एपल का यह कदम उन लोगों के लिए राहत की बात है जिन्हें स्मार्टफोन खराब होने पर बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है.
नई दिल्ली: टेक जाइंट एपल ने आईफोन के रिपेयरिंग के खर्च को कम करने के लिए बेहद जरूरी कदम उठाया है. एपल जल्द ही थर्ड पार्टी मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर्स के साथ पार्टनरशिप करेगा जिससे आईफोन के रिपेयर में लगने वाली लागत कम होने की उम्मीद है. इसके साथ ही एक प्रोग्राम के तहत मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर्स को एपल आईफोन के ओरिजिनल पार्ट्स और ट्रेनिंग देने पर भी विचार कर रहा है.
एपल ने बताया है कि वह जल्द ही रिपेयरिंग सेंटर्स को आईफोन की बैटरी और स्क्रीन मुहैया करवाएगा. कंपनी का मानना है कि इस कदम से यूजर्स को कम कीमत में अपने आईफोन को ठीक करवाने का मौका मिलेगा. एपल के सर्विस सेंटर्स पर मोबाइल रिपेयर करने वाले इंजिनियर्स को खास ट्रेनिंग भी दी जाएगी.
एपल का यह नया मॉडल अभी टेस्टिंग पेस में है और इसे नॉर्थ अमेरिका, यूरोप और एशिया के 20 स्थानों पर लागू किया गया है. अब एपल इस प्रोग्राम का बाकी देशों में विस्तार करना चाहता है.
यूजर्स को कैसे होगा फायदा
एपल ने कहा, ''यजूर्स की जरूरत को बेहतर करने के लिए अमेरिका में सबसे पहले हमने इस प्रोग्राम को शुरू किया.'' इस प्रोग्राम के तहत ऑट ऑफ वारंटी हो चुके आईफोन को भी रिपेयर करवाया जा सकेगा. हालांकि उसके लिए यूजर्स को कीमत चुकानी होगी. लेकिन ओरिजिनल पार्ट्स मिलने के प्रोडक्ट के बेहतर होने की संभावना ज्यादा रहेगी.
एपल ने बताया है कि उसके इस प्रोग्राम को ज्वाइन करने के लिए ट्रेनर्स को कोई फीस नहीं देनी होगी. कंपनी उन लोगों को ट्रेनिंग देने में प्राथमिकता देगी जिनके पास रिपेयरिंग कोर्स के सर्टिफिकेट हैं.
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