तो क्या होता? मेरा अनुमानः 1. अभी तक गिरफ्तार किया जा चुका होता, 2. बीजेपी पार्टी से निलंबन की मांग करती.' सिब्बल अपने ट्वीट में मीडिया पर भी निशाना साधा और कहा कि मीडिया पूछता कि 'द नेशन वांट टू नो.'


बता दें कि स्वामी चिन्मयानंद मामले में पीड़ित छात्रा ने स्वामी पर कई आरोप लगाए हैं. उसने आरोप लगाया कि स्वामी चिन्मयानंद ने उसका नहाते वक्त वीडियो बनाया था. स्वामी की गलती की वजह से ही लोगों ने उससे रंगदारी की मांग की थी. छात्रा ने इस मामले में जांच कर रही एसआईटी टीम को कुल 43 वीडियो सौंपे हैं, जिसमें पीड़ित लड़की के मुताबिक स्वामी चिन्मयानंद की काली करतूतों का सारा सबूत बंद है.




 


पीड़ित लड़की के पिता ने यह भी आरोप लगाया कि सबूतों में से कुछ आपत्तिजनक वीडियो गायब कर दिए गए हैं, इसलिए उनकी मांग है कि स्वामी के खिलाफ चल रहे मामलों में दुष्कर्म के साक्ष्यों को नष्ट करने की धाराएं भी बढ़ाई जाएं. छात्रा और उसके पिता ने एसआईटी की जांच पर पूरा भरोसा जताया है.


सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम इस पूरे मामले में सभी सबूत जुटाने और संबंधित लोगों से पूछताछ करने के बाद अपनी रिपोर्ट 23 सितंबर को हाई कोर्ट में सौंपेगी. बताया जा रहा है जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद छात्रा के धारा 164 के तहत बयान भी दर्ज कराए जा सकते हैं, जिसके बाद कोर्ट के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.


चिन्मयानंद केस

 



यूपी पुलिस की एसआईटी ने बुधवार शाम को अचानक एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई. लगा आज स्वामी चिन्मयानंद पर कोई बड़ा खुलासा होने वाला है. मगर जैसे ही प्रेस काफ्रेंस खत्म हुई तो लगा कि मानो ये किसी पुलिस वाले की नहीं बल्कि किसी नेता की प्रेस कांफ्रेंस हो. सवाल स्वामी चिन्मायनंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने, गिरफ्तार करने, सबूत जमा करने, पीड़ित लड़की की शिकायत करने को लेकर पूछे जा रहे थे. और उधर से जवाब कुछ यूं आ रहे थे. धैर्य रखिए. हर पहलू पर धैर्य के साथ जांच की जा रही है. सोशल मीडिया और समाज से अपील है कि वो मीडिया ट्रायल ना करें. मीडिया ट्रायल से डिफेंस मजबूत होता है. याद नहीं आता कि यूपी पुलिस ने रेप के किसी मामले में इससे पहले कभी ऐसा ज्ञान बांटा हो.


लड़की एसआईटी की नीयत को लेकर सवाल उठा रही है. शिकायत कर रही है कि उसके गुनहगार को पकड़ा क्यों नहीं जा रहा है? लड़की पीड़ित है. उसका हक बनता है शिकायत करने का. मगर ये क्या? जिन्हें लड़की को इंसाफ दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, एसआईटी के वही मुखिया धमका रहे हैं कि वो मीडिया की शिकायत लेकर प्रेस कौंसिल आफ इंडिया के पास जाएंगे. शायद साहब को मीडिया में चल रही खबरें पसंद नहीं आ रहीं.


पीड़ित लड़की एसआईटी की नीयत को लेकर सवाल उठा रही है. शिकायत कर रही है कि उसके गुनहगार को पकड़ा क्यों नहीं जा रहा है? लड़की पीड़ित है। उसका हक बनता है शिकायत करने का. मगर ये क्या? जिन्हें लड़की को इंसाफ दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, एसआईटी के वही मुखिया धमका रहे हैं कि वो मीडिया की शिकायत लेकर प्रेस कौंसिल आफ इंडिया के पास जाएंगे. शायद साहब को मीडिया में चल रही खबरें पसंद नहीं आ रहीं.




पीड़िता का कहना है कि ये कहा जा रहा था बहुत बड़ा आदमी है. प्रोसेस में टाइम लग रहा है.


बड़ा आदमी तो है. बड़ा तो इतना है कि उत्तर प्रदेश की पुलिस आरती उतार रही है. नमस्ते प्रणाम चरण स्पर्श कर रही है. कह रही है हे चिन्मयानंद हम शर्मिंदा हैं जो हमारे रहते एक गुस्ताख लड़की आपके आनंद में विघ्न डालने की धृष्टता कर रही है.


जांच करने वाली एसआईटी के प्रमुख आईजी नवीन अरोड़ा कह रहे हैं कि एफआईआर मुकदमें के बारे में अभी नहीं बता सकता.


साहब कह रहे हैं अभी कुछ नहीं बता सकता. धैर्य रखिए. इंतजार कीजिए. अभी बता नहीं सकता कि स्वामी जी के खिलाफ एफआईआऱ दर्ज होगी या नहीं. इसलिए गिरफ्तारी के बारे में भी नहीं सोचा है अभी.


पीड़िता का कहना है 'अब क्यों नहीं हो रहा वो (स्वामी चिन्मयानंद) गिरफ्तार. अब किस चीज का इंतजार किया जा रहा है.


ऐसे कैसे कर लेगी गिरफ्तार. ये लड़की न तो सरकार को समझती है. न कानून को. न प्रशासन को न पुलिस को. और समाज को तो बिल्कुल ही नहीं. कुछ भी बोले जा रही है.


एसआईटी चीफ नवीन अरोड़ा कह रहे हैं कि वीडियो की जांच होगी. फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही रेप के बारे में कहा जा सकता है.


पीड़िता का कहना है कि कानून प्रशासन किस चीज का इंतजार कर रहा है. चिन्मयानंद को अब तक अरेस्ट क्यों नहीं किया जा रहा है?


कोई समझाए इसे कि बलात्कार का आरोपी बाबा हो. बीजेपी का राज हो. बाबा बीजेपी की सरकार में मंत्री रहा हो. तो बलात्कार के आरोप उसके प्रताप में गिने जाते हैं. सरकार पांव पखारती है और पुलिस सलाम ठोकती है.


एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा कह रहे हैं कि सबूत फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है. मसाज का वीडियो भी.


पीड़िता का कहना है 'मुझे तो ऐसा लग रहा है कि सरकार इस बात का इंतजार करती है कि लड़की खुद मर जाए या परिवार को कुछ हो जाए.'


उत्तर प्रदेश की सरकार, उत्तर प्रदेश की पुलिस और उत्तर प्रदेश की एसआईटी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे में आग लगा दी है. उसने अपना नारा बाबा बचाओ बना लिया है.


पीड़िता का साफ कहना है 'मुझे लग रहा है कि उसके खिलाफ कुछ न ढूंढ के उसको बचाने के लिए कुछ ढूंढा जा रहा है.'


यूपी सरकार तो अध्यात्म की पुरातन परंपरा का निर्वाह भर कर रही है. ये राजा का दायित्व है कि वो अपने संतों, साधुओं फखीरों की रक्षा करे. इसीलिए बेटी बचाओ और बाबा बचाओ में उसने बाबा बचाओ को अपना धर्म बना लिया है. बीजेपी के राज में बेटी चीख रही है कि तुम्हारा बाबा बलात्कारी है. तुम्हारा बाबा बलात्कारी है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी चिन्मयानंद से अपना पुराना भाईचारा निभा रही है.


एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा के मुताबिक 'आपको किसी ना किसी एजेंसी में फेथ करना पड़ेगा. अगर जांच गलत जा रही है तो कोर्ट मॉनिटर कर रही है. मीडिया ट्रायल से हम अपनी विवेचना को नहीं छोड़ेंगे.'


पीड़िता कहती है 'क्या ये इस चीज का इंतजार कर रहे हैं, तो मुझे ऐसे बता दें मैं मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ले रही हूं अपने आप को.'




एसआईटी का नाम स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम से बदलकर सुस्त इन्वेस्टीगेशन टीम कर देना चाहिए. या स्वामी इंटेलीजेंस टीम. जो स्वामी के लिए स्वामी के कहने पर स्वामी की सुविधा के हिसाब से काम करे.


पीड़िता बताती है 'अगर मान लो कोई नॉर्मल आम आदमी होता तो पहले ही 376 लगा देते. अरेस्ट हो जाता वो.'


यही तो बात है कि स्वामी सामान्य आदमी नहीं होता. और स्वामी चिन्मयानंद तो बिल्कुल नहीं. ये स्वामी बीजेपी का स्वामी है. ये स्वामी वाजपेयी मंत्रिमंडल का स्वामी है. ये स्वामी यूपी की सत्ता का स्वामी है. ऐसे स्वामियों पर बलात्कार की धारा जोड़ने में भी सरकार के हाथ थरथरा जाते हैं.


नवीन अरोड़ा कहते हैं 'हम सबको कई बार बयान के लिए बुला चुके हैं. बहुत धैर्यपूर्वक हर पहलू को देख रहे हैं.'


जबकि पीड़िता कहती है 'मुझे इस टाइम किसी पर भी भरोसा नहीं है जब तक कि वो अरेस्ट नहीं होगा'


बीजेपी सरकार को बेटी के भरोसे से क्या लेना देना. बाबा का भरोसा बचा रहना चाहिए. बाबा का भरोसा बचा रहेगा तो कानून बचा रहेगा. बाबा का भरोसा बचा रहेगा तो सरकार बची रहेगी. बाबा का भरोसा बचा रहेगा तो सभ्यता बची रहेगी. बाबा का भरोसा बचा रहेगा तो संस्कृति बची रहेगी. समाज बचा रहेगा. बेटियों का क्या है. बाबाओं के अखंड सत्ता के आगे छटपटाती रहेंगी.


पीड़िता बताती है 'बहुत ज्यादा गंभीर वीडियो हैं वो हम लोग एसआईटी को दे चुके हैं.'


ऐसा लगता है एसआईटी उस वीडियो को देखते हुए चिंतन में डूबी है कि चिन्मयानंद को बचाया कैसे जाए. जिन आरोपों पर कोई साधारण आदमी अगले घंटे जेल में होता, उन आरोपों में चिन्मयानंद हरि ओम हरि कर रहा है. इसी को कहते हैं बाबा राज केवलम.






60 वर्षीय महिला के साथ दरिंदगी, बलात्कार के बाद हत्या की कोशिश


 



  • श्रीगंगानगर में 60 वर्षीय महिला से बलात्कार

  • रेप के बाद पत्थर से कुचलकर हत्या की कोशिश


राजस्थान में इंसानियत को झकझोर देने वाली वारदात सामने आई है. राज्य के श्रीगंगानगर शहर में 60 साल की बुजुर्ग महिला के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या का प्रयास किया गया. जानकारी के मुताबिक,  यह वारदात देर रात डेढ़-दो बजे के बीच हुई, जब महिला रोजाना की तरह घर से बाहर घूमने के लिए निकली थीं. घर के नजदीक ही उनके साथ यह दरिंदगी हुई.


जानकारी के मुताबिक, मानसिक परेशानी की वजह से महिला का इलाज चल रहा था और वो रोजाना मॉर्निंग वॉक के लिए निकलती थीं. वह रोजाना सुबह 4 बजे घर से घूमने निकल जाती थीं. हालांकि, बुधवार को सुबह 4 बजे का समय समझकर वो रात करीब डेढ़ बजे ही घर से मॉर्निंग वॉक के लिए निकली गई थीं.


सुबह में जब लोग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले तो घर से थोड़ी ही दूर पर महिला लहूलुहान हालत में मिली, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि महिला ने विरोध भी किया जिसके बाद उनके सिर पर पत्थर से हमला भी किया गया.


जवाहर नगर थाने के एसएचओ प्रशांत कौशिक ने कहा कि आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने टीम बनाई है. पुलिस ने संदेह के आधार पर दो लोगों को पकड़ा है जिनको हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.


सपा सांसद आजम खान को जारी हुआ हाईकोर्ट का नोटिस


प्रयागराज: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से सांसद आजम खान को हाईकोर्ट का नोटिस तामील हो गया है. बीजेपी नेता और उनके खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ने वाली अभिनेत्री जयाप्रदा नाहटा ने उन पर केस किया था. आजम को अब इस नोटिस का जवाब देना होगा. अदालत ने उन्हें जवाब देने के लिए चार हफ़्तों की मोहलत दी है. इस मामले में अब सोलह अक्टूबर को सुनवाई होगी.


 


गौरतलब है कि रामपुर से सपा के सांसद आजम खान के निर्वाचन को रद्द कर वहां फिर से चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाली बीजेपी नेत्री जयाप्रदा ने जुलाई महीने में इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अर्जी दाखिल की थी.



 




जयाप्रदा की इस अर्जी पर हाईकोर्ट ने आजम खान को नोटिस जारी किया था. उनके रामपुर में नहीं होने की वजह से काफी दिनों तक उन्हें नोटिस तामील नहीं कराया जा सका था. इस पर हाईकोर्ट ने गंभीर रुख अपनाया था और रामपुर के डिस्ट्रिक्ट जज से रिपोर्ट मांगी थी.




हाईकोर्ट में आज जस्टिस एसडी सिंह की कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान अदालत को यह जानकारी दी गई कि आजम खान को हाईकोर्ट की तरफ से जारी नोटिस तामील हो चुका है. आजम के वकील भी आज कोर्ट में सुनवाई के दौरान मौजूद थे. अदालत ने आजम खान को चार हफ्ते में जवाब दाखिल करने की मोहलत दी है.




जयाप्रदा ने आरोप लगाया था कि आजम खान पहले से ही रामपुर की मोहम्मद अली जौहर युनिवर्सिटी में चांसलर के पद पर हैं. यह लाभ का पद है और इस पद पर रहते हुए लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा जा सकता था. अदालत ने जयाप्रदा की इस अर्जी को सुनवाई के लिए मंजूर करते हुए आजम को नोटिस जारी किया था.



बीमार बेटी का इलाज कराने अलीगढ़ पहुंचे मुस्लिम परिवार पर भीड़ का हमला

अलीगढ़: यूपी के कन्नौज का एक मुस्लिम परिवार बीमार बेटी का इलाज कराने ट्रेन से अलीगढ़ पहुंचा था. आरोप है कि रेलवे प्लेटफॉर्म पर परिवार के साथ मारपीट की गई. पीड़ित लोगों ने दावा किया कि हिन्दुवादी संगठन के लोगों ने उन्हें पीटा. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.



कन्नौज के रहने वाले शहीम अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज में अपनी बेटी का इलाज कराने के लिए पहुंचे थे. शहीम के साथ परिवार के अन्य सदस्य भी थे जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं. जब ट्रेन अलीगढ़ पहुंची तो सभी लोग प्लेटफॉर्म नंबर सात पर उतरे.



 




आरोप है कि यहां उनके साथ पीले कपड़े पहने लोगों ने मारपीट शुरु कर दी. उनके गले में हिन्दुवादी संगठन का कार्ड भी पड़ा हुआ था. शहीम और उनसे साथी तौफीक की इन लोगों ने जम कर पिटाई की. ये लोग अपना दोष पूछते रहे और लोगों से बचाने की गुहार लगाते रहे.




वहीं इस मामले में जीआरपी के प्रभारी निरीक्षक यशपाल सिंह का कहना है कि ट्रेन से उतरने को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हुआ, जिसमें दो पुरुषों को चोट आई है. ट्रेन से उतरते समय दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हो गया था. मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.




मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर जावेद ने कहा कि दोनों पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है.




इस घटना के बारे में जब एएमयू के छात्रों को पता चला तो वो भी मेडिकल कॉलेज और जीआरपी थाने पहुंच गए. छात्र नेता जैद ने कहा कि जब मारपीट की जा रही थी तब पुलिस कहां थी. पीड़ितों को एक ग्रुप के लोगों ने पीटा है. भीड़ इस तरह किसी को पीट रही है ये ठीक नहीं है.



यूपी सरकार के ढाई साल पूरे, योगी का दावा- एक भी दंगा नहीं हुआ

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के ढाई साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि उन्होंने समाज के हर तबके के लिए काम किया है.


 


उन्होंने कहा कि बीते ढाई सालों में उनकी सरकार ने जनता का विश्वास हासिल किया है और जनता का नजरिया भी बदला है. उन्होंने कहा कि 86 लाख किसानों के एक लाख तक के कर्ज को माफ किया गया.



 




सीएम योगी ने कहा," हमारे सभी मंत्रियों ने अच्छा काम किया है और मैं पीएम मोदी व अमित शाह जी का आभार व्यक्त करता हूं जिनके मार्गदर्शन में सरकार ने ढाई साल का सफर तय किया है."




उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किसान की आमदनी दोगुनी करने के लिए प्रयास किए. गन्ना किसानों को भुगतान किया और किसान सम्मान योजना के तहत किसानों को फायदा दिया.




 




योगी ने कानून व्यवस्था पर भी अपनी बात रखी और कहा कि बीते ढाई सालों में अपराधी प्रदेश छोड़ कर जाने को मजबूर हुए हैं और संगठनात्मक अपराध खत्म हुए हैं. साथ ही हर तरह के अपराधों में कमी दर्ज की गई है.




उन्होंने कहा,"14 साल के बनवास के बाद 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आई, ढाई वर्ष में ही उसने राज्य की 23 करोड़ जनता का विश्वास जीता और यूपी को पहचान के संकट से निकाला."




सीएम योगी ने कहा,"हमने किसानों के लिए कई योजनायें बनाईं, 86 लाख किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज माफ किये, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की और रिकॉर्ड मात्रा में किसानों से खरीददारी की."




उन्होंने कहा,"बीते ढाई वर्ष में राज्य में एक भी दंगा नही हुआ, दुर्दांत अपराधी या तो जेल में हैं या प्रदेश छोड़ कर भाग गये तथा डकैती, बलात्कार, लूट, फिरौती और बलवा के मामलों में भारी कमी आई है."




योगी आदित्याथ ने कहा,"ढाई वर्ष में बेसिक स्कूलों में 50 लाख नये बच्चे पहुंचे और सभी के लिए स्वेटर, यूनिफार्म, किताबें, खाने आदि का इंतजाम किया गया."



बुधवार, 18 सितंबर 2019

नोएडा: मुठभेड़ के बाद पुलिस ने एक बदमाश को दबोचा, पैर में लगी गोली

 



 



  • बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें एक बदमाश को गोली लगी

  • बदमाश के पास से एक तमंचा, समेत कुछ जिंदा कारतूस बरामद हुए


देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आई है. नोएडा के थाना 24 क्षेत्र सेक्टर 58 में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें एक बदमाश को गोली लगी. बदमाश का नाम मंतोष है. गोली लगने के बाद पुलिस ने बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया.  


मंतोष का दूसरा साथी मौका पाकर मुठभेड़ की जगह से फरार हो गया. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. पुलिस अब घायल बदमाश का आपराधिक इतिहास खंगालने में जुटी है. पुलिस ने बदमाश के पास से एक बिना नंबर की बाइक, एक तमंचा, समेत कुछ जिंदा और  खोखा कारतूस भी बरामद किए हैं.


घायस बदमाश का नोएडा के सेक्टर 31 में जिला अस्पताल इलाज चल रहा है. मंतोष अपने साथी के साथ नोएडा में किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में घूम रहा था. तभी पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली जिसके बाद सेक्टर 58 क्षेत्र में दोनों को पुलिस ने घेर लिया. खुद को घिरता देख बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की. जबाबी फायरिंग में मंतोष के पैर में गोली लग गई.


गाजियाबाद में 2450 जगहों पर होलिका दहन: सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पुलिस अलर्ट पर

  गाजियाबाद वसुंधरा सेक्टर 2b में होलिका दहन की तैयारी की तस्वीर  गाजियाबाद में होली पूजन और होलिका दहन को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए ...